डेढ़ वर्षीय बालिका जिंदा जली
झोंपे में लगी आग में करीब डेढ़ लाख रुपए नगद व गहने भी जल गए।
मोहनगढ़ कस्बे के नहरी क्षेत्र में स्थित एक ढाणी में सोमवार को लगी आग से एक डेढ़ वर्षीय बालिका जिंदा जल गई। वहीं झोंपे में रखे डेढ़ लाख रुपए नगद, फसल व गहने भी जलकर राख हो गए। कादर बख्श ने बताया कि नहरी क्षेत्र की 56पीडी में उसके भाई बाहला निवासी मूसे खां की ढाणी है। सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे मूसे खां मुरबों में गया हुआ था और उसकी पत्नी भी मुरबों में मजदूरी पर गई हुई थी। ढाणी में बने झोंपे में चार बच्चे मौजूद थे। जिनमें से तीन बच्चे झोंपे से बाहर खेलने में व्यस्त थे और इस दौरान झोंपे में अचानक आग लग गई। बाहर खेल रहे बच्चों ने चिल्लाना शुरू किया, इस पर पड़ौसी दौड़कर मौके पर आए लेकिन तब तक झोंपा राख में तब्दील हो चुका था और उसमें सो रही मूसे खां की डेढ़ वर्षीय बेटी अनीसा जिंदा जल गई। कादर बख्श ने बताया कि झोंपे में डेढ़ लाख रुपए नगद, चार बोरी ग्वार, 5 बोरी चना व दो बोरी ईसब के साथ ही कुछ गहने भी आग की भेंट चढ़ गए।
पांच लाख का ग्वार चोरी
मोहनगढ़ कस्बे में स्थित एक व्यापारी के गोदाम से हुई चोरी।
मोहनगढ़ कस्बे में स्थित एक व्यापारी के गोदाम से रविवार रात्रि करीब 5 लाख की ग्वार चोरी हो गई। सोने से भी अधिक कीमत पर पहुंच चुकी ग्वार पर चोरों ने नजरें गड़ा दी है। रविवार की मध्य रात्रि चोरों ने गोदाम में रखी ग्वार की 17 बोरी चुरा ली। मोहनगढ़ निवासी सत्यनारायण पुत्र मोहनलाल चांडक ने बताया कि कस्बे के बांभणिया मोहल्ले में किराए पर गोदाम लिया हुआ है। गोदाम में चने एवं ग्वार की बोरियां रखी हुई थी। रविवार की मध्यरात्रि चोरों ने गोदाम के ताले तोड़कर ग्वार की 17 बोरियां चुरा ली। चोरों ने चने की बोरियों को हाथ भी नहीं लगाया। इस संबंध में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा दी है। \
रामदेवरा। क्षेत्र के लोहारकी गांव के पास स्थित पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज में सोमवार को दोपहर अचानक लगी आग से सैंकड़ों बीघा क्षेत्र में खड़ी घास जलकर राख हो गई। आग पर प्रशासन व नगरपालिका दमकल की चार घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका।
जानकारी के अनुसार सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे रामदेवरा से 15 किमी दूर लोहारकी गांव से सात किमी पहले मंगलियों की ढाणी के पास गांव के दक्षिण पूर्व दिशा की तरफ स्थित पोकरण फिल्ड फायरिंग रेज में अचानक आग लग गई। तेज हवा के कारण सूखी घास में लगी आग तेजी से गांव की तरफ बढ़ने लगी। तहसीलदार इन्द्रसिंह शेखावत ने बताया कि दूरभाष पर उन्हें रेंज व जंगल की खड़ी घास में आग लगने की सूचना मिली। जिस पर नायब तहसीलदार तुलछाराम विश्Aोई व हल्का पटवारी घेवरराम एवं नगरपालिका की दमकल को तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना किया गया।
जानकारी मिलने पर लोहारकी गांव से सामाजिक कार्यकर्ता अमीरदीन, शेरूखां, मौलवी हबीबुल्ला, सांवणखां, मौलवी इस्माईलखां सहित करीब 50-60 ग्रामीण अपने ट्रैक्टर व टंकियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर की तवी से एक तरफ की घास की कटाई कर आग को आगे बढ़ने से रोका गया तथा करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पानी व रेत डालकर काबू किया गया। उन्होंने बताया कि करीब छह किमी लम्बी व एक किमी चौड़ाई में लगी भीषण आग से यहां खड़ी घास जलकर राख हो गई। सूचना मिलने पर सेना की 17 गार्ड के नायब सुबेदार नरेन्द्रसिंह, हवलदार विक्रमसिंह व निंबा महाजन भी पानी का टैंकर लेकर मौके पर पहुंचे तथा पानी डालकर आग को ठण्डा किया।
टल गया बड़ा हादसा
प्रशासन की सक्रीयता के चलते तत्काल आग पर काबू कर लिया गया। जिससे बड़ा हादसा टल गया। गौरतलब है कि पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज में वर्षभर सेना की विभिन्न बटालियनों की ओर से फायरिंग व युद्धाभ्यास किया जाता है। इस दौरान कई बार गोला बारूद रेत में धंस जाने के कारण फूटने से रह जाते हैं। यदि आग पर समय रहते नियंत्रित नहीं किया जाता तथा आग रेंज की तरफ आगे बढ सकती थी। ऎसे में किसी जीवित गोला बारूद के भी इसकी चपेट में आ जाने से विस्फोट हो सकता था।
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