21 को फांसी की सजा के बाद दंगे,27 मरे
काहिरा। मिस्र की एक अदालत ने देश में गत वर्ष एक फुटबाल मैच के दौरान हुई हिंसक घटना में शामिल 21 लोगों को मौत की सजा सुनाई है। इस हादसे में 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और एक हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। अदालत के सजा का ऎलान करने के बाद से काहिरा में एक बार फिर से हिंसा शुरू हो गई है। फांसी की सजा पाए दोषियों के परिजनों ने इसके खिलाफ राजधानी काहिरा में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं जबकि अदालत ने इस मामले पर देश के शीर्ष मुफ्ती को अंतिम निर्णय लेने के लिए कहा है।
पोर्ट सईद स्टेडियम में हमले के 21 आरोपियों को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद हुई हिसंक वारदातों में दो पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और लगभग 200 घायल हो गए हैं।
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार विरोध कर रहे पोर्ट सईद के लोगों ने कहा कि स्टेडियम पर हमले के मामले में उनके शहर के लोंगों को फंसाया गया है। उत्तेजित लोग जेल के समक्ष एकत्र हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। वहां से गोलियां चलने की भी आवाजें सुनाई दीं। इसी दौरान वहां मौजूद दो पुलिसकर्मियों को गोली मार दी गई। सड़कों पर भी उत्तेजित लोगों को उपद्रव करते देखा गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कुछ लोग पुलिस स्टेशन में घुस गए।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष फरवरी में अल मसरी और काहिरा अलअहली के बीच पोर्ट सईद के स्टेडियम में हुए एक मैच के दौरान दोनों क्लबों के प्रशंसकों के बीच हिंसा हो गई थी जिसमें 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और एक हजार से अधिक लोग घायल हो गए थे। एक फरवरी 2012 को हुए इस मैच के दौरान अल मसरी समर्थकों ने अल अहली समर्थकों पर चाकुओं, छड़ों, तलवारों, बोतलों और अन्य हथियारों से हमला कर दिया था। इस मामले में कुल 73 लोगों को आरोपी बनाया गया था जिनमें से 21 को मौत की सजा दी जा चुकी है जबकि शेष 52 आरोपियों को नौ मार्च को सजा सुनाई जाएगी।
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