मंगलवार, 8 मई 2012

बच्चे भी बनेंगे कानून के जानकार!

बच्चे भी बनेंगे कानून के जानकार!

जयपुर। राज्य की नई पीढ़ी अब अपने विधिक अधिकारों को लेकर अनजान नहीं रहेगी। नागरिकों के मूल अधिकार क्या हैं या कौन सा कृत्य अपराध की श्रेणी में आता है, इसकी आरंभिक जानकारी अब बच्चों को नौवीं कक्षा से ही मिलने लगेगी।

सरकार ने ऎसी ही कुछ कानूनी जानकारियों से युक्त एक पुस्तक बना कर उसे अगले सत्र से लागू करने की तैयारी कर ली है। इस पुस्तक को नौवीं से कक्षा बारहवीं तक लागू किया जाएगा। पुस्तक का नाम विद्यार्थियों के कानूनी अधिकार एवं जानकारियां रखा गया है। 64 पृष्ठों की इस पुस्तक में नागरिकों के मूल अधिकार और कर्तव्य, बालकों के कानूनी शिक्षा, शिक्षा का अधिकार सहित ढेर सारे विषयों पर कानूनी जानकारी दी गई है।

प्रमुख शासन सचिव अशोक संपतराम ने बताया कि अगले साल से इसे कोर्स में शामिल कर लिया जाएगा। राज्य सरकार राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की मदद से जारी कर रही है। विशेष्ाज्ञों का मानना है कि पुस्तक बच्चों के परिजनों के लिए भी उपयोगी साबित होगी।

विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस दलीप सिंह ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से बात हो गई है अगले सत्र में राजस्थान विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से तैयार पुस्तक पाठयक्रम में शामिल होगी। इससे बच्चों को विधिक अधिकारों की जानकारी मिलेगी।

SECURITY SITUATION AROUND IOR WORRISOME: ANTONY


SECURITY SITUATION AROUND IOR WORRISOME: ANTONY
 Vaisakha 18, 1934
May 08, 2012
            Describing the emerging security matrix in the Indian Ocean Region as “really complex”, with “some political developments” and worrisome factors, the Defence Minister Shri AK Antony today called upon the top brass of the Indian Navy to maintain high levels of preparedness at all times.  Addressing the Naval Commanders Conference here, Shri Antony said, “we have a well-established material and training assistance programme with Indian Ocean Region countries for their capacity-building and enhancement”.
“Today, the security situation in our immediate neighbourhood has become really complex.  Considering the challenges in the Indian Ocean Region, it is essential to maintain high levels of operational preparedness at all times.            On the one hand, there are some political developments, and on the other hand, a number of other factors are a cause for worry and need to be factored into our preparations, both in the short-term and long-term ”, he said.
            The Defence Minister said, India’s strategic location in the Indian Ocean and the professional capability of our Navy bestows upon us a natural ability to play a leading role in ensuring peace and stability in the Indian Ocean Region. 
“The security of maritime activity through the sea-lanes in Indian Ocean is of crucial importance for the economic prosperity of our nation and that of the world.  The free movement of trade and energy supplies and various economic activities such as fishing and extraction of mineral resources is equally crucial for economic security”, he added.
Commending the Navy’s modernization programme Shri Antony said the induction of the nuclear powered submarine INS Chakra has ushered in a new era of submarine operations.  “It has placed us in a select group of Navies that operate such a platform. We must ensure that ‘Chakra’ is utilized effectively to harness its real potential and also evolve operational concepts for future platforms,” he said.
Shri Antony said the Navy is on course to acquire potent platforms to add to its blue water capability. “The induction of Vikramaditya in the near future, the potent MiG 29 Ks, as well as P81 long-range maritime reconnaissance aircraft would strengthen the Navy further.  Recently, the Light Combat Aircraft (LCA-Navy) made its successful maiden flight,” he said.
The Defence Minister said the Navy’s commitment to indigenization is a source of satisfaction.  “This is amply borne by the fact that 44 out of 48 ships and submarines, presently on order, are being constructed in India.  The Navy has also maintained close liaison with DRDO and participated actively in R&D projects. However, this must not give rise to complacence.   The Public Sector shipyards must speed up construction of warships and submarines and further modernize the infrastructure and technology of ship-production,” he said.
Stressing on self-reliance in critical technology Shri Antony said the Navy and the DRDO need to put in more efforts to meet timelines. “This requires a synergy and active cooperation between the Navy and all other concerned agencies.  Such synergy is imperative for achieving self-reliance and ultimately reducing our dependence on foreign suppliers, particularly in areas of advanced technology”, he said.

Shri Antony assured the Navy personnel that the government remains committed to bring about a continuous improvement in the service conditions of its Armed Forces.  “With a view to increase the attractiveness of Navy as a career, the Ministry of Defence has taken several initiatives for grant of Modified Assured Career Progression Scheme and approved the honorary rank of CPO for sailors.  Our government will continue to provide the necessary funds to construct accommodation for Service personnel under the Married Accommodation Project for officers and sailors,” he added.
SD GOSWAMI
DEFENCE SPOKESPERSON(MOD)

डांस टीचर तीन महीने तक करता रहा लड़के से कुकर्म, एमएमएस भी बनाया


 
गाजियाबाद.यूपी के गाजियाबाद में एक 16 साल के लड़के के साथ उसके डांस टीचर सहित छह लोगों ने तीन महीने तक कुकर्म किया और इसका एमएमएस भी बना लिया। इन लोगों ने लड़के से पैसों की मांग करते हुए कहा कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो वे एमएमएस बाजार में उतार देंगे।
सिहानी गेट थाने के इलाके में हुई इस घटना के सभी छह आरोपी फरार हो गये हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कुछ टीमों का गठन कर दिया है। लड़के के पिता ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में कहा है कि उनका बेटा कुछ दिनों से स्‍कूल जाने में आनाकानी कर रहा था। जब उन्‍होंने सख्‍ती से पूछा तो बेटे ने उनसे एक हजार रुपये देने की बात की। इससे पिता को कुछ शक हुआ और कड़ाई से पूछताछ के बाद बात खुल कर सामने आ गयी। लड़के की कालोनी में ही रहने वाले इन अभियुक्‍तों ने इस घटना को फरवरी में रेलवे स्‍टेशन के पास बने एक पार्क में अंजाम दिया था । लड़के की मेडिकल रिपोर्ट अभी आनी है। 40 वर्षीय महिला के साथ गैंगरेप जिले के शालीमार गार्डन इलाके में कल दोपहर एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में तीन लोगों ने एक अधेड़ उम्र की महिला के साथ बलात्‍कार किया । इनमें से एक आरोपी नीटू महिला का परिचित था। नोयडा में दुकान चलाने वाली इस महिला को नीटू यह कह कर अपने साथ ले आया कि उसके यहां कोई फंक्‍शन है । नीटू को रास्‍ते में एक आदमी मिला जिसने उसे कोल्‍ड ड्रिंक और समोसा खाने को दिया । खाने में कुछ नशीला सामान मिला हुआ था जिससे महिला का खुद पर कंट्रोल नहीं रहा । वे दोनों उसे शालीमार गार्डेन ले आये जहां तीसरा व्‍यक्ति पहले से ही मौजूद था। जब महिला को होश आया तो उसने पुलिस को खबर दी। पुलिस अभियुक्‍तों की तलाश कर रही है

अवैध संबंध के कारण युवक की हत्या, अब जाएंगे हवालात में


 
पाली. रोहट थाना क्षेत्र के बींजा मार्ग पर रविवार को युवक का शव मिलने की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में मांडावास गांव के आरोपी दो भाइयों को हत्या करने के आरोप में सोमवार देर शाम को गिरफ्तार किया। जिन्हें मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस के अनुसार मांडावास गांव के जोधाराम देवासी ने अपने भाई मोडाराम के साथ मिलकर सरेआम शैतानराम देवासी की पिटाई की और बाद में अकेला देख उसका गला घोंटकर मार दिया। छानबीन में घटना के पीछे अवैध संबंध का कारण बताया जा रहा है, जिसके बारे में पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। हालांकि पुलिस ने फिलहाल इस मामले में और खुलासे से इनकार कर दिया है।
एएसपी प्रसन्न कुमार खमेसरा के अनुसार बींजा निवासी शैतानराम (25) पुत्र नारायणराम देवासी का शव रविवार शाम को गांव के पास मिला था। मृतक के गले पर चोट के निशान थे, जबकि परिजनों का कहना था कि मांडावास गांव के दोनों भाइयों ने उसके साथ मारपीट की थी।


पुलिस तहकीकात में पता चला कि रविवार को दिन में 3 बजे मांडावास गांव में दो भाइयों जोधाराम व मोडाराम ने शैतानराम से मारपीट की। इस दौरान ग्रामीणों ने किसी तरह बीचबचाव कर शैतानराम को बचाया और उसे अपने गांव के लिए रवाना किया। इस दौरान दोनों आरोपियों ने उसका पीछा किया और रास्ते में अकेला देखकर उसका गला दबा दिया। आरोपियों ने पूछताछ में हत्या करने की बात कबूल कर ली है।

राजे निर्विवाद, सीएम पर फैसला अभी नहीं

राजे निर्विवाद, सीएम पर फैसला अभी नहीं

नई दिल्ली। राजस्थान भाजपा में मची कलह पर पार्टी केंद्रीय नेतृत्व सोमवार को भी कोई फैसला लेने के बजाय मामला टालने की कोशिश करता ही नजर आया। सूत्रों के मुताबिक पार्टी चाहती है कि 24-25 मई को मुंबई में राष्ट्रीय कार्यकारिणी तक मामले को किसी तरह ठंडे बस्ते में डाला जाए। जयपुर में जहां वसुंधरा ने विधायकों से इस्तीफा न देने की अपील की, वहीं राजे विरोधी खेमा भी सक्रिय हो उठा। पहले इस्तीफा देने वाली राष्ट्रीय महासचिव किरण माहेश्वरी ने अब इससे इनकार किया है।

नितिन गडकरी ने ली महासचिवों की बैठक
पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने दिल्ली पहुंचते ही पार्टी महासचिवों की बैठक ली। पार्टी की तरफ से भले ही इस बैठक को रूटीन बताया गया। लेकिन संकेत हैं कि बैठक में राजस्थान के घमासान पर चर्चा की गई। हालांकि, केन्द्रीय नेतृत्व ने भ्रम की स्थिति दूर करने का प्रयास जरूर किया।

भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने ब्रीफिंग में कहा कि वसुंधरा राजे ही प्रदेश में पार्टी की निर्विवाद नेता हैं, मगर मुख्यमंत्री के लिए उम्मीदवार पर फैसला अभी नहीं हुआ है। सूत्रों के अनुसार केन्द्रीय नेतृत्व ने वसुंधरा से कहा है कि प्रदेश में वही पार्टी का चेहरा हैं और विवाद को तूल नहीं दिया जाना चाहिए। बताया जाता है कि राजे ने अरूण जेटली व अन्य नेताओं से बात की।

बंद करें इस्तीफों का सिलसिला-राजे
जयपुर . प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे ने अपने समर्थकों से इस्तीफों का दौर बंद करने की अपील की है। राजे ने कहा कि यह परिवार का मसला है, जिसे मिलकर हल कर लेंगे।

अब तक 61 विधायकों के इस्तीफे : जेल में बंद राजेन्द्र राठौड़ ने भी सोमवार को राजे को त्यागपत्र भिजवाया। राजे के समर्थन में इस्तीफा देने वाले विधायकों की संख्या 61 हो गई है। हालांकि प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने कहा है कि उन्हें कोई इस्तीफा नहीं मिला है।

48 पूर्व सांसद व विधायक भी साथ में
राजे के समर्थन में सोमवार को 44 पूर्व विधायक, 4 पूर्व सांसदों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे सौंपे। पार्टी की जिला इकाइयों व मोर्चो के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे भिजवाए हैं। सोमवार को भी राजे के सरकारी आवास पर सुबह से गहमागहमी रही।

राजे विरोधी खेमा हुआ सक्रिय
राजे विरोधी माना जाने वाला खेमा भी सोमवार को सक्रिय हो गया। खेमे से जुड़े नेताओं की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामदास अग्रवाल के घर पर बैठक हुई। इसमें विधायक दल के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष गुलाब चंद कटारिया व ललित किशोर चतुर्वेदी, प्रदेश उपाध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत शामिल हुए।

पार्टी को नहीं मिले इस्तीफे
प्रदेशाध्यक्ष चतुर्वेदी ने मीडिया से बातचीत में अग्रवाल के घर हुई बैठक के बारे में इतना ही कहा कि कुछ वरिष्ठ नेताओं ने इस बात पर चर्चा की कि पार्टी के सामने जो चिंता है उसका समाधान निकाला जाना चाहिए। चतुर्वेदी ने किसी भी विधायक या पदाधिकारी का इस्तीफा मिलने से साफ इनकार करते हुए कार्यकर्ताओं से त्यागपत्र न देने की अपील की है। सवालों के जवाब में उनका कहना था कि मीडिया में कोई बात कहने के बजाय पार्टी फोरम पर करनी चाहिए। उन्होंने कहा, संगठन विरोधी बयानों पर पार्टी ने प्रसंज्ञान लिया है। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा, कटारिया की यात्रा के मामले में अब कोई विवाद नहीं बचा है।

इस्तीफे जैसी कोई बात नहीं-माहेश्वरी
भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव किरण माहेश्वरी के तेवर सोमवार को कुछ नरम दिखे। उन्होंने कहा कि वह पार्टी की अनुशासित सिपाही हैं। "पत्रिका" से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह कहना कि अध्यक्ष नितिन गडकरी की टीम में फूट पड़ गई है, बेबुनियाद है। वे राष्ट्रीय पदाधिकारी हैं और जिम्मेदारियों को समझती हैं। इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऎसी बात ही नहीं हुई है।

उन्होंने कहा कि भाजपा में किसी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है। पार्टी पूरी तरह से एकजुट है। जो विवाद है उन्हें बातचीत से सुलझा लिया जाएगा। राजस्थान का मामला पूरी तरह से पार्टी का अंदरूनी मामला है। अरूण जेटली से हुई मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा कि आज पार्टी महासचिवों की बैठक थी, जिसमें वे भाग लेने के दिल्ली आई थी। इसी दौरान उन्होंने जेटली समेत कई नेताओं से मुलाकात की। इन मुलाकातों का राजस्थान विवाद से कोई लेना देना नहीं है।

गांव के युवाओं से कोई अपनी लड़की ब्याहने को तैयार नहीं :

राजपीपला। गुजरात की जीवन-रेखा मानी जाने वाली नर्मदा नदी के डेम से कुछ ही दूरी पर स्थित होने पर भी यहां के दो गांवों में पीने का पानी नहीं है। पानी की यहां इस कदर किल्लत है कि अन्य गांव के लोग इन गांवों में अपनी बेटी ब्याहने तैयार नहीं होते हैं। राजपीपला शहर के पास स्थित इन दो गांवों के नाम हैं देवलिया और जैतपुर।

गुजरात के इन गांवों में कोई नहीं ब्याहना चाहता अपनी बेटी
आजादी के 63 वर्षो के बाद भी इन गांवों के ग्रामीणों के जीवन में किसी तरह का बदलाव नहीं आया है। कई दशकों से पानी की समस्या से जूझ रहे इन गांवों पर जैसे अधिकारियों की नजर ही नहीं पड़ती।


आज गुजरात राज्य भले ही विकास की दृष्टि से भारत का सबसे विकासशील राज्य माना जाता हो। लेकिन अब भी कुछ गांव यहां ऐसे हैं, जिन्हें विकास की परिभाषा ही नहीं पता। गुजरात, महाराष्ट्र तथा राजस्थान जैसे राज्यों की पानी की आवश्यकता को पूर्ण करती नर्मदा नदी का एक डेम इन गांवों से कुछ किमी की दूरी पर स्थित है। लेकिन फिर भी यहां के निवासियों को पीने का पानी नहीं मिलता। ग्रामीणों के अनुसार वे असंख्य बार पानी की इस समस्या से अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं लेकिन आज तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई।


गांव के युवाओं से कोई अपनी लड़की ब्याहने को तैयार नहीं :

देवलिया गांव निवासी साहिदाबानू के शब्दों में.. यहां पीने के पानी के लिए दिन-दिन भर कई किमी का सफर करना पड़ता है। महिलाओं का लगभग आधा दिन पानी की व्यवस्था करने में ही निकल जाता है। पानी की इसी किल्लत को देखते हुए दूसरे गांव के लोग इस गांव के युवाओं से अपनी लड़की की शादी करने से मना कर देते हैं। यानी की अगर किसी युवा को शादी करनी हो तो उसे यह गांव ही छोड़ना होगा।



महिलाएं गड्ढे खोदकर निकालती हैं पानी :


देवलिया और जैतपुर गांव के पास से एक नदी बहती है। गांव की महिलाएं इसी नदी के आसपास गड्ढे खोदकर साफ पानी निकालती हैं।

दोषी अधिकारियों को ही जाँच दर जांच

दोषी अधिकारियों को ही जाँच दर जांच


ग्राम पंचायत सिंगोडिय़ा में क्लस्टर में बंदरबांट, जलग्रहण कमेटी के गठन में अनियमितताएं

बाड़मेर. पंचायत समिति बायतु की ग्राम पंचायत सिंगोडिय़ा में क्लस्टर आवंटन व स्वीकृति में अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है। नियमों को ताक पर रखते हुए जलग्रहण समिति का गठन कर दिया गया। इतना ही नहीं तत्कालीन सरपंच ने पंचायत में पहले से क्लस्टर स्वीकृत होने के बावजूद एनओसी जारी कर दी। यही नहीं मामले की जांच जिला परिषद की ओर से उस अधिकारी को सौंप दी गई, जिसके खिलाफ आरोप लगे हैं। बावजूद इसके करोड़ों के काज स्वीकृत कर दिए गए।

ग्राम पंचायत सिंगोडिय़ा में आईडब्ल्यूएमपी योजनांतर्गत वर्ष 2009-10 में जलग्रहण परियोजना सिंगोडिय़ा स्वीकृत की गई। इसके तहत करीब 6.70 करोड़ के विकास कार्य करवाए जाने प्रस्तावित हैं। जलग्रहण परियोजना स्वीकृति से पहले सरपंच की ओर से एनओसी जारी की जानी प्रस्तावित थी कि पंचायत क्षेत्र में पहले जलग्रहण परियोजना स्वीकृत नहीं है। इस पर सरपंच ने मनमर्जी से एनओसी जारी कर दी। जबकि ग्राम पंचायत सिंगोडिय़ा के नया बाटाडू में वर्ष 1998-2000 व ग्राम चेनोणियों की ढाणी में वर्ष 2000-2005 में क्लस्टर स्वीकृत था। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संयुक्त निदेशक प्रशासन ने अधिशासी अभियंता जिला परिषद को जांच कर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए थे। मगर अभी तक जांच रिपोर्ट तैयार नहीं की गई। जलग्रहण कमेटी के गठन में अनियमितता बरतने के मामले को लेकर 15 मार्च 2011 को अपर कलक्टर एवं अध्यक्ष जिला जन अभाव अभियोग निराकरण व सतर्कता समिति ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी को जांच के आदेश दिए। इस पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अधिशासी अभियंता पी.एल. बाजिया को निर्देश दिए तो बाजिया ने उक्त जांच बायतु पंचायत समिति के सहायक अभियंता को सौंप दी। जिनके खिलाफ कमेटी गठन में अनियमितताएं बरतने को लेकर आरोप लगे हैं।

चहेतों पर अफसर मेहरबान: ग्राम पंचायत सिंगोडिय़ा में जलग्रहण कमेटी का आनन फानन में गठन किया गया। इस दौरान पूर्व सरपंच के चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए कायदे ताक पर रख दिए। परियोजना में शामिल गांवों को छोड़ अन्य गांवों के किसानों को कमेटी में शामिल कर दिया गया। जानकारी के अनुसार कमेटी के रजिस्ट्रेशन में खीमाराम पुत्र मोतीराम को सदस्य मनोनीत करते हुए नया बाटाडू निवासी बताया गया है। जबकि व हरखाली का रहने वाला है। इसी तरह लहरों देवी पत्नी पीराराम को सदस्य मनोनीत किया गया। जबकि वह जलग्रहण परियोजना क्षेत्र के गांव की निवासी नहीं है। इस तरह कई सदस्य तो ग्राम पंचायत क्षेत्र के भी निवासी नहीं है।

पूर्व सरपंच व परियोजना अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज: सामाजिक कार्यकर्ता तेजाराम ने ग्राम पंचायत सिंगोडिय़ा में सरकारी योजना के तहत स्वीकृत कार्यों में गबन व अनियमितताओं को लेकर न्यायालय के माध्यम से पुलिस थाना गिड़ा में 7 फरवरी 2012 को तत्कालीन सरपंच राणाराम व परियोजना अधिकारी लेखा सांवर मल के खिलाफ मामला दर्ज करवा रखा है।

मजदूरी कर बने आई ऐ एस हुकमाराम

मजदूरी कर बने आई ऐ एस  हुकमाराम  

भैरूंदा गांव में अकाल राहत के तहत मजदूरी करने वाले किसान के बेटे हुकमाराम चौधरी ने मेहनत और लगन के बूते पर आईएएस में 110वां स्थान प्राप्त कर मिसाल कायम की है। खेत खलिहानों में काम करने के साथ ही सफलता की एक नई कहानी लिख कर उसने माता-पिता को खुशियों की सौगात दी है।

हुकमाराम के पिता हरिराम व मां तुलसी देवी साधारण काश्तकार हैं। कठिन परिस्थितियों का सामने करने वाले हुकमाराम बताते हैं कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। स्कूल से आने के बाद अकाल राहत कार्यो पर मजदूरी कर पढ़ाई जारी रखी। शाम को बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते थे। इससे मिलने वाले पैसों से किताबें खरीदी। हाल ही द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में भी हुकमाराम का चयन हुआ। इससे पहले वे दिल्ली में कम्पांउडर थे।

किसानों के लिए करेंगे संघर्ष

हुकमाराम ने बताया कि किसानों और गरीब छात्रों के सामने आने वाली समस्याओं से भली भांति वाकिफ हैं। प्रशासनिक सेवा में रहते हुए गरीब छात्रों का सहयोग करेंगे। अकाल तथा सूखे की मार झेल रहे किसान के उत्थान के लिए काम करेंगे। सोमवार को थांवला पहुंचने पर पंचायत कार्यालय में ग्रामीणों ने चौधरी का स्वागत किया। घर पहुंचने पर महिलाओं ने तिलक लगाकर उनका स्वागत किया।

थार की धार बाड़मेर आज के समाचार।. 8 मई, 2012




के्रन की टक्कर से युवक की मौत

बाड़मेर कोतवाली थानातंर्गत हाइड्रा (क्रेन) की टक्कर से एक युवक घायल हो गया। जिसे राजकीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर कर दिया,जहां बीच रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि बनवारीलाल पुत्र हीरालाल खटीक निवासी दौसा ने मामला दर्ज करवाया कि शहर में भूमिगत पाइप लाइन बिछाने के लिए आरयूआईडीपी का कार्य चल रहा था। इस दौरान हाइड्रा क्रेन न. आरजे 14 ई 0499 के चालक ने तेज गति व लापरवाही से वाहन चलाते हुए बाबूलाल पुत्र हीरालाल निवासी चौमू जयपुर को टक्कर मार दी। घायल को बाड़मेर अस्पताल से जोधपुर रेफर कर दिया जहां रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।


अडाण से गिरने पर एक की मौत

बालोतरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक फैक्ट्री में काम करते समय मजदूर के अडाण से गिरने के कारण उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार सुरेश (21) पुत्र जेठाराम जाट निवासी खेड़ इंडस्ट्रियल एरिया थर्ड फेस में अडाण पर कार्य करते वक्त अचानक नीचे गिरने से घायल हो गया। घायल अवस्था में डागा अस्पताल ले जाया गया जहां से जोधपुर को रेफर किया बीच रास्ते में युवक ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मर्ग की कार्रवाई कर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सुपुर्द किया।


केमिकल से फल पकाने पर चार गोदाम मालिकों को नोटिस

बाड़मेर केमिकल से फलों को पकाने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने चार गोदाम मालिकों को सोमवार को नोटिस दिए। इन्हें भविष्य में केमिकल उपयोग न करने के लिए पाबंद किया गया है। गौरतलब है कि फलों को पकाने में ईथेफोन व कैल्सियम कार्बाइड का इस्तेमाल किया जाता है जो सेहत के लिए बेहद नुकसानदेह होता है। सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा ने कृषि मंडी प्रांगण में स्थित मै.गोलूमल सिंधी व अनिल फ्रूटवाला के गोदाम का निरीक्षण कर नोटिस दिया। इसी तरह जांभोजी की गली में ओमजी फ्रूट स्टोर एवं विजय सिंधी के गोदाम का निरीक्षण कर नोटिस दिए।इन गोदाम मालिकों को चेताया कि यदि भविष्य में केमिकलयुक्त फ्रूट मिले तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

...तो होगी जेल: जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई ने बताया कि केमिकल से फलों को पकाने को लेकर राजस्थान लोकायुक्त सचिवालय ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। राज्य सरकार के निर्देशानुसार अब कृत्रिम तरीके से फल पकानेवालों को जेल होगी। सरकार ने समय से पहले आम व अन्य फलों को पकाने के लिए घातक केमिकल उपयोग में लाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

इन फलों में होता है केमिकल का उपयोग: केमिकल से पकाए जाने वाले फलों में आम और केले प्रमुख हैं।


बंद गोदाम में लगी आग

कबाड़ का गोदाम रात ८:३० बजे धधका,तीन दमकलों ने आधे घंटे में पाया काबू

बाड़मेर  अंबेडकर सर्किल के पास स्थित कबाड़ के गोदाम में अचानक आग लग गई। बंद गोदाम में आग लगने का पहले तो पता नहीं लगा, लेकिन आस-पास के लोगों ने धुआं निकलता देखा तो बुझाने के प्रयास शुरू किए। सूचना पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड व पुलिस टीम की सतर्कता से आग पर जल्द काबू पा लिया गया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका।

आग की लपटों से घिरा कबाड़

रात ८:३० बजे भंवरलाल के कबाड़ के गोदाम में आग लग गई। गोदाम बंद होने के चलते पहले तो किसी को पता नहीं चला। गोदाम धधकने से आस-पास के क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। जिसके हाथ में जो आया उसी से आग बुझानी शुरू कर दी। साथ ही सूचना पर फायर ब्रिगेड व कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची।

आधे घंटे में पाया आग पर काबू

आग की लपटों से घिरे गोदाम को फायर ब्रिगेड की टीम ने तत्परता दिखाते हुए आधे घंटे में काबू पा लिया। गोदाम में रखा कबाड़ पूरी तरह से जल गया है। वहीं कुछ सामान को लोगों ने बाहर निकाल दिया। अग्निशमन दल के फायर मैन ओमप्रकाश, सुखदेव, मदनसिंह, चालक मेवसिंह, भगसिंह ने तीन दमकल पानी डालकर आग पर काबू पाया।

ऑटो मोबाइल शोरूम आ सकता था चपेट में

गोदाम में आग से पास ही स्थित ऑटो मोबाइल शोरूम भी इसकी चपेट में आ सकता था। लेकिन तत्काल आग को बुझाने से बड़ी घटना होने से बच गई। वहीं घटना के बाद मौके पर भारी संख्या में लोग जमा हो गए। उपखंड अधिकारी सीआर देवासी व कोतवाल लूणसिंह भाटी ने मौके पर पहुंच घटना की जानकारी ली।



इधर फैक्ट्री में आग से बॉयलर के साथ अडाण व टेबलें जलीं

फैक्ट्री में बंधी एक गाय जिंदा जली, एक झुलसी

आधा घंटे की मशक्कत के बाद पाया जा सका काबू

बालोतरा
बालोतरा औद्योगिक क्षेत्र के द्वितीय चरण में स्थित बायतुवाला इंडस्ट्रीज के बॉयलर में सोमवार शाम अचानक आग लग गई। आग से बॉयलर व आस-पास रखा सामान जल गया। हवा के साथ तेजी से फैली आग की लपटों ने पड़ोस की फैक्ट्री एमआर इंडस्ट्रीज को भी चपेट में ले लिया। इस फैक्ट्री में गे अडाण (जिसपर कपड़ा सुखाया जाता है)के साथ टेबलों पर लगे मोम व चटाइयां जल गईं। आग की चपेट में आने से बायतु वाला इंडस्ट्रीज परिसर में बंधी एक गाय जिंदा जल गई, वहीं एक अन्य गाय भी झुलस गई। बायतुवाला इंडस्ट्रीज के पिछवाड़े स्थित बॉयलर में सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे अचानक आग लग गई। हवा के साथ आग की लपटें पड़ोस की मुकनदास रामेश्वरदास इंडस्ट्रीज तक पहुंच गई। दोनों फैक्ट्रियों के बीच लगी चटाइयां भी इसकी चपेट में आ गईं। इसके साथ ही एमआर इंडस्ट्रीज में लगा गे व अडाण जलने लगा। इसी परिसर में कांट्रेक्ट पर लगी फातमा इंडस्ट्रीज की टेबलें भी आग की चपेट में आने से काफी नुकसान हुआ। बायतुवाला इंडस्ट्रीज के संचालक मांगीलाल ढेलडिय़ा ने बताया कि आग से लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। तीन दमकलों ने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।







थार की धार जैसलमेर आज के अपराध समाचार।., 8 मई, 201२



डेढ़ वर्षीय बालिका जिंदा जली

झोंपे में लगी आग में करीब डेढ़ लाख रुपए नगद व गहने भी जल गए।

मोहनगढ़ कस्बे के नहरी क्षेत्र में स्थित एक ढाणी में सोमवार को लगी आग से एक डेढ़ वर्षीय बालिका जिंदा जल गई। वहीं झोंपे में रखे डेढ़ लाख रुपए नगद, फसल व गहने भी जलकर राख हो गए। कादर बख्श ने बताया कि नहरी क्षेत्र की 56पीडी में उसके भाई बाहला निवासी मूसे खां की ढाणी है। सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे मूसे खां मुरबों में गया हुआ था और उसकी पत्नी भी मुरबों में मजदूरी पर गई हुई थी। ढाणी में बने झोंपे में चार बच्चे मौजूद थे। जिनमें से तीन बच्चे झोंपे से बाहर खेलने में व्यस्त थे और इस दौरान झोंपे में अचानक आग लग गई। बाहर खेल रहे बच्चों ने चिल्लाना शुरू किया, इस पर पड़ौसी दौड़कर मौके पर आए लेकिन तब तक झोंपा राख में तब्दील हो चुका था और उसमें सो रही मूसे खां की डेढ़ वर्षीय बेटी अनीसा जिंदा जल गई। कादर बख्श ने बताया कि झोंपे में डेढ़ लाख रुपए नगद, चार बोरी ग्वार, 5 बोरी चना व दो बोरी ईसब के साथ ही कुछ गहने भी आग की भेंट चढ़ गए।

पांच लाख का ग्वार चोरी

मोहनगढ़ कस्बे में स्थित एक व्यापारी के गोदाम से हुई चोरी।

मोहनगढ़ कस्बे में स्थित एक व्यापारी के गोदाम से रविवार रात्रि करीब 5 लाख की ग्वार चोरी हो गई। सोने से भी अधिक कीमत पर पहुंच चुकी ग्वार पर चोरों ने नजरें गड़ा दी है। रविवार की मध्य रात्रि चोरों ने गोदाम में रखी ग्वार की 17 बोरी चुरा ली। मोहनगढ़ निवासी सत्यनारायण पुत्र मोहनलाल चांडक ने बताया कि कस्बे के बांभणिया मोहल्ले में किराए पर गोदाम लिया हुआ है। गोदाम में चने एवं ग्वार की बोरियां रखी हुई थी। रविवार की मध्यरात्रि चोरों ने गोदाम के ताले तोड़कर ग्वार की 17 बोरियां चुरा ली। चोरों ने चने की बोरियों को हाथ भी नहीं लगाया। इस संबंध में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा दी है। \

पोकरण फील्ड फायरिंग में घास में लगी आग

रामदेवरा। क्षेत्र के लोहारकी गांव के पास स्थित पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज में सोमवार को दोपहर अचानक लगी आग से सैंकड़ों बीघा क्षेत्र में खड़ी घास जलकर राख हो गई। आग पर प्रशासन व नगरपालिका दमकल की चार घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका।

जानकारी के अनुसार सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे रामदेवरा से 15 किमी दूर लोहारकी गांव से सात किमी पहले मंगलियों की ढाणी के पास गांव के दक्षिण पूर्व दिशा की तरफ स्थित पोकरण फिल्ड फायरिंग रेज में अचानक आग लग गई। तेज हवा के कारण सूखी घास में लगी आग तेजी से गांव की तरफ बढ़ने लगी। तहसीलदार इन्द्रसिंह शेखावत ने बताया कि दूरभाष पर उन्हें रेंज व जंगल की खड़ी घास में आग लगने की सूचना मिली। जिस पर नायब तहसीलदार तुलछाराम विश्Aोई व हल्का पटवारी घेवरराम एवं नगरपालिका की दमकल को तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना किया गया।

जानकारी मिलने पर लोहारकी गांव से सामाजिक कार्यकर्ता अमीरदीन, शेरूखां, मौलवी हबीबुल्ला, सांवणखां, मौलवी इस्माईलखां सहित करीब 50-60 ग्रामीण अपने ट्रैक्टर व टंकियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर की तवी से एक तरफ की घास की कटाई कर आग को आगे बढ़ने से रोका गया तथा करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पानी व रेत डालकर काबू किया गया। उन्होंने बताया कि करीब छह किमी लम्बी व एक किमी चौड़ाई में लगी भीषण आग से यहां खड़ी घास जलकर राख हो गई। सूचना मिलने पर सेना की 17 गार्ड के नायब सुबेदार नरेन्द्रसिंह, हवलदार विक्रमसिंह व निंबा महाजन भी पानी का टैंकर लेकर मौके पर पहुंचे तथा पानी डालकर आग को ठण्डा किया।

टल गया बड़ा हादसा
प्रशासन की सक्रीयता के चलते तत्काल आग पर काबू कर लिया गया। जिससे बड़ा हादसा टल गया। गौरतलब है कि पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज में वर्षभर सेना की विभिन्न बटालियनों की ओर से फायरिंग व युद्धाभ्यास किया जाता है। इस दौरान कई बार गोला बारूद रेत में धंस जाने के कारण फूटने से रह जाते हैं। यदि आग पर समय रहते नियंत्रित नहीं किया जाता तथा आग रेंज की तरफ आगे बढ सकती थी। ऎसे में किसी जीवित गोला बारूद के भी इसकी चपेट में आ जाने से विस्फोट हो सकता था।

आर.के. माहेश्वरी ने नगर परिषद आयुक्त का कार्यभार संभाला

आर.के. माहेश्वरी ने नगर परिषद आयुक्त का कार्यभार संभाला



अनुपम मिशन योजना के तहत शहर का सौंदर्यीकरण होगा

जैसलमेर नगरपरिषद आयुक्त के पद पर सोमावर को आर.के. माहेश्वरी ने पदभार ग्रहण किया। माहेश्वरी ने बातचीत में बताया कि अनुपम मिशन योजना के तहत शहर का सौंदर्य करवाया जाएगा। इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं व भामाशाहों के सहयोग से चौराहों व अन्य स्थानों पर सौंदर्यकरण करवाया जाएगा। माहेश्वरी ने बताया कि प्राथमिकता के तौर पर शहर में सफाई व लाइट व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। वहीं गारंटी अधिनियम व सूचना के अधिकार अधिनियम की कार्रवाई पर भी जोर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सोनार किले के लिए नगरपरिषद द्वारा बेहतर प्रयास किए जाएंगे। शहर में अतिक्रमण, आवारा पशु व पॉलीथिनर प्रतिबंध पर पूर्ण निगरानी रखी जाएगी और सख्त कार्रवाई होगी।

समय की रहेगी पाबंदी: आयुक्त माहेश्वरी ने बताया कि नगरपरिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों के आने जाने के समय की पाबंदी लगाई जाएगी। नगरपरिषद में आने वाले लोगों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसका ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने सोमवार को अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक लेकर शहर के हालात के बारे में जानकारी ली।

मेजर ने दिया विदेशी महिला को शादी का झांसा, तीन साल तक रखा संबंध!

जयपुर. सेना में 61 कैवेलरी के मेजर सौरभ सरन एक अमेरिकन लड़की के साथ दोस्ती गांठने के बाद कार, लाखों रुपए तथा अन्य लेन-देन में लिप्त पाए गए। सेना ने उनका कोर्ट मार्शल शुरू किया है। कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में राष्ट्रीय हॉर्स पोलो खिलाड़ी के खिलाफ सेना में रहते हुए विदेशी महिला से संपर्क करने, उनके साथ करीब तीन साल तक रिलेशन रखने तथा शादी का झांसा देने का जुर्म साबित होने पर कोर्ट मार्शल शुरू किया गया है।


जयपुर स्थित सेना मुख्यालय में उनका पिछले चार दिन से कोर्ट मार्शल चल रहा है। युवा मेजर के खिलाफ अमेरिका की महिला ने धोखाधड़ी का मामला 2009-10 में जयपुर पुलिस को दर्ज कराया। सेना को थाने या महिला की जानकारी नहीं है। सेना के स्तर पर मेजर के विदेशी से संपर्क की सूचना पर दो साल तक फोन ट्रेसिंग तथा अन्य खुफिया जानकारी लेने पर उनका जुर्म साबित होते ही मेजर के अधिकारी ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी की इजाजत दी। उसी के आधार पर कोर्ट मार्शल शुरू किया गया है।

देश की एकमात्र घुड़सवार सैन्य यूनिट में सौरभ हॉर्सपोलो की राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। उनकी तीन-चार साल पहले किसी अमेरिकी लड़की से दोस्ती हुई। सेना नहीं बता पा रही है कि सरन ने महिला से इंटरनेट से संपर्क किया या सीधे मिला। संपर्क के बाद दोनों में नजदीकी बढ़ती गई। सूत्र बताते हैं कि वे कई बार मिले। दोस्ती शादी तक पहुंच गई। उसके बाद विदेशी महिला ने सरन को लाखों रुपए व कार गिफ्ट की। फिर सरन ने शादी से इनकार कर दिया।

ऐसे होती हैं कोर्ट मार्शल की कार्रवाई

सेना के स्तर पर किसी सैनिक या अधिकारी के खिलाफ देश द्रोह या अन्य अपराध की पुष्टि होने पर सेना के स्तर खुफिया जांच व कोर्ट ऑफ इंक्वायरी कराई जाती है। मेजर सरन के मामले में भी विदेशी से संपर्क तथा दोस्ती आदि की पुष्टि के बाद उनके अधिकारी ने मेजर के खिलाफ कोर्ट ऑफ इनक्वायरी का लिखा। कोर्ट ऑफ इनक्वायरी में दोष साबित होने पर कोर्ट मार्शल होता है। सेना का कानून है कि कोई सैनिक या अधिकारी सेना में रहते हुए किसी विदेशी से संपर्क तक नहीं कर सकता।
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'मेजर सरन के खिलाफ जनरल कोर्ट ऑफ मार्शल चल रहा है। कार्रवाई प्रगति पर है। जो भी जुर्म साबित होगा, उसके अनुसार सेना कार्रवाई करेगी।'

कर्नल एस डी गोस्वामी, रक्षा प्रवक्ता

तीन बच्चों को जन्म दिया

तीन बच्चों को जन्म दिया

जैसलमेर। जैसलमेर के जवाहर अस्पताल में एक गर्भवती महिला ने सोमवार शाम को एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया है। इनमें एक लड़का तथा दो लड़कियां हैं। चिकित्सकों के अनुसार जच्चा-बच्चा की हालत ठीक बताई गई है।

अस्पताल सूत्रों के अनुसार फूली को प्रसव पीड़ा के दौरान जैसलमेर के जवाहर अस्पताल लाया गया। जहां उन्होंने सोमवार को शाम करीब पौने चार बजे एक बच्ची को जन्म दिया। पांच मिनट बाद उन्हें फिर से प्रसव पीड़ा हुई तथा एक और बच्ची को जन्म दिया। इसके पांच मिनट बाद तीसरी बार फिर फूली को प्रसव पीड़ा हुई। इस बार उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया। चिकित्साधिकारी डॉ. रविन्द्र सांखला के अनुसार संबंधित महिला ने प्रसव पीड़ा के बाद दस मिनट के अंतराल में तीन बच्चों को जन्म दिया है।

परिवारों में बढ़ी असुरक्षा की भावना ,घर में ही महफूज नहीं रिश्ते

दरकते रिश्ते, बिखरते घर?
परिवारों में बढ़ी असुरक्षा की भावना ,घर में ही महफूज नहीं रिश्ते 

बाड़मेर। मासूम मोहन जिस मां के हाथों से बड़ा हुआ, उन्हीं हाथों से उसी मां ने कुल्हाड़ी से उसकी गर्दन काट दी। मीरां ने जिस पति को परमेश्वर माना, उसने उसे मौत के घाट उतार दिया। पपू अपने पति द्वारा किए गए चाकू के वार से गंभीर घायल हो गई और अब अस्पताल में कराह रही है। पिछले एक सप्ताह में बाड़मेर जिले मे रिश्तों का इस कदर खून हुआ है कि रूह तक कांप जाती है।

विश्वास की डोर से बंधा पति-पत्नी का रिश्ता अविश्वास व अतार्कितता के गहरे कुएं में डूबता जा रहा है, जिसका नतीजा यह हो रहा है कि घर बिखर रहे हैं, मासूम अनाथ होते जा रहे हैं। दो मई को गिड़ा थाना क्षेत्र के चीबी गांव में मांगीदेवी नाम की एक महिला अपने परिवार के साथ तालमेल नहीं बिठा पाई। वह इस बात से नाराज थी कि उसका पति अपनी मां (महिला की सास) के इलाज पर रूपया क्यों खर्च कर रहा है। इस बात पर पति से उसकी अनबन इस हद तक पहुंच गई कि उसने कुल्हाड़ी से अपनी मासूम बेटी व बेटे को मारकर खुद मर जाने की ठान ली। बेटी बच गई, बेटा मारा गया, वह खुद फंदे पर झूलकर संसार से विदा हो गई। इस तरह पूरा परिवार बिखर गया।

आलमसर निवासी खमीशाराम को शादी के बीस वर्ष बाद अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह हुआ और उसने उसे मौत के घाट उतार दिया। इस परिवार के बच्चों को नहीं पता कि मां और बाबा के बीच ऎसा क्या हो गया कि मां भगवान को प्यारी हो गई और बाबा जेल की सलाखों के पीछे धर दिए गए। हालत यह है कि बच्चे अनाथ हो गए और पूरा परिवार बिखर गया। रविवार दोपहर शहर के शास्त्री नगर में पति ने पत्नी को चाकू मारकर मारने की कोशिश भी आपसी अनबन व अविश्वास के चलते की। गनीमत रही कि वह बच गई।

बढ़ रहे हैं ऎसे मामले
रिश्तों के खून से संबंधित मामलों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। बाड़मेर में औसतन हरेक पखवाड़े में एकाध ऎसी घटना हो जाती है कि मां अपने बच्चों के साथ टांके में कूद जाती है अथवा पत्नी अपने प्रेमी के संग मिलकर पति की हत्या कर देती है। दहेज प्रताड़ना के नाम पर घर उजड़ना अब पुरानी बात हो गई है।

एकल परिवार है वजह
संयुक्त परिवारों की जगह एकल परिवार हो गए हैं। सहन शक्ति कम हो गई हैं। छोटी समस्याएं बड़ा तनाव बनकर हादसे का रूप ले ले रही है। रिश्तों का दायरा बढ़ाने की जरूरत है।
-राहुल बारहट मनहर्दन, पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर

रिश्तों पर भारी स्वार्थ
व्यक्ति स्वकेन्द्रित (स्वार्थी) होता जा रहा है। स्वार्थ की जब पूर्ति नहीं होती है तो तनाव उपजता है, जो कुण्ठा में बदलकर आक्रोश का रूप ले लेता है। जिसके चलते ऎसी घटनाएं हो जाती है। रिश्तों को निभाने के लिए त्याग की भावना जरूरी है, जो वर्तमान में कम होती जा रही है। डॉ. ललिता मेहता (मनोविज्ञानी), प्रोफेसर दर्शनशास्त्र

सोमवार, 7 मई 2012

15 मिनट तक अंधेरे में रही देश की संसद

15 मिनट तक अंधेरे में रही देश की संसद
 
नई दिल्ली। देश में बिजली संकट की गम्भीरता से खुद सरकार और सांसदों को सोमवार को प्रत्यक्ष रूप से दो-चार होना पड़ा। अपराह्न करीब साढे चार बजे एकाएक पूरे संसद भवन की बिजली गुल हो गई। बिजली गुल होने की यह घटना इस अर्थ में असामान्य थी कि ऎसी स्थिति करीब पंद्रह मिनट तक रही।

आंख बंद कर दीजिए, कान खुला रखिए

लोकसभा और राज्यसभा में अनेक सदस्यों ने बिजली गुल होने को लेकर चुटकियां लीं। लोकसभा में जब देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा हो रही थी, उसी समय बल्ब, टयूब लाइट और फ्लड लाइटें बंद हो गई। कुछ मिनट बाद आपात विद्युत व्यवस्था के रूप में कुछ फ्लड लाइटें चालू हुई लेकिन विद्युत व्यवधान जारी रहा। सदस्यों ने आसन से शिकायत की कि उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा। इस पर पीठासीन अधिकारी फ्रांसीस्को सरदिन्हा ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि दिखाई नहीं दे रहा तो कोई बात नहीं, आंख बंद कर दीजिए और कान खुला रखिए।

लिफ्ट-कंप्यूटर समेत सब बंद
संसद भवन परिसर में स्थित समाचार एजेंसियों सहित विभिन्न कार्यालयों में कामकाज प्रभावित हुआ। लिफ्टों और कंप्यूटरों ने काम करना बंद कर दिया। न्यूज एजेंसियों में समाचार प्रेषण का काम भी रूका रहा। संसद की कार्यवाही कवर करने वाले अनुभवी पत्रकारों ने कहा कि इनकी यादाश्त में शायद ही कभी इतने लंबे समय के लिए बिजली गई हो।