मांड गायिका रुखमा की स्मृति में शुरू होगा पुरस्कार
बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान के कलाकारों को रुखमा बाई शोध संस्थान की ओर से पुरस्कार दिया जाएगा। लोक गायिका स्वर्गीय रुखमा देवी की स्मृति में रुखमा बाई लोक कला शोध संस्थान का गठन कर लिया गया है। जल्द ही इस सम्मान व पुरस्कार के लिए लोक कलाकारों से प्रविष्टियां आमंत्रित की जाएगी।संस्थान के चंदनसिंह भाटी ने बताया कि विश्व की एक मात्र मांगणियार मांड और लोक गायिका स्वर्गीय रुखमा की स्मृति में संस्थान की ओर से मांड गायिकी प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना करने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा गया है। साथ ही पश्चिमी राजस्थान में लोक कला, संगीत और गायिकी को बढ़ावा देने वाले लोक कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा। भाटी ने बताया कि लोक संगीत की विरासत को संरक्षण देने एवं उसे जीवित रखने के लिए शोध संस्था का गठन किया गया है। यह पुरस्कार राज्य स्तरीय होगा तथा पुरस्कार मांड गायिका रुखमा के नाम समर्पित होगा।
बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान के कलाकारों को रुखमा बाई शोध संस्थान की ओर से पुरस्कार दिया जाएगा। लोक गायिका स्वर्गीय रुखमा देवी की स्मृति में रुखमा बाई लोक कला शोध संस्थान का गठन कर लिया गया है। जल्द ही इस सम्मान व पुरस्कार के लिए लोक कलाकारों से प्रविष्टियां आमंत्रित की जाएगी।संस्थान के चंदनसिंह भाटी ने बताया कि विश्व की एक मात्र मांगणियार मांड और लोक गायिका स्वर्गीय रुखमा की स्मृति में संस्थान की ओर से मांड गायिकी प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना करने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा गया है। साथ ही पश्चिमी राजस्थान में लोक कला, संगीत और गायिकी को बढ़ावा देने वाले लोक कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा। भाटी ने बताया कि लोक संगीत की विरासत को संरक्षण देने एवं उसे जीवित रखने के लिए शोध संस्था का गठन किया गया है। यह पुरस्कार राज्य स्तरीय होगा तथा पुरस्कार मांड गायिका रुखमा के नाम समर्पित होगा।
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