कुआलालंपुर.मलेशिया में 16 साल की एक छात्रा अपने बस्ते में एक नवजात शिशु का शव लेकर 17 घंटों तक घूमती रही। छात्रा को यह पता नहीं था कि उसके बस्ते में किसी नवजात का शव है। छात्रा को वह बस्ता उसकी सहेली ने दिया था। सहेली ने स्कूल में शिशु को जन्म देने के बाद उसे तुरंत बस्ते में डालकर अपनी सहपाठी को दे दिया था। तब से छात्रा अपने बस्ते में रखे नवजात के शव को कंधों पर ढोती रही। इस बात की जानकारी लोगों को सहेली के पेट दर्द की शिकायत करने पर हुई।
जब इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाया गया, तब उसने बच्ची के जन्म की बात कबूली। उसने नवजात शिशु के शव को अपनी सहपाठी के बस्ते में रखे होने की बात भी स्वीकार कर ली। एसीपी मनोहरण ने बताया, उन्हें नवजात शिशु का शव बस्ते में मिला। छात्रा यह जानकर हैरत में रह गई कि वह 17 घंटों से अनजाने में एक मृत शिशु को लेकर घूम रही थी। डॉक्टर ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, नवजात शिशु का जन्म ठीक तरीके से हुआ था, लेकिन उसके सिर पर गहरे चोट का निशान था। उसके फेफड़े में भी पानी भर गया था, जिसके कारण उसकी मौत हुई।
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