गुरुवार, 28 मार्च 2013

कई स्कुलो में होगा मां भारती का जलगान

कई स्कुलो में होगा मां भारती का जलगान
- सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग की नई पहल
- पानी बचने का सन्देश देगा यह कार्यकर्म

बाड़मेर , राज्य भर में पानी बचने और जल के अपव्यय को रकने के लिए काम कर रहा सीसीडीयू का आईईसी अनुभाग रेतीले बाड़मेर से एक ख़ास पहल की शुरुवात करने जा रहा है . बाड़मेर के कई विधालय सीसीडीयू के आईईसी अनुभाग के इस ख़ास कार्यकर्म से रूबरू होते नजर आएँगे . सीसीडीयू के आईईसी कंसलटेंट अशोक सिंह ने बताया की अगले महीने बाड़मेर जिले के कई विधालयो में माँ भारती का जलगाँन कार्यकर्म आयोजित किया जायेगा . माँ भारती के जलगान में पानी के उस पुरे चक्र को शामिल किया गया है जिसमे की पानी भाप बनकर किस तरह पर्वतों पर बदल का रूप लेने के बाद बरसात के रूप में फिर धरा पर पहुचता है . इसी पानी के चलते नदी ,बांध ,पोखर , नाले, तालाब,खेत और पनघट पर हँसी आबाद है .जल से सारी सभ्यतायें ,जल एक ही है, पर अनेक है आधार की बात को सार्थक करने वाले इस कार्यकर्म में बच्चो के साथ साथ बड़ो को भी जोड़ा जायेगा . इस नविन पहल का मकसद स्कुल में पढने वाले बच्चो को पानी के पुरे चक्र को सरलता से न केवल समझाना है बल्कि वर्तमान हालातो में पानी को लेकर लापरवाह हो चुकी सोच को भी बदलना है . एक तरफ बच्चे जहा हर तरह के सकारात्मक सन्देश को बहुत जल्दी ग्रहण कर लेते है वही दूसरी तरफ बच्चो से बात बड़ो तक भी सहजता से पहुचती है . आने वाली गर्मियों की छुट्टियों से पहले इस नविन पहल को धरा पर उतरने के पीछे एक मकसद यह भी है की बच्चे इन गर्मियों की छुट्टियों में पानी बचाने की बात करे . सिंह ने बताया की माँ भारती के जलगान कार्यकर्म में स्कुलो के बाद कोलेजो और जिला मुख्यालय के साथ साथ ग्रामीण इलाके में मोजूद आवाशीय मदरसों में भी यह कार्यकर्म आयोजित किये जाएँगे .



यह है माँ भारती का जलगान

जयति जय जय जल की जय हो
जल ही जीवन प्राण है।
यह देश भारत....

सागर से उठा तो मेघ घना
हिमनद से चला नदि प्रवाह।
फिर बूंद झरी, हर पात भरी
सब संजो रहे मोती - मोती।।
है लगे हजारों हाथ,
यह देश भारत.....

कहीं नौळा है, कहीं धौरा है
कहीं जाबो कूळम आपतानी।
कहीं बंधा पोखर पाइन है
कहीं ताल, पाल औ झाल सजे।।
कहीं ताल-तलैया ता ता थैया,
यह देश भारत....

यहां पनघट पर हंसी- ठिठोली है
नदी तट पर लगती रोली है।
जल मेला है, जल ठेला है
जल अंतिम दिन का रेला है।।
जल पंचतत्व, जल पदप्रधान
यह देश भारत....

जल वरुणदेव, नदियां माता
जल ही वजु-पूजा-संस्कार।
जल से सारी सभ्यतायें
जल एक ही है, पर नेक आधार।
मां भारती का जलगान है यह
यह देश भारत.....

बाड़मेर 5 बोलेरो बरामद, तीन गिरफ्तार

5 बोलेरो बरामद, तीन गिरफ्तार

बाड़मेर
जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के निर्देश पर जिले में हो रही वाहन चोरी के अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाये जा रहे अभियान की कड़ी मे वाहन चोरो की धरपकड़ एवं वाहनो की बरामदगी हेतु गठीत टीम द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए तीन चोरो को गिरफतार कर 5 बोलेरो वाहन बरामद करने मे सफलता हासिल की है।
नाजिम अली वृताधिकारी वृत बाड़मेर के निर्देशन एवं देवाराम चौधरी नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली के नेतृत्व मे गठीत टीम निरजन प्रतापसिह उ.नि. थानाधिकारी महिला थाना, सुरेन्द्रसिह उ.नि. थानाधिकारी धोरिमन्ना, जयराम उ.नि. थानाधिकारी सेड़वा, महिपालसिह कानि. (जिला साईबर सैल), मुलाराम सउनि, शिवदानसिह सउनि, कानि. इन्द्रसिह, जालमसिह, धर्माराम कानि. थाना कोतवाली द्वारा वाहन चोरी की समस्त घटनाओ के बारे मे विस्तृत जानकारिया हासिल कर चोरो की धरपकड का अभियान चलाया। मुखबिर की सूचना के आधार पऱ वाहन चोर जूंजाराम पुत्र नेनाराम जाट निवासी मिठड़ा खुर्द थाना धोरीमन्ना, जुंजाराम पुत्र. भोमाराम जाट निवासी केकड़ थाना सेड़वा, भिखसिह पुत्र विशनसिह सोा राजपुत निवासी साता थाना बाखासर को गिरफतार किया। इनसे गहनता से पुछताछ करने पर इन्होने 7 बोलेरो वाहन चोरी करना कबुल किया जिनमे से 6 वाहन बाड़मेर शहर से एवम 1 वाहन बायतु से चुराना कबुल किया। इनसे अब तक 5 बोलेरो वाहन बरामद हो चुके है जबकि 2 वाहन बरामद करना शेष है। इस वाहन चोरी गेंग से जुड़े अन्य साथियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है जिनकी गिरफ्तारी पर और वाहनो की बरामदगी की सम्भावना है। इन्हे कल न्यायालय मे पेश किया जायेगा।

राजस्थान दिवस पर मुह पर पट्टी बांध करेगे मान्यता की मांग


राजस्थान दिवस पर मुह पर पट्टी बांध करेगे मान्यता की मांग 

बाड़मेर

अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता सघर्ष समिति बाड़मेर तथा घटक संगठन मोटियार परिषद्, छात्र परिषद्, महिला परिषद्, चिन्तन परिषद के तत्वाधनान में राजस्थान दिवस पर राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर कार्यकर्ता मुंह पर पट्टी बांधकर राजस्थानी भाषा की मान्यता की मांग करेंगें।
समिति के जिला प्रवक्ता रमेशसिंह इन्दा ने बताया कि राजस्थान दिवस पूरे राजस्थान में मनाया जा रहा है। राजस्थानी भाषा के बिना कैसा राजस्थान गूंगा राजस्थान के तहत राजस्थानी भाषा को मान्यता की मांग को लेकर तीस मार्च को प्रातः दस बजे सामूहिक विरोध धरना दिया जाएगा। उन्होने बताया कि प्रदेश महामंत्री राजेन्द्रसिह बारहठ तथा संभाग उपपाटवी चन्दनसिंह भाटी के निर्देशानुसार तीस मार्च को प्रातः दस बजे राजस्थानी भाषा समिति से जुड़े समस्त कार्यकर्ता भाषा प्रेमी अहिसां चौराहे से काली मुंह पर पट्टी लगाकर राजस्थान भाषा की मान्यता की मांग करेगें। उन्होने समिति के समस्त पदाधिकारियों, समस्त घटक संगठनों के पदाधिकारियों से नियत समय पर कार्यक्रम में शरीक होने की अपील की है। उन्होने बताया कि मुंह पट्अी बांध शांति रैली निकाली जाएगी तथा जिला कलक्टर बाड़मेर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सुपुर्द किया जाएगा।

पीपाड़ में पत्थराव,कस्बा बंद

पीपाड़ में पत्थराव,कस्बा बंद

जोधपुर। जिले के पीपाड़ कस्बे में बुधवार शाम होली की गैर निकालने के दौरान पथराव के बाद दो पक्षों में तनाव के बाद गुरूवार को कस्बा बंद है। कस्बे में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मौके पर हालात संभाले हुए हैं। कस्बे में फिलहाल शांतिपूर्ण हालात हैं।

भीलवाड़ा में रंगरेलिया मनाते तीन गिरफ्तार

भीलवाड़ा में रंगरेलिया मनाते तीन गिरफ्तार

भीलवाड़ा। भीलवाड़ा जिले के बोली गांव में सदर थाना ने एक निजी फॉर्म हाउस पर तीन दोस्तों को एक कॉलगर्ल के साथ गिरफ्तार किया गया। सदर थाना पुलिस के मुताबिक,भीलवाड़ा निवासी नवीन सिंधी के फार्म हाउस पर उसके दोस्त गंगापुर निवासी महादेव मीणा,जयपुर निवासी सतीश भार्गव को पुलिस ने एक कॉलगर्ल के साथ गिफ्तार किया।

तीनों मुम्बई निवासी युवती को जयपुर से भीलवाड़ा लेकर आए थे। युवती बीस हजार रूपए में मंगलवार को मुबंई से जयपुर आई थी, जिसे महादेव और सतीश भीलवाडा के लिए लेकर आए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के बाद स्थानीय थाना पुलिस फार्म हाऊस पर छापा मारकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया।

उम्र 17 साल,पहुंचा बैंक लूटने

उम्र 17 साल,पहुंचा बैंक लूटने

जोधपुर। जोधपुर पुलिस ने बुधवार रात 17 साल के एक बाल अपचारी को बैंक लूटने का प्रयास करने के दौरान दबोचा। उसके पास से कुछ औजार भी बरामद हुए हैं। मामला जोधपुर के शास्त्री नगर थाने का है।


शास्त्री नगर पुलिस के अनुसार सेक्टर सात रोड स्थित एसबीबीजे बैंक का चौकीदार बैंक के आस-पास गश्त कर रहा था। किसी काम से वह बैंक के पिछले हिस्से में गया तो उसने पाया की छत के रास्ते से एक युवक बैंक में प्रवेश कर रहा है। इस बारे में तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने बैंक में लूट का प्रयास करते किशाोर को दबोचा। पुलिस उसके साथियों को तलाश रही है।

सुरंग खोद एसबीबीजे बैंक में घुसे लुटेरे



सुरंग खोद एसबीबीजे बैंक में घुसे लुटेरे



दौसा/जयपुर। राजस्थान के दौसा जिले में लुटेरों ने कलेक्ट्री परिसर में स्थित बैंक लूटने के लिए होली और धूलंडी की छुटि्टयों का फायदा उठा सुरंग खोद डाली। बैंक परिसर के नीचे से खोदी गई इस सुरंग के जरिए लूटेरे बैंक मैनेजर के ऑफिस तक पहुंच गए लेकिन कैश उनके हाथ नहीं लगा।

बैंक लूट के लिए इस सुरंग का खुलासा गुरूवार को तब हुआ जब 2 दिन की छुट्टी के बाद बैंक खोला गया। यह मामला कोतवाली थाना इलाके का है और कलेक्ट्री परिसर के सामने ही दौसा एसपी का कार्यालय भी है। 

कबाड़खाना से बनाई सुरंग

होली और धुलंडी पर दौसा कलेक्ट्री में छुट्टी थी। साथ ही परिसर में स्थित एसबीबीजे बैंक की शाखा में भी अवकाश था। इन्हीं दो दिनों में से ही सुरंग खोदी गई थी। 

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कलेक्ट्री परिसर में जहां से सुरंग खोदी गई है, उस स्थान पर कबाड़ पड़ा है, जिस कारण वहां कोई नहीं जाता। ऎसे में सुरंग का किसी को पता नहीं चल सका।




बैंक में नहीं था कैश

बैंक शाखा के मैनेजर रामभजन मीणा ने बताया कि हर शाम बैंक शाखा का पूरा कैश बाजार में स्थित एसबीबीजे बैंक की बड़ी शाखा में भेजा जाता है। सोमवार शाम भी छुट्टी से पहले सारा कैश मुख्य शाखा में भेज दिया गया था। बैंक में घुसे लुटेरों ने लूट का प्रयास तो किया है लेकिन कैश नहीं होने के कारण बैंक से रूपया नहीं ले जा सके। 



मैनेजर के दस्तावेज खंगाले

बैंक मैनेजर रामभजन मीणा ने बताया कि सोमवार को केबिन में कुछ दस्तावेज छूट गए थे। सुबह जब बैंक खुला तो दस्तावेज नहीं मिले। बैंक में ही दस्तावेजों की तलाश की जा रही है। पुलिस के अनुसार लूट में दो से ज्यादा बदमाशों का हाथ होने की आशंका है। 

थाने में किन्नरों का हुडदंग,हो गए न्यूड

थाने में किन्नरों का हुडदंग,हो गए न्यूड

रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम में होली के दिन जहां पूरा शहर होली के रंगों से सराबोर हो रहा था वहीं दूसरी तरफ स्टेशन रोड थाना परिसर में पुलिस से नाराज किन्नरों ने अपने सारे वस्त्र उतार कर अश्लील नृत्य का प्रदर्शन कर रहे थे।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जावरा रोड स्थित बोहरे की चाल निवासी सावित्री बाई (45) ने थाने पर शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पड़ोस में रहने वाला किन्नर पूनम जान अपने अन्य किन्नर साथियों के साथ उसे और उसके परिजनों को अश्लील गालियां देता है और अश्लील हरकतें कर परेशान करता है।

सावित्री बाई इसकी शिकायत लेकर जब स्टेशन रोड थाने में पंहुची तो उसी समय किन्नर पूनम भी वहां पहुंच गया। किन्नर पूनम ने सावित्री बाई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने इनकार कर दिया। इससे नाराज होकर पूनम और उसके अन्य किन्नर साथियों ने विरोध में अपने सारे वस्त्र उतार कर हंगामा मचाते हुए अश्लील नृत्य करना शुरू कर दिया।

किन्नरों का आरोप था कि पुलिस उनकी शिकायत पर कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक डॉ.जी केपाठक और उप पुलिस अधीक्षक एसकेएस तोमर भी मौके पर पंहुच गए। बाद में पुलिस ने पूनम और बबली किन्नर के खिलाफ अश्लीलता का प्रर्दशन करने के मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया।

सूखे के कारण शादी को तरसे कुंवारे



राजकोट।। एक तरफ गुजरात के संत आसाराम बापू पर पानी की बर्बादी को आरोप लग रहे हैं, वहीं गुजरात में एक गांव ऐसा भी है जहां के युवकों की शादी इस कारण नहीं हो रही है क्योंकि वहां पानी की कमी है। पूरे इलाके में सूखा पड़ा हुआ है।
bride
कुछ समय पहले तक ये लोग अपने इलाके के हॉट बैचलर्स (कुंवारे) थे, लेकिन तभी इनके गांव में सूखा पड़ा और यही कुंवारे शादी के लिए अयोग्य बन गए। यह कहानी अमरेली जिले के देदान गांव की है। यहां की पानी की समस्या ने गांव के युवाओं की शादी के इंतजार को बढ़ा दिया है। सिर्फ देदान नहीं, सूखा पूरे अमरेली जिले में है।

12,000 की आबादी वाले इस गांव में पिछले कुछ महीनों के दौरान लड़की के घरवालों ने कम से कम 4 युवकों से सगाई तोड़ दी है। वजह लड़की के घरवाले नहीं चाहते कि उनकी बेटी को पीने का पानी लाने के लिए रोज 5 किमी पैदल चलना पड़े।

यह इस बात का संकेत है है कि सौराष्ट्र में पानी का संकट कितना विकट रूप धारण कर चुकी है। अमरेली जिला पानी के संकट से जूझ रहा है। साल 2012 में सालाना सिर्फ 56 प्रतिशत बारिश हुई जबकि साल 2011 में यहां 93 प्रतिशत बारिश हुई थी। अमरेली टाउन के महज कुछ इलाकों में पीने का पानी हर 12 दिन में मिलता है। जबकि बाकी कई अन्य टाउन और गांव में स्थानीय लोगों और नगरपालिका के बीच पीने के पानी को लेकर विवाद होता रहता है।

देदान गांव के 25 साल के यूनुस गोरी के परिवार के एक सदस्य के अनुसार,'जैसे ही लड़की के घरवालों को पानी की कमी का पता चला, उन्होंने सगाई तोड़ दी।' गोरी की शादी पालीताना की एक लड़की के साथ तय हुई थी।

देदान गांव के 28 साल के दुकानदार सनीर गोरी भी इस बात से चिंतित हैं कि राजकोट की एक लड़की के साथ उनकी सगाई भी पानी की समस्या के कारण ही टूट गई। जब पूरा अमरेली जिला पानी का समस्या से जूझ रहा है तो देदान गांव की स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है, क्योंकि यहां पीने के पानी का एकमात्र स्रोत एक सार्वजनिक कुंआ भी सूख गया है। गांव को महंगे पानी के टैंकरों के सहारे जीना पड़ रहा है।

गांव के सरपंच नथुआ राठौड़ कहते हैं, 'कोई भी अपनी लड़की की शादी इस गांव में नहीं करना चाहता है। गांव में पानी की समस्या की स्थिति बिगड़ती जा रही है।' सरपंच के अनुसार हमने कई बार सरकार से अनुरोध किया कि ट्यूबवेल खुदवा दिए जाएं या टैंकर्स की व्यवस्था की जाए, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

औरतें पानी के पानी के लिए सुबह 5 बजे उठती हैं। गांव के एक निवासी सुल्तान कहते हैं कि हम 500 लीटर के पानी के टैंक को 100 रुपए देकर खरीदना पड़ता है। कुछ गांववालों को अपने बेटों की शादी के लिए मजबूरी में गांव छोड़कर जाना पड़ा है। गांव से सूरत चले जाने वाले वलजी पटेल (परिवर्तित नाम) का कहना है, 'मैंने पिछले 3 सालों से अपने बेटे की शादी के लिए हरसंभव प्रयास किया, लेकिन लड़की के घरवाले पहले पानी की स्थिति जानना चाहते हैं।'