जीव हत्या पाप, कन्याभ्रूण हत्या महामहापाप’’
परिवार समृद्धि महोत्सव का बाडमेर और सिणधरी में आयोजन, शुक्रवार को चौहटन व धोरीमन्ना में
बाडमेर। बेहताशा ब़ती जनसंख्या, ग्रामीण अंचलों में होते बाल विवाह और आए दिन कन्या भू्रण हत्या की खबरों से आहत जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने बाडमेर जिले में अनूठा प्रयास किया है, जिसके तहत उच्चाधिकारी निचले स्तर तक के कार्मिकों से सीधे मुखातिब हो रहे हैं। उच्चाधिकारियों और कार्मिकों के बीच बेहतर संवाद बिठाने और बीच की खाई को पाटने के उद्देश्य से शुरू किए गए कार्यक्रमों की फेहरिस्त में बुधवार को बाडमेर पंचायत समिति सभागर और सिणधरी ब्लॉक में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में परिवार समृद्धि महोत्सव का आयोजन किया गया। जिला मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में पंचायत समिति प्रधान धाईदेवी, एसीएमएचओ डॉ.जितेंद्रसिंह, बीडीओ आईदान सौलंकी, बीसीएमओ डॉ. महेश गौतम, आयुष अधिकारी डॉ. अनिल झा, आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई और सिणधरी में जिला कलेक्टर सहित डिप्टी सीएमएचओ डॉ. बीएस गहलोत, बांकाराम, जगदीश कुमार सहित आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, चिकित्सक व जनप्रतिनिधि मौजूद थे। कार्यक्रमों की इस कड़ी में शुक्रवार को चौहटन और धोरीमन्ना ब्लॉक में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
परिवार समृद्धि महोत्सव में संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि भगवान की वास्तविक पूजा कर्मों से होती है और यदि आप बेहतर कर्म करते हो तो किसी भी लक्ष्य को हासिल करना असंभव नहीं है। उन्होंने कहा कि असफलता दशार्ती है कि सफलता के लिए प्रयास मन से नहीं किए गए और इसी का जीताजागता उदाहरण है कि विगत वर्ष बेहतर प्रयास नहीं किए गए जिस कारण परिवार कल्याण में हम थर्ड ग्रेड से पास हुए यानी केवल 36 प्रतिशत लक्ष्य ही हासिल कर पाए। डॉ. प्रधान ने परिवार कल्याण लक्ष्यों को आगामी वर्ष में शतप्रतिशत हासिल करने के लिए लेकर एएनएम और आशाओं को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि दोस्ताना व्यवहार से ही आप समाज की सोच बदल सकते हो और अपनेपन से ही कुछ बेहतर किया जा सकता है। पीसीपीएनडीटी एक्ट पर चर्चा करते हुए जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने कहा कि जीव हत्या को पाप माना जाता है, लेकिन कन्या भू्रण और बच्ची की हत्या करना तो महामहापाप के समान है।
सचेत रहें, कहें कन्या भू्रण हत्या तो नहीं हुई
डॉ. प्रधान ने कहा कि महिलाओं के साथ ही पुरूषों को भी जागरूक करने की जरूरत है, क्योंकि कन्या भू्रण हत्या में केवल महिला दोषी नहीं होती। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सचेत करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपनेअपने क्षेत्र में हर गर्भवती महिला का ध्यान रखें और यदि प्रसव हो जाता है तो उसे संपूर्ण सुविधा उपलब्ध करवाएं, जांच करें और टीकाकरण करवाएं। यदि प्रसव नहीं होता है तो जांच करें कि आखिर क्या वजह रही कि प्रसव नहीं हुआ, कहीं कन्या भू्रण हत्या तो नहीं हुई।
राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा
एसीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. बीएस गहलोत, बीसीएमओ डॉ. महेश गौतम ने कार्यक्रम के दौरान जननी शिशु सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना, हेपेटाइटिसबी, परिवार कल्याण, लोक सेवा प्रदान गांरटी अधिनियम सहित अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने मलेरिया के लिए स्लाईड लेने, मौसमी बीमारियों के प्रति सतर्क रहने और नसबंदी केस करवाने के निर्देश दिए। वहीं टीबी, आईईसी, विटामिन ए इत्यादि मुद्दों पर आयुष अधिकारी डॉ. अनिल झा, आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई आदि ने चर्चा की।
100 बाल विवाह रोके प्रशासन ने
बल विवाह पर चर्चा करते हुए जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने कहा कि प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, मीडिया, जनप्रतिनिधियों के सराहनीय प्रयासों और आमजन की जागरूकता के चलते आखातीज पर करीब 100 बाल विवाह रोकने में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि अब बाल विवाद होने बंद हो गए हैं या होंगे नहीं, इसलिए जरूरी है कि ये प्रयास निरंतर जारी रहें और साल भर बाल विवाह को लेकर जागरूकता की अलख जगाते रहें।
आदशर पंचायतों का होगा चयन
जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई ने बताया कि परिवार समृद्धि महोत्सव के दौरान जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने घोषणा की कि जिले में आदशर पंचायतों का चयन कर उन्हें 26 जनवरी पर सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए जरूरी है कि आदशर पंचायत में कन्या भू्रण हत्या व बाल विवाह न हुए हों और जनसंख्या वृद्धि को लेकर उचित कदम उठाए गए हों। इस संबंध में प्रशासनिक व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि वे ऐसी पंचायतों का चयन करें ताकि इससे अन्य पंचायतें प्रेरित हो सकें।
उच्चाधिकारी सीधे कार्मिकों से मुखातिब
जिले में यह पहली बार हुआ है कि जिला कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी निचले स्तर से कार्मिकों से सीधे मुखातिब हो रहे हैं। यही वजह है कि परिवार समृद्धि महोत्सव में कार्मिकों का उत्साह देखते ही बनता है। कार्यक्रमों में पहुंचने वाले कार्मिक जिला कलेक्टर व स्वास्थ्य विभाग के इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहते हैं कि इससे नई उर्जा का संचार होगा और हर कार्य सफल होंगे। सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन के मुताबिक चार व पांच मई को भी जिले के अन्य ब्लॉकों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद प्रत्येक पीएचसी व आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यक्रमों का आयोजन होगा।