रविवार, 26 मई 2019

जोधपुर *कलेक्टर कार्यालय में महिला ने महिला को मारा चाकू- मचा हड़कंप

जोधपुर *कलेक्टर कार्यालय में महिला ने महिला को मारा चाकू- मचा हड़कंप*



जोधपुर/ पहली पत्नी के होते दो शादियां करने को लेकर चल रहे विवाद में रविवार दोपहर जिला कलक्टर कार्यालय परिसर में कार्यपालक मजिस्ट्रेट कोर्ट के बाहर पहली पत्नी ने पति की दूसरी पत्नी के सीने में चाकू मार दिया। घायल महिला को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उदयमंदिर थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि मण्डोर थानान्तर्गत लालसागर में बाबू कॉलोनी निवासी मुकेश वाल्मीकि ने दो शादियां कर रखी हैं। दोनों पत्नियां एक ही घर में रहती हैं।
शनिवार रात घर में झगड़ा होने पर मंडोर थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी और मुकेश को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया। जिसे रविवार दोपहर कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के लिए लाया गया। इस दौरान जमानत देने के लिए दूसरी पत्नी संतोष पुत्र के साथ कोर्ट पहुंची। इसका पता लगने पर पहली पत्नी रेखा भी कोर्ट पहुंच गई। कोर्ट के बाहर संतोष को खड़ा देख पहली पत्नी रेखा आवेश में आ गई। उसने जमानत न करवाने का दबाव डाला लेकिन उसने ऐसा करने से मना कर दिया। इस बात पर दोनों झगड़े पर उतारू हो गईं। आरोप है कि रेखा ने नारियल काटने में प्रयुक्त होने वाले चाकू से संतोष के सीने में वार कर दिया। वह घायल हो गई और खून बहने लगा। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को महात्मा गांधी अस्पताल की आपातकालीन इकाई में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है। घायल के पर्चा बयान के आधार पर मामला दर्ज किया जा रहा है आरोपी महिला मौके से भाग गई।

भाजपा कार्यकर्ता की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं स्मृति ईरानी, अर्थी को दिया कंधा

*भाजपा कार्यकर्ता की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं स्मृति ईरानी, अर्थी को दिया कंधा*           


                        
अमेठी/ अमेठी के गौरीगंज इलाके के बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. सुरेंद्र स्मृति ईरानी के करीबी माने जाते थे. उन्होंने स्मृति की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी. घटना की सूचना मिलने के बाद स्मृति दिल्ली से अमेठी पहुंचीं. उन्होंने मृतक के परिजन से मुलाकात की और सुरेंद्र के शव को कंधा भी दिया. सुरेंद्र के बेटे ने इस मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर शक जताया है।सुरेंद्र सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए गांव में लोगों की भीड़ उमड़ी थी. वहीं, गांव में तनाव को देखते हुए मौके पर फोर्स को तैनात किया गया है. पीएसी के अलावा बड़ी संख्या में पुलिसबल मौके पर पहले से ही मौजूद हैं।स्मृति ईरानी के करीबी नेता के हत्या के मामले में 7 लोग हिरासत में छापे
बता दें कि रविवार सुबह इस मामले में मृतक सुरेंद्र सिंह के बेटे अभय ने कांग्रेस समर्थकों पर पिता की हत्या का शक जताया था. अभय ने कहा, 'मेरे पिता स्मृति ईरानी के प्रचार में चौबीसों घंटे लगे रहते थे. स्मृति ईरानी की जीत के बाद विजय यात्रा निकाली जा रही थी. ये बात कांग्रेस समर्थकों को अच्छी नहीं लगी, शायद इसीलिए उनकी हत्या कर दी गई. हमें कुछ लोगों पर संदेह है.'
हालांकि, पुलिस को इस  वारदात के पीछे परिवारिक रंजिश होने का शक है. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि सात लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. हमें उम्मीद है कि केस 12 घंटे में सुलझा लिया जाएगा.

*जेसलमेर जनता के पास सीधे पहुंच समस्याएं जानकर समाधान करने का युवा कलेक्टर का सराहनीय प्रयास*

*जेसलमेर जनता के पास सीधे पहुंच समस्याएं जानकर समाधान करने का युवा कलेक्टर का सराहनीय प्रयास*

*लोगो के बीच जाने से समस्याओं की वास्तविकता का पता चलता है;मेहता*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक की खास रिपोर्ट*

जैसलमेर पश्चिमी सरहद  के जेसलमेर जिले में युवा और ऊर्जावान जिला कलेक्टर नमित मेहता ने ग्रामीणों के बीच जाकर उनकी समस्याएं जानने का सराहनीय अभियान चला रखा है।।दिखने में यह साधारण कार्य लगता है जिला कलेक्टर ने जो विजन बताया वह इन दौरों को खास बना देता है। जिले में जनता पर दोहरी प्राकृतिक मार इस वक्क्त पड़ रही है।। अकाल की स्थति और पेयजल समस्या इस वक्क्त जेसलमेर की प्रमुख समस्या है।।ग्रामीण क्षेत्रो में पशुधन के लिए चारा  डिपो और पशु शिविर खोलने की मांगें लगातार प्रशासन के पास आती रहती है तो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पेयजल की समस्या बराबर मुंह फाड़े है।।ग्रामीण क्षेत्रो में स्थति बदतर है।।पेयजल लोगो की प्रमुख आवश्यकता है।।लोगो की मांग भी यही है कि दिन निकले इतना पानी तो उन्हें मिलना ही चाहिए।।अकाल की स्थति बने कोई दो से तीन माह हो गए । जिला प्रशासन ने कठिन आपदा नियमो के बावजूद करीब ढाई सौ स्व अधिक पशु शिविर खोल दिये। पशु शिविरों के मामले में पिछली सरकार ने इतने कड़े नियम बना लिए थे जिससे शिविर खुलना असम्भव सा था। ग्राम पंचायतों ,सहकारी सनीतियो को इनके संचालन की जिम्मेदारी दी गई।।ग्राम पंचायतें और सहकारी समितियां शुद्ध व्यापारिक संस्थाए है।जंहा लाभ दिखेगा वही काम करेंगे।पशु शिविर संचालित करने के लिए प्रति माह तीनसे चार लाख रुपयों की जरूरत रहती है। इतना पैसा ये संस्थाएं नही लगाना चाहती मगर जिला प्रशासन के हसक्षेप के चलते शिविर शुरू तो हो गए।पशु शिविरों का पैसा भुगतान  से पहले निरीक्षण रिपोर्ट, ,ग्राम सेवक ,पटवारी ,सरपंच से अधि प्रमाणित बिल ही प्रस्तुत होता है यदि निरीक्षण में पशु कम पाए गए तो पखवाड़े का पूरा पैसा कम पाए गए पशुओं की संख्या के आधार पर कट जाता है जिसके डर की बजह से सरकारी एजेंसियां पैसा नही लगती ।शिविरों के भुगतान नियमानुसार एक पखवाड़े के खत्म होने पर बिल पेश करते एक सप्ताह में करना होता है।मगर पशु शिविरों के संचालन में कई दिक्कतें है।स्वीकृति अधिकतम  दो सौ पशुओं के लिए  होती है मगर गांव में पशुधन अत्यधिक होने से संचालन करता एजेंसी के सामने चुनोती पूर्ण है।।इसी तरह जिला प्रशासन ने कमीशन्ड और नॉन कमीशन्ड गांवो में आपदा प्रबंध के तहत पेयजल टेंनकर शुरू किए है।।इन टेंकरो की प्रभावशाली  लोगों के टांकों में खाली होने की अक्सर शिकायते आती रहती है।।उसी मद्देनजर जिला कलेक्टर ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू होने का अभियान चलाया ताकि पशुओं को चारा वक़्त पर और सही मात्रा में मिले और टेंनकर सार्वजनिक  टैंकों या पशु खेलियो मे ही खाली हो इसकी मोनिटरिंग की जा सके।।जिला कलेक्टर के ग्रामीणों के बीच पहुंचने से मिलनेववाली शिकायतों में अतिरेक्त न होकर वास्तविक समस्याएं मिलती है ।ये समस्याएं जिला कलेक्टर की नजर में रहती है अन्यथा शिकायते ग्रामीण अपनी आपसी   गुटबाज़ी के कारण कर प्रशासन के लिए सरदर्द पैदा कर देती है।जिला कलेक्टर के ग्रामीण क्षेत्रो में पहुंचने से उनके सामने पुख्ता समस्याएं आती है जिसका निवारण खुद की देखरेख में करवाते है।।
भीषण गर्मी और आंधियों की।परवाह किये बिना ग्रामीणों के बीच पहुंचना कलेक्टर की प्रतिबद्धता दर्शाता है।

*जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि ग्रामीणों के समक्ष जाना सामान्य प्रक्रिया है।इसके बावजूद लोगो के बीच जाने से समस्याओ के धरातल तक पहुंचने में मदद मिलती है वास्तविकता सामने आती है।।प्रशासन ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए कटिबद्ध है।।पशुओं के लिए पर्याप्त संख्या में शिविर और चारा डिपो खोले है।इनमें जरूरत के हिसाब से चारा आपूर्ति हो इसकी व्यवस्था की गई है।ताकि पशुधन सरंक्षित रहे।।इसी तरह कमीशन्ड सुर नॉन कमीशन्ड गांव सुचिब्द कर पेयजल टैंकर भेजे जा रहे।।सभी क्षेत्रों के ग्रामीणों से रूबरू होने का अभियान है जारी रहेगा।।*

बाडमेर*अंतर्ध्यान हुई महिला के प्रति उमड़ा आस्था का ज्वार,मौके पर लोगो का तांता लगा,पूजा पाठ शुरू*

बाडमेर*अंतर्ध्यान हुई महिला के प्रति उमड़ा आस्था का ज्वार,मौके पर लोगो का तांता लगा,पूजा पाठ शुरू*


*बाडमेर पश्चिमी सरहदी जिले बाडमेर के एक गांव में शनिवार को एक महिला भगवान की आराधना करते करते अचानक विलुप्त हो गई।।घर वालो ने इसे अंतर्ध्यान होने बताया।महिला जिस जगह से गायब हुई वहाँ राख का ढेर मिला था।।रविवार को मौके पर बड़ी तादाद में साधु संत और ग्रामीण पहुंच रहे है।।आस्था का नया केंद्र बन गया है यह गांव।।जिस स्थान पर महिला अंतर्ध्यान हुई उस स्थान पर धुणा रोपा गया है तथा पूजा पाठ जाती है।।

उल्लेखनीय है कि बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी के रतनपुरा गाँव में 5 साल की भगवान की भक्ति के बाद लीला नाम की महिला के  आज सुबह अचानक अलोप हो जाने का चोकाने वाला मामला सामने आया है परिजन व ग्रामीण इसे देवीय चमत्कार मान रहे हैं सुबह से यह समाचार आग की तरह फैल गया जिस किसी को लीला के अलोप होने के चमत्कार का समाचार मिल रहा है बड़ी संख्या में लोग लीला के घर पहुँच रहे हैं लिला के भाई उदाराम से हुई बातचीत में बताया कि लिला पिछले 5 साल से भगवान की भक्ति कर रही थी लोगों को कई चमत्कार भी दिए हैं उदाराम नेे बताया 15 दिन पहले लीला ने कहा था अब मैंने 5 साल की भक्ति कर ली मुझे भगवान लेने आएंगे मैं उनके साथ जाना चाहती हूं लीला एक बंद कमरे में भक्ति में दिन रात लीन रहती थी आज सुबह करीब 4:00 बजे खड़ी होकर परिवार वालों को जगाया और कमरे में जाकर अपना ध्यान लगाकर भक्ति करने लग गई लेकिन काफी देर बाद जब देखा तो लीला अलोप हो चुकी थी कमरे में ज्योति जल रही थी ओर एक त्रिशूल व माला उस ज्योति में पाए गए जिसके अनुसार परिवार के सदस्य व ग्रामीण भी इसे एक चमत्कार मान रहे हैं इस चमत्कार को देखने के लिए दूर-दूर से ग्रामीणों के आने का तांता लगा हुआ है साधुसन्त भी इसे कल युग में इस घटना को चमत्कार मान रहे हैं सुचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुचीं तथा घटना की जानकारी ली।

*जैसलमेर रेतीले धोरे में दबे पुरानी बी एस एफ पोस्ट में कंप्यूटर ट्रेनिंग एंड रिकरूपमेंट केंद्र खोल सरहदी छात्रों को दिया तोहफा*

*जैसलमेर रेतीले धोरे में दबे पुरानी बी एस एफ पोस्ट में कंप्यूटर ट्रेनिंग एंड रिकरूपमेंट केंद्र खोल सरहदी छात्रों को दिया तोहफा*

*देश मे सरहद एरिया में बी एस एफ द्वारा स्थापित पहला कंप्यूटर सेंटर*

*जेसलमेर गर हो हौसला बुलंद तो पहाड़ों से भी रास्ते निकाले जा सकते है।मगर रेगिस्तानी धोरों में कभी भारत पाक युद्ध की  साक्षी बनी सीमा सुरक्षा बल के रेगिस्तान में दबी पुरानी पोस्ट आधुनिक कंप्यूटर लेब में तब्दील हो जाये तो यह दुनिया का नोवा आश्चर्य है।इस आश्चर्य को स्थापित करने में सीमा सुरक्षा बल की 56 bn बटालियन ने कड़ी मशक्कत के बाद मूर्तरूप देकर शनिवार को सरहदी पोछिना गांव के ग्रामीणों को सुपुर्द की ताकि गांव के बच्चे को कंप्यूटर सीखने शहर न जाना पड़े।अब सरहदी छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा उनके अपने गांव में मिलेगी।।इस ख्वाब को हकीकत में बदला बटालियन के कमांडेंट एस एस मांड ने।।शनिवार को इस लेब का उद्घाटन सेकड़ो ग्रामीणों और जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक राजेश कुमार ने किया।।

जिस स्थान पर सुनिल दत्त के क्लासिक फ़िल्म रेशमा और शेरा फिल्माई यह वही स्थान है।जजेसलमेर जिले का रेगिस्तानी गांव पोछिना। लम्बे समय से सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट एस एस मंद  स्टेट ऑफ आर्ट के तहत ग्रामीणों की मांग पर गांव में कंप्यूटर ट्रेनिंग और रिकरूपमेंट सेंटर स्थापित करने की योजना पर विचार कर रहे थे।इसी कड़ी में उन्होंने भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध की गवाह बनी पुरानी पोस्ट (बंकर) जो रेगिस्तानी धोरों में दब चुकी थी।इसे ऐतिहासि रूप देने के लिए पोस्ट के ऊपर  आये रेगिस्तानी टीले को हटाने का कार्य शुरू किया करीब दस माह का समय इसमे लग गया।।आसपास के टीलों को भी हटाकर इस सेंटर का पुननिर्माण करवाया।।पोस्ट के आसपास रेत के टीलों को हटाकर इसे खेल मैदान के रूप में तब्दील कर दिया।।भारत वर्ष में सीमा सुरक्षा बल का सरहदी क्षेत्र में छात्रों के लिए यह पहला कंप्यूटर ट्रेनिंग और रिकरूपमेंट सेंटर है।।सीमा सुरक्षा बल के सामाजिक सरोकार को सरहदी ग्रामीणों ने जमकर सराहा।इस नवाचार से करीब पन्द्रह सौ की आबादी वाले इस गांव के छात्र छात्राएं लाभान्वित होंगे।अब उन्हें कम्प्यूटर शिक्षा के लिए शहर तक का सफर नहीं करना पड़ेगा।शनिवार को भव्य समारोह में सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक राजेश कुमार ने सेकड़ो ग्रामीणों,जन प्रतिनिधियों और सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो और जवानों की उपस्थिति में लोगो को समर्पित किया। इस सेंटर की खूबसूरती में दो साइड में आये रेगिस्तानी टीले चार चांद लगा रहे।।