सोमवार, 28 जनवरी 2013

बम मिलने से सनसनी

बम मिलने से सनसनी

रामगढ़। कस्बे के तनोट चौराहे पर एक कबाड़ी की दुकान में शनिवार को बम मिलने से गांव में सनसनी फैल गई। बम बाड़े में बिखरे कचरे में पड़ा हुआ था। शनिवार अपराह्न बाड़े के आगे बिखरे कचरे में बम दिखने से सनसनी फैल गई। कबाड़ में बम होने की सूचना फैलने से वहां पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।

सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस भी पहुंची और बम को कब्जे में ले लिया और सुरक्षित स्थान पर रखवा दिया। अब इस बम को बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज करेगी। पुलिस के अनुसार कबाड़ में मिले बम का नाम पैरा बम है और इसका प्रयोग रात में रोशनी करने के लिए किया जाता है।

कॉलेज के बुजुर्ग प्रिंसिपल को छात्रा से हुआ प्‍यार, रचाई शादी तो हुआ बवाल



गोपालगंज (बिहार). जूली-मटुकनाथ की राह पर चलते हुए महेन्द्र दास कॉलेज के प्राचार्य संत रामदुलार दास ने अपने ही कॉलेज की छात्रा से प्रोफेसर बनी निभा के साथ विवाह किया। प्राचार्य रामदुलार दास के इस कारनामे से छात्र संगठनों में खासा उबाल है। छात्र संगठनों ने शादी के बाद से ही प्राचार्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जबकि छात्र संगठनों ने प्राचार्य का पुतला दहन कर उनकी बर्खास्तगी की मांग की है। छात्रों ने बताया कि जरूरत पडऩे पर अनशन भी किया जाएगा।
कॉलेज के बुजुर्ग प्रिंसिपल को छात्रा से हुआ प्‍यार, रचाई शादी तो हुआ बवाल
क्‍या है मामला?

प्राचार्य संत रामदुलार दास कॉलेज की ही इंटर छात्रा निभा के करीब आए। उसे मनमाने तरीके से डिग्रियां देकर प्रोफेसर बनाया। 16 जनवरी 2013 को गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में निभा के साथ शादी रचाने के बाद से दोनों गायब हो गए। 21 जनवरी को अचानक दोनों कॉलेज पहुंचे तो छात्रों को इसकी जानकारी मिली। हालांकि रामदुलार दास 65 वर्ष की उम्र के इस पड़ाव को शादी के उपयुक्त नहीं मानते। लेकिन, शादी के बाद भी खुद को संत ही मानते हैं और भविष्य में भी संत परम्परा जारी रखने की बात करते हैं।

क्‍या कहती हैं निभा?

वहीं निभा इसे विधि का विधान मानती है। निभा के मुताबिक शादी के पहले भी वह प्राचार्य को सद गुरु मानती थी, अब शादी के बाद भी उन्हें सद गुरु मानती रहेंगी।

धन्य हुआ कलशाचल, निज धाम बिराजे पीरजी




श्रीमहारुद्र यज्ञ, शिखर कलश स्थापना, ध्वजारोहण, पीर शांतिनाथ महाराज की मूर्ति स्थापना व भंडारा महोत्सव संपन्न


उमड़ा आस्था का ज्वार...




पहुंचे एक लाख से अधिक श्रद्धालु

जन जन के आराध्य पीर शांतिनाथ जी के भंडारा महोत्सव में पहुंचे एक लाख से अधिक श्रद्धालु, पूरा शहर रहा बंद। अनेक प्रवासी भी हुए शामिल। कलशाचल पर पर्वत के चप्पे-चप्पे मौजूद रहे श्रद्धालु।

आतुर रहे श्रद्धालु

मनमोहक प्रतिमा के दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब। पीरजी की मूर्ति के दर्शन के लिए आतुर रहते थे लोग। छोटे से बुलावे पर भी चले आते थे नाथजी को आज श्रद्धालुओं ने किया नमन।

अथाह जनसमूह

अंतिम यात्रा में उमड़ा अपार जनसमूह, श्रद्धालुओं ने लगाए जयकारे और पुष्प वर्षा कर भंडारे का कार्यक्रम। कलशाचल पर्वत पर नजर आया अथाह श्रद्धा का ज्वार।

  जालोर वाद्ययंत्रों की गूंज के साथ ध्यान मुद्रा, शांत स्वरूप और कठोर तपस्वी नाथजी के भंडारा महोत्सव का समापन रविवार को सैकड़ों साधु संतों की मौजूदगी में हुआ। भंडारा महोत्सव में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कलशाचल पर्वत भी पीरजी के जयकारों व पुष्य वर्षा से धन्य हो गया। भंडारा महोत्सव में राज्यभर से आए श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। रविवार सवेरे पीरजी की मनमोहक व शांत स्वरूप मुद्रा में विराजित मूर्ति के दर्शन करने के लिए भी श्रद्धालु आतुर नजर आए। मंदिर परिसर में नाथजी के जयघोष से गूंज उठा। उड़ती गुलाल व बैंड बाजों की मधुर धुन के साथ ही सिरे मंदिर भंवर गुफा स्थित मंदिर की प्रतिष्ठा भी हुई। छह दिनों तक चले भंडारा, मूर्ति स्थापना, प्रतिष्ठा महोत्सव में लाखों श्रद्धालुओं ने पीरजी के दर्शन और परिवार के लिए खुशहाली की कामना की। भंडारा महोत्सव की पूर्व संध्या शनिवार को मंदिर परिसर में भजनों की स्वर लहेरिया गूंजती रही। भंडारा महोत्सव के तहत विधायक रामलाल मेघवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का संदेश पढ़कर सुनाया। साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष नारायणसिंह देवल ने भी महोत्सव में पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के संदेश सुनाया। महोत्सव में सीआई मांगीलाल, डिप्टी सत्येंद्रपाल सिंह, यातायात विभाग प्रभारी विष्णुदत्त, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, सत्यनारायण अग्रवाल, कांतिलाल सोनी, बंशीलाल सोनी, खसाराम माली, अमर सिंह, माधो भारती, मनीष जोधवानी, हिंदू युवा संगठन के जिलाध्यक्ष सुरेश, करणराम देवासी, लक्ष्मणसिंह मेवाड़ा समेत कई श्रद्धालु मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन अनिल शर्मा ने किया। 

करीब एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे

सूरज की पहली किरण से पूर्व ही श्रद्धालुओं का रेला पीर शांतिनाथ महाराज के भंडारे में पहुंचने के लिए उत्साहित रहा। तलहटी से लेकर सिरे मंदिर तक श्रद्धालु नाथजी के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। ज्यों-ज्यों सूर्यदेव ने अपनी आभा बिखेरनी शुरू त्यों त्यों श्रद्धालु की तादात भी बढ़ती रही। यहां तक कि दोपहर को सिरे मंदिर की विहंगम पहाड़ी पर भी जगह-जगह श्रद्धालु नजर आए। कई स्थानों पर भीड़ ज्यादा होने से श्रद्धालुओं सिरे मंदिर पहुंचने में काफी समय लगा। पहुंचने के बाद श्रद्धालु कतारों में लगकर पीरजी की मूर्ति के दर्शन किया। दर्शन महाप्रसादी का आनंद लिया। वहीं भंडारे में हजारों की तादात में श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसादी का आनंद लिया।

भजन गायकों ने बांधा समां

भंडारा व प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत शनिवार शाम को गादीपति गंगानाथ महाराज के सानिध्य में भजन संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भजन संध्या में गायक कलाकार चेतनगिरी महाराज, मोइनुद्दीन मनचला, चेतनपुरी, किशोर भारती, जोगभारती, पीयूष त्रिवेदी, निर्मलनाथ महाराज, राजू वैष्णव समेत गायकों ने भजनों की प्रस्तुतियां दी। इस मौके उप मुख्य सचेतक रतन देवासी, गोपाराम मेघवाल समेत कई श्रद्धालु मौजूद रहे।

मार्केट रहा बंद

पीरजी के भंडारा महोत्सव व प्रतिष्ठा को लेकर जिला मुख्यालय का बाजार पूर्णत: बंद रहा। इस दौरान लोगों में श्रद्धा व आस्था नजर आई। पूरा शहर भी पीरजी के भंडारे में शरीक हुआ। लोगों ने पीरजी की मू्ति के दर्शन कर पुष्प अर्पित किए।

बाजार रहा बंद

पीरजी के भंडारा महोत्सव व प्रतिष्ठा को लेकर जिला मुख्यालय का बाजार पूर्णत: बंद रहा। इस दौरान लोगों में श्रद्धा व आस्था नजर आई। पूरा शहर भी पीरजी के भंडारे में शरीक हुआ। लोगों ने पीरजी की मूर्ति के दर्शन कर पुष्प अर्पित किए।

जालोर. प्रतिष्ठा महोत्सव के समापन पर साधु-संतों का अभिनंदन किया गया। भास्कर

साधु-संतों का हुआ बहुमान त्न छह दिवसीय भंडारा व प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत गादीपति गंगानाथ महाराज के सानिध्य में साधु संतों का बहुमान हुआ। इस दौरान गादीपति ने विभिन्न राज्यों व जिले से पधारे मठाधीशों को शॉल व भेंट अर्पित की, जिसमें गोरखपुर (उ.प्र.) के महंत अवैधनाथ महाराज, बड़ा आसन राताढूंढा (नागौर) के पीर मंगलनाथ महाराज, शिलेश्वर मठ उम्मेदाबाद (गोल) महंत रावतभारती महाराज, चिडिय़ानाथ का आसन पालासनी जोधपुर के महंत कैलाशनाथ महाराज, कदली मठ मैंगलोर के महंत राजा संध्यानाथ महाराज, हेमशाही मठ कवला महंत हरिपुरी महाराज, थांवला मठ महंत विष्णुभारती महाराज, पीपलेश्वर मठ भैंसवाड़ा महंत रणछोड़भारती महाराज, सारणेश्वर महादेव मंदिर सरत महंत शंकरस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, ब्रह्मधाम आसोतरा महंत तुलसाराम महाराज, राजाराम आश्रम शिकारपुरा महंत दयाराम महाराज, अस्थरल बोहर हरियाणा महंत चांदनाथ महाराज, बिसनगर मेहसाणा (गुजरात) महंत गुलाबनाथ महाराज, मोहिवाड़ा मठ धुंबड़ा महंत राजभारती महाराज, भालणी मठ महंत देवगिरी महाराज, जागनाथ मठ नारणावास महंत गंगाभारती महाराज, मलकेश्वर मठ महंत सेवाभारती महाराज, बिसलपुर महंत दयानाथ महाराज, पुनास मठ भीनमाल महंत बाबूगिरी महाराज व सुरेश्वर मठ पोडगरा पर्बतगिरी महाराज समेत प्रदेश व जिलेभर में साधु संतों मौजूद रहे।

पंचकुंडीय यज्ञ में दी आहुतियां

प्रतिष्ठा को लेकर सिरे मंदिर प्रांगण में पंचकुंडीय यज्ञ शाला में पिछले तीन दिन से चल हवन कार्यक्रम की पूर्णाहुति हुई। पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यजमानों ने प्रधान हवन कुंड, पूर्व हवन कुंड, पश्चिम हवन कुंड, उत्तर हवन कुंड व दक्षिण हवन कुंड में आहुतियां दी जाएगी। एक तरफ वैदिक मंत्रोच्चार और दूसरे तरफ नाथजी के जयकारों से पूरा परिवेश धार्मिक आस्था के रंग में रंगा रहा।

कलशचल पर्वत पर हुई पुष्प-वर्षा

प्रतिष्ठा व भंडारा महोत्सव के अंतिम दिन कलशाचल पर्वत फूल मालाओं से सुशोभित रहा। मंदिर की प्रतिष्ठा व मूर्ति स्थापना के दौरान लाभार्थी परिवार की ओर से हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। पूरा कलशचल पर्वत फूलों से नहा उठा। महोत्सव के समापन पर लाभार्थी परिवार द्वारा बंदूक से सलामी दी गई।

धूमधाम से हुई प्रतिष्ठा

कलशाचल पर्वत स्थित सिरे मंदिर परिसर में रविवार सुबह शुभ मुहूर्त में गादीपति गंगानाथ महाराज समेत कई साधु-संतों के सानिध्य में मंदिर की प्रतिष्ठा हुई। साथ ही लाभार्थी परिवारों द्वारा मूर्तियों, कलश व इंडा की पूजा अर्चना कर विराजित किया गया। इसके साथ ही पीरजी के समाधि स्थल पर पीर शांतिनाथ महाराज की मूर्ति स्थापित की गई। इस दौरान बैंड बाजों की धुन के साथ पीरजी के जयकारे व उड़ती गुलाल से माहौल भक्तिमय बना रहा। वहीं पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रीमहारुद्र यज्ञ की पूर्णाहुति हुई। वहीं एक दिन पूर्व शनिवार को सवेरे शुभ मुहूर्त में देवताओं का पंचांग पूजन, महारुद्र यज्ञ आवर्तन और दोपहर में स्थापित देवताओं के लिए हवन, रुद्राभिषेक, शिखर पूजन, देवस्नपन एवं शय्याधिवास व आरती हुई, जिसमें श्रद्धालुओं ने आरती के दर्शन कर मन्नतें मांगी।

 

चढ़ावों के लाभार्थियों का सम्मान आज

भंडारा महोत्सव के तहत सोमवार को गादीपति गंगानाथ महाराज के सानिध्य में विभिन्न चढ़ावों के लाभार्थी परिवार का सम्मान किया जाएगा। आयोजन समिति के बंशीलाल सोनी व माधोभारती ने बताया कि छह दिवसीय महोत्सव के तहत शिखर, कलश, मूर्ति, भोजन, चादर, केशर व पूजा समेत विभिन्न चढ़ावों के लाभार्थी परिवार को माला पहनाकर स्वागत किया जाएगा।



सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निकाला मौन जुलूस


सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निकाला मौन जुलूस 


भील समाज, करणी सेना, शिव सेना समेत विभिन्न संगठनों में आक्रोश, तीन दिन बाद भी पुलिस नहीं पकड़ पाई दुष्कर्म के आरोपी 

शिव नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों ने कस्बे में मौन जुलूस निकाला। थानाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मामला दर्ज होने के तीन दिन बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने पर रोष जताया। साथ ही चेतावनी दी कि आगामी 24 घंटे में दुष्कर्म के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। सोमवार को भीम समाज का प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल के नाम ज्ञापन कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे। 

उपखंड क्षेत्र के पूषड़ गांव की एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला पुलिस थाना शिव में 25 जनवरी को दर्ज करवाया गया था, मगर अभी तक आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। रविवार को भील समाज के पूर्व जिलाध्यक्ष चांदाराम भील, सचिव जेठाराम व शिव के पूर्व विधायक डॉ. जालमसिंह रावलोत के नेतृत्व में भील समाज, शिव सेना, करणी सेना समेत विभिन्न संगठनों के लोगों ने कस्बे में मौन जुलूस निकाला। यह जुलूस कस्बे से होते हुए पुलिस थाने पहुंचा। जहां पर थानाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग रखी। थानाधिकारी ने आश्वस्त किया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई जारी है, जल्द ही गिरफ्तार करेंगे। समाज के भवन में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष चांदाराम भील ने कहा कि नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के तीन बाद भी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। जबकि घानेरी नाडी प्रकरण में घटना के ही दिन आरोपियों को गिरफ्तार कर दिया था। दलित वर्ग की उपेक्षा की जा रही है। आगामी दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा। पूर्व विधायक डॉ. जालमसिंह रावलोत ने कहा कि तीन दिन से आरोपी खुले में घूम रहे हैं। पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। इससे पूरे हिंदु वर्ग में रोष है। बैठक में सोनाराम भील, दानाराम, चुतराराम, चेतनराम, भाजपा ब्लॉक अध्यक्ष पुरुषोत्तम खत्री, भारतीय किसान संघ ब्लॉक अध्यक्ष पूर्णसिंह राजपुरोहित, कल्याणसिंह महाबार, पदमसिंह राजगुरू, भीयाड़ सरपंच मुरारसिंह, छगनसिंह राजपुरोहित, बख्तावरसिंह कोटड़ा समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।

रविवार, 27 जनवरी 2013

दर्जन भर जिन्दा बम मिलने से सनसनी


 दर्जन भर जिन्दा बम मिलने से सनसनी


दर्जन भर जिन्दा बम मिलने से सनसनी
/ बाड़मेर
राजस्थान के बाड़मेर शहर में एक नहीं दो नहीं करीब एक दर्जन से
भी ज्यादा जिन्दा बम मिलने से सनसनी फेल गई दरसल जिन्दा बम इतनी मात्रा
में एक साथ मिलने से पुरे बॉर्डर होम गार्ड के पुरे परिसर रह रहे जवानो
में खोफ छा गया बाड़मेर शहर बॉर्डर होम गार्ड परिसर में खुदाई का काम चल
रहा था इसी दोहरान जब खुदाई चल रही थी तो मजदूरो को बम नुमा वस्तु को
देखा तो अचानक ही डर गया और उसके बाद जब उसके बाद आस -पास इलाके की
खुदाई की गई तो दर्जन से भी ज्यादा जिन्दा बम मिले और उसके बाद पुलिस ने
सेना को बम निष्क्रिय करने के लिए बुलाया है लेकिन बम मिलने के बाद
इलाके में भय व्याप्त हैं और तो और इसके ठीक पीछे मात्र 20 मीटर दूरी पर
सैकड़ो परिवार निवास करते है
बाड़मेर की रेतीली मीन आये दिन पुराने बम उगल रही
हैं। इससे पहले बाड़मेर के सीमावर्ती इलाकों में लगातार ऐसे मामले सामने
आते रहे हैं लेकिन इन दिनों बाड़मेर में भी इस तरह की घटनाए सामने आ रही
हैं। दरअसल बाड़मेर के लक्ष्मी नगर आकाशवाणी के आगे स्थित बॉर्डर
होमगार्ड कार्यालय में स्टेडियम निर्माण का कार्य शुरू होने के बाद जब
मैदान सफाई कार्य शुरू किया गया तो मजदूर भयाक्रांत हो गये क्यूंकि जब
ट्रेक्टर के माध्यम से सफाई की जा रही थी तभी ट्रेक्टर के नीचे किसी धातु
की वस्तु आने से जोरदार आवाज़ आई इस पार मजदूरों ने वहां से रेत हटाई तो
रेत के नीचे बक्से में पुराने जंग लगे काफी बम वहां दबाये हुए मिले।
मजदूरों ने बम मिलने के बारे में होमगार्ड के अधिकारीयों को भी जानकारी
दी और उसके बाद कोतवाली थाना पुलिस को इसकी सूचना दी गई।। जिला पुलिस
अधिक्षक ने थानाधिकारी द्वारा सूचना दिए जाने के बाद सेना को इसकी लिखित
सूचना देकर बम निरोधक दस्ता उपलब्ध करवाने की मांग की और इन बमो को नष्ट
करने के लिए कार्यवाही करने की मांग की गई है। बम मिलने से इलाके में भय
व्याप्त हैं और तो और इसके ठीक पीछे मात्र 20 मीटर दूरी पर सैकड़ो परिवार
निवास करते हैं ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी किसकी
होगी इसका जवाब देने वाला कोई भी नजर नहीं आ रहा हैं। कोतवाली पुलिस ने
इस मामले में जरुर त्वरित कार्यवाही करते हुए अपना कर्तव्य निभाने का काम
करते हुए सम्बन्धित सेना के अधिकारीयों को सूचना दे दी हैं। कोतवाली थाना
के कार्यवाहक थानाधिकारी महेश श्रीमाली के मुताबिक़ इसको नष्ट करने के लिए
सेना के बम निरोधक दस्ता आएगा तभी इसका निस्तारण सम्भव हैं।

आये दिन आप और हम जैसलमेर के चांधन और लाठी स्थित
फायरिंग रेंज में पुराने बम फटने से होने वाली जन हानि की घटनाएं सुनते आ
रहे हैं आम तोर पर पुराने बम्बो को निष्क्रिय करने में कई दिन लग जाते है
लेकिन सबसे बडा सवाल यह है कि अगर इस की सूचना मिलने के बाद भी कोई
कार्यवाही नहीं हुई तो इस बात से यह अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि इस बड़ी
घटना पर कितनी गम्भीरता सम्बन्धित जिम्मेदारों के द्वारा दिखाई जा रही
हैं। हालाँकि पुलिस के द्वारा सेना को कई दिन पहले ही लिखित में इस बात
की सूचना दी गई थी।




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CHANDAN SINGH BHATI

अठारह शिक्षकों के खिलाफ मामला

अठारह शिक्षकों के खिलाफ मामला

बाड़मेर। फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर तृतीय श्रेणी शिक्षक की नौकरी हासिल करने वाले 18 शिक्षको के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा ने कोतवाली पुलिस को परिवाद भिजवाया है। ये शिक्षक 1999 में जिले की विभिन्न पंचायत समितियों मे नियुक्त हुए थे।

जिला परिषद ने 1998 में तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती की थी। इसमें वरीयता के आधार पर चयन हुआ। वरीयता में जिले के निवासियों व ग्रामीण क्षेत्र के लिए बोनस का प्रावधान था। इसे कई आशार्थियों ने उच्च न्यायालय व उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी थी।

उच्चतम न्यायालय ने 30 जुलाई 2012 को निर्णय पारित करते हुए बोनस अंकों को अनुचित ठहराया। साथ ही 18 नवंबर 1999 के पpात बोनस अंक हटा नई वरीयता सूची जारी करने के निर्देश दिए। इसमें मूल पक्षकार याचिकाकत्ताüओं को नियुक्ति देने के निर्देश दिए थे। इस दौरान अठारह शिक्षकों ने कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए खुद को मूल पक्षकार बता नौकरी हासिल कर ली। 23 अप्रेल 2005 को एक शिकायत पर विभागीय स्तर पर इसकी जांच प्रारंभ हुई।

विभाग ने इन शिक्षकों को नोटिस जारी किए तो उन्होंने उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश ले लिया। 21 सितंबर 2012 को उच्च न्यायालय ने याचिकाएं खारिज कर दी। इसके बाद विभाग ने कार्रवाई प्रारंभ करते हुए 1 नवंबर 2012 को अठारह शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी। उच्च न्यायालय की डबल बैच में लगी याचिका भी खारिज हो गई। इस पर जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा ने सभी 18 शिक्षकों के खिलाफ परिवाद भिजवाया है।

ये हैं शिक्षक
उमेशचंद्र प्राथमिक विद्यालय भूताणियों की ढाणी चौहटन, राजवीरसिंह वेरनाडी सिवाना, अरूणसिंह इब्रे का तला चौहटन, लक्ष्मीनारायण सिणधरी, रविन्द्रसिंह मिठडिया कुआ बाड़मेर, नगेन्द्रसिंह खेराज का तला चौहटन, धर्मपालसिंह हदाणियों की ढाणी बायतु, होतीसिंह खारियापाना सिणधरी, भूपेन्द्रसिंह शहदाद का पार शिव, चंदनसिंह रामसरिया बायतु, मुकेशकुमार बांकियावास बालोतरा, विश्वंभरदयाल गुलन की नाडी धोरीमन्ना, लोकेन्द्रकुमार कापराउ चौहटन, कृष्णकुमार कुन्दनपुरा चौहटन, कृष्णपालसिंह चावड़ा शिव हाल बेढ़म भरतपुर, झमनलाल गुप्ता पनल की बेरी धोरीमन्ना, दानवीर शर्मा कमरूद्दीन की ढाणी बालोतरा हाल नदबई भरतपुर एवं भगवानदास इब्रे का तला चौहटन के खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं।

परिवाद भिजवाया
मूल पक्षकार नहीं होते हुए भी फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर नौकरी करने वाले 18 शिक्षकों के खिलाफ परिवाद भिजवाया है। इनकी सेवाएं पहले ही समाप्त कर चुके है। - पृथ्वीराज दवे, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा

21 को फांसी की सजा के बाद दंगे,27 मरे

21 को फांसी की सजा के बाद दंगे,27 मरे

काहिरा। मिस्र की एक अदालत ने देश में गत वर्ष एक फुटबाल मैच के दौरान हुई हिंसक घटना में शामिल 21 लोगों को मौत की सजा सुनाई है। इस हादसे में 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और एक हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। अदालत के सजा का ऎलान करने के बाद से काहिरा में एक बार फिर से हिंसा शुरू हो गई है। फांसी की सजा पाए दोषियों के परिजनों ने इसके खिलाफ राजधानी काहिरा में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं जबकि अदालत ने इस मामले पर देश के शीर्ष मुफ्ती को अंतिम निर्णय लेने के लिए कहा है।

पोर्ट सईद स्टेडियम में हमले के 21 आरोपियों को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद हुई हिसंक वारदातों में दो पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और लगभग 200 घायल हो गए हैं।

सुरक्षा सूत्रों के अनुसार विरोध कर रहे पोर्ट सईद के लोगों ने कहा कि स्टेडियम पर हमले के मामले में उनके शहर के लोंगों को फंसाया गया है। उत्तेजित लोग जेल के समक्ष एकत्र हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। वहां से गोलियां चलने की भी आवाजें सुनाई दीं। इसी दौरान वहां मौजूद दो पुलिसकर्मियों को गोली मार दी गई। सड़कों पर भी उत्तेजित लोगों को उपद्रव करते देखा गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कुछ लोग पुलिस स्टेशन में घुस गए।

उल्लेखनीय है कि गत वर्ष फरवरी में अल मसरी और काहिरा अलअहली के बीच पोर्ट सईद के स्टेडियम में हुए एक मैच के दौरान दोनों क्लबों के प्रशंसकों के बीच हिंसा हो गई थी जिसमें 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और एक हजार से अधिक लोग घायल हो गए थे। एक फरवरी 2012 को हुए इस मैच के दौरान अल मसरी समर्थकों ने अल अहली समर्थकों पर चाकुओं, छड़ों, तलवारों, बोतलों और अन्य हथियारों से हमला कर दिया था। इस मामले में कुल 73 लोगों को आरोपी बनाया गया था जिनमें से 21 को मौत की सजा दी जा चुकी है जबकि शेष 52 आरोपियों को नौ मार्च को सजा सुनाई जाएगी।
हाईकोर्ट के जज ने देखी "विश्वरूपम"

चेन्नई। मद्रास हाईकोर्ट के न्यायाधीश के. वेंकटरमन ने जाने माने अभिनेता कमल हसन की विवादास्पद फिल्म "विश्वरूपम" की रिलीज पर फैसला देने के लिए शनिवार को कुछ मुस्लिम नेताओं के साथ यह फिल्म देखी। कमल ने "विश्वरूपम" को 25 जनवरी को रिलीज करने की घोषणा की थी लेकिन मुस्लिम संगठनों ने फिल्म के कुछ दृश्यों पर विरोध जताया कि इनमें समुदाय को गलत तरीके से दर्शाया गया है। विरोध के मद्देनजर तमिलनाडु सरकार ने सिनेमा थियेटरों को फिल्म की रिलीज दो हफ्ते तक टालने के आदेश दे दिए।

कमल की फिल्म निर्माता कंपनी राजकमल फिल्म्स इंटरनेशनल ने तमिलनाडु सरकार के इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। न्यायाधीश वेंकेटरमन ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कहा था कि वह 26 जनवरी को फिल्म देखने के बाद ही 28 जनवरी को यह निर्णय लेंगे कि इस फिल्म पर लगी रोक हटाई जाए या नहीं। इस बीच कर्नाटक में मैसूर पुलिस ने बताया कि फिल्म के प्रदर्शन के दौरान 50 से अधिक बदमाश बालाजी थियेटर में जबरन घुस गए और स्क्र ीन को क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने फिल्म देखने के लिए आए लोगों से थियेटर खाली करने को कहा।

भोजपुरी अभिनेत्री बोली,मेरा पति नपुंसक

भोजपुरी अभिनेत्री बोली,मेरा पति नपुंसक

पटना। मेरा पति नपुंसक है यह आरोप सामने आने के बाद महिला थाना पुलिस इस बात को ले परेशान रही कि कौन सी दफा में मुकदमा दर्ज किया जाए। काफी जद्दोजहद के बाद प्रताड़ना और मारपीट की धारा के साथ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि छानबीन जारी है।

भोजपुरी अभिनेत्री तनुश्री अपनी मां नीलम ठाकुर व बहन पद्मजा उर्फ पूजा के साथ दो दिन पूर्व डीआइजी के यहां गई और बहनोई के खिलाफ आवेदन दिया। जिसके बाद मामले को महिला थाने के सुपुर्द कर दिया गया था। दो दिनों से महिला थानेदार मृदुला कुमार दोनों पक्षों के साथ मामले पर माथापच्ची कर रही थीं। पुलिस के मुताबिक समस्या यह कि कभी पूजा साथ रहने की बात कहती, तो कभी मुकर जाती। दो दिनों की जद्दोजहद के बाद समझौता न होने पर गुरूवार की देर शाम कांड संख्या 2-13 दर्ज किया गया। पूजा का आरोप है कि उसका पति नपुंसक है, अपनी कमी छिपाने के लिए प्रताडित करता है, कमरे में बंद रखता है, मारता-पीटता है।

एक साल पहले शादी हुई थी, मैरिज ब्यूरो के जरिए। हालांकि गांधी नगर कांटी फैक्ट्री के पास रहने वाले आरोपति पति रमेश का कहना था कि उसका मेडिकल करा लिया जाए। पत्नी ड्रग लेने की आदी है, शादी के बाद से पति-पत्नी के संबंध स्थापित नहीं हुए। करीब जाते ही शोर मचाने की धमकी देती है। पूजा मुजफ्फरपुर हरिसभा निवासी व खुद को भाजपा नेत्री बताने वाली प्रो. नीलम ठाकुर की बेटी है।