मंगलवार, 31 जनवरी 2012

म्हनै रमतां ने काजल टकी लाधी ऐ मांकोरो काजलियो















म्हनै रमतां ने काजल टकी लाधी ऐ मां कोरो काजलियो



पूरे राजस्थानी में जनजीवन में काजल को विशेष महत्व है। यह यहाँ के लोगों की दैनिक श्रृंगार का हिस्सा है। इसे अंजण, कज्जल, दीय- सुत, नैनसनेह, पाटणमुखी, मोहणगती आदि कई नामों से भी जाना जाता है। जिस दीये से गृहणियां काजल बनाती हैं, उसे "काजलकर' कहा जाता है। साथ- साथ अपने आप में एक बहुत बड़ा सांकेतिक अर्थ भी रखना है। राजस्थानी लोक गीतों में भी काजल की कई बार चर्चा आ जाती है :-


काली काली काजरिया री रेखज्यूं भूरोड़े भाख्र में चमके बीजली


ढ़ोले री मूभल हाले तो ले चालू मुरधर देश, कोई विरहिगी अपने प्रियतम को गीत के माध्यम से समझाती है कि किस स्थिति में काजल सुखदायी होता है :-


काजल भरियो कूंपालो जी कोई पड़यो पिलंग अध बीचउनाला री रुत बुरी, थांनै खेलत गरभी होम कोरो काजलियोचौमासा री रुत बुरी, खेलत रल गावे काजरियोकाजरियो मत सार चौमासे - कोरो का जलियोनैणों नें समायो रे सियाला री रात का जलियो थांने आणन्द छाय- कोरो काजलियो


नायिका जब अपने प्रेमी से रुठ जाती है, तो बिना कुछ बोले अपने व्यथा का प्रदर्शन अपने काजलभरे नयनों से कर देती है :-


ना वे गावै ना हँसै, मुख बोले बोल।नैणां काजल ना दियो, ना गल पऋयों हार।।


एक नवविवाहिता, जो घूंघट की ओट से तिरछी नजरों से देखती हैं, के लिए एक कवि ने लिखा है:-


बेसर बणी मांग सिर ऊपर, मोत्यां बिंदी झलकै।काजल रेख नैणां में, घूंघट मच्छियां पलकै।।


मारवाड़ क्षेत्र में घर- घर में "घूमर' गीत गाया जाता है। जसोल वाले भटियाणी जी का एक घूमर इस प्रकार है :-


म्हनै रमतां ने काजल टोकी लाधी ऐ मांम्हारी घूमर है नखराली है ऐ मांम्हनै राठौड़ा रै घर भल दीजो ऐ मांम्हनै राठौड़ां रो पेय प्यारो लागे ऐ मां


भक्त कवयित्री मीरां ने काजल के संदर्भ में कहा है :-


गैणा गांठा राणा हम सब त्याग्या,लाग्यो कर रो चूड़ो।काजल टीकी हम सब त्याग्या,त्याग्यो बांधणा जूड़ो।।


इसका तात्पर्य यह है कि मीरा ने कृष्ण विरह में सारे सांसारिक श्रृंगारों का त्याग कर दिया है। काजल इसलिए त्यागा कि श्री कृष्ण का श्याम- सलोना रुप नयनों में रच- बस गया है।वैसे तो काजल सौभाग्यवती स्रियों का श्रृंगार है, परंतु इतिहास गवाह है कि कई बार मृत पति के शव के पास बैठकर यहाँ की वीरांगनाओं ने एक प्रतिज्ञा के ओज के साथ काजल की रेख का अंजन किया। सती का श्रृंगार भी काजल के बिना अधुरा माना जाता था।काजल के साथ-साथ काजलिया रंग भी महत्वपूर्ण है। मारवाड़ क्षेत्र में "काजली तीज' सुहागिनों का त्योहार है। इस दिन सुहागिन स्रियाँ व्रत - उपवास रखती है और सुहाग के प्रतीक के रुप में कागज, टीकी, चूड़ियाँ, मेंहदी और मजीठ आदि का दान करती है। काजल के बिना कई धार्मिक व सामाजिक कृत्य अधूरे माने जाते हैं।

जालोर रानीवाड़ा सांचौर आहोर सायला जसवंतपुरा ....न्यूज इनबॉक्स.... 31 जनवरी 2012



आत्मदाह के प्रयास में मां झुलसी, मासूम की मौत 

सास व पति पर प्रताडऩा का लगाया आरोप, पुलिस ने सास को लिया हिरासत में 

सायला थाना क्षेत्र के वालेरा गांव में सोमवार सवेरे एक विवाहिता ने अपने एक वर्षीय पुत्र के साथ आत्महत्या का प्रयास किया। अधिक झुलसने के कारण मासूम की मौत हो गई। वहीं विवाहिता को प्राथमिक उपचार के बाद जालोर रेफर किया गया है। पुलिस ने पीडि़ता के बयानों के आधार पर सास व पति के विरुद्ध प्रताडऩा का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इस मामले में पुलिस ने आरोपी सास को हिरासत में लिया है। 

पुलिस के अनुसार वालेरा निवासी सणगारी देवी पत्नी हिरालाल प्रजापत ने सवेरे अपने ससुराल में एक वर्षीय पुत्र विशाल के साथ शरीर पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। जिससे वह और उसका पुत्र बुरी तरह झुलस गए। ग्रामीणों की सूचना पर थाना प्रभारी सुमेरङ्क्षसह राठौड़ मय जाब्ता मौके पर पहुंचे तथा एम्बुलेंस की सहायता से सणगारीदेवी व विशाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सायला उपचार के लिए लाया गया। इलाज के दौरान विशाल की मौत हो गई। 


इलाज के दौरान एसडीएम धिरजमल ढिंढोर के समक्ष पीडि़ता के बयान दर्ज किए गए। उसने अपने बयान में बताया कि सास मणीदेवी पत्नी मांगीलाल प्रजापत व पति हीरालाल पुत्र मांगीलाल निवासी वालेरा द्वारा परेशान किया जाता था। इससे परेशान होकर उसने आत्महत्या का प्रयास किया है। प्राथमिक उपचार के बाद विवाहिता को जालोर रेफर किया गया। वहीं विशाल के शव का पोस्टमार्टम कर उसे परिजनों को सुपुर्द किया गया। 



जीरे की अच्छी पैदावार की ओर सांचौर


मौसम अच्छा रहने से किसानों को जीरे से जगी उम्मीद, किसानों के अनुसार इस साल मौसम ने साथ दिया, ऐसे में जीरे की पैदावार भी होगी अच्छी

सांचौर जीरे की पैदावार में अग्रणी सांचौर क्षेत्र में इस बार सियाळो सीजन के तहत 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में जीरे की बुवाई की गई है। अगर जीरे की फसल के लिए मौसम ठीक ठाक रहा तो उम्मीद है कि इस बार आशा के अनुरूप रिकॉर्ड पैदावार होगी। अक्टूबर-नवंबर महीने में की गई जीरे की बुवाई के बाद अब जीरे की फसल पर फूल आने शुरू हो गए हैं और फसल को तीसरी पाण भी दी जा चुकी है। इसके बाद क्षेत्र के किसान आशानुरूप फसल लेने की संभावना जता रहे हैं। किसान हरचंदराम चौधरी ने बताया कि जनवरी-फरवरी में अक्सर होने वाली मावठ और धुंध के बाद मौसम खराब हो जाता है, जिससे जीरे के फसल में चिरमा रोग की आंशका रहती है। जिससे फसल के उत्पादन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, लेकिन इस बार ऐसी कोई स्थिति नहीं होने से किसानों को अच्छी पैदावार की उम्मीद है। वहीं दूसरी ओर कृषि विभाग ने भी इस बार सियाळो सीजन में जीरे की अच्छी पैदावार की संभावना जताई है। कृषि अधिकारियों ने बताया कि जीरे की फसल को कीट के प्रकोप से बचाने के लिए किसान मेंकोजेब, गदरफ, थायोमेस्सम का स्प्रे कर सकते हैं।
वरदान बना नर्मदा का पानी

क्षेत्र में नर्मदा नहर आने से पूर्व जीरे की बुवाई 19 हजार हेक्टेयर के लगभग की जाती थी, लेकिन नर्मदा के आने के बाद 2011-12 में यही बुवाई 45 हजार हेक्टेयर से भी पार हो गई। इसके अलावा नर्मदा का मीठा पानी फसल उत्पादन में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। खास बात तो यह है कि नर्मदा नहर से सिंचित होने वाले क्षेत्र के दायरे में आने वाला आधे से अधिक क्षेत्र नर्मदा के पानी से अभी भी वंचित है। अगर यह भी इसमें शामिल हो जाए तो जीरे की बुवाई और भी अधिक की जा सकती है।

सांचौर. क्षेत्र के एक खेत में लगी जीरे की फसल। फोटोत्नभास्कर

गुजरात की मंडियों में बिकता है जीरा

क्षेत्र में जीरे की बम्पर पैदावार के बाद यहां के किसान इसे गुजरात की मंडियों में बेचना पहली पंसद मानते हैं। कारण कि क्षेत्र में कृषि मंडी होने के बावजूद किसानों को यहां जीरे की फसल के अच्छे भाव नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में किसानों को अच्छी कीमत और बाजार के लिए गुजरात के ऊंझा सहित अन्य मंडियों में जाना पड़ता है। इसके अलावा क्षेत्र में तैयार जीरे की फसल के लिए अब विदेशी कंपनियां भी सीधे खलिहानों से जीरा ले जाने के लिए भी सर्वे करती है। जापान व जर्मन के अलावा अन्य कई देशों की कंपनियां फसल के अनुपात में उसका मूल्य देकर कटाई के बाद खलिहानों से फसल खरीद लेती है। इससे किसानों को भी फायदा मिलने की संभावना रहती है।

हो सकती है बंपर पैदावार

॥फिलहाल क्षेत्र के खेतों में खड़ी जीरे की फसल के लिए मौसम बिल्कुल अनुकूल है। इससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि इस बार जीरे की अच्छी पैदावार होगी। वहीं मौसम अनुकूल नहीं रहने पर फसल को कीट के प्रकोप से बचाने के लिए किसान मेंकोजेब, गदरफ व थायोमेस्सम का स्प्रे कर सकते हैं। कजोड़मल कुमावत, कृषि अधिकारी, सांचौर







बाड़मेर 31 जनवरी २०१२ ...आज की ताजा खबर.


पॉवर प्लांट व तेल उत्खनन क्षेत्र में बढ़ाई जाएगी सुरक्षा

बैठक में कलेक्टर ने इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी रेस्पॉन्स मैकेनिज्म स्थापित करने के दिए निर्देश

बाड़मेर थार में लिग्नाइट खनन, पॉवर प्लांट व तेल उत्खनन क्षेत्र की सुरक्षा के मुद्दे पर आला अधिकारियों ने मंथन किया। सरहदी क्षेत्र में सुरक्षा जिले के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी रेस्पॉन्स मैकेनिज्म स्थापित करने तथा सुरक्षा समन्वय बनाए रखने के संबंध में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक आयोजित हुई।इस अवसर पर डॉ. प्रधान ने गिरल लिग्नाइट पॉवर प्रोजेक्ट, रागेश्वरी गैस टर्मिनल, मंगला ऑयल फील्ड, राजवेस्ट पॉवर प्लांट तथा आरएसएमएमएल से संबंधित विभिन्न व्यवस्थाओं तथा सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। इस दौरान जिला कलेक्टर ने गिरल लिग्नाइट पॉवर प्रोजेक्ट परिसर से परिवहन होने वाले ट्रकों के परिवहन के लिए मेंटेनेंस सिस्टम बनाया जाने तथा आगामी बरसात ऋतु को ध्यान में रखते हुए सीसी सड़क बनाने के लिये कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोयले से उडऩे वाली डस्ट की शिकायतों के मुद्दे नजर इसके रोकथाम संबंधी उपाय करने तथा आम जन के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने राजवेस्ट पॉवर प्लांट भादरेस परिसर में पानी का ऑवर हेड टैंक बनाने के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने को कहा। बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने संस्थान में कार्यरत सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन कराए जाने के संबंध में स्थाई पता सहित फोटो व पहचान संबंधी दस्तावेज शीध्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि बाहरी जिलों/ राज्यों के कार्मिकों का जल्द पुलिस सत्यापन करवाया जा सकें।

उद्यमी का अपहरण, बाद में छोड़ा

पुलिस ने की नाकाबंदी, नहीं मिले आरोपी

बालोतरा  शहर में सोमवार को कुछ लोगों ने आसोतरा फांटा स्थित एक दुकान से उद्यमी का सुबह अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने दोपहर 3 बजे उद्यमी को वापस छोड़ दिया। पुलिस के अनुसार मोटाराम पुत्र लच्छाराम कलबी निवासी बालोतरा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उनका 30 वर्षीय पुत्र चंद्रभान आसोतरा फांटा स्थित दुकान पर बैठा था। सुबह करीब 9.30 बजे दलपतसिंह पुत्र मोहनसिंह राजपूत निवासी जागसा, हीरसिंह राजपूत निवासी कल्याणपुर व शेराराम भील वगैरह 15-16 लोग तीन गाडिय़ों में उसकी दुकान पर पहुंचे तथा चंद्रभान को जबर्दस्ती गाड़ी में बिठाकर कहीं ले गए। अपहरण की सूचना लगने पर पुलिस अधीक्षक संतोष चालके के निर्देशानुसार सीआई मनोज शर्मा ने एसआई धन्नाराम के नेतृत्व में टीम का गठन कर आस-पास के क्षेत्रों में नाकाबंदी कराई। दोपहर करीब 3 बजे पुलिस को असाडा रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास उद्यमी के होने की सूचना मिली। पुलिस ने उद्यमी को दस्तयाब कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।

दूध में मिलावट पर दो डेयरी सीज


दूध व्यवसायियों में मची अफरातफरी, अधिकारियों ने लिए सैंपल

 

पचपदरा  हाइकोर्ट के दवाब के चलते सोमवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा रसद विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पचपदरा क्षेत्र में मिलावटी दूध के खिलाफ अभियान चलाया।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा ने बताया कि सुबह 7 बजे पचपदरा राजमार्ग पर पुलिस जाब्ते के साथ नाकाबंदी की गई लेकिन इसकी भनक लग जाने के कारण अधिकांश विक्रेताओं ने अपना रास्ता बदल लिया। इस दौरान हाइवे से गुजरने वाले विक्रेताओं के दूध की मौके पर ही जांच की गई।

टीम ने इसके बाद कस्बे में स्थित मैसर्स चौहान मिल्क एंड सप्लायर्स तथा महा भवानी दूध डेयरी पर जाकर कार्रवाई की। इस दौरान दोनों डेयरी संचालक डेयरी पर ताला लगाकर गायब हो गए। इसके बाद दोनों संचालकों को पुलिस की मदद से मौके पर बुलाकर दूध के नमूने लिए गए जिसमें अत्यधिक मात्रा में पानी पाया गया।

गोदारा ने बताया कि टीम के सदस्यों की ओर से दूध के और भी नमूने लेकर दोनों डेयरियों को सीज किया गया। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से जांच की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। टीम के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य निरीक्षक देवीलाल खोरपाल, लेब टेक्नीशियन संजयसिंह, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अर्जुनसिंह, कांस्टेबल राकेश व भैरुलाल सहित टीम के सदस्य उपस्थित थे।
चौपाल में होगा समस्याओं का जल्द समाधान


बाड़मेर आमजन की समस्याओं का समय पर समाधान हो ताकि उन्हें राहत मिल सके। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए फरवरी से विशेष अभियान चलाया जाएगा। कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि अभियान के तहत राजस्थान लोक सेवा प्रदान गारंटी अधिनियम का जनसामान्य में प्रचार-प्रसार, अधिनियम के तहत आने वाले विषयों की जानकारी, कार्यों के निर्धारित समय अवधि में निष्पादक एवं अधिनियम के तहत प्राप्त होने वाले आवेदन का समय पर ही समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को विकसित करने के उद्देश्य से पंचायत समिति/तहसील मुख्यालय पर जनसुनवाई तथा ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर रात्रि चौपाल कार्यक्रम का आयोजन होगा। तीन फरवरी को सुबह ग्यारह बजे पंचायत समिति सिणधरी एवं दोपहर तीन बजे पंचायत समिति धोरीमन्ना में जनसुनवाई होगी। इसी दिन गुड़ामालानी तहसील के मांगता ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल होगी। दस फरवरी को सुबह ग्यारह बजे रामसर तहसील व दोपहर तीन बजे चौहटन पंचायत समिति में जनसुनवाई। इसी दिन चौहटन तहसील के आलमसर पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल आयोजित की जाएगी।

इसी तरह 17 फरवरी को सुबह 11.00 बजे पंचायत समिति बालोतरा व दोपहर तीन बजे सिवाना पंचायत में जनसुनवाई तथा इसी दिन सिवाना तहसील के करमावास पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल होगी। 24 फरवरी को सुबह 11.00 बजे बायतु पंचायत समिति व दोपहर तीन बजे शिव पंचायत में जनसुनवाई। इसी दिन शिव तहसील के राजबेरा पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल होगी। जनसुनवाई के दौरान संबंधित अधिकारी मौजूद रहेंगे।

जागरूकता रैली आज

ईंधन सुरक्षा सप्ताह के तहत मंगलवार को जागरूकता रैली का आयोजन किया जाएगा। जिला रसद अधिकारी उम्मेद सिंह पूनिया ने बताया कि जागरूकता रैली को कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान मंगलवार सुबह 9.30 बजे राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल स्टेशन रोड बाड़मेर से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

पेट की आग से झुलस रहे हैं

पेट की आग से झुलस रहे हैं

बाड़मेर। कुड़ी गांव के पप्पाराम ने जान की बाजी लगाकर अपनी तीन मासूम संतानों को मौत के आगोश से उस वक्त बचा लिया था जब आग ने उन्हें बुरी तरह घेर लिया था। जलती आग में कूदकर यह बाप अपनी औलाद को बचा तो लाया, लेकिन खुद इतना झुलसा गया कि अब उसके लिए काम करना मुश्किल हो रहा है। छह सदस्यीय परिवार के सामने फांकाकशी की नौबत आ गई है। झोंपे की आग से बचा यह पूरा परिवार अब पेट की आग से झुलस रहा है। नियमानुसार मिलने वाली सरकारी मदद की दरख्वास्त फाइलों में इधर उधर घूम रही है।

कुड़ी गांव के पप्पाराम पुत्र सूजाराम की रहवासी ढाणी में 3 नवंबर 2011 को आग लग गई थी। उस वक्त उसके तीन मासूम बच्चे ढाणी में थे। पप्पाराम जलती लपटों में घुस गया। पहले दोनों बेटों को आग से बाहर ले आया और जैसे ही उसे ख्याल आया कि तीन माह की मासूम बेटी भी अंदर ही है तो यह बाप जान की परवाह किए बगैर फिर लपटों में कूद गया। इस दौरान वह बुरी तरह झुलस गया, लेकिन बेटी को बचा लाया।

इसे बेहोशी की हालत में बालोतरा और बालोतरा से जोधपुर उपचार के लिए रेफर किया गया। पंद्रह दिन में उसको होश आया। आग की इस घटना की जानकारी प्रशासन को मिलने पर उपखण्ड अधिकारी मौके पर पहुंचे और अपनी जेब से मानवता के नाते पांच हजार रूपए दिए।

इस मामूली रकम से इस बीपीएल परिवार के सदस्यों का दो तीन दिन का उपचार का खर्चा भी नहीं निकला। करीब एक महीना तक पप्पाराम जोधपुर में दाखिल रहा। आग ने उसका सब कुछ स्वाहा कर दिया था और इसके बाद कर्जे पर ही उपचार संभव हो पाया। महीने भर बाद वह घर लौटा तो उसके लिए सिर छिपाने को आसरा नहीं था, गनीमत रही कि गांव में एक आवास में उसको छत नसीब हो गई। इसके बाद वह फांकाकशी काट रहा है।

आग से झुलस जाने के कारण अब उसके लिए मजदूरी करना भी फिलहाल मुमकिन नहीं हो रहा है। इधर आग के बाद नियमानुसार उसको बारह हजार रूपए आपदा राहत के तहत मिलने थे, लेकिन वह राशि नहीं मिली है। पटवारी, ग्राम पंचायत की रिपोर्ट जाने के बावजूद उसकी सहायता की दरख्वास्त फाइलों में ही है। ऎसी हालत में यह छह सदस्यीय परिवार दो जून रोटी का मोहताज हो गया है।



परिवार की फिक्र
जिन बच्चों को मैने आग से बचाया अब वे पेट की आग के कारण मेरा मुंह ताक रहे है। मैं मजदूरी नहीं कर सकता हूं। मदद मिल नहीं रही है। हम सब जिंदा बच गए इसका शुक्रिया अदा करूं या भगवान से शिकायत की जिंदा क्यों रखा..?
पपाराम भील पीडित बीपीएल चयनित

हमने प्रकरण भेज दिया
पप्पाराम का प्रकरण सहायता के लिए उपखण्ड अधिकारी के मार्फत जिला मुख्यालय भेज दिया गया है।
शैतानसिंह राजपुरोहित,तहसीलदार, पचपदरा

मदद का तरीका बदले : अग्नि पीडित परिवारों की मदद में हो रही देरी से ये परिवार परेशान हो रहे हैं। मदद तत्काल मिले ऎसा प्रबंध होना चाहिए।महावीरसिंह चूली, अध्यक्ष, भाजपा ग्रामीण मंडल

जैसलमेर ....पुलिस न्यूज़ इनबॉक्स .. 31 जनवरी, 2012


चार मकानों से सोने-चांदी के जेवरात चोरी


5 तोला सोने व सवा किलो चांदी के गहने चोरी, जामड़ा गांव में चोरों ने एक ही रात में चार मकानों पर हाथ साफ किया

जैसलमेर  जामड़ा गांव में चोरों ने एक ही रात में चार मकानों पर हाथ साफ कर करीब 5 तौला सोने के व सवा किलो चांदी के गहने चुरा लिए। साथ ही 12 हजार 500 रुपए नगद व अन्य घरेलू सामान की भी चोरी की।

ग्रामीणों के अनुसार शनिवार की देर रात्रि में तीन चोर गांव में आए थे, उनके साथ में थ्री व्हीलर भी था। ग्रामीणों ने बताया कि चोरों के पद चिह्नों व कच्चे रास्ते पर थ्री व्हीलर के पहियों के निशान दिखाई दिए थे। पुलिस थाना खुहड़ी में इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और चोरों की तलाश जारी है। जामड़ा गांव में यह चोरी जुगतसिंह पुत्र अलसीसिंह, बखतसिंह पुत्र पीरदानसिंह, भगवानसिंह पुत्र जेठमालसिंह व मेघसिंह पुत्र अलसीसिंह के घर हुई।

जुगतसिंह ने बताया कि उसके घर से दो तोला सोने की दो रखड़ी, एक तोले सोने की कंठली, एक टिकड़ी, अंगूठी व लोंग करीब दो तोले के, दो पायल जोड़ी चांदी की करीब 45 तोला व एक चैन करीब 10 तोले की चोरी हो गई। इसी प्रकार बखतसिंह ने बताया कि उसके मकान से चोरों ने दो चैन चांदी की 30 तोला व 10 तोले चांदी के अन्य गहने चुरा लिए।

इसी प्रकार भगवानसिंह ने बताया कि उसके घर से सोने की अंगूठी आधा तोला, चांदी का कंदोला 30 तोला, दो पायल 30 तोला व अन्य चांदी के गहने 50 तोले के और 500 नगद चोरी हो गए। वहीं मेघसिंह के मकान से सोने का बोरिया आधा तोला और चांदी के कड़े 60 तोला तथा 12 हजार रुपए नगद व अन्य घरेलू सामान चोरी हो गया। इन्होंने पुलिस अधीक्षक को भी इस संबंध में ज्ञापन देकर चोरी की वारदात का खुलासा करने की मांग की है।


 गाड़ी में लगी आग, यात्री सुरक्षित

जैसलमेर बरमसर गांव के फांटे के पास सोमवार दोपहर करीब 12.30 बरमसर गांव की तरफ जा रही टाटा मैजिक में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई। आग लगते ही उसमें सवार सभी यात्री गाड़ी़ से बाहर निकल गए। आग इतनी भयानक थी की पूरी गाड़ी जलकर खाक हो गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को बरमसर की तरफ जा रही टाटा मैजिक आरजे -15- टीए 534 में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आग लगते ही उसमें सवार सभी सवारियां उतर गई।

गाड़ी में सवार किसी भी सवारी को चोट नहीं आई। आग की सूचना मिलते ही दमकल वाहन वहां पहुंचा तथा आग पर काबू पाया। आग पर काबू पाने में चालक अनिलसिंह एवं फायरमैन ब्रजेश एवं सत्येन्द्र ने सहयोग दिया।

सिम बेचते समय सावधान!

जैसलमेर । सरहदी जैसलमेर जिले मे मोबाइल सिम बेचने वाले दुकानदारो को सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई के अनुसार जैसलमेर जिला भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है। जिले में निजी मोबाइल कंपनियों ने सीमावर्ती क्षेत्र में मोबाइल टावर लगा रखे हैं। निजी कंपनियों की ओर से जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सरलता से सिम उपलब्ध करवाई जाती है।

इन कंपनियोें की ओर से सिम बेचतेे समय किसी तरह के दस्तावेज या पहचान के लिए दस्तावेज आदि की तहकीकात नहीं कर सिम देने का मामला प्रकाश मे आया है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार यह कार्य राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से उचित नहीं है। उन्होने बताया कि कभी-कभार शरारती तत्व गलत दस्तावेज से सिम की खरीदारी कर उससे विभिन्न तरह के गलत कार्य करते हैं। यह सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है।

एसपी ने दी हिदायत
उन्होने कहा कि गलत दस्तावेजों से खरीदी गई सिम के कारण पुलिस को अपने अनुसंधान में सही अपराघी के पास पहुंचने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार जिले में स्थापित समस्त कम्पनियों व सिम का वितरण करने वाले दुकानदारो को हिदायत दी गई है कि वह किसी प्रकार की सिम बेचने से पहले सिम लेने वाले व्यक्ति की सही तहकीकात कर लें और यदि किसी व्यक्ति पर आपको शक हो तो उसकी जांच स्थानीय पुलिस थाना या पुलिस अधीक्षक कार्यालय से भी करवा सकते हैं।

सजा बराबर
उन्होने बताया कि यदि किसी भी गलत व्यक्ति की ओर से गलत तरीके से ली गई सिम के माध्यम से किसी भी प्रकार का कोई अपराध किया गया तो सिम को बेचने वाला दुकानदार भी उस व्यक्ति के बराबर सजा का हकदार होगा। उन्होने अपील की है कि जिले के दुकानदार पूरी सावधानी रखकर सिमों का बेचान करे और पुलिस के अभियान में सहयोग करे।

माइग्रेन के दर्द से यूं पा सकते हैं निजात

माइग्रेन सिरदर्द का ऐसा प्रकार है, जिसमें पीड़ित को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। यह दर्द केवल सिर को ही नहीं, बल्कि माथे, जबड़ों और साइनस को भी अपनी चपेट में ले लेता है। आइए जानते हैं इसे नियंत्रित करने के कुछ आसान तरीके.. 
हर्बल टी: इसका सेवन माइग्रेन के लिए बहुत लाभकारी है। इसमें मौजूद नैचुरल तत्व जैसे अदरक, तुलसी, कैमोमाइल और पुदीना चिंता से निजात दिलाने और मांसपेशियों को तनावरहित करने में कारगर है। वहीं, ध्यान रहे कि कैफीन से परहेज करना जरूरी है, क्योंकि इससे रक्तचाप और माइग्रेन की पीड़ा और भी बढ़ सकती है।

कुनकुने पानी से स्नान: माइग्रेन का मुख्य कारण अधिक चिंता या तनाव करना है। ऐसे में पीड़ित को जब भी तेज दर्द होता है, तो उसे कुनकुने पानी से स्नान कर लेना चाहिए। इससे शरीर की सभी इंद्रियों की सक्रियता बढ़ जाती है, वहीं आप तरोताजा महसूस करेंगे और दर्द में भी राहत मिलेगी।

ब्रीदिंग: माइग्रेन की पीड़ा नियंत्रित करने के लिए पीड़ित को शारीरिक और मानसिक दोनों स्तर पर मजबूत होना जरूरी है। विशेषज्ञ कहते हैं कि पीड़ित की आंख, गर्दन और कंधों की मांसपेशियां स्ट्रेस्ड होती हैं, इसलिए गर्दन व कंधे की स्ट्रेचिंग करना जरूरी है। वहीं, कम्प्यूटर पर काम करते समय बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना जरूरी है। दो-तीन घंटों के अंतर से १५ मिनट गहरी सांस लें, ताकि आप रिलैक्स हो सकें।

बर्फ: दर्द होने की स्थिति में बर्फ के कुछ टुकड़े टॉवल में रखकर सिकाई करने से भी पीड़ित को आराम मिलता है। ध्यान रखें कि सिकाई उतनी ही करें, जितनी ठंडक बर्दाश्त की जा सके।

भंवरी मामला: इंद्रा के लिए मलखान के परिवार पर बनाया प्रेशर!



जोधपुर.सीबीआई ने लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई के परिवार पर एक बार फिर दबाव बढ़ा दिया है। मलखान की बहन इंद्रा की गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाने तथा जांच में आई नई बातों को वेरिफाई करने के लिए मलखान के भाई परसराम की पत्नी और बिलाड़ा प्रधान कुसुम विश्नोई से पहले बिलाड़ा में पूछताछ की गई, फिर महिला सिपाही के साथ उसे सर्किट हाउस लाकर इंटेरोगेशन किया गया।

 

इस दौरान मलखान सिंह के बेटे महेंद्र, चचेरे भाई छोगाराम और ममेरे भाई बाबूलाल के साथ साढू मांगीलाल लेगा से भी दिन भर पूछताछ का दौर चला। इसके अलावा परसराम के करीबी और सोहनलाल को शरण देने वाले गोपसिंह बरना से भी पूछताछ की गई।



उधर सीबीआई की दूसरी टीम रिमांड पर चल रहे सोहनलाल के बेटे पुखराज को उसके घर तिलवासनी ले गई, जहां पैसों की बरामदगी के लिए तलाशी ली और कुछ जगहों पर मौका तस्दीक कराई गई।



आमने-सामने पूछताछ कर वेरीफाई कर रही सीबीआई



भंवरी के अपहरण और हत्या की साजिश में लिप्त पुखराज, दिनेश और रेशमाराम को सीबीआई ने सोमवार सुबह अवकाशकालीन कोर्ट में पेश कर 4 फरवरी तक और रिमांड पर लिया है। अपहरण के मुख्य आरोपी सोहनलाल के बेटे पुखराज व भतीजे दिनेश ने 25 जनवरी को समर्पण किया था।



फिर 27 जनवरी को इंद्रा के सहयोगी रेशमाराम ने भी समर्पण कर दिया था। तब से ये तीनों सीबीआई की रिमांड पर चल रहे हैं। पुखराज व दिनेश इस मामले में हुई डील में सहयोगी रहे हैं, इसलिए उन्हें शनिवार-रविवार को जेल में बंद सोहनलाल, शहाबुद्दीन, अमरचंद व सहीराम से रूबरू कराया गया था।



जांच में कुछ अलग तथ्य आने पर सीबीआई इन दोनों से पूछताछ जारी रख कर हर बात का वेरिफिकेशन करना चाहती है, मगर दोनों का रिमांड सोमवार को खत्म हो गया था। इसलिए उन्हें अवकाशकालीन कोर्ट में पेश किया गया, जहां मजिस्ट्रेट ने उनकी रिमांड अवधि 4 फरवरी तक बढ़ा दी।



रेशमाराम इंद्रा के घर हुई साजिश का राजदार है तथा इंद्रा के साथ ही फरार हुआ था, इसलिए उसे भी कोर्ट में पेश कर 5 दिन और रिमांड पर लिया है।



हिरासत अवधि पर फैसला आज



लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई, भंवरी के पति अमरचंद, पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम, गैंगस्टर विशनाराम, उसके साथी ओमप्रकाश, कैलाश जाखड़, अशोक और उमेशाराम की न्यायिक हिरासत अवधि 30 जनवरी तक बढ़ाई थी, इसलिए उन्हें भी सोमवार को कोर्ट में पेश करना था।



राजस्थान और आसाम हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस चांदमल लोढ़ा के निधन के कारण सोमवार को अदालतों में अवकाश था। अब मंगलवार को उनकी न्यायिक हिरासत अवधि बढ़ाई जा सकती है।

खाजूवाला बॉर्डर की जीरो लाइन पर पाक नागरिक को दबोचा

बीकानेर.सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने खाजूवाला बॉर्डर स्थित जीरों लाइन पर पहुंचे पाक नागरिक को दबोच लिया। गुप्तचर एजेंसियां उससे संयुक्त पूछताछ करेंगी।

पाकिस्तान में भावलपुर जिले की फतेहशाह तहसील में चक 493 निवासी गोशा पीर (45) पुत्र अब्दुल गफूर रविवार को दिन में करीब 12.30 बजे खाजूवाला बॉर्डर पर जीरो लाइन में घुस गया। बीएसएफ की हिमगिरि पोस्ट के जवानों ने मुस्तैदी दिखाते हुए उसे दबोच लिया और घड़साना स्थित डी कंपनी 56वीं बटालियन के हैडक्वार्टर को इसकी सूचना दी।

वहां से इंस्पेक्टर मजीद खां मौके पर पहुंचे और पाक नागरिक को कब्जे में लिया। बीएसएफ ने पूछताछ के बाद रात को करीब 11 बजे उसे खाजूवाला थाना पुलिस को सौंप दिया। पाक नागरिक से एक रुपए, दो रुपए और पांच रुपए के कुल तीन पाकिस्तानी सिक्के बरामद हुए हैं।

उसने दाढ़ी बढ़ा रखी है और केवल अपना नाम-पता ही बता रहा है। एसएचओ जयप्रकाश बेनीवाल ने बताया कि एसपी राकेश सक्सेना ने पाक नागरिक गोशा पीर को गुप्तचर एजेंसियों की संयुक्त पूछताछ के लिए जेआईसी करने के आदेश दिए हैं।

सावधान! हनुमान जी का फोटो घर में लगाने से पहले ध्यान रखें ये बातें

अगर आप घर में हनुमान जी का फोटो या तस्वीर घर में लगाना चाहते हैं तो कुछ खास बातों का ध्यान रखें। इससे आपके घर पर कोई बुरा साया नहीं पड़ेगा साथ ही घर में सकारात्मक शक्ति बढऩे लगेगी। 
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में देवी-देवताओं के चित्रों को लगाने से सभी परेशानियां दूर होती हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है। घर का वातावरण सुकून देने वाला और पवित्र बना रहता है। बाहर से आने वाले लोगों पर भी इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है। घर में सभी सदस्यों के बीच परस्पर प्रेम सदा बढ़ता रहता है। हनुमानजी के चित्र का महत्व ध्यान में रखते हुए वास्तु में कई नियम बताए गए हैं।

- वास्तु के अनुसार हनुमानजी की फोटो हमेशा दक्षिण दिशा की ओर देखती हुई लगानी चाहिए।

- इसी तरह उत्तर दिशा में हनुमान जी का फोटो लगाने पर दक्षिण दिशा से आने वाली हर बुरी ताकत को हनुमान जी रोक देते हैं।

- इससे घर में सुख और समृद्धि बढ़ेगी।

- हनुमान जी फोटो में उड़ते हुए दिखाइ देना चाहिए।

- शक्ति प्रदर्शन की मुुद्रा में हनुमान जी का फोटो लगाने पर घर में किसी भी तरह की बुरी शक्ति प्रवेश नहीं करती।

दक्षिण दिशा की ओर मुख करके हनुमानजी फोटो इसलिए अधिक शुभ है क्योंकि हनुमानजी ने अपना प्रभाव सर्वाधिक इसी दिशा में दिखाया है। इस दिशा में ही लंका भी है और सीता की खोज, लंका दहन और राम-रावण का युद्ध भी हुआ है। दक्षिण दिशा में हनुमानजी विशेष बलशाली हैं।