क्या है मामला?
प्राचार्य संत रामदुलार दास कॉलेज की ही इंटर छात्रा निभा के करीब आए। उसे मनमाने तरीके से डिग्रियां देकर प्रोफेसर बनाया। 16 जनवरी 2013 को गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में निभा के साथ शादी रचाने के बाद से दोनों गायब हो गए। 21 जनवरी को अचानक दोनों कॉलेज पहुंचे तो छात्रों को इसकी जानकारी मिली। हालांकि रामदुलार दास 65 वर्ष की उम्र के इस पड़ाव को शादी के उपयुक्त नहीं मानते। लेकिन, शादी के बाद भी खुद को संत ही मानते हैं और भविष्य में भी संत परम्परा जारी रखने की बात करते हैं।
क्या कहती हैं निभा?
वहीं निभा इसे विधि का विधान मानती है। निभा के मुताबिक शादी के पहले भी वह प्राचार्य को सद गुरु मानती थी, अब शादी के बाद भी उन्हें सद गुरु मानती रहेंगी।
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