गुरुवार, 21 जून 2012

पति की मौत, पत्नी व दो पुत्रियां गंभीर घायल

पति की मौत, पत्नी व दो पुत्रियां गंभीर घायल

बालोतरा। जोधपुर-बाड़मेर मार्ग पर कल्याणपुर कस्बे के समीप बुधवार दोपहर बस व कार की भिड़ंत में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि कार में सवार महिला व उसकी दो पुत्रियां घायल हो गए। दुर्घटना के बाद चालक बस को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया।

कल्याणपुर थानाधिकारी ज्येष्ठदान चारण के अनुसार बालोतरा के सिताणियों का धोरा निवासी पंकज पुत्र महेश कुमार बुधवार को परिवार सहित कार लेकर जोधपुर से बालोतरा की तरफ आ रहा था। कल्याणपुर के राजकीय अस्पताल के समीप सामने से आ रही तेज रफ्तार बेकाबू निजी बस ने कार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। कार चला रहे पंकज (40) की मौके पर ही मौत हो गई। पंकज की पत्नी श्रीमती सीमा, पुत्री प्रांजल व तनवी गंभीर घायल हो गए। जबकि कार में सवार पंकज की पुत्री नंदिनी को खरोंच भी नहीं आई। घायलों को उपचार के लिए जोधपुर रेफर किया गया।

सिर में घातक चोटों के चलते श्रीमती सीमा व प्रांजल की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। हादसे के बाद बड़ी संख्या में लोगो की भीड़ जुट गई। कल्याणपुर सरपंच दौलाराम कुंआ, विशनसिंह सरवड़ी, मनोहरसिंह झालामलिया सहित मौजूद लोगों ने घायलों को कार से बाहर निकाला। उपखंड अधिकारी कमलेश आबूसरिया भी मौके पर पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली। पुलिस ने दोनों वाहन जब्त किए। इस संबंध में गणपत पुत्र महेन्द्र कुमार निवासी बालोतरा ने बस चालक के खिलाफ तेज गति से लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाकर कार को टक्कर मारकर जानलेवा दुर्घटना कारित करने का मामला दर्ज करवाया है।

हत्या की आरोपी दुल्हन और उसका परिवार समाज से बेदखल


हत्या की आरोपी दुल्हन और उसका परिवार समाज से बेदखल


कुचेरा  जिस दुल्हन को इन दिनों ससुराल का चूल्हा चौका संभालना था वह आज अपने पति की हत्या के आरोप में जेल में बंद है। अब समाज ने भी ऐसी लड़कियों पर सख्ती अपनाते हुए सबक सिखाने का निर्णय लिया है जो परिवारों को इस तरह तोड़ रही हैं। बुधवार को आकेली बी गांव में हुई ग्रामीणों व जाट समाज की बैठक में पति सवाई सिंह की हत्या की आरोपी दुर्गा व उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत करने का निर्णय सुनाया गया।

मातासुख के सवाई सिंह हत्याकांड की मुख्य आरोपी पत्नी दुर्गा के परिवार को बारह वर्ष के लिए समाज से बहिष्कृत कर दिया गया। गांव के गुवाड़ में आयोजित समाज की बैठक में आकेली बी व आस पास के खेड़ों के लोग एकत्रित हुए। बैठक में घटना की सर्वसम्मति से निंदा की गई। ग्रामीणों व समाज के लोगों ने निर्णय लिया कि आरोपी दुर्गा के परिवार के घर जाने, पानी, चाय आदि पीने, कृषि व अन्य प्रकार के उपकरण लेने या देने व कृषि कार्यों में उस परिवार की सहायता नहीं करने व उससे सहायता नहीं लेने का निर्णय लिया गया। उल्लेखनीय है कि पूर्व में दुर्गा के प्रेमी व सवाई सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी सियाराम के परिवार को भी समाज से बहिष्कृत करने के लिए गत दिनों लूणसरा व आस पास के खेड़ा के लोगों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया था।

यह था मामला

मातासुख के सवाईसिंह पुत्र मेवाराम जाट की शादी आकेली बी के रामनिवास पुत्र मांगीलाल जेठू की पुत्री दुर्गा से हुई थी। शादी के मात्र 27 दिन बाद सवाईसिंह का नागौर के हनुमान बाग कॉलोनी से अपहरण कर हत्या कर दी गई। सवाई सिंह की हत्या के आरोप में पुलिस ने उसकी पत्नी दुर्गा, प्रेमी सियाराम व महेश को गिरफ्तार किया।

कुल्हाड़ी से पति की हत्या

ओसियां के खाबड़ा खुर्द गांव की घटना: पत्नी गिरफ्तार
कुल्हाड़ी से पति की हत्या
ओसियां थाना क्षेत्र के खाबड़ा खुर्द गांव में मंगलवार देर रात एक विवाहिता ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर अपने पति की हत्या कर दी। इस दंपती में करीब एक पखवाड़े से अनबन चल रही थी। बीती रात पति ने उसके चरित्र पर संदेह जताया तो दोनों में झगड़ा भी हुआ।

वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी विवाहिता को गिरफ्तार कर लिया। ओसियां थानाधिकारी राजीव भादू के अनुसार मंगलवार रात श्रवण राम पुत्र जयराम विश्नोई, उसकी पत्नी संतोष तथा डेढ़ वर्षीय पुत्र महावीर घर के आंगन में सो रहे थे। इससे पहले पति-पत्नी में पारिवारिक बात को लेकर झगड़ा हुआ। श्रवण ने पत्नी के चरित्र पर संदेह किया तो वह तिलमिला गईं। पति के रवैये से गुस्साई संतोष ने तड़के चार बजे कुल्हाड़ी उठाई और नींद में सो रहे अपने पति श्रवण राम पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

सुबह मृतक के परिजनों ने शव देखा तो संतोष पर बिफर पड़े। परिजनों की सूचना पर फलौदी एएसपी केसरसिंह शेखावत तथा ओसियां थाने से पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर वारदात में प्रयुक्त कुल्हाड़ी पड़ी थी। पुलिस ने घटना स्थल से एफएसएल जांच के लिए खून के नमूने एकत्रित किए। पुलिस ने आरोपी विवाहिता को गिरफ्तार कर लिया।

जांच के बाद मृतक श्रवण राम का ओसियां के राजकीय चिकित्सालय में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक के पिता जयराम पुत्र हरदास राम विश्नोई की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपी विवाहिता को गिरफ्तार कर लिया।



घर का पूरा बोझ संतोष पर था

संतोष इस परिवार में अकेली महिला थीं। ढाई माह पूर्व उसकी सास की मौत होने के बाद पूरे परिवार के काम काज का बोझ उसी पर था। प्रारंभिक पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि पंद्रह दिन से उसके पति उससे बात नहीं करते थे। उसकी ननदें व अन्य परिजन पति को उसके खिलाफ भड़काते थे। इसके चलते वह उससे बात नहीं करते और उसके चरित्र पर भी संदेह करते थे।

प्रमोशन नहीं मिलने पर सार्जेंट ने की आत्महत्या



प्रमोशन नहीं मिलने पर सार्जेंट ने की आत्महत्या

एयरफोर्स के सार्जेंट का सुसाइड नोट : प्रमोशन के लिए देश की सेवा नहीं, अफसरों की सेवा चाहिए

जोधपुर एयरफोर्स में बीस साल की नौकरी पूरी करने वाले सार्जेंट एसके शाह ने प्रमोशन नहीं मिलने पर 15 दिन पहले फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। शाह के तीन छोटे पेज के सुसाइड नोट में यह बात उजागर हुई है। शाह ने इसमें लिखा कि उन्होंने नौकरी को देश की सेवा समझा था, लेकिन अब नौकरी का अर्थ सीनियर अफसरों की सेवा बन गया है। शाह की मौत की पुलिस तो तफ्तीश कर ही रही है, एयरफोर्स ने भी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं। शाह के बेहतरीन काम को देखते हुए उन्हें ऑनरेरी जूनियर वारंट ऑफिसर की रैंक से सम्मानित किया गया था।

सुसाइड नोट में लिखा - 'सर्व योर सुपीरियर'

मैं जिंदगी से उकता गया हूं। जूनियर को प्रमोशन मिला और मुझे नहीं। मैने पूरी नौकरी अत्यंत गंभीरता से की है, अब गंभीरता से नौकरी का मतलब सीनियर्स को खुश करना हो गया है। मैं तो यह नौकरी देश की सेवा समझ कर करता रहा, मुझे नहीं पता था कि 'सर्व द नेशन' की यह लाइन 'सर्व योर सुपीरियर' का रूप ले चुकी है। इसलिए मैं अपनी जिंदगी यहीं खत्म कर रहा हूं।

मिलनसार नहीं होने का कारण बता कम नंबर दिए

पुलिस जांच में पता चला है कि एयरफोर्स मुख्यालय से बीस दिन पहले प्रमोशन पैनल जारी हुआ था। इस पैनल में सामान की खरीद-फरोख्त करने वाले जूनियर वायुसैनिकों के नाम शामिल थे। यह प्रमोशन सात साल की एसीआर में मिले नंबरों के आधार पर होता है। शाह को लीडरशिप व अच्छा काम करने में तो ज्यादा नंबर मिले, मगर साथियों के साथ मिलनसार नहीं होने का कारण बता कम नंबर दे दिए। इससे वे प्रमोशन की दौड़ में जूनियर वायु सैनिकों से पिछड़ गए। शाह तीन साल से जोधपुर में थे, इसलिए उनका मानना था कि नंबरों में गड़बड़ी भी यहीं हुई थी।

कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के विशेषज्ञ थे शाह

मूलत: बिहार के रहने वाले शाह 2008-09 में ट्रांसफर होकर जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन आए थे। वे कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के विशेषज्ञ थे और उनकी तैयार की गई रिपोर्ट सबसे परफेक्ट मानी जाती थी। एयर कमोडोर ने उनके बेहतरीन काम को देखते हुए ऑनरेरी रैंक देकर एक्टिंग जेडब्ल्यूओ बना रखा था। इस तरह की ऑनरेरी रैंक पूरे स्टेशन में कुछ वायुसैनिकों को ही मिलती है।

कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं

॥सार्जेंट शाह की मौत की जांच पुलिस तो कर ही रही है, एयरफोर्स ने भी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए हैं। कर्नल एसडी गोस्वामी, रक्षा प्रवक्ता

मामले की जांच जारी है

॥शाह के सुसाइड नोट और साथी वायुसैनिकों से पूछताछ में सामने आया कि उन्होंने प्रमोशन नहीं होने के कारण फांसी लगाई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है, विसरा सैंपल एफएसएल भेजा जा रहा है। भगवानसिंह, जांच अधिकारी, रातानाडा थाना

मल्टीस्टोरी होगा राईकाबाग बस स्टैंड


मल्टीस्टोरी होगा राईकाबाग बस स्टैंड



शहर में अंतरराज्यीय स्तर का बस स्टैंड बनाने की तैयारियां शुरू, चंडीगढ़ की तर्ज पर बनने की संभावना

जोधपुर रोडवेज का राईकाबाग बस स्टैंड मल्टीस्टोरी होगा। अंतरराज्यीय स्तर के साथ ही इसे मॉडल बस स्टैंड के रूप में विकसित किया जाएगा। रोडवेज प्रबंधन ने पावटा सब्जी मंडी की 12 बीघा भूमि बस स्टैंड के लिए देने की सहमति बनने के बाद तैयारियां शुरू कर दी हैं।

राईकाबाग बस स्टैंड को अंतरराज्यीय स्तर का बनाने के लिए पावटा सब्जी मंडी की 12 बीघा भूमि दिए जाने का निर्णय मंगलवार को जयपुर में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में हुआ था। रोडवेज अधिकारियों के अनुसार हालांकि बस स्टैंड का अभी कोई मॉडल तय नहीं किया गया है, लेकिन इसके चंडीगढ़ अथवा कोटा के निर्माणाधीन बस स्टैंड की तर्ज पर बनने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि पिछले लंबे समय से मंडी को शिफ्ट करने की कवायद चल रही थी, लेकिन मामला अटक ही जाता था।

बस स्टैंड विस्तार का स्वागत : राजमाता विजयराजे सिंधिया कृषि उपज मंडी समिति (अनाज) के बोर्ड सदस्यों ने पावटा सब्जीमंडी को शिफ्ट करने तथा बस स्टैंड को अंतरराज्यीय स्तर का बनाने के निर्णय का स्वागत किया है। वहीं अनाज मंडी की 30 बीघा जमीन भदवासिया मंडी को देने का पुरजोर शब्दों में विरोध किया है। अध्यक्ष कीर्तिसिंह, उपाध्यक्ष राजेंद्र परिहार तथा सदस्य धर्मेंद्र भंडारी ने जहां बस स्टैंड विस्तार एवं पावटा सब्जी मंडी शिफ्ट करने का स्वागत किया है। वहीं भदवासिया मंडी को रोडवेज वर्कशॉप की भूमि के साथ अनाज मंडी की भूमि देने का विरोध किया है। इन पदाधिकारियों कहना है कि बोर्ड की बैठक में अनाज मंडी की जमीन हस्तांतरण नहीं करने का प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा गया था। इसके बावजूद अनाज मंडी की 30 बीघा जमीन दे दी गई है, इसका पुरजोर शब्दों में विरोध किया जाता है।

बोरवेल में गिरी 5 साल की "माही"

बोरवेल में गिरी 5 साल की "माही"
नई दिल्ली। गुड़गांव के मानेसर इलाके में एक 4 साल की बच्ची माही बोरवेल में गिर गई है, जिसे राहत और बचाव दल बचाने में जुटा है। बुधवार को माही का जन्म दिन था और उसी रात बच्ची घर के बाहर बने बोरवेल में गिर गई। यह घटना बुधवार रात 11 बजे की है, जिसके बाद उसे बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। हालांकि बोरवेल से माही की आवाज बिल्कुल भी नहीं आ रही है जो चिंताजनक है।

सूत्रों के अनुसार बोरवेल की गहराई 60 फीट है और माही को बचाने के लिए उसमे ऑक्सिजन की सप्लाई की जा रही है। बचाव कार्य में बोरवेल के पास दो गड्ढे खोदे जा रहे हैं।

शादी के लिए दबाव बनाया तो प्रेमिका का मर्डर कर शव को जलाया


नई दिल्ली. गला दबाकर प्रेमिका की हत्या करने के बाद शव को सोनीपत स्थित एक गांव में ले जाकर जलाने के एक मामले में रोहिणी साउथ थाना पुलिस ने प्रेमी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान उमाकांत पंडित (30) के रूप में हुई। पुलिस के मुताबिक प्रेमिका द्वारा शादी के लिए दबाव बनाने पर उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने मृतका के अधजले शव को बरामद कर लिया है।


बाहरी दिल्ली जिला अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पी. करुणाकरण ने बताया कि स्नातक तक पढ़ाई कर चुका उमाकांत पंडित शादीशुदा है और उसकी दो बेटियां भी हैं। वह प्लास्टिक के सामान की ट्रेडिंग करने के साथ-साथ स्कूल यूनीफार्म की दुकान चलता है। मृतका रचना भी शादीशुदा थी। फिलहाल वह अपने पति को छोडऩे के बाद रोहिणी साउथ थाना अंतर्गत स्थित एक फ्लैट में उमाकांत के साथ लिव इन रिलेशन में रह रही थी। पुलिस के मुताबिक 19 जून की रात उमाकांत के पड़ोसियों ने पीसीआर कॉल पर सूचना दी कि उमाकांत लाल रंग के एक बैग को अपनी ऑल्टो कार में रख कर ले जा रहा है, जिसमें शव हो सकता है। दरअसल बैग में से खून रिस रहा था, जिसे देखकर पड़ोसियों को शक हुआ। घटना के बाद उमाकांत घर का ताला लगाकर फरार हो गया। जांच के दौरान पुलिस रोहिणी सेक्टर-21 स्थित उमाकांत की पत्नी और दो बेटियों तक पहुंच गई और फिर उनकी निशानदेही पर रोहिणी सेक्टर-2 से उमाकांत को भी धर दबोचा गया। पूछताछ के दौरान उमाकांत ने रचना की हत्या की बात कबूल कर ली। उसने बताया कि वह कुछ समय पहले अमन विहार स्थित अपनी फैक्टरी में जाया करता था। वहीं पर रचना भी रहती थी। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई। बाद में रचना अपने पति को छोड़ कर रोहिणी साउथ स्थित एक फ्लैट में उमाकांत के साथ लिव इन रिलेशन में रहने लगी।


उमाकांत के मुताबिक वह रचना और अपने परिवार के साथ दोहरी जिंदगी जीते-जीते तंग आ गया था। ऊपर से रचना भी उस पर अपने परिवार को छोड़कर शादी करने का दबाव डाल रही थी। साथ ही रचना के पति ने भी उमाकांत के खिलाफ थाने में कई शिकायतें दे रखी थीं। तंग आकर उसने रचना की हत्या का षड्यंत्र रचा। षड्यंत्र के तहत उसने 19 जून की सुबह उसने गला दबाकर रचना की हत्या कर दी। रात करीब साढ़े ग्यारह बजे वह अपने एक साथी के साथ मिलकर रचना के शव को बैग में डालकर हरियाणा के सोनीपत स्थित रसोई गांव में ले गया, जहां सड़क किनारे पेट्रोल डालकर उसने रचना के शव को जला दिया। रचाना के अधजले शव को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस उमाकांत के दोस्त की तलाश कर रही है।

रम्मत कलाकार व लोक कवि तेज की जयंती आज

रम्मत कलाकार व लोक कवि तेज की जयंती आज



कवि तेज की रचनाएं एवं उनका योगदान रहेगा हमेशा याद









जैसलमेर स्वर्णनगरी की रम्मत कला, आरती, होली के गीत, स्वराज बावनी, आईनाथ अड़तालिसी जैसे ग्रंथ के रचयिता स्वर्णनगरी के कवि तेज की 131वीं जयंती 21 जून को है। कवि तेज जैसलमेर के इतिहास में अपना एक उल्लेखनीय स्थान रखते हैं। उनके द्वारा लिखी गई रचनाओं ने जैसलमेर के सांस्कृतिक एवं राजनैतिक क्षेत्र में भी अपना योगदान दिया। साथ ही रम्मत कला के भी वह धुरंधर थे। कृष्ण कंपनी द्वारा अभी भी र रम्मतों का आयोजन किया जाता है। उन्होंने अपनी रचनाओं से स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में भी योगदान दिया। 1920 में कांग्रेस के नागपुर सम्मेलन में वह गांधीजी से मिले, तथा उनके विचारों से प्रभावित होकर उन्होंने स्वराज बावनी तथा वंदे मातरम जैसी रचनाएं भी लिखी तथा आमजन को स्वतंत्रता के प्रति जागरूक करने का भी कार्य किया। इतिहासकार नंद किशोर शर्मा ने बताया कि उनका जन्म आषाढ़ शुक्ल द्वितीया संवत् 1938 तदनुसार ई.1881 में दवेरा गोत्र शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण कुल के जैसलमेर निवासी श्री गोरीदास जी भोजक के यहां हुआ। इनके पूर्वज भट्ीवंशीय राजाओं के साथ श्री आदिनारायण जी की पूजा सेवा निमित रहा करते थे। तेज कवि की शिक्षा-दीक्षा जैसलमेर के सुप्रसिद्ध विद्वान मेहता अजीतसिंह की देख रेख में हुई।




स्वतंत्रता संग्राम में भी दिया योगदान




1920 में नागपुर में कांग्रेस के अधिवेशन में कवि तेज महात्मा गांधी जी से मिले। गांधी के विचारों का इन पर गहरा प्रभाव पड़ा और स्वराज बावनी वंदे मातरम्, नागपुर एवं कांग्रेस की लवाणियों की रचनाएं बनाई थी। राष्ट्रभक्ति आंदोलन में जैसलमेर का प्रतिनिधित्व करने वाले महान कवि ने स्वाधीनता संग्राम, समाज सुधार आदि विषयों पर भी कई रचनाएं लिखकर अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। फाल्गुन शुक्ला द्वितीया संवत 1983 वि. ई. 1926 में कवि तेज का 45 वर्ष की अल्पायु में निधन हुआ। मरु सांस्कृतिक केन्द्र के संस्थापक नंद किशोर शर्मा ने बताया कि इस वर्ष कवि तेज की 131 वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाने की योजना थी मगर मरु श्री एवं रम्मत के कलाकार श्री लक्ष्मीनारायण के असामयिक निधन से जयंती समारोह की आगामी तिथियां शीघ्र घोषित की जाएगी।

















मोदी ने सबसे पहले खींचा रथ, यात्रा शुरू


LIVE : मोदी ने सबसे पहले खींचा रथ, यात्रा शुरू 

अहमदाबाद. भगवान जगन्‍नाथ की रथयात्रा शुरू हो गई है। मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी ने रथ खींचकर यात्रा की शुरुआत की। रथयात्रा में शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं।
पवित्र जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर निकलने वाली इस परंपरागत रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलराम नगर यात्रा कर श्रद्घालुओं को दर्शनलाभ देंगे। जगन्नाथजी की शहर में निकलने वाली यह 135वीं रथयात्रा है।रथयात्रा के लगभग 15 किलोमीटर से अधिक के परंपरागत रूट में कई संवेदनशील इलाके आते हैं। इसलिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। सुरक्षा व्यवस्था में 20 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया गया है। देर शाम मंदिर वापसी के साथ रथयात्रा विराम लेगी

ग्रामीण समस्याओं का फीड बेक लेकर करें समाधान


ग्रामीण समस्याओं का फीड बेक लेकर करें समाधान

जैसलमेर  कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित पंचायत सेक्टर अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर शुचि त्यागी ने पंचायत सेक्टर अधिकारियो को निर्देश दिए की वे अपने भ्रमण के दौरान सरकार द्वारा संचालित फ्लेग शिप योजनाओं के साथ ही जन कल्याणकारी एवं विकास योजनाओं का प्रभावी ढंग से निरीक्षण एवं ग्रामीणों से योजनाओं के संचालन के बारे में फीड बेक लें।

पेयजल व बिजली आपूर्ति पर रखें विशेष नजर: कलेक्टर ने सेक्टर अधिकारियों द्वारा उन्हें आवंटित पंचायतों में किए गए निरीक्षण रिर्पोट के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि वे पेयजल एवं बिजली आपूर्ति व्यवस्था के बारे में सरपंच के साथ ही ग्रामीणों से पूर्ण जानकारी लें एवं संबंधित विभाग के अधिकारी से संपर्क कर जहां भी समस्या हो वहां निराकरण करने की व्यवस्था करें।

सरकारी व्यवस्थाओं का करें निरीक्षण: उन्होंने सेक्टर अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे निरीक्षण के दौरान पानी,बिजली,चिकित्सा,आंगनवाड़ी केन्द्र व्यवस्था,मिड- डे-मील व्यवस्था की जांच करेंगे। इसके साथ ही वे मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना,जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम,मु यमंत्री बीपीएल आवास योजना, मुख्यमंत्री अन्न सुरक्षा योजना के संबंध में जांच करेंगे एवं लोगों से भी इसके बारे में जानकारी लेंगे।

ग्राम्य समस्याओं की लें जानकारी, करें निदान: कलेक्टर ने सेक्टर अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ग्रा म्य समस्याओं की पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे एवं जिस विभाग से संबंधित समस्या मिले उसके बारे में अधिकारी को अवगत करवा उसका समाधान करेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि वे निरीक्षण के दौरान प्रत्येक ग्रामीण समस्या पर नजर रखेंगे एवं उसमेंं किस प्रकार से सुधार किया जा सके इस पर जोर देंगे।

घरों मे संचालित न हो आंगनवाड़ी केन्द्र : अतिरिक्त जिला कलेक्टर परशुराम धानका ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन आंगनवाड़ी केन्द्रों के भवन नहीं हैं उनको विद्यालय मेंं संचालित करने की व्यवस्था करें। उन्होंने हिदायत दी कि घरों में किसी भी सूरत मे आंगनवाड़ी केन्द्र का संचालन न हो।

फिल्म निर्माता ने इश्क में तोड़ी सीमा, पत्नी संग पति ने कर डाले टुकड़े-टुकड़े



नई दिल्ली। लगभग 10 दिन पहले छावला इलाके के एक घर में टुकड़ों में मिली फिल्म प्रोड्यूसर की लाश का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है।

 



इस मामले में फिल्म निर्माता के साथ मिलकर डांस एकेडमी चलाने वाली महिला और उसके पति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खुलासा यह हुआ है कि फिल्म निर्माता अपनी पार्टनर को पसंद करता था और उसके चेतावनी देने के बाद भी वह उसे तंग करता रहता था, इसलिए उसने अपने पति व दो अन्य के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।

दरअसल 13 जून की सुबह 10 बजे छावला पुलिस को सूचना मिली थी कि नजफगढ़ के श्याम विहार फेज-1 के हाउस नंबर बी-12 के बाहर ताला लगा हुआ है और अंदर से दुर्गंध आ रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने ताला तोड़कर घर के अंदर प्रवेश किया तो एक व्यक्ति के शव के टुकड़े कमरे में मिले।

सिर एक प्लास्टिक बैग में मिला और अन्य अंग प्लास्टिक कारपेट पर मिले। उसके मोबाइल की जांच से पता चला कि लाश झरोदा निवासी संजय रोहिला की है। पुलिस जांच में पता चला कि राधा कुशवाह उर्फ शामा खालिद नामक महिला डांस एकेडमी में संजय रोहिला की पार्टनर थी।
वह पिछले काफी समय से उसके साथ रह रही थी, लेकिन अब उसे नहीं देखा जा रहा है। यह भी पता चला कि एक रात शामा खालिद के पति के अलावा दो अन्य लोगों ने पार्टी दी थी, जिसमें शामा खालिद भी मौजूद थी।

पुलिस ने शामा खालिद को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने सब कुछ उगल दिया। उसने पुलिस को बताया कि 6-7 जून की रात उसके पति और दो अन्य लोगों ने शराब पिलाकर संजय रोहिला की हत्या की।


3चेतावनी देने के बाद भी नहीं माना था

उसने स्वीकार किया कि वह संजय रोहिला के साथ डांस एकेडमी में पार्टनर थी। कई लोकल फिल्मों का निर्माण कर चुका रोहिला उसे एकतरफा पसंद करता था। उसके पति मोहम्मद खालिद ने रोहिला को कई बार चेतावनी भी दी थी, लेकिन वह नहीं माना।


जिसके बाद 6-7 जून की रात उसने रोहिला को योजना के मुताबिक फोन कर शाम विहार स्थित एक कमरे में बुलाया और वहां उसे शराब पिलाई गई। इसके बाद उसके पति व उसके साथ मौजूद दिनेश व जीतू ने मिलकर उसकी धारदार हथियार से हत्या कर चाकू और ब्लेड से उसके शरीर के कई टुकड़े कर दिए।


पुलिस ने मोहम्मद खालिद को भी गिरफ्तार कर लिया है और अन्य दो आरोपियों की तलाश में जुटी है। पुलिस ने मृतक की कार और हत्या में प्रयोग किए गए चाकू व लोहे के ब्लेड बरामद कर लिए हैं।

गुप्त नवरात्रि: करें दुर्गा सप्तशती का पाठ, पूरी होगी हर मनोकामना


 
आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि प्रारंभ हो रही है। ऐसा माना जाता है कि यदि नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ विधि-विधान से किया जाए तो माता बहुत प्रसन्न होती हैं। दुर्गा सप्तशती में (700) सात सौ प्रयोग है जो इस प्रकार है:- मारण के 90, मोहन के 90, उच्चाटन के दो सौ(200), स्तंभन के दो सौ (200), विद्वेषण के साठ (60) और वशीकरण के साठ (60)। इसी कारण इसे सप्तशती कहा जाता है। दुर्गा सप्तशती के पाठ की विधि इस प्रकार है-

- सर्वप्रथम साधक को स्नान कर शुद्ध हो जाना चाहिए।

- तत्पश्चात वह आसन शुद्धि की क्रिया कर आसन पर बैठ जाए।

- माथे पर अपनी पसंद के अनुसार भस्म, चंदन अथवा रोली लगा लें।

- शिखा बाँध लें, फिर पूर्वाभिमुख होकर चार बार आचमन करें।

- इसके बाद प्राणायाम करके गणेश आदि देवताओं एवं गुरुजनों को प्रणाम करें, फिर पवित्रेस्थो वैष्णव्यौ इत्यादि मन्त्र से कुश की पवित्री धारण करके हाथ में लाल फूल, अक्षत और जल लेकर देवी को अर्पित करें तथा मंत्रों से संकल्प लें।

- देवी का ध्यान करते हुए पंचोपचार विधि से पुस्तक की पूजा करें।

- फिर मूल नवार्ण मन्त्र से पीठ आदि में आधारशक्ति की स्थापना करके उसके ऊपर पुस्तक को विराजमान करें। इसके बाद शापोद्धार करना चाहिए।

- इसके बाद उत्कीलन मन्त्र का जप किया जाता है। इसका जप आदि और अन्त में 21-21 बार होता है।

- इसके जप के पश्चात् मृतसंजीवनी विद्या का जप करना चाहिए।



तत्पश्चात पूरे ध्यान के साथ माता दुर्गा का स्मरण करते हुए दुर्गा सप्तशती पाठ करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

बीएसएफ के जवान ने खुद को गोली मारी

बीएसएफ के जवान ने खुद को गोली मारी

गडरारोड बॉर्डर पर तैनात एक बीएसएफ के जवान ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली।पुलिस ने बताया कि बीएसएफ बटालियन में तैनात जवान जितेन्द्र सिंह (36) पुत्र विजयसिंह राजपूत निवासी सिद्धपुर जिला चूरू ने राइफल से स्वयं को गोली मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर एएसआई चुन्नीलाल मय दल मौके पर पहुंचा। प्रथम दृष्टया जवान की ओर से आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।

बुधवार, 20 जून 2012

पचीस जून को देश भर के चिकित्सक हड़ताल पर जायेंगे

पचीस जून को देश भर के चिकित्सक हड़ताल पर जायेंगे 


बाड़मेरइंडियन मेडिकल एसोसिएसन के आह्वान पर देश भर के चिकित्सक पचीस जून को हड़ताल पर रहेंगे ,इंडियन मेडिकल एसोसिएसन ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित क्लिनिकल एस्टाब्लिश्मेंट एक्ट ,ऍन सी एच आर एच बिल -२०११ के विरोध एवम एम सी आई के डेमोक्रेटिक ढाँचे को पुनर्स्थापित करने के सम्बन्ध में इस हड़ताल का आह्वान किया हें. इस में आई एम ऐ से सम्बंधित समस्त चिकित्सक जो की सरकारी और निजी क्षेत्र में कार्यरत हें हड़ताल में शामिल होंगे .इस आव्हान में बाड़मेर सहित राजस्थान के चिकित्सक भी शामिल होंगे -- 

पदोन्नति मामले में कोर्ट का फैसला लागू करेंगे'

जयपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही पदोन्नतियों में आरक्षण संबंधी सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट का फैसला लागू नहीं कर पा रहे हों, लेकिन राज्यपाल माग्र्रेट आल्वा ने कहा है कि पदोन्नतियों में आरक्षण संबंधी फैसला हमें समुचित रूप से लागू करना है। राज्यपाल ने आश्वस्त किया है कि वे खुद भी पदोन्नतियों में आरक्षण मामले पर एकदम सजग हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भी इश्यू पूरी तरह समझ लिया है।
 
राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं के गर्भ में बेटा-बेटी परीक्षण संबंधी रिकॉर्ड मैनिप्युलेट किया जाता है। उन्होंने चिंता जताई कि सरकारी एजेंसियां ऐसा अपराध करने वालों के प्रति आंखें मूंदे रहती हैं। महामहिम ने भास्कर से प्रदेश के सभी मुद्दों पर बातचीत की- > जटिल मुद्दों पर फैसले लेने में सरकार सुस्त है। जैसे गुर्जर आरक्षण। आप इस समस्या के हल करने में कैसे मदद करेंगी? ये ऐसे मामले नहीं हैं कि इनका हल आसानी से निकल आए। इनमें बहुत से समूह शामिल हैं। उन सबके अपने हित हैं। अदालतों के बहुत से फैसले और आदेश हैं, जिनका पालन करना है।


सरकार इस मामले में चिंतित है और सबको मंजूर होने वाला समाधान तलाशने में जुटी है। > सरकार को इस बारे में क्या राय देंगी? मैं निश्चित तौर सरकार को रिस्पांस करूंगी, यदि उन्हें मेरी मदद जरूरत हुई या उन्होंने मुझसे मेरी राय मांगी। > कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए क्या कदम उठाएंगी? ये बहुत गंभीर मामला है। लेकिन इसे जड़-मूल से उखाड़ फेंकना पुलिस, एनजीओ, लोकल एथॉरिटी, मीडिया की मदद और भागीदारी के बिना काफी मुश्किल है। (गर्भ में बेटा है या बेटी, इस परीक्षण के लिए) क्लिनिक ले जाई गई गर्भवती महिला भी उसी सामाजिक उपेक्षा की शिकार है, जैसी कि एक नन्ही बालिका। > तो फिर ये अपराध कैसे रुकेगा? इसीलिए तो मैंने कहा कि सामाजिक सोच बदलने की जरूरत है। इतने पॉपुलर सीरियल टीवी पर आते हैं, लेकिन क्या आपने किसी में देखा कि इस बारे में कुछ किया जा रहा है? > उत्तराखंड की तरह क्या राजस्थान में भी विधेयकों में संशोधन कराएंगी? मैंने वही किया, जो मुझे राज्य के हित में लगा। लोगों ने इसे सराहा।


मैंने तीन मुख्यमंत्रियों और दो दलों की सरकारों के साथ काम किया। मैंने दलगत सोच और स्थितियों से दूर रहकर काम किया। यही एक राज्यपाल का काम है। > राजस्थान की महिलाओं के लिए क्या सोचा है? ये सही है कि महिला अधिकारों पर संरक्षण संबंधी कानूनों को बनवाने में मेरी भूमिका रही है। पूरे देश में महिलाओं को इससे फायदा हुआ, लेकिन राजस्थान में तो अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है। यहां कन्या हत्या, कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह, कुपोषण और एनीमिया जैसी समस्याएं हैं। मेरे पास प्रशासनिक शक्ति तो नहीं है, लेकिन मैं सरकार पर जोर डाल सकती हूं कि महिलाओं-बेटियों के लिए और ज्यादा किया जाए। मैं चाहती हूं कि लोकल बॉडी और पंचायतों में चुनी गई महिलाओं को खास तौर पर प्रशिक्षित किया जाए और ज्यादा ताकत दी जाए, ताकि वे निचले स्तर पर बदलाव का प्रभावी माध्यम बनें। > आप यहां तीसरी महिला राज्यपाल हैं। प्रदेश की महिलाएं आपसे क्या अपेक्षा रखें? मैं यहां सिर्फ महिला होने के नाते नहीं आई हूं। यहां महिला हों या पुरुष, सभी के लिए अधिकारों की रक्षा और संविधान के प्रावधानों के संरक्षण का दायित्व निभाने आई हूं। मैं भरोसा दिला सकती हूं कि मैं महिलाओं पर विशेष ध्यान दूंगी।