शनिवार, 30 जून 2012

आयल फिल्ड की सुरक्षा करेंगे होम गार्ड के कमांडो

आयल फिल्ड की सुरक्षा करेंगे होम गार्ड  के कमांडो 
PHOTOS : फौलादी सीना लिए बॉर्डर पहुंचे वीर, दिखाया दमखम
बाड़मेर .पाकिस्तान की सीमा के पास तेल भंडार की सुरक्षा के लिए बॉर्डर होमगार्ड पर विश्वास किया गया है, उस पर हर हालत में खरा उतरने की चुनौती 120 कमांडो ने स्वीकार की है। यह पहला मौका है जब बॉर्डर होमगार्ड के कमांडो तैयार किए गए हैं। शुक्रवार को आरपीटीसी में दीक्षांत परेड में बाद इन कमांडो ने अपने डीजी के सामने दमखम दिखा कर विश्वास दिलाया कि जो काबिलियत उनसे अपेक्षित थी, वे उस पर खरे उतरे हैं।यह कमांडो बाड़मेर पहुँच एम पी टी नागना में आयल फिल्ड की सुरक्षा करेंगे .इनका शनिवार को या रविवार को एम पी टी में रिहर्सल होगा .

बाड़मेर सेक्टर के तेल कुओं की हिफाजत के लिए तैयार इन कमांडो ने दो माह की ट्रेनिंग पूरी कर ली है। होमगार्ड डीजी केएल बैरवा ने उनके दीक्षांत समारोह में कहा कि हालांकि यह नया प्रयोग है, मगर देश की संपदा की सुरक्षा की बड़ी चुनौती भी है। कंपनी ने होमगार्ड पर विश्वास किया है, उसे टूटने नहीं देना है। डीजी ने आतंकी हमलों से निपटने, पेट्रोलिंग करने, दुश्मनों पर फायरिंग करने तथा सटीक निशानेबाजी का निरीक्षण किया।

तेल कुओं की सुरक्षा का यह खर्च केयर्न एनर्जी कंपनी उठाएगी, बॉर्डर होमगार्ड का मैनपावर काम करेगा, जबकि ट्रेनिंग का काम आरपीटीसी ने किया है। शनिवार को सभी कमांडो आरपीटीसी से विदा हो जाएंगे, उसके बाद उन्हें बाड़मेर के तेल कुओं पर तैनात किया जाएगा। आरपीटीसी के कमांडेंट सवाईसिंह गोदारा ने ट्रेनिंग के प्रत्येक कोर्स की जानकारी दी। केयर्न एनर्जी के ग्रुप हैड (सिक्यूरिटी) रिटायर्ड एडीजी यशवंत मल्होत्रा, बाड़मेर सेक्टर के जीएम नारायण स्वामी, जीएम सिक्यूरिटी बीआर ग्वाला आदि भी इस मौके पर उपस्थित थे।

थार लिंक एक्सप्रेस की सुरक्षा के लिए रेलवे के पास पैसा नहीं

जोधपुर.रेलवे के पास थार लिंक एक्सप्रेस की सुरक्षा के लिए बजट नहीं है। दोस्ती की इस रेल पर आतंकी हमलों की आशंका के कारण छह साल पहले भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर बैगेज स्कैनर लगाने का फैसला हुआ था। आरपीएफ ने दो साल पहले स्कैनर की खरीद प्रक्रिया शुरू करते हुए टेंडर भी निकाला, मगर रेलवे जीएम ने बजट नहीं होने के कारण यह मामला रेल मंत्रालय को भेज दिया है, जहां से अब तक स्कैनर खरीद की इजाजत नहीं मिली है।  
सुरक्षा एजेंसियां इस बात से चिंतित हैं कि अंतरराष्ट्रीय ट्रेन की सुरक्षा के उपायों के संबंध में की जा रही यह उपेक्षा किसी दिन भारी पड़ सकती है। दूसरी ओर रेलवे ने जोधपुर स्टेशन के लिए दो बैगेज स्कैनर भिजवाए जिनका इंस्टालेशन शुक्रवार से शुरू हो गया है।

4 साल बाद मंजूरी, 2 साल से टेंडर अटका

सुरक्षा एजेंसियों की 2006 में हुई बैठक में जीआरपी को नोडल एजेंसी बनाया गया था। उस वक्त जीआरपी डीजी ने भगत की कोठी स्टेशन पर बैगेज स्कैनर, एक्सप्लोसिव डिटेक्टर, सीसीटीवी कैमरे व डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर आदि उपलब्ध कराने की बात कही थी।

चार साल बाद सितंबर 2010 में रेलवे मुख्यालय ने बैगेज स्कैनर खरीदने की मंजूरी दे दी। उसके बाद डीआरएम ने एस्टीमेट बनाया और आरपीएफ मुख्यालय ने टेंडर निकाल दिया। रेलवे, आरपीएफ और जीआरपी के अफसरों ने मौका देख कर जगह तक तय कर ली, मगर तीस लाख रुपए का यह स्कैनर खरीदने के लिए रेलवे को पैसा नहीं मिला। रेलवे जीएम ने यह मामला रेल मंत्रालय को भेज कर बजट मांगा, वह अब तक नहीं मिला है।

क्यों जरूरी है स्कैनर

भारत-पाकिस्तान के रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए पश्चिमी सीमा खोल कर थार लिंक एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने के बाद से ही उस पर आतंकी हमले की आशंका बनी हुई थी। हालांकि बाड़मेर के मुनाबाव स्टेशन पर थार एक्सप्रेस के यात्रियों की तलाशी के लिए स्कैनर लगाया गया और मैन्युअल चैकिंग भी की जा रही है। इसके बावजूद यह खतरा कम नहीं हुआ और नकली नोटों की खेप लगातार आने लगी। इन खतरों से निपटने के लिए ट्रेन की रवानगी भी भगत की कोठी स्टेशन से की जाने लगी और यात्रियों को सुरक्षा इंतजामों के बीच ट्रेन में सवार किया जाने लगा। साथ ही यात्रियों के बैग चैक करने के लिए स्कैनर लगाने की जरूरत महसूस की गई।

स्टेशन को मिले दो स्कैनर

इंटीग्रेटेड सिक्यूरिटी सिस्टम बनाने के लिए रेलवे ने हाल में जयपुर, जोधपुर, बीकानेर व अजमेर स्टेशन पर बैगेज स्कैनर लगाने की प्रक्रिया शुरू की है। इस वर्ष दिसंबर तक चारों स्टेशनों पर स्कैनर लगने हैं। रेलवे ने इस काम के लिए 9 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। जयपुर के अलावा जोधपुर स्टेशन को भी दो बैगेज स्कैनर मिले हैं। शुक्रवार से वीआईपी तथा मुख्य गेट पर स्कैनर इंस्टालेशन का काम शुरू हो गया है। शनिवार से इसका ट्रायल शुरू हो जाएगा।

हर माह लिखते हैं पत्र

'आंतरिक सुरक्षा से संबंधित हर बैठक में स्कैनर लगाने का मुद्दा उठाया है, हर माह रेलवे को पत्र भी लिखते हैं, मगर हर बार आश्वासन ही मिलता है। मंजूरी मिल गई, टेंडर हो गए, परंतु स्कैनर अब तक नहीं लगा। हमने भगत की कोठी स्टेशन पर दो और सीसीटीवी कैमरे लगाने की भी मांग की है।'

पीपी टाक, एसपी, जीआरपी

बजट मिलेगा तो लगेगा

'फिलहाल दो बैग स्कैनर आए हैं। ये दोनों स्कैनर जोधपुर स्टेशन पर लगा रहे हैं। शनिवार से ट्रायल भी शुरू हो रहा है। भगत की कोठी पर स्कैनर रेलवे से बजट मिलने पर ही लगेगा, उसका पैसा नहीं मिल रहा।'

प्रभाकर, असिस्टेंट कमांडेंट, आरपीएफ

टेस्टिंग में ही खुली पोल आरयूडीआईपी की


टेस्टिंग में ही खुली पोल

जैसलमेर शहर की पेयजल व्यवस्था को सुधारने के लिए आरयूडीआईपी की ओर से बनवाए गए ओवर हैड टैंक की टेस्टिंग के दौरान ही पोल खुल गई। जयनारायण व्यास कॉलोनी में बने इस टैंक के पेंदें व पाइपों से पानी का रिसाव शुरू हो गया है। शहर की पेयजल सप्लाई को सुदृढ़ व सुचारु बनाने के लिए बनाए गए यह टैंक अपने पहले ही चरण में फेल हो गए है। अभी यह हाल है तो आगे क्या हाल होंगे इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पानी के पाइपों से लेकर पेंदे तक रिसाव हो रहा है।

पाइप व पेंदे से रिसने लगा है पानी: जयनारायण व्यास कॉलोनी में आरयूडीआईपी की ओर से पानी के ओवरहैड टैंक का निर्माण करवाया गया है। इस टैंक की टेस्टिंग के लिए जब इसमें पानी का प्रवाह प्रारंभ किया गया तो पहले इसके पाइपों से पानी का फव्वारा निकलने लगा तथा बाद में टंकी के पेंदे से पानी का रिसाव होने लगा है। टेस्टिंग के दौरान ही इसमें खामियां समाने आ गई। इसके निर्माण में पहले ही देरी हो चुकी है अब रिसाव होने से इसे सुधारा जाएगा। जिससे लोगों तक इसका पानी पहुंचने में और अधिक समय लग सकता है।

शुक्रवार, 29 जून 2012

बीजेपी नेता उमा भारती को जान से मारने की धमकी


भोपाल।। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और सीनियर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता उमा भारती को फोन पर जान से मारने की धमकी मिलने की खबर से सनसनी फैल गई। हालांकि, आनन-फानन में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
उमा भारती को मिली जान से मारने की धमकी  
उमा भारती के सुरक्षा अधिकारी प्रदीप तोमर द्वारा श्यामला हिल्स थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल फोन पर एक अज्ञात शख्स द्वारा उमा भारती को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

तोमर के अनुसार उक्त शख्स द्वारा सबसे पहले 26 जून की रात उस समय धमकी दी गई थी, जब वह नई दिल्ली के लिए रवाना हुई थीं। इसके बाद दो बार उस शख्स ने उमा भारती को जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने बताया कि तोमर की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

विधायक की पिटाई से महिला का गर्भपात



विधायक की पिटाई से महिला का गर्भपात

रांची। झारखण्ड में एक विधायक ने भूमि विवाद में एक गर्भवती महिला की पिटाई कर दी। पिटाई के बाद महिला का गर्भपात हो गया। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि आरोपी झारखण्ड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) के विधायक चंद्रिका मेहता घटना के बाद से फरार हैं। घटना यहां से करीब 240 किलोमीटर दूर गिरीडीह जिले के खजाटोला गांव की है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मेहता ने भूमि विवाद में तीन महीने की गर्भवती तारा देवी की उसके घर में ही बुरी तरह पिटाई कर दी। मेहता, तारा देवी के पति की तलाश में उसके घर गए थे, लेकिन जब उन्होंने महिला के पति को घर में नहीं पाया तो तारा देवी की ही पिटाई शुरू कर दी।

घटना के बाद तारा देवी का गर्भपात हो गया। उन्होंने मेहता के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करा दिया है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

बिना आईडी प्रूफ के नहीं मिलेगा ट्रेन में रिजर्वेशन!



नई दिल्‍ली.ट्रेन टिकट रिजर्वेशन की तत्‍काल स्‍कीम पर एक तरह से दलालों का कब्‍जा हो गया है। इसे लेकर हाल में मीडिया में काफी खबरें प्रकाशित हुई हैं।
 


शुक्रवार को हुई रेलवे बोर्ड की बैठक के बाद रेलवे ने तत्काल टिकटों की कालाबाजारी करने वाले दलालों पर शिकंजा करने के लिए नए नियम बनाने की घोषणा की।





भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट और एडवांस टिकट बुकिंग की टाइमिंग को अलग-अलग करने का फैसला लिया है। अब सुबह आठ बजे रेलवे बुकिंग काउंटर पर सिर्फ तत्काल टिकट ही बुक कराए जा सकेंगे।





यही नहीं रेलवे बोर्ड ने टिकट काउंटरों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और विशेष जांच टीम बनाकर तत्काल टिकटों की कालाबाजारी की जांच करने का भी फैसला लिया है।





यही नहीं टिकट बुकिंग फार्म में गलत जानकारी देने पर भी टिकट रद्द कर दिया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने उन अधिकारियों की भी जांच का फैसला लिया है जो लंबे वक्त से एक ही काउंटर पर जमे हैं। तत्काल टिकट बुकिंग के वक्त रेलवे अधिकारियों के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने पर भी पाबंदी होगी।





गोरखधंधा रोकने के लिए रेलवे तत्‍काल स्‍कीम के तहत टिकट कटाने वाले यात्रियों से बुकिंग के समय ही पहचान पत्र मांगेगा और अचानक यात्रा का कारण भी पूछा जाएगा। अभी उसी व्‍यक्ति का पहचान पत्र मांगा जाता है जो यात्रा करने वाला होता है। लेकिन विचार है कि टिकट कटाने वाले व्‍यक्ति से भी आईडी प्रूफ मांगा जाएगा।




रेल मंत्रालय तत्काल टिकट के लिए अलग काउंटर खोलने, ई-टिकटिंग सॉफ्टवेयर में बदलाव करने, नेट फ्रॉड रोकने के लिए साइबर विशेषज्ञों की मदद लेने जैसे फैसले भी लिए हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनय मित्तल ने बोर्ड के सभी सदस्यों और आइआरसीटीसी व उत्तर रेलवे के सीनियर अफसरों के साथ बैठक कर इस पर विचार किया है। बैठक में तत्काल काउंटरों पर कैमरे लगा कर टिकट खरीदने वालों का फोटो कैप्चर करने का भी फैसला हुआ है। ...ऐसा किया जा चुका है





रेलवे सुबह आठ से दस बजे तक एजेंटों के लिए ऑनलाइन बुकिंग बंद करने, नेट पर एक फॉर्म पर दो और काउंटर पर चार से ज्यादा लोगों की तत्‍काल बुकिंग स्वीकार नहीं करने, बुकिंग के बाद यात्रियों के नाम बदलने की इजाजत नहीं देने, तत्‍काल टिकट कैंसल कराने के नियम कड़े करने जैसे कुछ कदम उठाए थे। वेबसाइट पर ज्‍यादा लोड से निपटने के लिए आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर बैंडविड्थ को 244 एमबीपीएस से बढ़ाकर 450 एमबीपीएस किया गया। नेट पर 'प्लान माई ट्रैवल' के तहत कैप्टेका तकनीक को लागू किया गया। आठ से नौ बजे सुबह के दौरान 'क्विक बुकिंग ऑप्शन' बंद कर दिया गया। एक यूजर आइडी पर एक ही बार बुकिंग की व्‍यवस्‍था की गई। पर ये उपाय बेअसर साबित हुए हैं।
एक नजर में
आईआरसीटीसी की वेबसाइट से रोजाना 3.5 लाख टिकट बुक होती है।
इसमें 1.5 लाख टिकट तत्‍काल की होती है।
सुबह 8 से 10 बजे के बीच 30 लाख लोग साइट पर आते हैं।
रेलवे की कुल टिकट बुकिंग में 45 % टिकट साइट के जरिए बुक होती है।
इस साल की गई कार्रवाई
अब तक 1502 लोग प्राक्‍सी टिकट में पकड़ाए।
100 अवैध दलाल पकड़ाए।
215 रेलवे कर्मचारी पकड़ में आए।
23 अवैध ट्रेवल एजेंट शिकंजे में आए।
648 दलाल टिकट बनवाते पकड़े गए

बीजेपी में बगावत: केशुभाई ने छोड़ी पार्टी, कर्नाटक में 9 मंत्रियों के इस्तीफे

नई दिल्ली. बीजेपी को बड़े झटके लगते दिख रहे हैं। पार्टी की कर्नाटक और गुजरात ईकाई में नेता बगावत पर उतर आए हैं। कर्नाटक में मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा की कैबिनेट के 9 मंत्रियों ने नेतृत्व में बदलाव की मांग करते हुए अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा दे चुके पूर्व मंत्रियों की मांग है कि राज्य के मंत्री जगदीश शेट्टार को नया मुख्यमंत्री बनाया जाए। ये सभी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के समर्थक माने जाते हैं। 


वहीं, गुजरात में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल ने शुक्रवार को कई नेताओं के साथ पार्टी छोड़ दी। हालांकि, इस खबर की औपचारिक पुष्टि नहीं हुई है।

केशुभाई के घर पर बीजेपी के बागी नेताओं की बैठक के बाद पार्टी छोड़ने का फैसला लिया गया। गौरतलब है कि केशुभाई गुजरात के मौजूदा मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी हैं और उनके खिलाफ केंद्रीय नेतृत्व को चिट्ठी भी लिख चुके हैं।

दो दिन पहले ही केशुभाई ने कहा था कि गुजरात में आज के हालात आपातकाल के दिनों से भी बदतर हैं। कुछ दिनों पहले खुद दिल्ली आए थे और केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात कर मोदी के शासन की शिकायत की थी। हाल के कुछ महीनों में वे मोदी के खिलाफ लगातार बयानबाजी करते रहे हैं।

कलयुगी बेटे ने की मां और भाई की हत्या

कलयुगी बेटे ने की मां और भाई की हत्या



अजमेर। राजस्थान के अजमेर में अलवर गेट थाना क्षेत्र में एक कलयुगी बेटे ने अपनी मां और भाई की हत्या कर दी। पुलिस महानिरीक्षक अनिल पालीवाल ने बताया कि शुक्रवार सवेरे पड़ोसियों ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी। उन्होंने बताया कि मां-बेटे दोनों की हत्या संभवत: बीती रात की गई। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि पालडी दारा मोहल्ले में सत्यनारायण मंदिर के पास एक पूर्व रेलवेकर्मी के मकान में एक महिला सहित दो व्यक्तियों के शव पड़े हुए हैं।पुलिस घटनास्थल पर पहुंची जहां ग्यारसी देवी (65) तथा राजू उर्फ हरी (42) के शव पडे थे जिन पर चोट और घाव के निशान पाए गए। वहां पर ग्यारसी देवी का छोटा पुत्र किशन (34) भी मौजूद था। पुलिस ने मौके पर सब्जी काटने का चाकू और पंखे की दो पंखुडियां भी बरामद की। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि दोनों की हत्या किस तरह की गई।
पालीवाल ने बताया कि किशन पर चार साल पूर्व अपने ही भाई की पीट पीट कर हत्या करने का आरोप था और हाल ही में वह जेल से बरी होकर आया था। उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि किशन मानसिक रूप से विक्षिप्त है। शवों का पोस्टमार्टम स्थानीय जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में कराया जा रहा है। पुलिस ने किशन को गिरफ्तार करके और मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

शादी के 20 साल बाद प्रेमी संग भागी

शादी के 20 साल बाद प्रेमी संग भागी

जयपुर। शादी के 20 वष्ाü बाद एक विवाहिता पति को छोड़ पड़ोसी युवक संग फरार हो गई। विवाहिता के पति ने पड़ोसी युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। बैनाड़ पानी की टंकी के पास रहने वाले कन्हैयालाल ने मामला दर्ज कराया है कि उसकी शादी करीब 20 वष्ाü पहले कमलेश के साथ हुई। शादी के बीस वष्ाü बाद उन्हें कोई बच्चा पैदा नहीं हुआ। गत 22 जून को कमलेश को उसका पड़ोसी संजय भगा ले गया।