मंगलवार, 8 मई 2012

मेजर ने दिया विदेशी महिला को शादी का झांसा, तीन साल तक रखा संबंध!

जयपुर. सेना में 61 कैवेलरी के मेजर सौरभ सरन एक अमेरिकन लड़की के साथ दोस्ती गांठने के बाद कार, लाखों रुपए तथा अन्य लेन-देन में लिप्त पाए गए। सेना ने उनका कोर्ट मार्शल शुरू किया है। कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में राष्ट्रीय हॉर्स पोलो खिलाड़ी के खिलाफ सेना में रहते हुए विदेशी महिला से संपर्क करने, उनके साथ करीब तीन साल तक रिलेशन रखने तथा शादी का झांसा देने का जुर्म साबित होने पर कोर्ट मार्शल शुरू किया गया है।


जयपुर स्थित सेना मुख्यालय में उनका पिछले चार दिन से कोर्ट मार्शल चल रहा है। युवा मेजर के खिलाफ अमेरिका की महिला ने धोखाधड़ी का मामला 2009-10 में जयपुर पुलिस को दर्ज कराया। सेना को थाने या महिला की जानकारी नहीं है। सेना के स्तर पर मेजर के विदेशी से संपर्क की सूचना पर दो साल तक फोन ट्रेसिंग तथा अन्य खुफिया जानकारी लेने पर उनका जुर्म साबित होते ही मेजर के अधिकारी ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी की इजाजत दी। उसी के आधार पर कोर्ट मार्शल शुरू किया गया है।

देश की एकमात्र घुड़सवार सैन्य यूनिट में सौरभ हॉर्सपोलो की राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। उनकी तीन-चार साल पहले किसी अमेरिकी लड़की से दोस्ती हुई। सेना नहीं बता पा रही है कि सरन ने महिला से इंटरनेट से संपर्क किया या सीधे मिला। संपर्क के बाद दोनों में नजदीकी बढ़ती गई। सूत्र बताते हैं कि वे कई बार मिले। दोस्ती शादी तक पहुंच गई। उसके बाद विदेशी महिला ने सरन को लाखों रुपए व कार गिफ्ट की। फिर सरन ने शादी से इनकार कर दिया।

ऐसे होती हैं कोर्ट मार्शल की कार्रवाई

सेना के स्तर पर किसी सैनिक या अधिकारी के खिलाफ देश द्रोह या अन्य अपराध की पुष्टि होने पर सेना के स्तर खुफिया जांच व कोर्ट ऑफ इंक्वायरी कराई जाती है। मेजर सरन के मामले में भी विदेशी से संपर्क तथा दोस्ती आदि की पुष्टि के बाद उनके अधिकारी ने मेजर के खिलाफ कोर्ट ऑफ इनक्वायरी का लिखा। कोर्ट ऑफ इनक्वायरी में दोष साबित होने पर कोर्ट मार्शल होता है। सेना का कानून है कि कोई सैनिक या अधिकारी सेना में रहते हुए किसी विदेशी से संपर्क तक नहीं कर सकता।
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'मेजर सरन के खिलाफ जनरल कोर्ट ऑफ मार्शल चल रहा है। कार्रवाई प्रगति पर है। जो भी जुर्म साबित होगा, उसके अनुसार सेना कार्रवाई करेगी।'

कर्नल एस डी गोस्वामी, रक्षा प्रवक्ता

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