प्रमोशन नहीं मिलने पर सार्जेंट ने की आत्महत्या एयरफोर्स के सार्जेंट का सुसाइड नोट : प्रमोशन के लिए देश की सेवा नहीं, अफसरों की सेवा चाहिए जोधपुर एयरफोर्स में बीस साल की नौकरी पूरी करने वाले सार्जेंट एसके शाह ने प्रमोशन नहीं मिलने पर 15 दिन पहले फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। शाह के तीन छोटे पेज के सुसाइड नोट में यह बात उजागर हुई है। शाह ने इसमें लिखा कि उन्होंने नौकरी को देश की सेवा समझा था, लेकिन अब नौकरी का अर्थ सीनियर अफसरों की सेवा बन गया है। शाह की मौत की पुलिस तो तफ्तीश कर ही रही है, एयरफोर्स ने भी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं। शाह के बेहतरीन काम को देखते हुए उन्हें ऑनरेरी जूनियर वारंट ऑफिसर की रैंक से सम्मानित किया गया था। सुसाइड नोट में लिखा - 'सर्व योर सुपीरियर' मैं जिंदगी से उकता गया हूं। जूनियर को प्रमोशन मिला और मुझे नहीं। मैने पूरी नौकरी अत्यंत गंभीरता से की है, अब गंभीरता से नौकरी का मतलब सीनियर्स को खुश करना हो गया है। मैं तो यह नौकरी देश की सेवा समझ कर करता रहा, मुझे नहीं पता था कि 'सर्व द नेशन' की यह लाइन 'सर्व योर सुपीरियर' का रूप ले चुकी है। इसलिए मैं अपनी जिंदगी यहीं खत्म कर रहा हूं। मिलनसार नहीं होने का कारण बता कम नंबर दिए पुलिस जांच में पता चला है कि एयरफोर्स मुख्यालय से बीस दिन पहले प्रमोशन पैनल जारी हुआ था। इस पैनल में सामान की खरीद-फरोख्त करने वाले जूनियर वायुसैनिकों के नाम शामिल थे। यह प्रमोशन सात साल की एसीआर में मिले नंबरों के आधार पर होता है। शाह को लीडरशिप व अच्छा काम करने में तो ज्यादा नंबर मिले, मगर साथियों के साथ मिलनसार नहीं होने का कारण बता कम नंबर दे दिए। इससे वे प्रमोशन की दौड़ में जूनियर वायु सैनिकों से पिछड़ गए। शाह तीन साल से जोधपुर में थे, इसलिए उनका मानना था कि नंबरों में गड़बड़ी भी यहीं हुई थी। कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के विशेषज्ञ थे शाह मूलत: बिहार के रहने वाले शाह 2008-09 में ट्रांसफर होकर जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन आए थे। वे कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के विशेषज्ञ थे और उनकी तैयार की गई रिपोर्ट सबसे परफेक्ट मानी जाती थी। एयर कमोडोर ने उनके बेहतरीन काम को देखते हुए ऑनरेरी रैंक देकर एक्टिंग जेडब्ल्यूओ बना रखा था। इस तरह की ऑनरेरी रैंक पूरे स्टेशन में कुछ वायुसैनिकों को ही मिलती है। कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं ॥सार्जेंट शाह की मौत की जांच पुलिस तो कर ही रही है, एयरफोर्स ने भी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए हैं। कर्नल एसडी गोस्वामी, रक्षा प्रवक्ता मामले की जांच जारी है ॥शाह के सुसाइड नोट और साथी वायुसैनिकों से पूछताछ में सामने आया कि उन्होंने प्रमोशन नहीं होने के कारण फांसी लगाई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है, विसरा सैंपल एफएसएल भेजा जा रहा है। भगवानसिंह, जांच अधिकारी, रातानाडा थाना |
गुरुवार, 21 जून 2012
प्रमोशन नहीं मिलने पर सार्जेंट ने की आत्महत्या
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