आयल फिल्ड की सुरक्षा करेंगे होम गार्ड के कमांडो
बाड़मेर .पाकिस्तान की सीमा के पास तेल भंडार की सुरक्षा के लिए बॉर्डर होमगार्ड पर विश्वास किया गया है, उस पर हर हालत में खरा उतरने की चुनौती 120 कमांडो ने स्वीकार की है। यह पहला मौका है जब बॉर्डर होमगार्ड के कमांडो तैयार किए गए हैं। शुक्रवार को आरपीटीसी में दीक्षांत परेड में बाद इन कमांडो ने अपने डीजी के सामने दमखम दिखा कर विश्वास दिलाया कि जो काबिलियत उनसे अपेक्षित थी, वे उस पर खरे उतरे हैं।यह कमांडो बाड़मेर पहुँच एम पी टी नागना में आयल फिल्ड की सुरक्षा करेंगे .इनका शनिवार को या रविवार को एम पी टी में रिहर्सल होगा .
बाड़मेर सेक्टर के तेल कुओं की हिफाजत के लिए तैयार इन कमांडो ने दो माह की ट्रेनिंग पूरी कर ली है। होमगार्ड डीजी केएल बैरवा ने उनके दीक्षांत समारोह में कहा कि हालांकि यह नया प्रयोग है, मगर देश की संपदा की सुरक्षा की बड़ी चुनौती भी है। कंपनी ने होमगार्ड पर विश्वास किया है, उसे टूटने नहीं देना है। डीजी ने आतंकी हमलों से निपटने, पेट्रोलिंग करने, दुश्मनों पर फायरिंग करने तथा सटीक निशानेबाजी का निरीक्षण किया।
तेल कुओं की सुरक्षा का यह खर्च केयर्न एनर्जी कंपनी उठाएगी, बॉर्डर होमगार्ड का मैनपावर काम करेगा, जबकि ट्रेनिंग का काम आरपीटीसी ने किया है। शनिवार को सभी कमांडो आरपीटीसी से विदा हो जाएंगे, उसके बाद उन्हें बाड़मेर के तेल कुओं पर तैनात किया जाएगा। आरपीटीसी के कमांडेंट सवाईसिंह गोदारा ने ट्रेनिंग के प्रत्येक कोर्स की जानकारी दी। केयर्न एनर्जी के ग्रुप हैड (सिक्यूरिटी) रिटायर्ड एडीजी यशवंत मल्होत्रा, बाड़मेर सेक्टर के जीएम नारायण स्वामी, जीएम सिक्यूरिटी बीआर ग्वाला आदि भी इस मौके पर उपस्थित थे।
बाड़मेर .पाकिस्तान की सीमा के पास तेल भंडार की सुरक्षा के लिए बॉर्डर होमगार्ड पर विश्वास किया गया है, उस पर हर हालत में खरा उतरने की चुनौती 120 कमांडो ने स्वीकार की है। यह पहला मौका है जब बॉर्डर होमगार्ड के कमांडो तैयार किए गए हैं। शुक्रवार को आरपीटीसी में दीक्षांत परेड में बाद इन कमांडो ने अपने डीजी के सामने दमखम दिखा कर विश्वास दिलाया कि जो काबिलियत उनसे अपेक्षित थी, वे उस पर खरे उतरे हैं।यह कमांडो बाड़मेर पहुँच एम पी टी नागना में आयल फिल्ड की सुरक्षा करेंगे .इनका शनिवार को या रविवार को एम पी टी में रिहर्सल होगा .
बाड़मेर सेक्टर के तेल कुओं की हिफाजत के लिए तैयार इन कमांडो ने दो माह की ट्रेनिंग पूरी कर ली है। होमगार्ड डीजी केएल बैरवा ने उनके दीक्षांत समारोह में कहा कि हालांकि यह नया प्रयोग है, मगर देश की संपदा की सुरक्षा की बड़ी चुनौती भी है। कंपनी ने होमगार्ड पर विश्वास किया है, उसे टूटने नहीं देना है। डीजी ने आतंकी हमलों से निपटने, पेट्रोलिंग करने, दुश्मनों पर फायरिंग करने तथा सटीक निशानेबाजी का निरीक्षण किया।
तेल कुओं की सुरक्षा का यह खर्च केयर्न एनर्जी कंपनी उठाएगी, बॉर्डर होमगार्ड का मैनपावर काम करेगा, जबकि ट्रेनिंग का काम आरपीटीसी ने किया है। शनिवार को सभी कमांडो आरपीटीसी से विदा हो जाएंगे, उसके बाद उन्हें बाड़मेर के तेल कुओं पर तैनात किया जाएगा। आरपीटीसी के कमांडेंट सवाईसिंह गोदारा ने ट्रेनिंग के प्रत्येक कोर्स की जानकारी दी। केयर्न एनर्जी के ग्रुप हैड (सिक्यूरिटी) रिटायर्ड एडीजी यशवंत मल्होत्रा, बाड़मेर सेक्टर के जीएम नारायण स्वामी, जीएम सिक्यूरिटी बीआर ग्वाला आदि भी इस मौके पर उपस्थित थे।
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