लाखों की शराब जब्त, एक गिरफ्तार
सांकड़ा। पुलिस ने शनिवार को अलसुबह नाकाबंदी के दौरान सांकड़ा-पोकरण मार्ग पर एक अवैध शराब से भरा ट्रक जब्त कर उसमें रखे 580 कार्टन में भरी 15 लाख रूपए की शराब बरामद की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपतलाल ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्Aोई के निर्देशा पर जिले में मादक पदार्थो की धरपकड़ को लेकर चलाए जा रहे अभियान के दौरान शुक्रवार की रात्रि में वृताधिकारी विपिनकुमार शर्मा के निर्देशन में थानाधिकारी गंगाराम चौधरी की ओर से मय जाब्ता नाकाबंदी की गई।
इस दौरान यहां से निकलने वाले सभी ट्रकों की तलाशी ली गई। शनिवार सुबह करीब छह बजे पोकरण की ओर से आ रही एक ट्रक की तलाशी ली गई। उसमें पानी की बोतलों के कार्टन के साथ शराब के कार्टन भरे हुए थे। ट्रक को थाने लाकर तलाशी ली गई, तो पानी की बोतलों के 200 कार्टनों के नीचे 580 कार्टन शराब बरामद की गई।
बरामद शराब में कान्टेसा रम बोतल के 60 व पव्वों के 75 कार्टन, बैगपाइपर बोतल के 80 व पव्वों के 114 कार्टन, रॉयल आमर्स रम बोतल के 15 व पव्वों के 66, बैलेण्डर प्राइड के 10, हेवड्र्स 5000 बीयर के 160 कार्टन बरामद किए तथा ट्रक के चालक गुरदासपुर पंजाब निवासी ओंकारसिंह पुत्र करनेलसिंह को गिरफ्तार किया। जबकि एक अन्य युवक भी था, जो पुलिस को देखकर भाग गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। ट्रक चालक ने शराब को गुरदासपुर लुधियाना से भरकर लाना व आगे बाड़मेर ले जाना स्वीकार किया।
अज्ञानता के अंधेरे को दूर करती है भागवत कथा : पुरोहित
आशापूर्णा मंदिर में कथा शुरू
पोकरण जिस प्रकार से सूर्य संपूर्ण सृष्टि में अंधकार का नाश कर प्रकाश लाता है उसी प्रकार श्रीमद्भागवत महापुराण मनुष्य के मन में व्याप्त अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर ज्ञान का प्रकाश करता है। भागवत सप्ताह एक अनुष्ठान है। ईश्वर की कृपा होने पर ही सत्संग का लाभ मिलता है। यह विचार स्थानीय आशापूर्णा मंदिर परिसर में आयोजित भागवत कथा पर प्रवचन देते हुए पंडित विजयदत्त पुरोहित ने व्यक्त किए। भागवत कथा के अवसर पर पोकरण शहर के अनेक धर्म प्रेमी सहित कई श्रद्धालु कथा श्रवण के लिए उपस्थित हुए। कथा के प्रथम दिन मुख्य यजमान पुखराज बिस्सा की ओर से पंडित के सान्निध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गणेश वंदना व भागवत पुराण पूजन किया गया।
उन्होंने कहा कि दूसरों क ो सुखी देखकर जो व्यक्ति सुखी होता है वह सद्पुरुष कहलाता है। कथा सुनने मात्र से जन्म-जन्म के पापों का नाश हो जाता है।
संत का किया स्वागत
भागवत कथा से पूर्व आशापूर्णा धर्मशाला से कथा स्थल तक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई । शोभा यात्रा के दौरान कथा वाचक विजयदत्त पुरोहित का आयोजनकर्ताओं तथा भक्तों ने पुष्प वर्षा तथा फूल मालाओं का स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य यजमान द्वारा भागवत पुराण को अपने सिर पर रखकर आशापूर्णा धर्मशाला से आशापूर्णा तक पहुंचे। महिलाएं व बालिकाएं मंगल गीत गाते हुए कथा स्थल तक पहुंची। जहां पर भागवत पुराण की पूजा अर्चना के बाद विधि विधान से कथा प्रारंभ की गई। इस अवसर पर पुरुषोत्तम छंगाणी, हरिवंश बिस्सा, नव नारायण व्यास, राधाकिशन पुरोहित, नथमल पालीवाल, देवकिशन जोशी, जगदीश गांधी, शंकर गांधी, हरिश्चंद्र छंगाणी, कैलाश भूतड़ा, देवकी बिस्सा, पुष्पा पुरोहित सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।