शुक्रवार, 1 मार्च 2013

दिल्‍ली में लड़के भी सुरक्षित नहीं, पुलिस अफसर के बेटे के साथ रेप

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्‍ली में महिलाएं तो महिलाएं, अब लड़के भी सुरक्षित नहीं हैं। एक आइजी अफसर के 17 साल के बेटे के साथ उसके दो दोस्तों ने जबरन सेक्‍स किया। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूरे मामले की जांच जारी है।
दिल्‍ली में लड़के भी सुरक्षित नहीं, पुलिस अफसर के बेटे के साथ रेप
दिल्‍ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि जिन आईजी के बेटे के साथ यह कुकर्म हुआ है, वह दिल्‍ली में ही अपने परिवार के साथ रहते हैं। एक सप्ताह पहले वह पत्नी के साथ बाहर गए थे। घर में उनका 17 साल का नाबालिग बेटा व एक नौकरानी अकेले थी।

आईजी के नाबालिग बेटे ने अपने घर में दोस्‍तों के लिए पार्टी रखी थी। इसमें उसके दोस्‍त फहीम व जॉनी भी आए थे। जमकर सब ने शराब पी। इसके बाद 3-4 दोस्त अपने अपने घर चले गए थे। लेकिन फहीम व जॉनी वहीं रूके। दोनों ने नाबालिग के साथ जबरन कुकर्म किया। कुकर्म के बाद उन्‍होंने घर के महंगे सामान पर भी हाथ फेर दिया।

कुछ दिनों बाद जब आईजी अपनी पत्‍नी के साथ घर लौटे तो सामान नहीं पाकर पुलिस में शिकायत की। पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि आईजी के बेटे के साथ कुकर्म हुआ है।

बाड़मेर आखिर लापरवाह पी एम् ओ को हटाते क्यों नहीं विधायक

बाड़मेर .अस्पताल की व्यवस्थाए ख़राब।।।

 ..आखिर लापरवाह पी एम् ओ को हटाते क्यों नहीं विधायक

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित राजकीय अस्पताल की खस्ताहाल व्यवस्थाओ को लेकर आये दिन जन प्रतिनिधि और अधिकारी बयाँ बजी करते नज़र आते हें ,मगर अस्पताल के हालत सुधारने का नाम नहीं ले रहे ,आखिर सुधारे तो कैसे अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी इसके लिए पुर्णतः दोषी हें ,वे एक आदर्श प्रशासक की भूमिका में पुर्णतः विफल रहे .प्रमुख चिकित्सा अधिकारी स्वय अस्पताल के समय घर पर मरीज देखने में व्यस्त रहते हें ,जब अधिकारी स्वयं अपने काम के प्रति जवाबदार नहीं हें तो उनके सहयोगी स्टाफ से क्या उम्मीद कर सकते हें ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी का स्थानांतरण ब्यावर हो रखा था क्षेत्रीय विधायक जिद करके बाड़मेर ले आये ,इस अधिकारी की कार्यशैली पर चिकित्सा विघाग के आला अधिकारी डॉ सुमित शर्मा ने नाराजगी जाती थी उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी शुरू की मगर यह्जा भी विधायक उनकी मदद करते नज़र आये .,दिल्ली से आई केन्द्रित टीम ने भी प्रमुख चिकित्सा अधिकारी की कार्यशैली पर नाराज़गी जताई थी मगर उनकी सेहत पर कोई असर नहीं हुआ ,विधायक द्वारा हर माह अस्पताल का निरिक्षण कर व्यवस्थाओ में सुधर के निर्देश दिए जाते हें ,जब विधायक के बार बार निरिक्षण के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओ में सुधर नहीं हो तो इसे अधिकारी को विधायक लेकर क्यों बेठे हें ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के विधायक के साथ व्यक्तिगत तालुकात होने के चलते कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही हें ,विधायक वास्तव में अस्पताल की व्यवस्थाओ में सुधार चाहते हें तो सबसे पहले प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को हटाने का सहस दिखाए ,अन्यथा बार बार अस्पताल का दौर कर अव्यवस्थाओ का रोना रोना बंद करे ,जन हित में विधायक कड़े फैसले लेने की बजे अपने मातहत भरष्ट अधिकारियो को शाह देना बंद करे ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी द्वारा अस्पताल में गुटबाजी फेलाकर माहौल ख़राब किया जाता रहा हें जिससे चिकित्सको में उनके प्रति एज ए अधिकारी नाराजगी हें ,

बलात्कार के बाद आत्मदाह का प्रयास

बलात्कार के बाद आत्मदाह का प्रयास
नागौर। बलात्कार के बाद आत्मदाह के प्रयास में झुलसी पीडिता मौत से जंग लड़ रही है। जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय में झुलसी पीडिता का इलाज चल रहा है। नाबालिग लड़की को आत्मदाह करने को उकसाने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत के बावजूद पीडित परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है। पीडिता की मां ने जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक के समक्ष उपस्थित होकर न्याय की फरियाद की है।

डीडवाना निवासी एक महिला ने गुरूवार को जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक के सामने पेश होकर पुत्री के साथ बलात्कार करने व उसे आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। महिला ने बताया कि 19 फरवरी रात्रि वह अपने पति के साथ जोधपुर गई थी। इस दौरान पीछे उसके चार लड़के व एक नाबालिग लड़की थे। इस दौरान पड़ौस में रहने वाला युवक आसिफ बिसायती पुत्र यूसुफ लड़की को डरा धमकाकर अपने घर ले गया।

जहां उसने लड़की के साथ बलात्कार किया। बहन को घर में नहीं पाकर पुत्रों ने आसपास ढूंढ़ा। उस दौरान लड़की पड़ौसी के घर से निकलती दिखाई दी। दूसरे दिन सुबह वह आग से बुरी तरह झुलस गई। जिसे जयपुर के एसएमएस में भर्ती कराया गया है। इस मामले की डीडवाना थाने में रिपोर्ट लिखवाने गए, मगर रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गई। पीडिता की मां ने आरोप लगाए हैं कि आरोपी उसे तरह-तरह की धमकियां दे रहे हैं।

युवक को काला मुंह करके गधे पर घुमाया

युवक को काला मुंह करके गधे पर घुमाया
अलवर। प्रेमिका को भगाकर ले जाने के मामले में गुरूवार को समाज की पंचायत के फरमान के बाद देहली दरवाजा बाहर मोहल्ला निवासी एक युवक का मुंह काला कर उसे गधे पर बिठाकर मोहल्ले में घुमाया गया। इससे पहले लड़की के परिजनों ने युवक को पेड़ से बांधकर पिटा। समाज की पंचायत ने लड़के व उसके परिवार को जाति से बाहर करने का फरमान सुनाया।

पुलिस ने घटना के सम्बन्ध में पीडित लड़के की तरफ से दो प्रकरण दर्ज कर एक आरोपितको गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार देहली दरवाजा बाहर मोहल्ला निवासी एक युवक का स्थानीय लड़की से तीन साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। युवक 26 फरवरी को प्रेमिका को भगा ले गया। गुरूवार को लड़की के परिजनों ने दोनों को फोन करके बुलाया। उसके बाद लड़की के परिजन दोनों को अपने घर ले गए। वहां नीम के पेड़ से बांधकर युवक को जमकर पीटा।

इसके बाद दोपहर में गंगा मंदिर में समाज के अध्यक्ष गिर्राज प्रसाद मेहरा सहित कुछ पंच-पटेल व लड़की के घरवाले की पंचायत हुई। पंचायत में युवक को मुंह काला कर गधे पर बैठाकर घुमाने और परिवार को जाति से बहिष्कृत करने का फैसला लिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहंुची और युवक को उसके घर से थाने लेकर आई। घटना के बाद से युवक का परिवार दहशत में है। उनका आरोप था कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही है।

दसवीं की तीन छात्राएं लापता


दसवीं की तीन छात्राएं लापता 



स्कूल भी नहीं पहुंची, स्कूल के बैग में कपड़े लेकर गईं, पुलिस कर रही है तलाश

जैसलमेर  शहर के एक विद्यालय में 10वीं कक्षा में अध्ययनरत तीन लड़कियों के गुमशुदा होने का मामला सामने आया है। संभावना जताई जा रही है कि तीनों ही लड़कियां निर्धारित प्लान के तहत एक साथ गई है और हो सकता है कि उनकी रजामंदी भी इस मामले में हो। तीनों की बालिकाओं के परिजन बेहाल हो रहे हैं वहीं पुलिस सरगर्मी से उनकी तलाश में जुटी है। जानकारी के अनुसार शहर में ही रहने वाली तीन छात्राएं बुधवार सुबह घर से यह कहकर निकली थी कि वे स्कूल जा रही हैं। उनके परिजन शाम साढ़े चार बजे तक निश्चिंत थे कि बच्चियां स्कूल गई हुई हंै। स्कूल का समय बीत जाने के बाद भी तीनों के घर नहीं लौटने पर परिजन परेशान हो गए। एक लड़की के परिजन दूसरी लड़की के घर पहुंचे तब पता चला कि तीनों सहेलियां गायब हैं। स्कूल में पूछताछ की गई तो उन्हें पता चला कि तीनों ही छात्राएं स्कूल भी नहीं आई थी। आखिरकार देर शाम को पुलिस को सूचना दी गई। तीनों में से एक पास मोबाइल भी था। पुलिस ने मोबाइल के आधार पर जानकारी ली तो उसकी आखिरी लोकेशन बुधवार सुबह शहर में ही बताई गई। संभावना जताई जा रही है कि मोबाइल की सिम बदलने के बाद उन्होंने शहर छोड़ा होगा। पुलिस ने सरगर्मी से उनकी तलाश शुरू कर दी और आसपास के थानों सहित अन्य जिलों में सूचना भेज दी गई। पुलिस ने इस संबंध में गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया। गुरुवार देर शाम तक तीनों ही लड़कियों का कोई पता नहीं चल पाया था। 

रजामंदी का हो सकता है मामला

पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि तीनों ही बालिकाएं घर से स्कूल के बैग में कपड़े आदि भी साथ ले गई थी। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उनके जाने में कहीं न कहीं उनकी स्वयं की रजामंदी हो सकती है। हालांकि पुलिस को अभी तक मोबाइल लोकेशन नहीं मिल रही है। न ही ये पता चल पाया कि उनके साथ भी कोई है या फिर वे तीनों ही गायब हुई है। अभी तक मामला स्पष्ट नहीं है।

फेसबुक पर सुराग ढूंढने के प्रयास

पुलिस को मोबाइल के आधार पर अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस इन लड़कियों के फेसबुक एकाउंट को खंगाल रही है। फेसबुक के कुछ दोस्तों से पुलिस पूछताछ भी कर रही है। अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।

॥इस मामले में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मोबाइल ट्रेस किए जा रहे हैं और आसपास के जिलों में सूचना भी दे दी गई है। पुलिस सरगर्मी से इनकी तलाश में जुटी हुई है।


पंकज चौधरी, एसपी, जैसलमेर