शुक्रवार, 3 अक्तूबर 2014

जासूसी एजेंसियों को शक: यूपी का रहने वाला है नया अल कायदा चीफ, दारुल उलूम से ले चुका है तालीम

नई दिल्‍ली: भारतीय उपमहाद्वीप में आतंकवादी संगठन अल कायदा की ब्रांच खुलने के बाद खबरें आई थीं कि इसका चीफ मौलाना आसिम उमर पाकिस्‍तानी मूल का शख्‍स है, लेकिन इस मामले में मिली नई जानकारी से भारतीय जासूसी एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। एजें‍सियों को शक है भारतीय उपमहाद्वीप का अल कायदा चीफ उत्‍तर प्रदेश का रहने वाला है। यह भी माना जा रहा है कि यह शख्‍स देवबंद स्थित दारुल उलूम से तालीम लेने के बाद 1990 में भारत से बाहर चला गया था। 
 जासूसी एजेंसियों को शक: यूपी का रहने वाला है नया अल कायदा चीफ, दारुल उलूम से ले चुका है तालीम
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्‍सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, यूपी पुलिस और इंटेलिजेंस ब्‍यूरो ने भारत में 1990 के दशक में आतंकी संगठन सिमी से जुड़े कई लोगों से इस बारे में पूछताछ की है। एजेंसियां इन लोगों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्‍या उस वक्‍त कोई भारतीय नागरिक विदेश गया था? एक इंटेलिजेंस अधिकारी के मुताबिक, अभी तक एजेंसी को कोई ठोस सूचना नहीं मिली है, लेकिन टुकड़ों में जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक, मौलाना आसिम उमर भारतीय हो सकता है। 

90 के दशक में पहुंचा पाकिस्‍तान 
अखबार ने पाकिस्‍तानी सूत्रों के हवाले से बताया है कि मौलाना उमर 90 के दशक में पाकिस्‍तान पहुंचा था। इसके बाद उसने कराची स्थित मजहबी तालीम देने वाली संस्‍था जामिया उलूम-ए- इस्‍लामिया में पढ़ाई शुरू की। इस संस्‍था से मौलाना मसूद अजहर और दूसरे बड़े आतंकवादी निकल चुके हैं। संस्‍था की वेबसाइट पर दावा किया गया है कि भारत समेत करीब 60 देशों के स्‍टूडेंट्स यहां तालीम ले चुके हैं। मौलाना आसिम उमर को आतंकवाद का ककहरा निजामुद्दीन शमजई नाम के धर्मगुरु ने सिखाया, जिसे तालिबान का करीबी माना जाता है। 

और गहराया शक 
पाकिस्‍तान के बहुत सारे पत्रकार @Pak_witness नाम का टि्वटर हैंडल फॉलो करते हैं। यह पाकिस्‍तान में चल रहे इस्‍लामिक आंदोलनों से जुड़ी जानकारी हासिल करने का एक प्रभावी जरिया माना जाता है। उमर के नए अल कायदा चीफ घोषित होने के बाद इस अकाउंट से ट्वीट करके उसके बारे में बताया गया था कि वह भारत में दारुल उलूम देवबंद से ग्रैजुएट है और कराची के कई मदरसों में भी पढ़ा चुका है। 

क्‍या कहना है दारुल उलूम का 
दारुल उलूम के प्रवक्‍ता मौलाना अशरफ उस्‍मानी ने कहा कि तस्‍वीरों की गैरमौजूदगी और उस शख्‍स की यहां रहने की संभावित तारीख की जानकारी न होने से इस बारे में पुष्टि या इनकार करना मुश्‍क‍िल है कि वह कभी स्‍टूडेंट था या नहीं। उस्‍मानी के मुताबिक, उनके यहां हजारों स्‍टूडेंट आते हैं। इसके अलावा, जो बीच में पढ़ाई छोड़ देते हैं, उनकी भी पूरी जानकारी दर्ज नहीं होती।   

यहां रावण ने काटा था अपना सिर, भगवान शिव से पहले होती है रावण की पूजा



राजस्थान का धर्म और आस्था से बहुत ही गहरा नाता है। लेक सिटी के नाम से फेमस उदयपुर में एक ऐसी जगह है जहां भगवान शिव से पहले रावण की पूजा की जाती है। यह स्थान है भगवान कमलनाथ महादेव, जो झीलों की नगरी उदयपुर से 80 किमी दूर झाड़ोल तहसील में स्थित है। कहा जाता है, इस मंदिर की स्थापना स्वयं लंकापति रावण ने की थी।



यह वह स्थान है जहां भगवान शिव को खुश करने के लिए रावण ने अपना सिर काट कर अग्नि कुण्ड में अर्पित कर दिया था। इस स्थान के साथ ऐसी मान्यता है कि यदि भगवान शिव की पूजा से पहले रावण की पूजा ना की जाये तो सारा कर्म काण्ड व्यर्थ जाता है अर्थात पूजा का कोई फल नहीं मिलता। कहा जाता है कि मेवाड़पति और वीर योद्धा महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी की लड़ाई के बाद कुछ समय इस स्थान पर व्यतीत किया था।
भगवान कमलनाथ महादेव के इस अद्भुत मंदिर से सम्बंधित एक कथा प्रचलित है- एक बार लंकापति रावण भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए कैलाश पर्वत पर पहुंचा और तपस्या करने लगा, उसके कठोर तप से प्रसन्न हो भगवान शिव ने रावण से वरदान मांगने को कहा। रावण ने भगवान शिव से लंका चलने का वरदान मांग डाला। भगवान शिव लिंग के रूप में उसके साथ जाने को तैयार हो गए, उन्होंने रावण को एक शिव लिंग दिया और यह शर्त रखी कि यदि लंका पहुंचने से पहले तुमने शिव लिंग को धरती पर कहीं भी रखा तो मैं वहीं स्थापित हो जाऊंगा। कैलाश पर्वत से लंका का रास्ता काफी लम्बा था, रास्ते में रावण को थकावट महसूस हुई और वह आराम करने के लिए एक स्थान पर रुक गया। और ना चाहते हुए भी शिव लिंग को धरती पर रखना पड़ा।आराम करने के बाद रावण ने शिव लिंग उठाना चाहा लेकिन वह टस से मस ना हुआ, तब रावण को अपनी गलती का एहसास हुआ और पश्चाताप करने के लिए वह वहीं पर पुनः तपस्या करने लगे। वह भगवान को खुश करने के लिए दिन में एक बार शिव का 100 कमल के फूलों के साथ पूजन करते थे। ऐसा करते-करते रावण को साढ़े बारह साल बीत गए। उधर जब ब्रह्मा जी को लगा कि रावण की तपस्या सफल होने वाली है तो उन्होंने उसकी तपस्या विफल करने के उद्देश्य से एक दिन पूजा के समय एक कमल चुरा लिया।एक कमल के कम होने के कारण रावण के सामने विकट स्थिती उत्पन्न हो गई। इस पर रावण ने कमल की जगह भगवान भोले बाबा को खुद का सिर काट कर अग्नि कुण्ड में समर्पित कर दिया। भगवान शिव रावण की इस कठोर भक्ति से फिर प्रसन्न हुए और वरदान स्वरुप उसकी नाभि में अमृत कुण्ड की स्थापना कर दी। साथ ही इस स्थान को कमलनाथ महादेव के नाम से घोषित कर दिया। उसी समय से यहां रावण की पूजा भगवान शिव से पहले की जाती है।इसी जगह पर भगवान राम ने भी अपने वनवास का कुछ समय बिताया था। यह मंदिर रामायण कालीन है। इस मंदिर की सबसे बड़ी बात यह हे की इस मंदिर में रावण की मूर्ति भी बाबा कमलनाथ भगवान के पास ही लगी है। भक्त गण आते हैं और शिव के साथ यह इस मूर्ति की भी करते हैं। मंदिर में रामायण कालीन भी मुर्तिया लगी हुई है और बाहर बने चित्रों में रावण के सिर चढ़ाते हुए कहानी रूप में चित्रित किया गया है। यहां एक गोमुखी कुण्ड भी है जहां हजारों भक्त अपनी प्यास निर्मल और प्राकृतिक जल से तृप्त करते है। इस गोमुख के जल का प्रवाह भी अति प्राचीन है।


सन 1576 में महाराणा प्रताप और अकबर की सेनाओं के मध्य हल्दी घाटी का संग्राम हुआ था। हल्दीघाटी की लड़ाई के बाद महाराणा प्रताप ने भी यहां अपने पुत्र व पत्नी का साथ समय बिताया था। यहीं पर महाराणा प्रताप ने होली जलाई थी। उसी समय से समस्त झालौड़ में सर्वप्रथम इसी जगह होलिका दहन होता है। आज भी प्रतिवर्ष महाराण प्रताप के अनुयायी झालौड़ के लोग होली के अवसर पर पहाड़ी पर एकत्र होते है जहां कमलनाथ महादेव मंदिर के पुजारी होलिका दहन करते है। जिसकी अग्नि की रौशनी को देख आसपास के 100 से अधिक गावों में होलिका दहन किया जाता है।

सवाईमाधोपुर युवती की नहाते हुए बनाया एमएमएस, धर्म परिवर्तन का दबाव

सवाईमाधोपुर। एक युवती ने गुरूवार को दो युवकों के खिलाफ अश्लील क्लिपिंग बनाकर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने बताया कि प्राथमिकी में आरोपित रज्जाक व रफीक को नामजद किया है। 

girl made porn clippings in sawai madhopur rajasthan


आरोपित युवकों ने पीडित युवती को चार दिन पहले उसकी बहन के ससुराल गंगानगर गांव से अपहरण कर लिया था। वे उसे जयपुर ले गए। वहां दरगाह में रज्जाक ने उससे निकाह कर लिया। 


दोनों ने नहाते समय उसकी अश्लील क्लिपिंग बना ली। अगले दिन उसे टोंक ले आए। वहां उसे कमरे में बंद कर दिया और उसके नशीले इंजेक्शन लगाए। होश आने पर मिर्च का पानी पिलाया। 

उन्होंने इस दौरान युवती पर बार-बार धर्म परिवर्तन करने के लिए दवाब डाला। विरोध करने पर मारपीट की। खिड़की से कूद, बाइक सवार से ली लिफ्ट पुलिस ने बताया कि पीडित युवती बुधवार सुबह जैसे-तैसे कमरे की खिड़की से कूदकर भाग निकली। -  

यहां रावण नहीं है बुराई का प्रतीक, धूमधाम से होती है पूजा -



नई दिल्ली। बुराई पर अच्छाई की जीत, यानी दशहरा शुक्रवार को पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। हालांकि रावण को बुराईयों का प्रतीक माना जाता है, लेकिन हमारे देश में कई जगह ऎसी भी है, जहां रावण को जलाया नहीं बल्कि उसकी पूजा की जाती है। इतना ही नहीं मध्यप्रदेश में तो बकायदा रावण का ससुराल भी है।
Here Ravana is not the symbol of evil





मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मंदसौर में रावण की पूजा की जाती है। मंदसौर नगर के खानपुरा क्षेत्र में रावण रूण्डी नामक स्थान पर रावण की विशालकाय मूर्ति है। कहा जाता है कि रावण दशपुर (मंदसौर) का दामाद था। रावण की धर्मपत्नी मंदोदरी मंदसौर की निवासी थीं। मंदोदरी के कारण ही दशपुर का नाम मंदसौर माना जाता है। उत्तरप्रदेश में गौतमबुद्ध नगर जिले के बिसरख गांव में भी रावण का मंदिर निर्माणाधीन है। मान्यता है कि गाजियाबाद शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर गांव बिसरख रावण का ननिहाल था। नोएडा के शासकीय गजट में रावण के पैतृक गांव बिसरख के साक्ष्य मौजूद नजर आते हैं। इस गांव का नाम पहले विश्वेशरा था, जो रावण के पिता विश्रवा के नाम पर पड़ा। कालांतर में इसे बिसरख कहा जाने लगा।

जोधपुर शहर में भी लंकाधिपति रावण का मंदिर है, जहां दवे, गोधा एव श्रीमाली समाज के लोग रावण की पूजा-अर्चना करते हैं। ये लोग मानते हैं कि जोधपुर रावण की ससुराल थी। रावण के वध के बाद रावण के वंशज यहां आकर बस गए थे। उक्त समाज के लोग स्वयं को रावण का वंशज मानते हैं।

महाराष्ट्र के अमरावती और गढ़चिरौली जिले में कोरकू और गोंड आदिवासी रावण और उसके पुत्र मेघनाद को अपना देवता मानते हैं। अपने एक खास पर्व फागुन के अवसर पर वे इसकी विशेष पूजा करते हैं। इसके अलावा, दक्षिण भारत के कई शहरों और गांवों में भी रावण की पूजा होती है। मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के चिखली ग्राम में ऎसी मान्यता है कि यदि रावण को पूजा नहीं गया तो पूरा गांव जलकर भस्म हो जाएगा इसीलिए वहां भी रावण का दहन नहीं किया जाता बल्कि दशहरे पर रावण की पूजा होती है। गांव में ही रावण की विशालकाय मूर्ति स्थापित है। -

गुरुवार, 2 अक्तूबर 2014

गाडियों के लिए वीआईपी धार्मिक नंबर लेना हुआ महंगा

वाहनों के लिए वीआईपी और मनचाहे नंबर जैसे 101, 111 और 786 लेना अब महंगा हो गया है। सरकार ने ऎसे नंबरों की दरें बढ़ा दी हैं। राजस्थान सरकार ने वीआईपी वाहन नंबरों की दरें दो से तीन गुणा तक बढ़ा दी हैं। अब यह पहले के पांच हजार की बजाए न्यूनतम 10 हजार रूपए से शुरू होंगे। उन्हीं नंबरों की दरें बढ़ाई गई है जो धार्मिक आधार पर लिए जाते हैं। 
Taking VIP numbers on vehicles becomes expensive
चौपहिए के लिए एक और 786 नंबर लेने के लिए 31 हजार की बजाए एक लाख एक हजार रूपए देने होंगे। दो या अधिक आवेदनकर्ता होने पर नम्ब्ारों की बोली भी लगाई जा सकती है। जिला परिवहन अधिकारी जुगल किशोर माथुर ने बताया कि नई दरें बुधवार यानि एक अक्टूबर से लागू हो गई। इसके अनुसार सबसे महंगे नंबर की न्यूनतम कीमत 21 हजार और सबसे सस्ते नंबर की न्यूनतम राशि 2100 रूपये हो गए है। 

नई दरों पर एक नजर
वाहन - विशिष्ट नंबर - पुरानी दरें - नई दरें 
दुपहिया - 1,9,786 एवं 9999 - 5000 - 10000
दुपहिया अन्य क्रमांक एडवांस श्रेणी - 1000 - 5000
दुपहिया नए वाहन केलिए पुराने नंबर - 1000 - 5000
चौपहिया - 1 एवं 786 - 31000 - 101000
चौपहिया 2 से 9, 11, 101, 1111,9999 - 21000 - 51000
चौपहिया तीन या चार समान अंक के लिए - 11000 - 21000
चौपहिया शेष्ा क्रमांक - 5000 - 11000
चौपहिया नए वाहन के लिए पुराने नंबर - 11000 - 21000 -  

यहां देवी माता का भी होता है "बीमा", चढ़ते हैं करोड़ों के गहने -



जबलपुर। अब अब आपने कई तरह के बीमों के बारे में सुना होगा, लेकिन शायद ऎसे बीमा के बारे में नहीं, क्योंकि यह कोई इंसान या वस्तु का नहीं बल्कि भगवान का बीमा है। जी हां, मध्यप्रदेश के जबलपुर में कई ऎसे देवी मंदिर है जहां देवियों की प्रतिमाओं का भी बीमा कराया जाता है।
Rare mata statues in MP which get insured


यहां के नगर सेठानियां सुनरहाई, नुनहाई वाली माता के नाम से प्रसिद्ध इन देवी प्रतिमाओं बीमा किया गया है। इसके अलावा नवरात्रों के मौके पर इनका करोड़ों रूपए के असली हीरे-जवाहरातों से श्ृंगार किया गया है। बुंदेलखंडी प्रतिमाएं दिखने में एक जैसी लगती हैं, किंतु इनके श्ृंगार में विविधता देखने को मिलती है। इन दोनों देवियों के श्रृंगार को लेकर अघोçष्ात प्रतियोगिता चलती है।




सुनरहाई माता ने इस बार पन्ना माइंस वाले दस हीरे जडित नथ पहनी है। इसके अलावा करीब तीन किलो सोने तथा पचास किलो से अधिक चांदी के हार, चूड़ी, पायल आदि दर्जनों गहनों से श्ृंगार किया है। इनके गहनों की कीमत 1.7 क रोड़ रूपए है वहीं बीमा 25 लाख रूपए का किया गया है।




मां नुनहाई बुंदेलखंडी संस्कृति को दर्शाती है। माता ने इस बार तीस नग हीरों से सुशोभित नथ-बैंदी पहनी है। इसके अलावा करीब सवा दो किलो सोना व तीस किलो से अधिक चांदी, मोती, माणिक, नीलम के आभूषण धारण किए हैं। 20 लाख का बीमा है वहीं गहनों की कीमत 1.3 करोड़ रूपए है।




ये हैं गहने-

दोनों ही प्रतिमाओं का श्ृंगार बुंदेलखंडी पारंपरिक आभूषणों से किया होता है। इनमें माता के गले में बिचोहरी, पांजणीं, मंगलसूत्र, झुमका, कनछड़ी, सीतारामी तीन, रामीहार दो, हीरे जडित नथ-बेंदी, गुलुबंध, मोतियों की माला दमकती है। हाथों में गजरागेंदा, बंगरी, दोहरी, ककना, अंगूठी, बाजूबंध शोभायमान होते हैं। कमर बंध, लच्छा एवं पैरों में पायजेब, तोड़ल, बिजौरीदार, पैजना, बिछिया और पायलें होती हैं। माता की तलवार, चक्र, छत्र, आरती की थाल भी चांदी की होती है। यही नहीं सेठानियों के शेर भी सोने का मुकुट, हार और चांदी की पायल व छत्र धारण करते हैं। साथ ही जवारों में चांदी के छत्र और विमानों को स्वर्ण व रजत पत्रों से सजाया जाता है, जो इस वर्ष भी तैयार हो चुका है। 

पाकिस्तान एयरलाइंस हैरान, इंटरनेशनल फ्लाइट्स से गायब हो रही हैं एयर होस्टेस -

कराची। पाकिस्तान की सरकारी विमान सेवा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) इन दिनों बेहद परेशान है। परेशानी का कारण भी वाजिब है, एयरलाइंस की कम से कम 16 एयर होस्टेस और क्रू मेंबर्स पिछले पांच महीनों में लापता हो चुके हैं। पिछले महीने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की चार एयर होस्टेस उस होटल से गायब होने के बाद अपनी वापसी की उड़ान में नहीं पहुंच सकीं थीं, जिसमें विमान के चालक दल के सदस्य ठहरे थे।16 air hostesses, crew of Pak airline disappear in Canada

एक मुताबिक पीआईए के एक प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की है कि पिछले पांच महीने में पीआईए की उड़ानों में कनाडा जाने के बाद एयर होस्टेस और चालक दल की महिला सदस्य लापता हो गई हैं। प्रवक्ता का मानना है कि ये एयर होस्टेस जानबूझकर कहीं निकल गई हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एक चैनल ने प्रवक्ता के हवाले से बताया कि कनाडा जाकर वापस न आने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, इन मेंबर्स के खिलाफ इंटरनेशनल एविएशन कानूनों के तहत भी कार्रवाई होगी।
इन महिला कर्मचारियों के कनाडा जाकर गायब होने के पीछे आर्थिक तंगी से जूझती पीआईए को वजह माना जा रहा है। इस एविएशन कंपनी के 17 हजार कर्मचारी हैं, लेकिन इनके पास महज 36 एयरक्राफ्ट ही हैं, जिनमें से 10 कल-पुजोंü की कमी की वजह से उड़ान भरने में असमर्थ हैं। सूत्रों का कहना है कि पीआईए के कर्मचारियों का गायब होना उनमें अनुशासन और उचित ट्रेनिंग की कमी की ओर भी इशारा करता है। ऎसे में मुमकिन है कि वे आर्थिक तंगी की वजह से कनाडा में दूसरे विकल्पों की तलाश के लिए रूक गए हों।

देखे सूचि। राजस्थान निकाय चुनाव के कांग्रेस ने जिला प्रभारी नियुक्त किये

देखे सूचि। राजस्थान निकाय चुनाव के कांग्रेस ने जिला प्रभारी नियुक्त किये 



प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. अर्चना शर्मा ने बताया कि...जयपुर नगर निगम हेतु पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, पूर्व विधायक श्री संयम लोढ़ा, श्री हाजी कय्यूम खान, श्री खुशवीर सिंह एवं श्री टीका राम जूली...

जोधपुर नगर निगम हेतु पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान, प्रदेश कांग्रेस सचिव डॉ. खानू खाँ बुधवाली, श्री वेद प्रकाश सोलंकी एवं श्री अनूप ठाकुर...

उदयपुर नगर निगम हेतु पूर्व मंत्री श्री प्रमोद जैन भाया, श्री रामकेश मीणा, श्री पवन गोदारा एवं श्री सुरेश मिश्रा...

कोटा नगर निगम हेतु पूर्व सांसद श्री रघुवीर मीणा, विधायक श्री दर्शन सिंह, प्रदेश कांग्रेेस सचिव श्री गिरि राज गर्ग, श्री अजीज मंसूरी एवं श्री राजीव शुक्ला (सुरोट)...

बीकानेर नगर निगम हेतु पूर्व मंत्री श्री लक्ष्मण सिंह रावत, पूर्व विधायक श्री भगवान सहाय सैनी, श्री जाकिर हुसैन गैसावत एवं श्री कृष्ण मुरारी गंगावत...

और

भरतपुर नगर निगम हेतु पूर्व मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, श्री भरोसी लाल जाटव एवं श्री के.के. हरितवाल को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।

उन्होंने बताया कि इसी प्रकार...

भिवाड़ी (अलवर) में पूर्व मंत्री श्री अशोक बैरवा, कार्यकारी जिलाध्यक्ष (धौलपुर) श्री रोहित बोहरा, श्री कमल चौधरी व श्री बिरदी चन्द शर्मा...

नीम का थाना (सीकर) में श्री सुरज्ञान घोसल्या व श्रीमती रमा बजाज...

झुन्झुनू में पूर्व विधायक श्री जुबेर खान व पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष श्री राम नारायण मीणा...
अलवर में विधायक श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, पूर्व विधायक श्रीमती ममता भूपेेश, प्रदेश कांग्रेस सचिव श्री आदित्य शर्मा व वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमेन श्री लियाकत अली...

सीकर में पूर्व मंत्री श्री मुरारी लाल मीणा, श्री विनोद चौधरी, श्री अयूब खान व श्रीमती शारदा साद...

बिसाऊ (झुन्झुनू) में पूर्व प्रधान श्री हरसहाय यादव व श्री इन्द्राज गुर्जर...

पिलानी (झुन्झुनू) में श्री हरजीन्द्र प्रधान व श्री दिनेश शर्मा (जयपुर)...

माउण्ट आबू (सिरोही) में श्री सोमेन्द्र फालना व श्री गोरधन कोठारी...

बाड़मेर में पूर्व विधायक श्री अलाउद्दीन आजाद व प्रदेश कांग्रेस महासचिव श्री नीरज डांगी...

सिरोही में पूर्व विधायक श्री रामचन्द्र जारौड़ा व श्री राजेन्द्र पारीक (प्रागपुरा)...

पिण्डवाडा (सिरोही) में पूर्व मंत्री श्री मांगीलाल गरासिया व प्रदेश कांग्रेस सचिव श्री दिनेश यादव,

शिवंगज (सिरोही) में पूर्व विधायक श्री भीमराज भाटी, श्री दानिश अबरार व श्री ललित जड़वाल...

पाली में पूर्व मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा, N.S.U.I. के प्रदेश अध्यक्ष श्री मुकेश भाकर एवं श्री जगदीप गुर्जर...

सुमेरपुर (पाली) में पूर्व मंत्री श्री परसराम मोरदिया, अजमेर शहर जिलाध्यक्ष श्री महेन्द्र रलावता व श्री चेतन डूडी...

जालौर में पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी व श्री महेश शर्मा (दौलतपुरा)...

भीनमाल (जालौर) में श्री राकेश पारीक व श्री प्रशांत बैरवा...

फलौदी (जोधपुर) में विधायक श्री सुखराम विश्नोई, पूर्व विधायक श्री गंगा सहाय शर्मा व श्री फूल सिंह ओला...

जैसलमेर में पूर्व मंत्री मास्टर भँवर लाल मेघवाल व श्री कर्ण सिंह उचियाड़ा...

बालोतरा (बाड़मेर) में पूर्व सांसद श्री खिलाड़ी लाल बैरवा व श्री पूसाराम गोदारा...

नाथद्वारा (राजसमन्द) में पूर्व मंत्री श्री हरि मोहन शर्मा व श्री विवेक धाकड़...

कानोड (उदयपुर) में पूर्व विधायक श्री रमेश खींची व श्री भंवर बहादुर चीता...

निम्बाहेड़ा (चित्तौडग़ढ़) में विधायक श्री गिर्राज सिंह मलिंगा व पूर्व विधायक श्री रतन देवासी...

रावतभाटा में विधायक श्री रमेश मीणा व प्रदेश कांग्रेस महासचिव श्री सुशील शर्मा...

आमेट में श्री पी.आर. मीणा व श्री महेश शर्मा (बुनकर संघ)...

बांसवाड़ा में पूर्व विधायक श्री उदयलाल आंजना, विधायक श्री अशोक चांदना व श्री कमल मीणा...

चित्तौडग़ढ़ में पूर्व मंत्री श्री महेन्द्र जीत सिंह मालवीय व श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत...

कैथून (कोटा) में विधायक श्रीमती शकुंतला रावत व श्री जौहरी लाल मीणा...

सांगोद (कोटा) में पूर्व विधायक श्री मंगला राम गोदारा एवं श्रीमती गंगा देवी...

मांगरोल (बारां) में पूर्व विधायक श्री नवल मीणा व प्रधान श्री नरेन्द्र सिंह बडबेल...

छबड़ा (बारां) में प्रदेश कांग्रेस महासचिव श्री पंकज मेहता व जिला प्रमुख श्री राकेश बोयत...

ब्यावर (अजमेर) में श्री रूपाराम मेघवाल, श्री समर्थ शर्मा (बूंदी) व श्री श्रवण रावत...

डीडवाना (नागौर) में पूर्व मंत्री श्री जसराज जयपाल व श्री अमित मुदगल...

मकराना (नागौर) में प्रदेश कांग्रेस सचिव श्री अजीत सिंह शेखावत व पूर्व प्रधान श्री हरगोविन्द कटारिया...

टोंक में पूर्व मंत्री श्री रामगोपाल बैरवा, विधायक श्री घनश्याम मेहर, श्री राजू गुप्ता व श्री महेश चौहान...

पुष्कर (अजमेर) में पूर्व विधायक श्री महेन्द्र चौधरी व श्री राजेश नागौरा...

चूरू में विधायक श्री धीरज गुर्जर, पूर्व प्रधान श्रीमती साबो मीणा व प्रधान श्री महेन्द्र तिवाड़ी...

राजगढ़ (चूरू) में पूर्व सांसद श्री भरत मेघवाल व पूर्व मंत्री श्रीमती नसीम अख्तर...

श्रीगंगानगर में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष श्री गोपाल सिंह शेखावत, श्री राजेन्द्र शर्मा (बड़ के बालाजी) व श्री राजेश कुमावत (जैतारण)...

सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर) में विधायक श्री श्रवण कुमार, पूर्व विधायक श्री सालेह मोहम्मद व श्री संदीप शर्मा (दौसा)

और

हनुमानगढ़ में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री दीपेन्द्र सिंह शेखावत, श्री गोपाल कैशावत व श्री धूप सिंह पूनियां को... पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।

घूस लेते कनिष्ठ अभियन्ता, दो तकनीकी सहायक अरेस्ट

जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने गुरूवार को बिजली विभाग सैपऊ जिला धौलपुर के कनिष्ठ अभियन्ता राहुल सोनी, तकनकी सहायक हेमकान्त त्यागी और दोजीराम को नौ हजार रूपए की रिवत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। three electricity board official employee arrested for taking bribe in dholpur
ब्यूरो ही महानिरीक्षक स्मिता श्रीवास्तवने बताया कि परिवादी महेन्द्र सिंह ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई कि उसके घर पर कुछ दिन पहले बिजलीघर सैपऊ का कनिष्ठ अभियन्ता एवं उसका स्टाफ आकर फोटो खींच कर ले गए थे। इसके उपरान्त परिवादी सैपऊ बिजली घर के कनिष्ठ अभियन्ता से मिला तो उसने तकनीकी सहायक हेमकान्त त्यागी से मिलने को कहा।

तकनकी सहायक ने परिवादी से वीसीआर नहीं भरने की एवज में दस हजार रूपए रिश्वत की मांग की। मामला नौ हजार में तय हुआ। ब्यूरो टीम धौलपुर द्वारा शिकायत के सत्यापन के उपरांत टेप का आयोजन कर बिजली विभाग सैपऊ जिला धौलपुर के कनिष्ठ अभियन्ता राहुल सोनी, तकनकी सहायक हेमकान्त त्यागी और दोजीराम को नौ हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।

नौ हजार रूपए में से तीन हजार रूपए तकनीकी सहायक हेमकान्त त्यागी, तीन हजार रूपए दोजीराम के पास तथा तीन हजार रूपए कनिष्ठ अभियन्ता राहुल सोनी के कमरे की पत्रावली में से बरामद किए गए। उक्त प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अग्रिम कार्रवाई की जा रही हैं। -