जिला कलक्टर ने किया दौरा,सरकारी चिकित्सा संस्थानों का किया आकस्मिक निरीक्षण,
शहरी एवं ग्रामीण लोक स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत से हुए रूबरू,
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर एवं अधिकाधिक उपयोगी बनाएं - आशीष मोदी
जैसलमेर, जिला कलक्टर आशीष मोदी ने जैसलमेर जिले में लोक स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत से रूबरू होने के लिए शनिवार को जिले का दौरा किया और ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में अवस्थित सरकारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया और चिकित्सा प्रबन्धों की जानकारी ली। जिला कलक्टर ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनज़र इन चिकित्सा केन्द्रों में उपलब्ध आवश्यक एवं ऎहतियाती प्रबन्धों के बारे में जानकारी ली।
इस दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और आयुर्वेद विभाग के अधिकारी भी उनके साथ थे। इनमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश चौधरी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.आर. पंवार, जिला समन्वयक परमसुख सैनी, आयुर्वेद विभागीय उप निदेशक डॉ. रामनरेश शर्मा, आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. लक्ष्मणसिंह आदि प्रमुख हैं।
जिला कलक्टर मोदी ने विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन, चिकित्सा सेवाओं और सुविधाओं के विकास एवं विस्तार के लिए निरन्तर प्रयासरत रहने, मौसमी बीमारियों से बचाव व रोकथाम के लिए प्रभावी लोक जागरुकता संचार, चिकित्सकीय उपकरणों के बेहतर उपयोग तथा चिकित्सा संस्थानों एवं सेवाओं को आदर्श स्वरूप प्रदान करने के लिए समर्पित प्रयासों के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर मोदी ने जिला मुख्यालय स्थित श्री जवाहिर अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण करते हुए विभिन्न प्रभागों, कक्षों, वार्डों एवं परिसरों आदि का अवलोकन किया और इनके बारे में विस्तार से जानकारी ली।
विभिन्न वार्डों का भ्रमण करते हुए जिला कलक्टर ने भर्ती मरीजों की कुशलक्षेम पूछी तथा उन्हें प्राप्त हो रही चिकित्सा सेवाओं और सुविधाओं खासकर निःशुल्क जाँचों और दवाइयों के बारे में जानकारी ली और सरकारी सेवाओं के बारे में फीडबेक लिया। भर्ती मरीजों ने अस्पताल की सेवाओं और चिकित्सा गतिविधियों आदि पर संतोष व्यक्त किया और समय-समय पर अस्पताल की सुध लेने तथा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए जिला कलक्टर का आभार व्यक्त किया।
जिला कलेक्टर ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.आर. पंवार से चिकित्सालय की विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली और मौसमी बीमारियों, डेंगू, मलेरिया आदि रोगियों के आउटडोर के बारे में पूछा और इनसे संबंंधित मरीजों का समय पर उपचार करने के निर्देश देते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा कि मौसमी एवं संक्रामक बीमारियों से बचाव एवं रोकथाम के बारे में आईईसी पर जोर दें तथा व्यापक लोक जागरुकता का संचार करें।
जिला कलेक्टर ने मातृ शिशु स्वास्थ्य वार्ड का भी अवलोकन किया व प्रसूति वाली महिलाओं के लिए की जा रही उपचार व्यवस्थाएं देखी। उन्होंने वहां पर शीट में की जा रही ऑनलाइन एंट्री को देखा एवं आशा, पी.सी. टी. एस. नंबर अधूरे होने की जानकारी सामने आने पर विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीसीटीएस की पूरी एंट्री करें और जिनमें आशा का नाम नहीं है उसका भुगतान नहीं किया जाए। जिला कलेक्टर ने सभी चिकित्सा संस्थानों पर एंड्राइड टेबलेट देने के निर्देश दिए, ताकि सभी संस्थानों पर ऑनलाइन एंट्री आसानी से होती रह सके।
उन्होंनेे प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया, जहां अंबु बैग नहीं होने की जानकारी मिलने पर जिला कलक्टर ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि तुरंत प्रभाव से अंबु बैग उपलब्ध कराएं।
आयुर्वेद अस्पताल का निरीक्षण
जिला कलक्टर ने चिकित्सालय में संचालित आयुर्वेदिक औषधालय व होम्योपैथिक चिकित्सा केंद्र का भी निरीक्षण किया तथा वहां दी जा रही औषधियों के बारे में जानकारी ली। आयुर्वेद विभागीय उप निदेशक डॉ. रामनरेश शर्मा ने आयुर्वेदिक औषधालय की सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
आयुर्वेद औषधालय निरीक्षण करते हुए उन्होंने अस्पताल की जनरल ओपीडी के साथ-साथ जरावस्था, विभिन्न रोगों के निराकरण के लिए औषधियों की उपलब्धता, सुविधाओं आदि के बारे में जानकारी ली और इसी परिसर में संचालित होम्योपैथिक अस्पताल का निरीक्षण करते हुए होम्योपैथिक चिकित्सा सेवाओंं के बारे में जानकारी ली और इसमें रिक्त पड़े पदों को भरने तथा होम्योपैथिक चिकित्सा सेवाओं की पर्याप्त उपलब्धता के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
गांधी कॉलोनी में पंचकर्म चिकित्सा सेवाओं का अवलोकन
जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने गांधी कॉलोनी में संचालित जिला आयुर्वेदिक जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया एवं वहां पर पंचकर्म चिकित्सा पद्धति से संबंधित सेवाओं और सुविधाओं को देखा। इस दौरान विशेषकर पंचकर्म विधाओं से संबंधित कटि बस्ती, शिरोधारा, स्नेहन, स्वेदन आदि से संबंधित उपकरणों का गहन अवलोकन किया, इनसे संबंधित क्रियाविधि आदि का अवलोकन किया और पंचकर्म से संबंधित सेवाओं का पूरा-पूरा उपयोग करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने इस बारे में आयुर्वेद उप निदेशक डॉ. रामनरेश शर्मा, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. चम्पा सौलंकी एवं डॉ हेमतोष पुरोहित आदि से विस्तृत चर्चा की।
आँचल प्रसूता केन्द्र में दी जाने वाली सुविधाओं, औषधियों, खाद्य सामग्री- दलिया, दाल, चावल, घी, प्रसूताओं को दी जाने वाली सौंठ, अजवाईन, शहद इत्यादि के बारे में जानकारी ली।
भागू का गाँव स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण
जिला कलक्टर मोदी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भागू का गाँव का निरीक्षण किया। जिला कलक्टर ने इस दौरान वहां पहले से चल रही सेक्टर मीटिंग में पहुंचकर क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की और ग्राम्यांचलों में लोक स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। इस बैठक में एएनएम, आशा सहयोगिनियों आदि संभागियों को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगले माह ट्रिपल ए कॉम्बीनेशन पर जोर दिया जाए, जिसमें एएनएम, आशा एवं आॅंगनवाड़ी कार्यकर्ता साथ हो। इस संयुक्त कार्यदल को मजबूत किया जाए, जिससे कि महिला एवं बाल विकास विभाग तथा चिकित्सा विभाग का बेहतर एवं प्रभावी समन्वय एक साथ हो तथा पोषण, टीकाकरण व स्वास्थ्य सेवाओं व एएनसी रजिस्टे्रशन को उपलब्धिमूलक बनाते हुए गुणवत्ता लायी जाए। इससे आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वास्थ्य सेवाओं के सूचकांक में बढ़ोतरी भी होगी।
जिला कलक्टर ने आशा डायरी, आरसीएस रजिस्टर व आँगनवाड़ी का पोषण सर्वे रजिस्टर भी प्रत्येक मीटिंग में अनिवार्य रूप से साथ लाने के निर्देश दिये और कहा कि इनमें जो भी सेक्टर प्रभारी और महिला एवं बाल विकास विभागीय अधिकारी होगा, वे संयुक्त रूप से मिलकर प्रत्येक मीटिंग का बिंदुवार फोलोअप करेंगे और मीटिंग समाप्ति पश्चात मीटिंग मिनिट्स बनाते हुए संबंधित जिला अधिकारियों को भेजेंगे।
बड़ोडा गांव के चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण
जिला कलक्टर ने बड़ोड़ा गांव के राजकीय आयुर्वेद औषधालय तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण किया और दवाइयों की उपलब्धता तथा रोगियों के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली।