शनिवार, 29 सितंबर 2012

भानु प्रकाश एटूरू ने बाड़मेर जिला कलक्टर का कार्यभार संभाला



भानु प्रकाश  एटूरू ने बाड़मेर जिला कलक्टर का कार्यभार संभाला



बाडमेर, 29 सितम्बर। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भानु प्रकाष एटूरू ने शनिवार को जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट बाडमेर का कार्यभार ग्रहण किया। 

2003 बैच के अधिकारी एटूरू इससे पूर्व हनुमानग, प्रतापग़ एवं बांसवाड़ा में जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट तथा आयुक्त जोधपुर विकास प्राधिकरण के पद पर भी पदस्थापित रह चुके है।

राजस्थानी चिंतन परिषद् की कार्यकारिणी घोषित



राजस्थानी चिंतन परिषद् की कार्यकारिणी घोषित

सुनील महराजा उपाध्यक्ष ,पारीख महामंत्री


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के घटक राजस्थानी चिंतन परिषद् की कार्यकारिणी जिला अध्यक्ष रमेश गौड़ ने संभाग उप पाटवी और बाड़मेर जिला प्रभारी चन्दन सिंह भाटी के निर्देशानुसार शनिवार को घोषित की ,कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए जिला अध्यक्ष रमेश गौड़ ने बताया की चिंतन परिषद् के उपाध्यक्ष पद पर अमित सोलंकी ,भजन लाल विश्नोई ,पदमाराम जयपाल ,एडवोकेट सुनील मेहराजा महामंत्री पद पर एडवोकेट मनोज पारीख ,एडवोकेट जसवंत बोहरा ,एडवोकेट मोहन लाल चौधरी एडवोकेट मनीष दवे मंत्री पद पर एडवोकेट तरुण दवे ,प्रेम प्रजापत ,महेंद्र सिंह भाटी , सहमंत्री के पद पर प्रताप सिंह राठोड ,अनिल गौड़ सह्प्रवक्ता पद पर कैलाश गौड़ को मनोनीत किया गया हें ,उन्होंने बताया की कार्यकारिणी राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता पर कार्य करेगी ,उन्होंने बताया की राजस्थानी चिंतन परिषद् कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन शीघ्र किया जायेगा ,

गुलजार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार



गुलजार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार

नई दिल्ली : प्रख्यात कवि, गीतकार, लेखक एवं फिल्म निर्देशक गुलजार को 27 वें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार से अलंकृत किया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 31 अक्तूबर को इंदिरा गांधी के ‘बलिदान दिवस’ के मौके पर यहां आयोजित एक समारोह में गुलजार को यह पुरस्कार प्रदान करेंगी। पुरस्कार के तौर पर उन्हें पांच लाख रूपये की नकद राशि और एक प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जायेगा। यह पुरस्कार राष्ट्रीय एकता को बढ़ाने और उसे संरक्षित करने के लिए किये गये अतुलनीय कायो’ के लिए दिया जाता है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार सलाहकार समिति के सदस्य सचिव मोतीलाल वोरा ने यहां जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। अब तक जिन लेागों को यह पुरस्कार मिला हैं उनमें पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम और शंकर दयाल शर्मा, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह, अरूणा आसफ अली, श्याम बेनेगल, जावेद अख्तर, ए आर रहमान, महाश्वेता देवी और मोहन धारिया शामिल हैं। जिन संस्थाओं को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है उनमें भारत स्काउट एडं गाइड्स, परमधाम आश्रम पवनार, वर्धा, कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट इंदौर और रामकृष्ण मिशन आश्रम नारायणपुर छत्तीसगढ प्रमुख हैं । राष्ट्रीय एकता एवं सद्भावना के विचारों को बनाये रखने के लिए कांग्रेस ने अपने शताब्दी वर्ष में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार की स्थापना की थी। यह पुरस्कार व्यक्तिगत रूप से या संस्थाओं को इस दिशा में किये गये अनुकरणीय योगदान के लिए दिया जाता है।

रोलिंग के उपन्यास में सिखों पर भद्दी टिप्पणी

रोलिंग के उपन्यास में सिखों पर भद्दी टिप्पणी
लंदन। हैरी पोटर की तिलस्मी दुनिया से तहलका मचाने वाली इंग्लिश राइटर जेके रोलिंग के पहला एडल्ट उपन्यास "दी कैज्युअल वेकेंसी` विवादों में घिरता नजर आ रहा है। सिख धर्म और सिख महिलाओं को लेकर नोवल में टिप्पणी पर अप्रवासी भारतीय के विरोध की आग भारत भी पहुंच गई है। सिखों के सबसे बड़े संगठन अकाल तख्त(शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंधक समिति की रिप्रजेंटेटिव बॉडी) की ओर से जेके रोलिंग से माफी मांगने और नोवल से आपत्तिजनक लाइनें हटाने की मांग की है।

सिख महिला को बताया मूंछों और बड़े स्तन वाली

हैरी पोटर इंग्लिश राइटर जेके रोलिंग के इस पहले एडल्ट उपन्यास में सिख लड़की पर आपत्तिजन टिप्पणी की गई है। दक्षिण पश्चिमी इंग्लैंड के काल्पनिक गांव पैगफोर्ड में रहने वाले एक सिख परिवार पर आधारित इस नोवल में सिख लड़की के चेहरे मर्दो जैसे बाल,मूंछों का वर्णन करते हुए भद्दे शब्दों का प्रयोग किया गया है। नोवल के पेज नम्बर 120 पर सिख करेक्टर सुखविंदर को "मुछोंवाली,बड़े स्तन वाली" लिखा है। इसी लाइन में यह भी लिखा है कि "उसके बालों से आदमी और औरत के बीच के भेद से आज भी वैज्ञानिक चकित हैं"।

रोलिंग कहा,गहन शोध के बाद लिखा

प्रख्यात लेखिका जेके रोलिंग का कहना है कि उन्होंने अपने नए उपन्यास `दी कैज्युअल वेकेंसी` के लिए सिखवाद पर गहन शोध किया। नोवल की लॉन्चिंग के मौके पर 47 वर्षीय रोलिंग ने लंदन में बीती रात कहा कि जब वह करीब 20 साल की थीं,तो उनकी परिचित एक सिख महिला ने सिखवाद के प्रति रूझान पैदा किया।

नोवल के केन्द्र में है सिख फैमिली

रोलिंग ने कहा है कि सिख धर्म के प्रति उनकी यह पहचान पूरी जिंदगी उनके साथ रही और किताब में जिस अश्वेत परिवार का जिक्र किया गया है,वह सिख है। रोलिंग ने कहा कि मैं पैगफोर्ड के केंद्र में एक सिख परिवार को रखना चाहती थी। मैं चाहती थी कि यह परिवार दूसरी पीढ़ी का ब्रिटिश परिवार हो,ताकि वे बाहरी भी हों और स्थानीय भी। किताब में यह सिखवाद है,जो धार्मिक मूल्य मुहैया कराता है,न कि चर्च ऑफ इंग्लैंड।

भागवत ने किया गृहमंत्री पर कटाक्ष

भागवत ने किया गृहमंत्री पर कटाक्ष
 

जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत जामडोली में हो रहे चैतन्य शिविर के दौरान पूरे रौ में थे। कोयला घोटाले पर पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के बयान पर बिना उनका नाम लिए उन्होंने तंज कसा कि "...यहां पर भूलने वालों की संख्या कम और याद रखने वालों की संख्या ज्यादा है,जो समय रहते अपनी याददाश्त के हिसाब से काम करती है।" गौरतलब है कि शिंदे ने कहा था कि लोगों की याददाश्त बहुत कमजोर होती है,कुछ दिनों में लोग कोयला घोटाला भी भूल जाएंगे।

शिविर के उद्घाटन सत्र को भागवत के अलावा सह प्रांत संचालक रमेश अग्रवाल,क्षेत्र संघचालक पुरूष्ाोत्तम परांजपे,राज्य के पूर्व मुख्य सचिव एमएल मेहता और प्रांत संघचालक लक्ष्मीनारायण चातक ने भी संबोधित किया। भागवत ने कहा कि हमें ध्यान रखना है कि कहां बात करनी है और कहा काम करना है। हमें जहां तीर चलाना है,उसी निशाने पर नजर रखने की जरूरत है।

भागवत ने कहा कि समाज में पिछड़ों को आगे लाने और देश के लिए काम करने वाले संगठित समाज को बनाना आज की आवश्यकता है। देश के मूल्य और संस्कृति के लिए मरने वालों की जरूरत है। यही बात आगे जाकर स्वभाव और फिर चरित्र बन जाती है। हमे ऎसा समाज बनाना है,जिसके आगे पूरी दुनिया नतमस्तक हो जाए। मोहन भागवत ने कहा कि सीमा पर बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर चीन कभी भी आक्रमण कर सकता है। हो सकता है ना करे,फिर भी हमे तैयार रहना है।

विधायक व नेता भी पहुंचे

चैतन्य शिविर में भाग लेने के लिए प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी,महामंत्री सतीश पूनिया,सदन में प्रतिपक्ष के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी,विधायक गुलाब चंद कटारिया,कालीचरण सराफ,ज्ञानदेव आहूजा सहित कई लोग पहुंचे। तिवाड़ी अपने पुत्र अखिलेश तिवाड़ी को भी शिविर में लेकर आए हैं। इसके अलावा उपमहापौर मनीष्ा पारीक,विद्यार्थी परिष्ाद के हेमंत लांबा,युवा मोर्चा के ऋçष्ा बंसल,पाष्ाüद हनुमान भी शिविर में पहुंचे हैं। भाजपा सरकार में पूर्व मंत्री भंवरलाल शर्मा के भी शिविर में पहुंचने की सूचना है।

3 कैमरों के सामने हीरोइन श्‍वेता मेनन ने बेटी को दिया जन्‍म

3 कैमरों के सामने हीरोइन श्‍वेता मेनन ने बेटी को दिया जन्‍म3 कैमरों के सामने हीरोइन श्‍वेता मेनन ने बेटी को दिया जन्‍म


नई दिल्‍ली। यदि आप खूबसूरत नैन नक्श वाली मॉडल से अभिनेत्री बनीं श्वेता मेनन को उनकी अगली फिल्‍म में बेबी गर्ल को जन्‍म देखते हुए दर्द से चिल्‍लाता देखें तो चौंकने की कोई आवश्‍यकता नहीं है। यदि उनका यह अभिनय आपको एकदम सही लगे तो आपको उनकी वाह वाही करने की भी जरूरत नहीं है। इसके लिए मलयालम फिल्‍म निर्देशक का शुक्रिया अदा करना पड़ेगा, जो श्‍वेता के बच्‍चे के जन्‍म की घटना को लाइव रिकार्ड करना चाहते थे। ताकि, इसका इस्‍तेमाल वह अपनी अगली फिल्‍म में कर सकें। इसके लिए मुंबई के एक अस्‍पताल में गुरूवार को तीन कैमरे लगाए गए थे। 
निर्देशक ब्‍लेसी ने बताया कि रिकॉर्डिंग की शुरूआत उसी समय से शुरू हो गई थी, जब श्‍वेता पांच महीने की गर्भवती थीं। शूट के वक्‍त अस्‍पताल में डॉक्‍टर और नर्स के अलावा क्रू के तीन सदस्‍य मौजूद रहते थे। फिल्‍म में बच्‍चे के साथ मां के संबंध के बारे में बताया जाएगा।एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार, श्‍वेता ने गुरूवार को एक बेबी गर्ल को जन्‍म दिया है। 45 मिनट के एक वीडियो में श्‍वेता दर्द से कहराते हुए बच्‍ची को जन्‍म दे रही हैं। इसके बाद वह इस बेबी के माथे को चूम रही हैं। इस वीडियो का यूज 'कालीमन्‍नू'  में किया जाएगा।

बीए की परीक्षा में फेल हुए लालू के बेटे

बीए की परीक्षा में फेल हुए लालू के बेटे 

पटना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा में फेल हो गए हैं। पटना विश्वविद्यालय के बीएन कॉलेज से तेज प्रताप ने राजनीतिशास्त्र (आनर्स) से परीक्षा दी थी। उनको आनर्स फर्स्‍ट पेपर में केवल 39 और सेकेंड पेपर में उससे भी कम (37) नंबर मिले। परीक्षा पास करने के लिए कम से कम 45 नंबर चाहिए थे।
उधर, बिहार में कॉन्‍ट्रैक्‍ट टीचर्स का हंगामा जारी है। शुक्रवार को भी उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की सभा में चप्‍पलें फेंकीं। मधेपुरा के बीएन मंडल स्टेडियम में नीतीश की सभा में शिक्षकों ने मंच की ओर चप्पलें फेंककर विरोध जताया। हालांकि फेंकी गईं चप्पलें मंच तक नहीं पहुंचीं। डी एरिया में गिरीं चप्पलों को मौके पर मौजूद अफसर उठा कर छिपाने लगे।

जोधपुर रखेगा दिल को जवां


city news 
। जोधपुर में ह्वदय रोग के इलाज के लिए सुविधाएं बढ़ रही हैं। पहले जहां एमडीएम अस्पताल में दो ही कार्डियोलॉजिस्ट थे, अब चार हो गए हैं। अगले माह कार्डियोथोरेसिक सर्जन की भी नियुक्ति हो जाएगी। इसके बाद यहां नियमित बाइपास सर्जरी हो सकेगी। फिलहाल हार्ट सर्जरी के लिए मेडिसिटी गुड़गांव की टीम पर ही निर्भरता है। हाल में दो कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति की गई है। एमडीएम के अलावा निजी अस्पतालों में भी ह्वदय रोग केउपचार की सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। अब बिना दिखाए नहीं लौटना पड़ेगा।

प्रत्येक सोमवार और गुरूवार को कार्डियोलॉजी की ओपीडी रहती है। दो सौ से ज्यादा मरीज आउटडोर में आते हैं, लेकिन 50 को बिना चिकित्सकीय परामर्श के लौटना पड़ता है। अब दो कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रोहित माथुर और डॉ. पवन शारदा की नियुक्ति हुई है। वहीं विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव सांघवी और डॉ. विनीत कोठारी पहले से कार्यरत हैं।

इस तरह बढ़ी सुविधाएं
* एमडीएम हॉस्पिटल में 15 मई 2005 को कार्डियक कैथलैब शुरू। एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर इम्प्लाटेशन आरंभ।
* सवा छह करोड़ की लागत से कार्डियोथोरेसिक सेंटर का निर्माण अक्टूबर 2010 में। ढाई करोड़ की लागत से अत्याधुनिक उपकरण लगे। सेंटर का शुभारंभ 30 जनवरी 2011 को।
*यहां अब तक 3780 मरीजों की एंजियोग्राफी। रेडियल एंजियोग्राफी भी हो रही है।
* अस्पताल में 340 एंजियोप्लास्टी हुई है।
*लगभग 160 पेसमेकर लगाए।
* मेडिसिटी डॉ. नरेश त्रेहान की टीम ने अब तक की 42 बाइपास सर्जरी।

संसाधनों का हो रहा विस्तार
ह्वदय रोग के इलाज में सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। एमडीएम में दो पोर्टेबल ईको और एमजीएच में एक-एक ईको-टीएमटी मशीन नई आई है।
- डॉ. विनीत जैन सह आचार्य (कार्डियोलॉजी), डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज

शहरी आबादी में बढ़ रहे ह्वदय रोग
देश की 15 फीसदी शहरी और 5 फीसदी ग्रामीण आबादी ह्वदय रोग से ग्रस्त हैं। बदली जीवनशैली इसका कारण है। अमरीका में किसी को हार्ट अटैक आता है तो फोन करते ही हेलीकॉप्टर आ जाता है। हमारे यहां मरीज पब्लिक ट्रांसपोर्ट में ही उलझ जाता है। पश्चिमी देशों में 50 की उम्र के बाद ह्वदय रोगों का ज्यादा खतरा, जबकि भारत में अब 30 साल बाद ही युवा ह्वदय रोगों से ग्रस्त हो रहे हैं।
- डॉ. पवन शारदा कार्डियोलॉजिस्ट, एमडीएम

शारीरिक श्रम में कमी बड़ी वजह
भारत में वर्ष 2010 में ही साढ़े चार लाख नए ह्वदय रोगी सामने आए थे। शारीरिक श्रम में कमी इसका प्रमुख कारण है। भोजन में वसा की मात्रा कम करना, रोजाना थोड़ा पैदल चलना, व्यसन से दूर रहकर और हरी सब्जियों और फलों के उपयोग से आप ह्वदय रोगों से बच सकते हैं।
- डॉ. रोहित माथुर कार्डियोलॉजिस्ट, एमडीएम

'अव्यवस्थाओं' पर उबला गुस्सा!



जैसलमेर। जैसलमेर में बुधवार को एक बालिका के साथ हुए दुष्कर्म के बाद पीडित बालिका को जवाहर चिकित्सालय में दी जा रही चिकित्सा सुविधा से नाराज महिलाओं ने गुरूवार को व्यवस्थाओं पर असंतोष जताते हुए बवाल मचाया। असंतुष्ट महिलाओं ने गुरूवार दोपहर करीब पौने बारह बजे महिला चिकित्सक डॉ. उषा दुग्गड़ के कक्ष में जाकर तोड़फोड़ की और उनके साथ हाथापाई भी की। कक्ष मे रखा सामान बिखेर दिया और कांच भी तोड़ दिए।

यही नहीं, गुस्साई महिलाओं ने महिला चिकित्सक का दुपट्टा भी फाड़ दिया। जैसे-तैसे लेबर कक्ष में जाकर उन्होंने अपनी जान बचाई। इस दौरान बीच-बचाव करने आए दो चिकित्साकर्मियों के साथ भी महिलाओं ने हाथापाई की। मामला बढ़ता देख डॉ. दुग्गड़ ने पुलिस अधीक्षक ममता राहुल को फोन कर मामले की जानकारी दी।

कुछ ही देर में शहर कोतवाल वीरेंद्रसिंह जोधा पुलिस जाब्ते सहित मौके पर पहुंचे। उन्होंने माहौल शांत करवाया। काफी मशक्कत के बाद से गुस्साई महिलाएं शांत हुई। महिलाओं का आरोप था कि दुष्कर्म पीडिता का सही ढंग से इलाज नहीं हो रहा है, चिकित्सक उसे सामान्य बता रहे हैं।
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इस दौरान जवाहर अस्पताल परिसर में काफी भीड़ जमा हो गई। इससे पहले नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना से गुस्साई महिलाओं ने पीडित बालिका के साथ जिला कलक्टर से भेंट की और निष्पक्ष कार्रवाई करने का आग्रह किया। इसके बाद जब वे जवाहर अस्पताल पहुंची तो चिकित्सालय की व्यवस्थाओं से नाखुश हुइंü और उनका आक्रोश फूट पड़ा। मामले को शांत करने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। गुरूवार शाम तक इस संबंध में पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था।

इन्होंने कहा
आउटडोर में कुछ महिलाएं चिल्ला रही थी कि इलाज सही नहीं हुआ है। उन्होने मेरे साथ मारपीट की और बीच-बचाव के लिए आए चिकित्साकर्मियों से भी मारपीट की। उन्होंने मेरी चुन्नी भी फाड़ दी तथा कक्ष में तोड़फोड़ की व कागज फेंक दिए। हकीकत यह है कि पीडित बालिका का उपचार सही हो रहा है। केवल गलतफहमी में यह बवाल मचा।
-डॉ. उषा दुग्गड़,चिकित्सा अघिकारी, जवाहर अस्पताल, जैसलमेर

पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। एक दिन पहले नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म के मामले के बाद गुरूवार को गुस्साई महिलाओं ने बवाल मचाया। पुलिस ने आकर मामला शांत कराया। इस मामले में आरोपी को बुधवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
-वीरेंद्रसिंह जोधा शहर कोतवाल, जैसलमेर