मंगलवार, 30 अगस्त 2011

सड़क दुर्घटना में एक की मौत




सड़क दुर्घटना में एक की मौत

जैसलमेर शहर से तीन किलोमीटर दूर बड़ाबाग रोड पर हुई सड़क दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार जैसलमेर से बड़ाबाग गांव की तरफ जा रहे एक मोटरसाइकिल की सड़क किनारे लगे लोहे के ऐंगल से टक्कर हो गई। जिससे मोटरसाइलिक चालक जीतू (35) के सिर पर गंभीर चोट लगी। उसे जवाहिर चिकित्सालय लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मोटरसाइकिल पर तीन जने सवार थे। पीछे बैठे दोनों युवकों ने मोटरसाइकिल पर लिफ्ट ली थी। चिकित्सालय आने के बाद प्राथमिक उपचार करवाकर दोनों युवक चले गए। उनके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है

रामदेवरा मेले का आगाज आज : मेले को लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी चार लाख श्रद्धालु आएंगे


रामदेवरा मेले का आगाज आज : मेले को लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी
चार लाख श्रद्धालु आएंगे
सोमवार देर रात तक रामदेवरा का कोना-कोना श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया

रामदेवरा श्रीकृष्ण के कलयुगी अवतार बाबा रामदेव की अवतरण तिथि भादवा शुक्ला द्वितीया से अंतरप्रांतीय विख्यात रामदेवरा मेले का आगाज मंगलवार से होगा। सुबह समाधि के पंचामृत अभिषेक व विधि विधान से पूजा- अर्चना के बाद स्वर्णमुकुट धारण करवाया जाएगा। मंगलवार सुबह 4 बजे ब्रह्ममुहुर्त में मंगला आरती के साथ ही बाबा के 627वें मेले का विधिवत शुभारंभ होगा।

सोमवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं की रेलमपेल लगी रही। देर रात तक करीब चार लाख श्रद्धालुओं के रामदेवरा पहुंचने की उम्मीद है। सोमवार को रामदेवरा में हजारों की संख्या में निजी वाहन, रोडवेज व निजी बसें, ट्रेनें श्रद्धालुओंं से खचाखच भरी हुई पहुंची। शाम तक रामदेवरा में कदम रखने तक की जगह नहीं थी और देर रात्रि तक यहां की सड़कें श्रद्धालुओं से खचाखच भर गई। हजारों की संख्या में श्रद्धालु रात्रि में कतारों में खड़े हो गए।

कलेक्टर एम.पी.स्वामी ने बताया कि रामदेवरा मेले में मेलार्थियों की भारी संख्या की आवक को दृष्टिगत रखते हुए रामदेवरा मेला के विधिवत शुुभारंभ से पूर्व शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का पर्याप्त जाब्ता लगाया गया है वहीं चिकित्सा एवं अन्य आवश्यक व्यवस्था जुटाई गई है। उन्होंने बताया कि मेला प्रशासन द्वारा मेलार्थियों की सुविधा के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मेले की हर गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के लिए क्लोज सर्किट कैमरे लगाए गए हैं।

उन्होंंने बताया कि ग्राम पंचायत रामदेवरा की ओर से मेले में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मेला व्यवस्थाओं से जुड़े सभी अधिकारी अपनी सेवाएं निरंतर दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि रामसरोवर तालाब पानी से लबालब भरा होने के कारण कुशल तैराक वहां तैनात हैं।

उन्होंने बताया कि इस बार विशेष रूप से मेलार्थियों को शुद्ध खाद्य सामग्री मिलती रहे इसके लिए समय पर खाद्य सामग्री के सैम्पल लिए जा रहे हैं एवं चिकित्सा विभाग द्वारा लगाए गए खाद्य निरीक्षक पूर्ण सजगता के साथ दुकानों की चैकिंग कर रहे हैं। मेलाधिकारी एवं उपखंड अधिकारी पोकरण अशोक चौधरी ने बताया कि सोमवार को भी मेले में दर्शनार्थियों की भारी गहमागहमी रही तथा सवेरे-सवेरे से ही भक्तजन लंबी कतारों में खड़े होकर अपनी बारी के अनुरुप श्रद्वा भावना सहित बाबा रामदेव के दर्शन कर रहे हंै। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को बाबा की समाधि के सुचारू रूप से सुविधापूर्वक दर्शन करवाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

बाड़मेर न्यूज़ बॉक्स .........आज की तजा खबरे 30 agust


गडरारोड का संजय छठे स्थान पर 
 

बाड़मेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से घोषित आरएएस के परीक्षा परिणाम में बाड़मेर जिले के सरहदी गडरारोड कस्बे के संजय कुमार छठे स्थान पर रहे है। गडरारोड के शिक्षक जगदीश चंद्र वासु के पुत्र संजय ने इस उपलब्घि पर खुशी जाहिर करते हुएबातचीत में कहा कि यह उनका सपना था।

संजय ने बताया कि वे नेट,स्लेट और बीएड कर चुके हैं,लेकिन उनका लक्ष्य आरएएस बनना था। पहले प्रयास में सफल नहीं हुआ,लेकिन असफलता से हताश नहीं होकर फिर से मेहनत की और इस बार प्रयास रंग लाए। संजय ने कहा कि उनके माता-पिता ने पढाई के लिए पूरा सहयोग किया और हर समय प्रोत्साहित किया। संजय की प्राथमिक शिक्षा गडरारोड में और स्नातक की शिक्षा बाड़मेर में हुई।

जानलेवा हमले के पांच फरार आरोपी गिरफ्तार
बालोतरा। मेगा स्टेट हाइवे पर एक होटल मालिक पर जानलेवा हमले के आरोप में फरार चल रहे पांच नामजद आरोपियों को बालोतरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन्हें मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। थानाधिकारी लूणसिंह भाटी के अनुसार मेगा स्टेट हाइवे पर मामूली कहासुनी के बाद एक लग्जरी कार में सवार होकर आए हथियारबंद आरोपियों ने होटल संचालक जेठाराम पुत्र खीमाराम निवासी बालोतरा पर जानलेवा हमला कर उसे गंभीर घायल कर दिया था।

इसको लेकर पीडित के भाई गोपाल ने भंवरनाथ पुत्र तेजनाथ, अमित उर्फ हनी पुत्र नंदलाल, गोपालसिंह पुत्र विरधसिंह, हर्ष पुत्र चंद्रदान, भैरूसिंह पुत्र भीखसिंह के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज करवाया था। वारदात के बाद से सभी नामजद आरोपी फरार चल रहे थे। इन आरोपियों के शहर में बढ़ते इन आरोपियों के आंतक पर अंकुश लगाने, इन्हें तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार कर सख्त कार्यवाही करने की मांग को लेकर माली समाज बालोतरा, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों, जन प्रतिनिधियों व विभिन्न समाज के हजारों लोगों ने उपखंड कार्यालय के आगे विरोध प्रदर्शन किया था।


मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में चेतावनी दी गई थी कि एक सप्ताह के भीतर नामजद बदमाशों को गिरफ्तार कर इनके खिलाफ सख्त कार्यवाही नहीं की गई तो बालोतरा की जनता द्वारा आंदोलन किया जाएगा। बढ़ते जन आक्रोश व दबाव को देखते हुए पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के लिए पूरी ताकत झोंक दी। सोमवार को इन सभी नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

रात में आधे घंटे जमकर बारिश

बरसात के दौरान बिजली हुई गुल, सड़कों पर भी छाया अंधेरा

बाड़मेर दिन भर उमस और तेज गर्मी के बाद सोमवार को देर शाम जिलेभर में अच्छी बारिश हुई। शहर में रात सवा नौ बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश के बाद सड़कों पर पानी जमा हो गया। इस दौरान शहर के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। स्ट्रीट लाइट के भी गुल हो जाने से सड़कों पर अंधेरा छा गया। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

सोमवार रात करीब आठ बजे बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ। फिर रात करीब सवा नौ बजे तेज बारिश शुरू हुई। करीब आधे घंटे तक अच्छी बारिश हुई। बारिश के बाद सड़कों पर पानी जमा हो गया। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

जिलेभर में बारिश

शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अच्छी बारिश के समाचार हैं। बायतु मुख्यालय पर रात आठ बजे बूंदाबांदी शुरू हुई, जो दस-पंद्रह मिनट चली। इसके बाद रात करीब पौने दस बजे फिर बरसात हुई। कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश से हवा में गुलाबी ठंडक घुल गई। इसके अलावा कोलू, पनावड़ा, कानोड़, चिडिय़ा, सणतरा, जाजवा, अकदड़ा, बायतु पनजी, भोपजी और चिमनजी सहित आसपास के गांवों में अच्छी बारिश हुई। वहीं सिणधरी, पांयला, सड़ा, भाटाला, गोलिया जैतमाल, नेहरों की ढाणी सहित आसपास के गांवों में सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे बूंदाबांदी शुरू हुई। चौहटन क्षेत्र के बिसारणिया और धनाऊ सहित आसपास के गांवों में अच्छी बारिश हुई। वहीं रात सवा दस बजे शिव, बिसूकला, धारवी, बलाई, भींयाड़, पूषड, गूंगा, राजडाल, देवका सहित आसपास के गांवों में मूसलाधार बारिश शुरू हुई। समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश जारी थी, वहीं शहर में बूंदाबांदी का दौर चल रहा था।

बालोतरा 


; गुड़ामालानी उपखंड क्षेत्र में सोमवार दोपहर व शाम रिमझिम से मौसम खुशगवार हो गया। नेवरी में सुबह करीब एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई।वहीं बालोतरा व थोब में बूंदाबांदी हुई। बालोतरा शहर में सोमवार शाम करीब 6 बजे बूंदाबांदी हुई। इसके बाद उमस बढ़ गई। दिन भर बादलों की आवाजाही व उमस से शहरवासियों को अच्छी बारिश की उम्मीद थी लेकिन शाम को थोड़ी देर हुई बूंदाबांदी के बाद बादल छट गए।

गुड़ामालानी. उपखंड क्षेत्र में सोमवार दोपहर व शाम को अच्छी बारिश हुई। इससे उमस व गर्मी से परेशान आमजन को राहत मिली।

थोब. नेवरी में सोमवार सुबह करीब एक घंटे तक झमाझम व थोब में हल्की बूंदाबांदी हुई। इस बार क्षेत्र में अच्छी बारिश होने से किसानों को अच्छे जमाने की आस जगी है। खेतों में इस बार बाजरा, मूंग, ज्वार आदि की फसलें अच्छी होने से किसानों के चेहरों पर खुशी नजर आ रही है।

वहीं क्षेत्र के किसान खेतों में निदान करते हुए देखे जा रहे हैं।

किसानों में खुशी

सोमवार देर शाम सहित सहित जिलेभर में हुई बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिल उठे। वहीं सोमवार को बारिश के बाद फसलों अच्छी पैदावार की आस बंधी है।



जिनालयों में लगी कतार
बाड़मेर पर्यूषण पर्व के पांचवें दिन थार नगरी में तपस्या, तप एवं उपवास की बड़ी आराधना को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह देखा गया। सुबह से ही जिनालयों में दर्शन को लेकर भक्त कतार में खड़े अपनी बारी का इंतजार करते रहे। सुबह साढ़े पांच बजे चैत्य परिपाटी के साथ सामूहिक दर्शन के लिए हाथों में थाली लिए भक्तों को घंटों तक अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा।

खेतमल तातेड़ ने बताया कि पर्यूषण पर्व को लेकर गुणसागरसूरि साधना भवन में आचार्य कलाप्रभ सागर सूरीश्वर प्रवचन दे रहे हैं। इसी तरह जिन कांतिसागरसूरी आराधना भवन में साध्वी संयमनिधि पर्यूषण का महात्म्य बता रहे हैं।

तेरापंथ भवन में मंजू प्रज्ञा ने कल्प सूत्र पर प्रवचन दिया जिसे सुनने के लिए श्रावक-श्राविकाएं उमड़ पड़ीं। साध्वी ने भगवान महावीर के जन्म का प्रसंग सुनाया तो श्रावक एवं श्राविकाएं नृत्य करने लगीं। झूला झुलाने के लिए लोगों में होड़ सी लग गई। इससे पूर्व श्रद्धालुओं ने बोली बोलकर सपने उतारे। इसके बाद जन्म कल्याणक महोत्सव मनाया गया। आराधना भवन में पालने की बोली का लाभ चंपालाल हीरालाल छाजेड़ परिवार ने लिया। पालणे के साथ साध्वी के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु लाभार्थी परिवार के घर जाकर नारियल की प्रभावना दी। सभी जिनालयों व दादाबाड़ी में भगवान की प्रतिमा एवं दादा गुरुदेव की प्रतिमा की आंगी रचाई गई।



Aarti Baba Ramdev ji ri

Khamma Khamma - Gopal Bajaj

जय बाबे री ....जय रुनीचा रा धनिया...खम्मा खम्मा अज़मल जी रा कंवरा ’’ आँध्यां ने आख्यां देवे म्हारा रामसापीर


जय बाबे री ....जय रुनीचा रा धनिया...खम्मा खम्मा अज़मल जी रा कंवरा
’’







मंगला आरती के साथ रामदेवरा मेला शुरू 

आँध्यां ने आख्यां देवे म्हारा रामसापीर

जैसलमेर सांप्रदायिक सदभावना के प्रतिक बाबा रामदेव का मेला शनिवार को मंगला आरती के साथ शुरू हुआ .हज़ारो श्रद्धालुओ और दर्शनार्थियों ने मेले के प्रथम दिन के सुबह दर्शन किये .बाबा तेरी जय बोलेंगे ,खम्मा खम्मा अज्मल्जी रा कंवारा ,जय रुनिचे रा धनिया के उद्घोष के साथ मेले का आगाज़ हुआ .चक चौबंद पुलिस और प्रशासनिक व्यवस्थाओ के बीच लखी मेले में राजस्थान ,गुजरात और अन्य प्रान्तों से श्रद्धालु पहुंचे .

बाबा रामदेव जिसके दर पर हिन्दू-मुसलमान दोनों ही श्रद्धा और आस्था से सिर नवाते हैं ऐसे देवता कम ही होंगे। परमाणु विस्फोट के कारण देश-वि,देश में हलचल मचा देने वाला पोकरण इन दिनों ऐसी ही श्रद्धा, आस्था और विश्वास की स्वर लहरियों से गूँजता हुआ साम्प्रदायिक सद्भाव और एकता का प्रतीक बना हुआ है।
पोकरण से १३ किलोमीटर दूर रामदेवरा में हिन्दू, मुस्लिम एकता एवं पिछडे वर्ग के उत्थान के लिए पहल कर क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के लिए प्रसिद्ध संत बाबा रामदेव की श्रद्धा में डूबे लगभग 15 लाख अनुयाई भक्ति सागर में गोते लगा रहे हैं। देश में ऐसे अनूठे मंदिर कम ही हैं जो हिन्दू मुसलमान दोनों की आस्था के केन्द्र बिन्दु हैं। बाबा रामदेव का मंदिर इस दृष्टि से भी अनुपम है कि वहां बाबा रामदेव की मूर्ति भी है और मजार भी। यह मंदिर इस नजरिये से भी सैकडों श्रद्धालुओं को आकृष्ट करता है कि बाबा के पवित्रा राम सरोवर में स्नान से अनेक चर्मरोगों से मुक्ति मिलती है। इन्हीं रामसा पीर का वर्णन लोकगीतों में ’’आँध्यां ने आख्यां देवे म्हारा रामसापीर‘‘ कह कर किया जाता है। श्रद्धालु केवल आसपास के इलाकों से ही नहीं आते वरन् गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से भी सैंकडों की संख्या में आते हैं। आधुनिक परिवहन सुविधाओं के बावजूद बीकानेर और जोधपुर जैसे इलाकों से १००-२०० किलोमीटर पैदल चल कर आने वाले भक्तजन भी आस्था की अलग ही कहानी कहते नजर आते हैं। प्रतिवर्ष भादवा शुक्ला द्वितीया से चलने वाला यह मेला भादवा शुक्ला एकादशी को सम्पन्न होता है। इस बार मेला 11 सितम्बर तक चलेगा। इन दिनों पैदल और वाहनों से सैंकडों यात्राी प्रतिदिन मेला स्थल पर पहुंच रहे हैं। बाबा रामदेव १४०९ विक्रम संवत की शुक्ल पंचमी को तोमर वंशीय अजमल जी और मैणादे के यहां जन्मे थे। किंवदन्ती है कि ये भगवान श्री कृष्ण का अवतार थे। श्रद्धालु इनके जन्म की कथा को कुछ यूँ बयान करते हैं। दिल्ली के शासक अनंगपाल के पुत्रा नहीं था। पृथ्वीराज चौहान उनकी पुत्राी का पुत्रा था। एक बार अनंगपाल तीर्थयात्राा को निकलते समय पृथ्वीराज चौहान को राजकाज सौंप गये। तीर्थयात्राा से लौटने के बाद पृथ्वीराज चौहान ने उन्हें राज्य पुनः सौंपने से इन्कार कर दिया। अनंगपाल और उनके समर्थक दुखी हो जैसलमेर की शिव तहसील में बस गये। इन्हीं अनंगपाल के वंशजों में अजमल और मेणादे थे। निसंतान अजमल दम्पत्ति श्री कृष्ण के अनन्य उपासक थे। एक बार कुछ किसान खेत में बीज बोने जा रहे थे कि उन्हें अजमल जी रास्ते में मिल गये। किसानों ने निसंतान अजमल को शकुन खराब होने की बात कह कर ताना दिया। दुखी अजमल जी ने भगवान श्री कृष्ण के दरबार में अपनी व्यथा प्रस्तुत की। भगवान श्री कृष्ण ने इस पर उन्हें आश्वस्त किया कि वे स्वयं उनके घर अवतार लेंगे। बाबा रामदेव के रूप में जन्में श्री कृष्ण पालने में खेलते अवतरित हुए और अपने चमत्कारों से लोगों की आस्था का केन्द्र बनते गये। लोक भावनाओं के अनुसार उन्होंने पीरों को उनके बर्तन मक्का मदीना से मंगवा कर चमत्कृत किया, भैरव राक्षस के आतंक से रामदेवरा के लोग को मुक्त कराया, बोयता महाजन के डूबते जहाज को बचाया। सगुना बाई के बच्चों को जीवित करना, अंधों को दृष्टि प्रदान करना और कोढयों को रोगमुक्त करना उनके अन्य चमत्कारों में से कुछ थे इसलिए आज भी लोग उनसे मनौतियाँ मांगते हैं और मनौती पूरी होने पर भेंट चढाते हैं। यहां माघ महिने में भी मेला भरता है जिसमें आस-पास के गांवों के लोग इकट्ठे होते हैं। रामदेवरा अथवा रूंणीचा धाम असल में रामदेव जी की कार्यस्थली रही है। यहीं उन्होंने रामसर तालाब खुदवाया, यहीं समाधि ली और अपने ३३ वर्ष के छोटे से जीवन में दीनदुखियों और पिछडे लोगों के कल्याण के लिए काम करके देवत्त्व प्राप्त किया। रामदेवरा किसी समय जोधपुर राज्य का गांव था जो जागीर में मंदिर को दे दिया गया था। इस गांव के ऐतिहासिक व प्रामाणिक तथ्य केवल यही तक ज्ञात हैं कि इसकी स्थापना रामदेवजी की जन्म तिथि और समाधि दिवस के मध्य काल में हुई होगी। वर्ष १९४९ से यह फलौदी तहसील का अंग बन गया और बाद में जैसलमेर जिले की पोकरण तहसील बन जाने पर उसमें शामिल कर दिया गया। रामदेव जी के विवाह की गाथा लोकगीतों में आती है पर संतान व अन्य तथ्यों की पुष्टि नहीं होती। इनका विवाह निहाल दे नामक महिला से हुआ था। डाली बाई और हरजी भाटी इनके अनन्य भक्तों में से थे। डालीबाई का मंदिर रूंणीचे में बाबा की समाधि के पास बना है। कहते हैं कि डालीबाई बाबा रामदेव को टोकरी में मिली थी। रामदेवजी के वर्तमान मंदिर का निर्माण १९३१ में बीकानेर के महाराजा श्री गंगासिंह जी ने करवाया था। इस पर उस समय ५७ हजार रुपये की लागत आई थी। भादवा शुक्ला द्वितीया से भादवा शुक्ला एकादशी तक भरने वाले इस मेले में सुदूर प्रदेशों के व्यापारी आकर हाट व दूकानें लगाते हैं। पैदल यात्रिायों के जत्थे हफ्तों पहले से बाबा की जय-जयकार करते हुए अथक परिश्रम और प्रयास से रूंणीचे पहुंचते हैं। लोकगीतों की गुंजन और भजन कीर्तनों की झनकार के साथ ऊँट लढ्ढे, बैलगाडयां और आधुनिक वाहन यात्रिायों को लाखों की संख्या में बाबा के दरबार तक पहुंचाते हैं। यहां कोई छोटा होता है न कोई बडा, सभी लोग आस्था, भक्ति और विश्वास से भरे, रामदेव जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचते हैं। यहां मंदिर में नारियल, पूजन सामग्री और प्रसाद की भेंट चढाई जाती है। मंदिर के बाहर और धर्मशालाओं में सैकडों यात्रियों के खाने-पीने का इंतजाम होता है। प्रशासन इस अवसर पर दूध व अन्य खाद्य सामग्री की व्यवस्था करता है। विभिन्न कार्यालय अपनी प्रदर्शनियां लगाते हैं। प्रचार साहित्य वितरित करते हैं और अनेक उपायों से मेलार्थियों को आकृष्ट करते हैं। मनोरंजन के अनेक साधन यहां उपलब्ध रहते हैं। श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ-साथ मेलार्थी अपना मनोरंजन भी करते हैं और आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी भी। निसंतान दम्पत्ति कामना से अनेक अनुष्ठान करते हैं तो मनौती पूरी होने वाले बच्चों का झडूला उतारते हैं और सवामणी करते हैं। रोगी रोगमुक्त होने की आशा करते हैं तो दुखी आत्माएं सुख प्राप्ति की कामना और यू एक लोक देवता में आस्था और विश्वास प्रकट करता हुआ यह मेला एकादशी को सम्पन्न हो जाता है

सोमवार, 29 अगस्त 2011

जेटर दुनिया में सबसे तेज दौड़ने वाली महिला


अमेरिका की कार्मेलिटा जेटर दुनिया में सबसे तेज दौड़ने वाली महिला बन गई हैं। जेटर ने 13वीं विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की 100 मीटर रेस में पहला स्थान हासिल किया।

सोमवार को आयोजित फाइनल में जेटर ने बीते दो मौकों पर मिले कांस्य पदकों की निराशा से उबरते हुए 10.90 सेकंड में 100 मीटर दूरी नापी और एक इतिहास रच दिया। जेटर ने मौजूदा विश्व और ओलिंपिक चैम्पियन जमैका की शेली एन फ्रेजर को चौथे स्थान पर धकेल दिया।

जेटर और दूसरे स्थान पर रहीं जमैका की वेरोनिका कैम्पबेल ब्राउन (10.97 सेकेंड) के शानदार प्रदर्शन के कारण प्राइस को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा।

प्राइस और तीसरे स्थान पर रहीं त्रिनिदाद एवं टोबैगो की कैली एन बैप्टाइज के बीच सेकंड के 200वें हिस्से का अंतर रहा। बैप्टाइज ने 10.98 सेकंड में यह रेसपूरी की जबकि प्राइस ने 10.99 सेकंड समय लिया।

उधर, बीजिंग ओलिंपिक में चैम्पियन बनकर उभरे क्यूबा के डॉयरान रोबल्स ने दिग्गजों की मौजूदगी में 110 मीटर बाधा दौड़ जीत ली। इस तरह रोबल्स मौजूदा ओलिंपिक और विश्व चैम्पियन बन गए हैं।

रोबल्स ने फाइनल में 13.14 सेकंड समय के साथ पहला स्थान हासिल किया जबकि अमेरिका के जेसन रिचर्ड्सन 13.16 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रहे।

2003 यूथ चैम्पियनशिप में चैम्पियन रहे रिचर्ड्सन ने 2004 एथेंस ओलिंम्पिक चैम्पियन और 2007 के विश्व चैम्पियन चीन के जियान लियू को चौंकाकर दूसरा स्थान हासिल किया। लियू को 13.27 सेकंड के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा

निशानेबाज गगन नारंग को राजीव गांधी खेल रत्न से नवाजा



नई दिल्ली। पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों में चार स्वर्ण पदक जीतने वाले निशानेबाज गगन नारंग को सोमवार को राष्ट्रपति प्रतिभा देवी पाटिल ने खेलों के सर्वोच्च सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न से नवाजा। हालांकि क्रिकेटर जहीर खान चोटिल होने के कारण इंग्लैंड दौरा बीच में ही छोड़ स्वदेश लौट आए हैं लेकिन वह अर्जुन पुरस्कार लेने राष्ट्रपति भवन नहीं पहुंचे।

राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, ध्यानचंद, तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गए। अगले साल होने वाले लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय निशानेबाज नारंग पिछले साल खेल रत्न नहीं दिए जाने से खफा थे। उन्होंने हालांकि पुरस्कार मिलने पर प्रसन्नता जताते हुए कहा, 'मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मेरी उपलब्धियों को पहचान मिली। मेरे लिए यह यादगार पल है और इसके लिए मैंने बहुत मेहनत की है।'

नारंग को पदक, स्मृति पत्र और 7.5 लाख रुपए नकद पुरस्कार दिया गया। राष्ट्रमंडल खेल 2010 में चार स्वर्ण पदक के अलावा नारंग ने पिछले साल ही एशियाई खेलों में पुरुषों की दस मीटर एयर राइफल एकल वर्ग में रजत पदक जीता था। उन्होंने एशियाई खेलों में टीम वर्ग में भी रजत पदक जीता था। अर्जुन पुरस्कारों की सूची में भारत के तेज गेंदबाज जहीर खान भी शामिल थे। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और हरभजन सिंह के 2009 में पद्म पुरस्कार समारोह से गायब रहने के बाद जहीर के अर्जुन पुरस्कार समारोह में नहीं शामिल होने से नया विवाद पैदा हो गया है। जहीर इंग्लैंड दौरे पर चोटिल होने के बाद भारत में ही हैं। उनके अलावा टेनिस स्टार सोमदेव देवबर्मन, जिम्नास्ट आशीष कुमार और चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा भी टूर्नामेंटों में व्यस्त होने के कारण समारोह में मौजूद नहीं थे।

अर्जुन पुरस्कार पाने वाले स्टार खिलाड़ियों में बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा, भारत की पहली विश्व चैंपियन महिला निशानेबाज तेजस्विनी सावंत, हाकी कप्तान राजपाल सिंह, मुक्केबाज सुरंजय सिंह, फुटबाल खिलाड़ी सुनील छेत्री शामिल है। इनके अलावा राहुल बनर्जी [तीरंदाजी], प्रीजा श्रीधरन [एथलेटिक्स], विकास गौड़ा [एथलेटिक्स], वीरधवल खाड़े [तैराकी], आशीष कुमार [जिम्नास्टिक], रवि कुमार [भारोत्तोलन], रविंदर सिंह [कुश्ती], संध्या रानी [वुशू], प्रशांत करमाकर [तैराकी], संजय कुमार [वालीबाल], राकेश कुमार [कबड्डी] और तेजस्विनी [कबड्डी] को भी पिछले तीन साल में उनके प्रदर्शन के आधार पर अर्जुन पुरस्कार दिया गया।

आम तौर पर एक कैलेंडर वर्ष में 15 से अधिक अर्जुन पुरस्कार नहीं दिए जाते हैं, लेकिन पिछले साल राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल और ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए इस बार खेल मंत्रालय ने 19 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार दिए। जहीर 2009 में गौतम गंभीर के बाद क्रिकेट में अर्जुन पुरस्कार पाने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी हैं जिन्होंने 271 टेस्ट विकेट और 273 वनडे विकेट लिए हैं। टेनिस स्टार सोमदेव ने राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था जबकि फ्लायवेट मुक्केबाज सुरंजय सिंह ने लगातार सात स्वर्ण पदक जीते। पिछले साल एशियाई खेलों में लंबी दूरी की धाविका प्रीजा श्रीधरन को स्वर्ण, चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा को कांस्य और वुशू खिलाड़ी संध्या रानी को रजत पदक मिला था। तीरंदाज राहुल बनर्जी ने राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की रिकर्व स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था जबकि आशीष राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय जिम्नास्ट बने। आशीष ने पुरुषों की वाल्ट में रजत और पुरुषों की फ्लोर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था।

देश में सर्वश्रेष्ठ कोचों को दिए जाने वाले द्रोणाचार्य पुरस्कार से इनुकुर्ती वेंकटेश्वर राव [मुक्केबाजी], देवेंद्र कुमार राठौर [जिम्नास्टिक], रामफल [कुश्ती], कुंतल राय [एथलेटिक्स] और राजिंदर सिंह [हाकी] को नवाजा गया। अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार में विजेताओं को प्रतिमाएं, स्मृति पत्र और पांच लाख रुपए नकद पुरस्कार दिए गए। खेलों में आजीवन योगदान के लिए ध्यानचंद पुरस्कार शब्बीर अली [फुटबाल], सुशील कोहली [तैराकी] और राजकुमार [कुश्ती] को दिए गए। इन्हें भी एक प्रतिमा, स्मृति पत्र और पांच लाख रुपए दिए गए।

पुरस्कार से नवाज गए खिलाडि़यों की सूची

*राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार: गगन नारंग

*द्रोणाचार्य पुरस्कार: कुंतल कुमार राय [एथलेटिक्स], इनुकुर्थी वेंकटेश्वर राव [मुक्केबाजी], देवेंद्र कुमार राठौर [जिम्नास्टिक ] राजेंद्र सिंह [हाकी] और रामफल [कुश्ती]।

*अर्जुन पुरस्कार: राहुल बनर्जी [तीरदांजी], प्रीजा श्रीधरन [एथलेटिक्स], विकास गौड़ा [एथलेटिक्स], ज्वाला गुट्टा [बैडमिंटन], सुरंजय सिंह [मुक्केबाजी], जहीर खान [क्रिकेट], सुनील छेत्री [फुटबाल], आशिष कुमार [जिमनास्टिक], राजपाल सिंह [हाकी], राकेश कुमार [कबड्डी], तेजस्वनी बाई वी [कबड्डी], तेजस्वनी सावंत [निशानेबाजी], विरधवल विक्रम खाड़े [तैराक], सोमदेव देववर्मन [टेनिस], संजय कुमार [वालीबाल], रविन्द्र सिंह [कबड्डी], नायब सूबेदार कटुलू रविकुमार [भारोतोलन], वांखेम संध्यारानी देवी [वुशु], प्रशांत कर्माकर [तैराकी, पैरालम्पिक्स]।

ध्यानचंद पुरस्कार: शब्बीर अली [फुटबाल], सुशील कोहली [तैराकी] और राजकुमार [कुश्ती]।

*तेनजिंग नार्गे साहसिक पुरस्कार: रीना कौशल [थल साहस], ममता सौधा [थल साहस], कमांडर दिलीप दोन्डे [जल साहस] और स्वर्गीय कर्नल [सेवानिवृत्त] बलवंत सिंह संधु [जीवन पर्यत उपलब्धि]।

*खेल प्रोत्साहन पुरस्कार: पेट्रोलियम स्पोटर्स प्रमोशन बोर्ड [खेलों में वित्तीय सहायता के लिए], एन राजचंद्रन [स्क्वैश अकादमी, अकादमी स्थापना के लिए]।

बाडमेर, आज की ताजा खबर. 29 अगस्त


नगर पालिका की साप्ताहिक समीक्षा
आवारा पशुओं की धडपकड
 को अभियान चलाया जाएगा
बाडमेर, 29 अगस्त। नगर में आमजन को परेशानी से बचाने तथा यातायात सुगम बनाने के लिए आवारा पशुओं की धडपकड के लिए अभियान चलाया जाएगा। तीन सितम्बर की रात्रि तथा चार सितम्बर को सूर्यास्त से पूर्व रात भर चलने वाले इस अभियान में नगर पालिका, राजस्व विभाग तथा जिला प्रशासन के संयुक्त दलों द्वारा बाडमेर को आवारा पशुओं से मुक्त करवाया जाएगा।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने सोमवार को नगर पालिका की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में इस व्यापक अभियान के लिए पुख्ता तैयारी के निर्देश दिए तथा हिदायत दी की अभियान के बाद में नगर में एक भी आवारा पशु पाए जाने पर नगर पालिका कार्मिकों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
सफाईकर्मियों की भर्ती
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने नगर पालिका बाडमेर में सफाई व्यवस्था दुरस्त करने के लिए पिचहतर नये सफाई कर्मचारियों की अतिशीध्र भर्ती करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर गोयल ने इस संबंध में विशेष दल बनाकर आवेदनों की जांच कर तुरन्त आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए है। गोयल ने नगरपालिका के कार्यो तथा सप्ताह की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में बाडमेर शहर में दो नई आवासीय योजनाओं के अनुमोदन के अलावा ट्रान्सपोर्ट नगर विकसित करने पर सहमति प्रदान की गई।
बैठक में सीवरेज कार्यो की प्रगति, शहर में सडकों पर पशुओं के लिए हरा चरा डालने की रोकथाम,आवारा पशुओं की धरपकड़, आवासीय कॉलोनी विकसित करने के प्रकरणों, पार्किग स्थलों के निर्धारण आदि पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
निर्माणाधीन कार्यो में तेजी
जिला कलेक्टर ने कहा कि निर्माणाधीन विकास कार्यो की गति युद्धस्तर पर बढाकर उन्हें शीघ्र पूर्ण कराया जाए ताकि लोगों को असुविधाओं का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कलेक्ट्रेट से सर्किट हाउस तक फोर लेन के अपूर्ण कार्यो को भी तुरन्त पूर्ण करने के निर्देश दिएं। साथ ही उन्होने ऑवर ब्रिज निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों का पूरा ख्याल रखने की हिदायत दी ताकि मशीनों आदि से कोई दुर्धटना नहीं हो। आदर्श स्टेडियम में अपूर्ण कार्यो को भी तुरन्त पूर्ण करने को कहा।
पुख्ता सफाई व प्रकाश     
          जिला कलेक्टर ने सफाई तथा सार्वजनिक प्रकाश का कार्य बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होने सफाई के लिए वार्ड वाईज प्रभारी नियुक्त किए जाकर प्रतिदिन मोनिटरिंग के निर्देश दिए तथा सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था को भी ठीक करने को कहा।
पोलिथीन की रोकथाम
          जिला कलेक्टर ने पोलिथीन तथा प्लास्टिक गुटका पाउच के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाने तथा पोलिथीन की रोकथाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने विशेष टीम बनाकर पोलिथीन को जब्त करने के निर्देश दिए। साथ ही नगर पालिका को शहर में नियमित रूप से अभियान चलाकर इनकी बरामदगी के निर्देश दिए।
नया बस स्टेण्ड
जिला कलेक्टर गोयल ने शहर में नया बस स्टेण्ड बनाने के लिए शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने रोडवेज आगार में स्थित भूमि तथा नजदीक के कृषि मंडी की भूमि पर सम्मिलित प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए तथा कृषि मंडी से सहमति लेकर इस जमीन के बदले अन्य जमीन देने को कहा।
बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती उषा जैन, आयुक्त बनवारीलाल भगत, भूमि अवाप्ति अधिकारी मुकुट बिहारी जांगिड के अलावा संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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गांधी जयन्ती से राजकीय चिकित्सालयों 
में आने वाले सभी मरीजों को मुफ्त दवाई
बाडमेर, 29 अगस्त। जिले के राजकीय चिकित्सालयों में आने वाले मरीजों को गांधी जयन्ती से मुफ्त दवाईयां दी जाएगी। इनमें अन्तरंग तथा बहीरंग  में आने वाले सभी वर्गाे के मरीजों को शामिल किया जाएगा। अपर जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान इसके लिए सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अपर जिला कलेक्टर ने कहा कि मरीजों की औसतन संख्या को देखते हुए मुफ्त दवाई वितरण के लिए पर्याप्त संख्या में राजकीय अस्पतालों में काउण्टर स्थापित किए जाए तथा जिन सामुदायिक अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में यह व्यवस्था नहीं है, वहां समय रहते इन्तजाम कर लिए जाए। उन्होने ड्रग वेयर हाउस तथा ड्रग वितरण केन्द्रों को पर्याप्त संख्या में खोलने को कहा। उन्होने मौसमी बीमारियों की भी समीक्षा की तथा मलेरिया के मामलों के पश्चात् डीडीटी तथा पायरेथम सर्वे के निर्देश दिए।
 पुरोहित ने जिले के बालोतरा पंचायत समिति के डोली पंचायत क्षेत्र में टैंकरों के जरिये पेयजल परिवहन के निर्देश देते हुए कहा कि समय पर जलापूर्ति सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए ताकि विकट समय में लोगों को पेयजल के लिए तरसना नहीं पडे़। उन्होने जिले के पेयजल स्त्रोतों के पानी की समय समय पर जांच करवाकर इसमें बिलीचिंग पाउडर आदि डालने के निर्देश दिए। उन्होने डिस्कॉम से पेयजल स्त्रोतों पर नियमित विद्युत आपूर्ति के निर्देश दिए।
बैठक में अपर जिला कलेक्टर ने नरेगा, एमपी, एमएलए स्थानीय क्षेत्रा कार्यक्रम, बीएडीपी आदि कार्यो की विस्तृत समीक्षा की। उन्होने सभी राजीव गांधी सेवा केन्द्रों को 15 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही जिन पंचायत मुख्यालयों पर मिनी बैंक नहीं है, वहां  नये बनने वाले राजीव गांधी सेवा केन्द्रों में मिनी बैंक स्थापित करने के निर्देश दिए। बैठक में अधीक्षण अभियन्ता राकेश कुमार व प्रेमजीत धोबी, सहायक निदेशक कृषि बनवारी लाल चौधरी समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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विभागों में उपस्थिति की जांच
चौतीस कार्मिक अनुपस्थित
          बाड़मेर, 29 अगस्त। जिले में समय की पाबंदी हेतु चलाए जा रहे निरीक्षण अभियान के अन्तर्गत सोमवार को आकस्मिक निरीक्षण के दौरान चौतीस कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। 
          जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि सोमवार को निरीक्षण दल संख्या 1 प्रभारी महेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया। आकस्मिक निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र धोरीमना में एसटीएस दीपक पालीवाल व ग्रामीण मैल नरेन्द्र विश्नोई अनुपस्थित पाए गए। इसी प्रकार राबाउप्रावि धोरीमना में प्र0अ0 केसरीमल, राउमावि धोरीमना में क0लि0 दिलीप कुमार व च.श्रे.कर्म. मस्ता खां, सर्व शिक्षा अभियान खण्ड कार्यालय धोरीमना में कैयर्स गवर्स नारायणसिंह, आरटी मानसिंह, आरपी  रिडमलराम व गैनाराम, क.लि. भीखाराम विश्नोई व क.लेखाकार मांगीलाल जैन, विकास अधिकारी कार्यालय धोरीमना में विकास अधिकारी संजय अमरावत, क.अभियन्ता वैणीदान व दयालसिंह, क.लि. कमलेशसिंह व ओम प्रकाश, से.नि.लिपिक पुरूषोतम दास व चालक भीखसिंह, महा नरेगा कार्यालय बाडमेर में जेटीओ पप्पूराम, श्रवण कुमार, अवधेशसिंह व मनोहरलाल, लेखा सहायक अरविन्द धारीवाल, डीईओ संदीप सोलंकी, क.लेखाकार दिनेश मूदडा व अनिल कुमार, लेखा सहायक दीपक तथा जोधपुर विद्युत वितरण निगम कार्यालय धोरीमना में व.लि. अब्दुल माजीक, क.लि. सोनाराम, सीसीए नारायणसिंह, चालक हरखाराम, एमआर ताजाराम व बीजाराम तथा एईएन भगाराम अनुपस्थित पाए गए।
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बाडमेर जिला कारागृह
का स्थानान्तरण होगा
बाडमेर, 29 अगस्त। जिला मुख्यालय पर स्थित कारागृह के विस्तार तथा इसमें अधिक कैदियों के लिए सुविधाएं विकसित करने के दृष्टिकोण से इसे अन्यन्त्र स्थापित कर विकसित किया जाएगा। इस संबंध में जिला कलेक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में सोमवार को उनके कक्ष में एक बैठक आयोजित की गई।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर गोयल ने कहा कि वर्तमान कारागृह छोटी पड रही है तथा इसमें कैदियों के लिए अधिक सुविधाओं का विकास संभव नहीं है। इसके मद्दे नजर उक्त कारागृह स्थल व इसकी जमीन नगर पालिका को दी जाएगी जो कि यहां आवासीय कॉलोनी का विकास करेगी तथा इसके बदले में न्यू कवास के पास नया कारागृह परिसर का निर्माण करेगी। उन्होने निर्देश दिए कि नये कारागृह परिसर भविष्य के 50 वर्षो की संभावनाओं के मद्देनजर आवश्यक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। उन्होने उक्त कारागृह परिसर में 400 कैदियों के मद्देनजर बुनियादी सुविधाओं को विकसित करने के निर्देश दिए।
उन्होने बताया कि राज्य सरकार से उक्त योजनाओं का अनुमोदन होने के पश्चात् कारागृह की चार दिवारी का निर्माण कर दिया जाए तथा विस्तृत तकमीना बनाकर सुविधाओ ंका विकास किया जाए। उन्होने नये कारागृह बनने तक वर्तमान कारागृह की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के भी निर्देश दिए।
          बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक सन्तोष चालके ने कैदियों के लिए मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए बेहतर सुविधाओं को विकसित करने की हिदायत दी। बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती उषा जैन, पालिका आयुक्त बनवारी लाल भगत तथा भूमि अवाप्ति अधिकारी मुकुट बिहारी जांगिड समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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कृषि उपज मण्डी के
चुनाव परिणाम घोषित
बाडमेर, 29 अगस्त। कृषि उपज मण्डी समिति बाडमेर के प्रतिनिधियों के चुनाव की मतगणना सोमवार को सम्पन्न हुई। जिसमें सात प्रतिनिधियों को निर्वाचित घोषित किया गया।
रिटर्निग अधिकारी सी.आर. देवासी ने बताया कि कृषक निर्वाचन क्षेत्र संख्या 1 से सरूप कंवर 5 मतों से विजयी रही।  2 से हवा चौधरी 212 मतों से , 4 से पूनम कंवर 265 मतों से, 8 से जमियत 373 मतों से विजयी रहें। इसी प्रकार व्यापारी/ दलाल निर्वाचन क्षेत्र संख्या 1 से वीरचन्द 145 मतों से तथा 2 से हंसराज 24 मतों से एवं हमाल/तुलाईकार निर्वाचन क्षेत्र से तगाराम 8 मतों से विजयी रहें। इससे पूर्व कृषक निर्वाचन क्षेत्र संख्या 3 से श्रीमती नेनू देवी, 5 से वागाराम, 6 से पनाराम तथा 7 से पूराराम का निर्विरोध निर्वाचन हो चुका था।
उन्होने बताया कि मण्डी समिति के अध्यक्ष के पद का निर्वाचन 14 सितम्बर तथा उपाध्यक्ष का निर्वाचन 15 सितम्बर को किया जाएगा। मण्डी समिति के सदस्य हेतु निकाय प्रतिनिधि के रूप में नगर पालिका बाडमेर के प्रतिनिधि का चुनाव 3 सितम्बर को होगा।
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पैदल यात्रियों को स्कूलों में
विश्राम की सुविधा मिलेगी
बाडमेर, 29 अगस्त। सडक के नजदीकतम राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में दशनार्थ पैदल यात्री संघ विश्राम कर सकेंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी प्रा0शि0 पृथ्वीराज दवे ने बताया कि जिला कलेक्टर गौरव गोयल के निर्देशानुसार इस संबध में जिले के समस्त प्रधानाध्यापकों एवं ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए गए है तथा शिक्षकों से अपेक्षा की गई है कि वे पैदल यात्रियों को पूर्ण सहयोग कर इस पुनित कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
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किराडू जुडेगा कैयर्न से पचपदरा के वाईट पिरामिडों से निखरेगा बाडमेर का पर्यटन


किराडू जुडेगा कैयर्न से
पचपदरा के वाईट पिरामिडों



से निखरेगा बाडमेर का पर्यटन
          बाडमेर, 29 अगस्त। जिले में पर्यटन की संभावना को तलाशने के लिए भारतीय पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक डॉ. ललित के पंवार ने सोमवार को जिले का विस्तृत भ्रमण किया। उन्होने जिले में हाईड्रोकार्बन तथा खनन गतिविधियों से पर्यटन को जोडने की संभावना पर जिला कलेक्टर गौरव गोयल से उनके कक्ष में सोमवार को विस्तृत विचार विमर्श किया।
          इस अवसर पर डॉ. पंवार ने बताया कि जैसलमेर में सर्वप्रथम पर्यटन की शुरूआत वहां भूगर्भ में छिपे हाइड्रोकार्बन को तलाशने के लिए आरम्भिक सर्वे के लिए आने वाले विदेशी मेहमानों ने की थी, जिसकी बदोलत आज जैसलमेर पर्यटन के विश्व पटल पर छाया हुआ है। उन्होने बताया कि बाडमेर मे भी अब व्यापक स्तर पर हाईड्रोकार्बन अथवा तेल का उत्पादन हो रहा है तथा इससे पर्यटन को जोडा जा सकता है। उन्होने बताया कि जिले के 12 वीं शताब्दी के गौरवशाली तथा राजस्थान के खजुराहो के रूप में प्रसिद्ध किराडू के मंदिरों को कैयर्न एनर्जी के द्वारा गोद लेकर इसका पर्यटन स्थल के रूप में विकास कराया जा सकता है। उन्होने जिले में तेल गतिविधियों को भी पर्यटन से जोडने के निर्देश दिए। उन्होने बताया कि कैयर्न के किसी एक तेल के कुए तथा रिंग एवं अन्वेषण कार्य की साईट को विजिट ऑफ हाईड्रोकार्बन के रूप में विकसित कर इसे पर्यटकों के लिए खोला जा सकता है। उन्होने बताया कि स्थानीय सैलानियों का इन गतिविधियों में आकर्षण भी होता है।
          उन्होने बताया कि इसी तरह पचपदरा के नमक उत्पादन स्थलों को द लैण्ड ऑफ वाईट पिरामिड के रूप में उभारा जा सकता है, जिससे कि पर्यटक इनकी तरफ आकर्षित हो सकें। उन्होने इसी तरह जिले के अन्य पर्यटन स्थलों को भी विभिन्न पर्यटन दृष्टिकोणों के रूप में विकसित करने के लिए व्यापक कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
डॉ. पंवार ने बाडमेर में आयोजित होने वाले थार महोत्सव की आगामी दस वर्षो की तिथियां निर्धारित करने तथा इसे अन्य प्रसिद्ध महोत्सव से लिंक नहीं कर स्वतन्त्र रूप से थार के मौसम के अनुकूल समय यथा संभव सर्दियों में आयोजित करवाने को कहा ताकि विदेशी पर्यटक इससे अधिक से अधिक रूप से जुड सकें। उन्होने बाडमेर में पर्यटन का राष्ट्रीय स्तर का सेमिनार आयोजित करने तथा पर्यटन उद्योग के विभिन्न संगठनों यथा होटल, टूर एण्ड ट्रेवल्स, टूरिस्ट गाइड आदि को सक्रिय रूप से भागीदारी के लिए आमन्त्रित करने के निर्देश दिए। उन्होने बताया कि बाडमेर में पर्यटन की व्यापक संभावना है तथा यहां की कला एवं संस्कृति, ग्रामीण परिवेश, संगीत एवं नृत्य, हस्तशिल्प आदि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहे जा चुके है।
इससे पूर्व जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने जिले में पर्यटन गतिविधियों की जानकारी दी तथा थार महोत्सव एवं पर्यटन के विभिन्न तत्वों से अवगत कराया। उन्होने बताया कि बाडमेर में पर्यटन अधिकारी तथा पर्यटक सूचना केन्द्र नहीं होने से पर्यटकों को नही जोडा जा रहा है। उन्होने बताया कि घरेलू पर्यटकों के लिए बाडमेर में आदर्श स्टेडियम में मनोरंजन प्लाजा का विकास किया जा रहा है तथा यहां म्युजिकल फाउटेन्ट आकर्षण का केन्द्र होगा।
इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित भी उपस्थित थे।

नेताओं के खिलाफ टिप्पणियों पर ओम पुरी ने मांगी माफी

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संसद में विशेषाधिकर हनन प्रस्ताव का सामना कर रहे अभिनेता ओम पुरी ने सोमवार को नेताओं के खिलाफ अपनी अपमानजनक 61 वर्षीय अभिनेता ने इस बात से भी इंकार किया कि अन्ना हजारे के अनशन के 11वें दिन जब उन्होंने शुक्रवार को रामलीला मैदान में नेताओं को अपना निशाना बनाया, उस समय वे नशे में थे।

पुरी ने कहा कि उन्हें राजनीतिक दलों के नेताओं के लिए अपने कहे दो शब्दों- नालायक और गंवार पर दुख है। उन्होंने स्वीकार किया कि उनके द्वारा इन शब्दों का इस्तेमाल किया जाना अनुपयुक्त था।



उन्होंने कहा कि मुझे मीडिया के माध्यम से विशेषाधिकार हनन संबंधी प्रस्ताव के बारे में जानकारी मिली। मुझे अभी इस संबंध में नोटिस नहीं मिला है। मैं अपने संविधान और संसदीय व्यवस्था में आस्था रखता हूं। अगर मुझे बुलाया गया तो मैं उनके समक्ष जाने और स्पष्टीकरण देने के लिए तैयार हूं। मैं इंतजार करूंगा और देखते हैं क्या होता हैटिप्पणियों के लिए माफी मांगी और कहा कि समन करने पर वे सांसदों के समक्ष पेश होने को तैयार हैं

'बच्चों से उठा बाप का साया, विधवा हुई बहू लेकिन अभागा विधायक हूं मैं'

जयपुर। जवान बेटे को खुलेआम गोलियों से उड़ा दिया। वह बेकसूर था। तीन बच्चों से बाप का साया उठ गया, बहू असमय विधवा हो गई। जिंदगी का हर पल अब मेरे लिए भारी पड़ रहा है। कहने को विधायक हूं, लेकिन अभागा हूं...जो सत्ता के करीब होते हुए भी कुछ नहीं कर पा रहा हूं। राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सोमवार को कांग्रेस विधायक नाथूराम सिनोदिया कह रहे थे।

वे प्रश्नकाल के दौरान जोधपुर जेल में मोबाइल फोन मिलने पर बहस बोल रहे थे। इस दौरान वे इतने भावुक हो गए कि रो पड़े। किशनगढ़ के कांग्रेस विधायक नाथूराम सिनोदिया के बेटे की कुछ दिनों पहले हत्या कर दी गई थी। हत्यारे अजमेर जेल में बंद हैं। और अपराधी वहां से गवाहों को फोन पर धमकाते हैं।

अजमेर जेल का हाल बताते हुए उन्होंने कहा कि अपराधी जेल से खुलेआम मोबाइल पर गवाहों को उड़ाने की धमकी दे रहे हैं। कोई ये तो बताए कि आखिर किस षडयंत्र के तहत खूंखार कैदी शहजाद को जेल से छोड़ा गया...लगता है इस प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज नहीं है, है तो बस गुंडागर्दी।विधायक नाथूराम सिनोदिया सदन में फफकने के बाद अपनी रुलाई बाहर भी नहीं रोक सके।

सदन के बाहर भास्कर संवाददाता को सिनोदिया ने बताया कि जेल में मोबाइल पर पाबंदी के दावे किए जाते हैं, लेकिन हकीकत यह है कैदी जेल से गवाहों को धमकाते हैं। अजमेर जेल के हालात किसी से छुपे नहीं हैं। सरकार को भी बता दिया है। वे कहते हैं, तत्कालीन जेल अधीक्षक को हटाने से काम खत्म नहीं हुआ। अब तक यह क्यों पता नहीं लगा कि आखिर उस हत्यारे को छोडऩे के पीछे किसका हाथ है।

सिनोदिया को अफसोस इस बात का भी है कि सतापक्ष के विधायक होते हुए भी वे कुछ नहीं कर पा रहे हैं। वे खुद सवाल करते हैं कि यदि उनकी जगह आम आदमी होता तो उसकी क्या दशा होती। उसकी तो लाश नसीब होना भी मुश्किल हो जाता।

क्या जवाब दूं पोते, पोतियों को : सिनोदिया बताते हैं कि मृतक बेटे की एक बेटी 12वीं में पढ़ रही है तो दो बेटे छठी और आठवीं में। वे मासूम मुझसे कुछ ना पूछकर भी पल-पल बहुत कुछ पूछ रहे हैं। मैं उन्हें अब तक कोई जवाब ना दे सका। जब भावनाओं पर काबू न रख सका तो इस मुद्दे को सदन में उठा दिया। सिनोदिया को फफकते देख कांग्रेस विधायक ममता भूपेश भी कुछ देर उन्हें ढाढ़स बंधाने पहुंचीं।

कुत्ते से हुआ प्यार, साइंस की छात्रा ने कर दी सारी हदें पार!



अहमदाबाद।शहर के पॉश इलाके में रहने वाली और साइंस (कक्षा 12वीं) की एक छात्रा का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। छात्रा को अपने घर पर पले कुत्ते से इस कदर प्यार हो गया कि अब वह उसे अपना ब्वॉयफ्रेंड मानने लगी है।



छात्रा कुत्ते को लेकर सारी हदें पार कर चुकी है। बताया जाता है कि छात्रा के कमरे से उसके परिजनों को अश्लील साहित्य भी मिले हैं। मजबूरीवश अब परिजनों को मनोचिकित्सक की मदद लेनी पड़ी है।



लगभग 5 वर्ष पहले छात्रा के पिता जर्मन शैफर्ड ब्रीड के एक कुत्ते को घर लाए थे। जैसे-जैसे कुत्ता बड़ा होता गया, छात्रा का उससे प्रेम उतना ही बढ़ता गया। अब तो स्थिति यहां तक पहुंच चुकी है कि छात्रा रात-दिन कुत्ते के साथ ही रहती थी और उसे कुत्ते से एक पल के लिए भी दूर रहना पसंद नहीं।






कुत्ते को लेकर छात्रा का पागलपन इस कदर बढ़ चुका था कि यह बात उसकी सहेलियों तक को पता थी। इन्हीं में से एक सहेली ने यह बात परिजनों बता दी, तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ। पिता ने यह बात सुनते ही कुत्ते को एक स्वैच्छिक संस्था को सौंप दिया। लेकिन छात्रा कुत्ते के प्यार में इस कदर पागल थी कि उसने परिजनों को धमकी दे दी कि अगर कुत्ते को वापस नहीं लाया गया तो वह आत्महत्या कर लेगी।






इकलौती बेटी की इस हरकत से परिजन भी घबरा गए और कुत्ते को घर वापस ले आए। परिजन कुत्ते को वापस तो ले आए लेकिन अब उन्होंने कुत्ते को एक पिंजरे में रखना शुरू कर दिया है और उसकी देखभाल के लिए एक वॉचमैन भी रखना पड़ा है।






इधर, कुत्ते से अलग रहने पर छात्रा की मानसिक हालत बिगड़ गई और वह डिप्रेशन में चली गई। अन्य चिकित्सकों की सलाह पर पिता ने उसे शहर के जाने-माने मनोचिकित्सक को दिखाया है।






छात्रा के कमरे से मिले अश्लील साहित्य:


पुत्री के कुत्ते से इस कदर प्रेम के चलते परिजनों ने जब उसके कमरे और सामानों की तलाशी ली तो काफी मात्रा में अश्लील साहित्य भी बरामद हुआ है।




यह बीमारी 'जूफिलिया' कहलाती है:


चिकित्सीय भाषा में इस बीमारी को जूफिलिया (जानवरों से अत्यधिक प्रेम व संभोग की स्थिति) कहा जाता है। इसकी शुरुआत 'अनकंडिशन लव' के रूप में होती है जो धीरे-धीरे बढ़ते हुए अंत तक 'अनकंडिशनल फिजिकलिटी' में बदल जाती है। पशु के प्रति बढ़ता प्रेम, संभोग तक पहुंच जाता है, जिसे 'सैक्सुअल परवरजन' भी कहा जाता है। विज्ञान में इस समस्या का निदान सिर्फ मनोवैज्ञानिक तरीके से ही संभव है।

दवा वितरण योजना में 20 करोड़ का घपला

दवा वितरण योजना में 20 करोड़ का घपला

जयपुर। आगामी दो अक्टूबर से शुरू होने वाली निशुल्क दवा वितरण योजना घपलों के जंजाल में घिरती नजर आ रही है। स्थिति ऎसी है कि जहां मुख्यमंत्री हर हाल में इस योजना को दो अक्टूबर से शुरू करना चाहते हैं, बस यही बात जैसे विभाग के अफसरों के लिए बिल्ली के भाग्य से छींका टूटने जैसी साबित हो रही है। योजना को शुरू करने के लिए आनन-फानन में करीब 20 करोड़ रूपए के साजो-सामान को बिना निविदा के ही खरीदने के आदेश दे दिए गए हैं। जबकि अधिकारी खुद ही कह रहे हैं कि खरीद में राज्य सरकार के लेखा और वित्तीय नियमों का कठोरता से पालन किया जाए।

सीधे 20 करोड़ का घपला : चूंकि योजना को शुरू होने में कुछ ही समय बचा है। लिहाजा जिलों में बैठे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने अस्पतालों में दवा वितरण काउंटर चलाने के लिए बजट नहीं होने का शोर मचाना शुरू कर दिया। लिहाजा, आनन-फानन में योजना के लिए मुख्यमंत्री ने 20 करोड़ रूपए का अतिरिक्त बजट स्वीकृत किया। बजट स्वीकृत होते ही राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने बजट को जिलों के सीएमएचओ को दे दिया। विभाग के निदेशक जन स्वास्थ्य डॉ. बीआर मीणा की ओर से जरूरी साजो सामान की कीमतें निर्घारित कर बजट खर्च करने के की बात कही गई है।

दरें बाजार दर से अधिक : निशुल्क दवा वितरण योजना के तहत जरूरी साजो-सामान खरीद की जो दरें विभाग ने बिना निविदा व रेट कॉन्ट्रेक्ट के तय की है वे पूरी तरह से अव्यवहारिक प्रतीत होती हैं। वित्त विशेष्ाज्ञों का मानना है कि अगर निविदाएं मांगी जातीं और कंपनियों से रेट कॉन्ट्रेक्ट किया जाता, तो विभाग को करोड़ों रूपए की चपत लगने से बचाया जा सकता था। जहां विभाग ने 165 लीटर के फ्रिज की कीमत 8700 रूपए रखी है, वहीं इस फ्रिज की कीमत खुले बाजार में 7 हजार से भी कम है। वहीं, एक कुर्सी की कीमत 750 रूपए व एक बड़ी रैक की कीमत तीन हजार रूपए रखी गई है। गौरतलब है कि यह खरीद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर होनी है।

विभाग एक और नियम दो : जहां राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन के तहत दवाइयों की खरीद निविदाओं के माध्यम से हो रही है, वहीं 20 करोड़ के साजो-सामान की खरीद बिना निविदा के हो रही है। इसे लेकर खुद महकमे में ही अचरज जताया जा रहा है। वित्त विशेष्ाज्ञों का भी कुछ ऎसा ही मानना है। जबकि इस सामान की खरीद के लिए निदेशालय स्तर पर टेंडर प्रकिया अपनाई जा सकती थी।

इनका कहना है : खरीद के लिए जो दरें तय की हैं, ये अनुमान पर आधारित हैं। अभी तो विधानसभा में बिजी हूं। सत्र के बाद ही देखूंगा कि क्या आदेश निकाले हैं खरीद के लिए।
- डॉ. बीआर मीणा, निदेशक (जन स्वास्थ्य), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग

आरएएस अधिकारी ने की हत्या

आरएएस अधिकारी ने की हत्या

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में सहायक जिला कलेक्टर के रूप में सेवारत सीनियर आरएएस अधिकारी रामदेव सिंह ने सोमवार को अपनी पत्नी की हत्या कर दी। यह घटना श्याम नगर थाना इलाके की है। हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी आरएएस अधिकारी सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अभी यह पता नहीं चला है कि आरोपी ने अपनी 52 वर्षीय पत्नी की हत्या क्यों की। फिलहाल पुलिस मामले की पूछताछ में लगी है।

सूत्रों के अनुसार रामदेव सिंह पिछले कई दिनों से तनाव में थे और उनके सहायक कर्मचारी भी इस बात से वाकिफ थे। सहकर्मियों के अनुसार तनाव दूर करने लिए रामदेव सिंह की काउंसलिंग भी करवाई थी, लेकिन तनाव कम नहीं हुआ।

गौरतलब है कि एक दिन पहले ही प्रदेश के टोंक के देवली में एक इंजीनियर ने भी पारिवारिक कलह की वहज से पत्नी सहित ससुराल पक्ष के चार लोगों की हत्या कर दी थी।