सोमवार, 31 अक्तूबर 2011

सिरोही न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे सोमवार. ३१ अक्टूबर, २०११

वारदात के बीस घंटे बाद आरोपी दंपती गिरफ्तार

सिरोही शहर के कुम्हारवाड़ा मोहल्ले में देसी घी बेचने के लिए आए दंपती ने एक अधेड़ महिला को कैमिकल सूंघाकर बेहोश कर दिया तथा कमरे में रखी अलमारी के सेफ में रखे 50 हजार रुपए नकद तथा सोने की कंठी ले कर फरार हो गए। रविवार को पीडि़त महिला ने ठग दंपती को गोयली चौराहे के पास टेंपो में जाते हुए पकड़ लिया।

कुम्हारवाड़ा निवासी दरिया पत्नी लक्ष्मण राम प्रजापत के घर शनिवार की शाम 7 बजे एक महिला व आदमी देसी घी बेचने के लिए आए। दरिया ने उससे 250 रुपए किलो के भाव से देसी घी खरीदा। पैसे देने के लिए उसने कमरे में रखी आलमारी से पैसे लाकर दिए। इस पर घी बेचने आई महिला ने उसे सात रुपए किलो के भाव का अच्छी क्वालिटी का देसी घी बताते हुए हाथ पर कोई केमिकल लगा उसे सूंघा दिया। कैमिकल सूंघते ही दरिया बेहोश होकर वहीं गिर पड़ी। इसी दौरान ठग दंपती ने घर की अलमारी खोल उसमें रखे पचास हजार रुपए तथा सोने के जेवरात लेकर घर से फरार हो गए। करीब डेढ़ घंटे के बाद महिला को होश आने पर अलमारी खुली देखी तो उसे लूट की वारदात का पता चला। उसने वारदात की जानकारी उसके भाईयों को दी। महिला ने उसके भाईयों के साथ कोतवाली थाने पहुंच रिपोर्ट दर्ज करवाई। रविवार की सुबह से ही दरिया ने भाई के साथ शहर के कच्ची बस्ती क्षेत्र में जाकर घी बेचने वाली महिला और आदमी की तलाश शुरू की। गोयली चौराहे पर दरिया की निगाह अचानक टेंपो में बैठी महिला और आदमी पर पड़ी तो उसने झपटते हुए महिला का हाथ पकड़ उसे नीचे उतारते हुए कहा कि इसी ने उसके जेवरात चुराए हैं। इस पर वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस बीच उसके साथ बैठा आदमी वाहन से कूद पैवेलियन होते हुए फरार हो गया।

महिला के कहने पर कोतवाली पुलिस को मौके पर बुलवाया गया। इस बीच महिला ने उसे गोयली चौराहे पर ही दस हजार रुपए लौटाते हुए कहा कि वो उसे लौटाने के लिए ही आ रही थी। लेकिन कोतवाली पुलिस रुपए सहित उसके साथ का सारा सामान लेकर कोतवाली थाने ले गई। वारदात को अंजाम देने वाली महिला के पकडऩे की सूचना मिलते ही पुलिस उपअधीक्षक कोतवाली थाने पहुंचे। पूछताछ में महिला ने अपना नाम भावनगर गुजरात निवासी माला पत्नी राम कोली बताया। कुछ देर बाद राम कोली भी थाने पहुंच गया। दरिया की रिपोर्ट पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


सड़क हादसे में पांच घायल

आबूरोड  राजमार्ग पर जीवन बीमा निगम के पास रविवार की सुबह कार दुर्घटना में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर एलआई सी कार्यालय के पास चालक का कार से नियंत्रण हट गया। इससे अनियंत्रित होकर कार डिवाइडर से टकरा बिजली के पोल को तोड़ती हुई आगे जाकर पलट गई। हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई तथा उसमें बैठे मयूर त्रिवेदी, राजेश पटेल, दक्षा, रेशमा व दीप घायल हो गए। उन्हें राहगीरों ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की जानकारी मिलते ही शहर पुलिस थाने के सहायक उपनिरीक्षक घनश्याम सिंह मय जाब्ता ने मौके पर पहुंच जांच शुरू की।


नदी किनारे मिला युवक का शव

आबूरोड शहर में अस्पताल मोर्चरी के पीछे नदी किनारे एक युवक का शव मिला। पुलिस ने शव की शिनाख्त के प्रयास करने पर युवक के पालनपुर गुजरात से आने की जानकारी मिली है। पुलिस के अनुसार मोर्चरी के पास युवक का शव पड़ा होने की सूचना मिलने पर शहर पुलिस थाने के सीआई हरिकिशन गौड़ ने मय जाब्ता मौके पर पहुंच मौका मुआयना किया। पुलिस ने शिनाख्त का प्रयास किया। पहचान नहीं होने पर अस्पताल की मोर्चरी में शव रखवाया। पुलिस को शव के पास से पालनपुर निवासी किसी व्यक्ति के मोबाइल नंबर मिलने पर उससे संपर्क किया। पुलिस से हुई बातचीत के युवक ने शव की शिनाख्त के लिए पालनपुर रवाना हो गया। पुलिस ने बताया कि युवक की आयु करीब 30 वर्ष, रंग गेहुंआ व कद सामान्य है। युवक ने काली पेंट, काला कोट व सफेद टीशर्ट पहनी रखी है।

युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

खरल ओटवाला गांव के बरुआला कृषि बेरे पर शनिवार रात को एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार शबाराम (20) पुत्र मछराराम भील शनिवार सवेरे कृषि बेरे से गांव की ओर मजदूरी के लिए निकला था। देर शाम को घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन शबाराम नहीं मिला।

दूसरे दिन रविवार सवेरे एक व्यक्ति पांचाराम सुथार शौच जाने के लिए बरुआला कृषि बेरे के निकट से गुजर रहा था। इस दौरान उसने शबाराम को कृषि बेरे की बाड़ के पास स्थित इमली के पेड़ से रस्सी से लटका हुआ दिखाई दिया।









वारदात के बीस घंटे बाद आरोपी दंपती गिरफ्तार

वारदात के बीस घंटे बाद आरोपी दंपती गिरफ्तार

सिरोही शहर के कुम्हारवाड़ा मोहल्ले में देसी घी बेचने के लिए आए दंपती ने एक अधेड़ महिला को कैमिकल सूंघाकर बेहोश कर दिया तथा कमरे में रखी अलमारी के सेफ में रखे 50 हजार रुपए नकद तथा सोने की कंठी ले कर फरार हो गए। रविवार को पीडि़त महिला ने ठग दंपती को गोयली चौराहे के पास टेंपो में जाते हुए पकड़ लिया।

कुम्हारवाड़ा निवासी दरिया पत्नी लक्ष्मण राम प्रजापत के घर शनिवार की शाम 7 बजे एक महिला व आदमी देसी घी बेचने के लिए आए। दरिया ने उससे 250 रुपए किलो के भाव से देसी घी खरीदा। पैसे देने के लिए उसने कमरे में रखी आलमारी से पैसे लाकर दिए। इस पर घी बेचने आई महिला ने उसे सात रुपए किलो के भाव का अच्छी क्वालिटी का देसी घी बताते हुए हाथ पर कोई केमिकल लगा उसे सूंघा दिया। कैमिकल सूंघते ही दरिया बेहोश होकर वहीं गिर पड़ी। इसी दौरान ठग दंपती ने घर की अलमारी खोल उसमें रखे पचास हजार रुपए तथा सोने के जेवरात लेकर घर से फरार हो गए। करीब डेढ़ घंटे के बाद महिला को होश आने पर अलमारी खुली देखी तो उसे लूट की वारदात का पता चला। उसने वारदात की जानकारी उसके भाईयों को दी। महिला ने उसके भाईयों के साथ कोतवाली थाने पहुंच रिपोर्ट दर्ज करवाई। रविवार की सुबह से ही दरिया ने भाई के साथ शहर के कच्ची बस्ती क्षेत्र में जाकर घी बेचने वाली महिला और आदमी की तलाश शुरू की। गोयली चौराहे पर दरिया की निगाह अचानक टेंपो में बैठी महिला और आदमी पर पड़ी तो उसने झपटते हुए महिला का हाथ पकड़ उसे नीचे उतारते हुए कहा कि इसी ने उसके जेवरात चुराए हैं। इस पर वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस बीच उसके साथ बैठा आदमी वाहन से कूद पैवेलियन होते हुए फरार हो गया।

महिला के कहने पर कोतवाली पुलिस को मौके पर बुलवाया गया। इस बीच महिला ने उसे गोयली चौराहे पर ही दस हजार रुपए लौटाते हुए कहा कि वो उसे लौटाने के लिए ही आ रही थी। लेकिन कोतवाली पुलिस रुपए सहित उसके साथ का सारा सामान लेकर कोतवाली थाने ले गई। वारदात को अंजाम देने वाली महिला के पकडऩे की सूचना मिलते ही पुलिस उपअधीक्षक कोतवाली थाने पहुंचे। पूछताछ में महिला ने अपना नाम भावनगर गुजरात निवासी माला पत्नी राम कोली बताया। कुछ देर बाद राम कोली भी थाने पहुंच गया। दरिया की रिपोर्ट पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सड़क हादसे में पांच घायल 
आबूरोड
 राजमार्ग पर जीवन बीमा निगम के पास रविवार की सुबह कार दुर्घटना में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर एलआई सी कार्यालय के पास चालक का कार से नियंत्रण हट गया। इससे अनियंत्रित होकर कार डिवाइडर से टकरा बिजली के पोल को तोड़ती हुई आगे जाकर पलट गई। हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई तथा उसमें बैठे मयूर त्रिवेदी, राजेश पटेल, दक्षा, रेशमा व दीप घायल हो गए। उन्हें राहगीरों ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की जानकारी मिलते ही शहर पुलिस थाने के सहायक उपनिरीक्षक घनश्याम सिंह मय जाब्ता ने मौके पर पहुंच जांच शुरू की। 

नदी किनारे मिला युवक का शव 
आबूरोड
 शहर में अस्पताल मोर्चरी के पीछे नदी किनारे एक युवक का शव मिला। पुलिस ने शव की शिनाख्त के प्रयास करने पर युवक के पालनपुर गुजरात से आने की जानकारी मिली है। पुलिस के अनुसार मोर्चरी के पास युवक का शव पड़ा होने की सूचना मिलने पर शहर पुलिस थाने के सीआई हरिकिशन गौड़ ने मय जाब्ता मौके पर पहुंच मौका मुआयना किया। पुलिस ने शिनाख्त का प्रयास किया। पहचान नहीं होने पर अस्पताल की मोर्चरी में शव रखवाया। पुलिस को शव के पास से पालनपुर निवासी किसी व्यक्ति के मोबाइल नंबर मिलने पर उससे संपर्क किया। पुलिस से हुई बातचीत के युवक ने शव की शिनाख्त के लिए पालनपुर रवाना हो गया। पुलिस ने बताया कि युवक की आयु करीब 30 वर्ष, रंग गेहुंआ व कद सामान्य है। युवक ने काली पेंट, काला कोट व सफेद टीशर्ट पहनी रखी है।

युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या 
खरलत्न ओटवाला गांव के बरुआला कृषि बेरे पर शनिवार रात को एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार शबाराम (20) पुत्र मछराराम भील शनिवार सवेरे कृषि बेरे से गांव की ओर मजदूरी के लिए निकला था। देर शाम को घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन शबाराम नहीं मिला।

दूसरे दिन रविवार सवेरे एक व्यक्ति पांचाराम सुथार शौच जाने के लिए बरुआला कृषि बेरे के निकट से गुजर रहा था। इस दौरान उसने शबाराम को कृषि बेरे की बाड़ के पास स्थित इमली के पेड़ से रस्सी से लटका हुआ दिखाई दिया। 

वारदात के बीस घंटे बाद आरोपी दंपती गिरफ्तार

वारदात के बीस घंटे बाद आरोपी दंपती गिरफ्तार

सिरोही शहर के कुम्हारवाड़ा मोहल्ले में देसी घी बेचने के लिए आए दंपती ने एक अधेड़ महिला को कैमिकल सूंघाकर बेहोश कर दिया तथा कमरे में रखी अलमारी के सेफ में रखे 50 हजार रुपए नकद तथा सोने की कंठी ले कर फरार हो गए। रविवार को पीडि़त महिला ने ठग दंपती को गोयली चौराहे के पास टेंपो में जाते हुए पकड़ लिया।

कुम्हारवाड़ा निवासी दरिया पत्नी लक्ष्मण राम प्रजापत के घर शनिवार की शाम 7 बजे एक महिला व आदमी देसी घी बेचने के लिए आए। दरिया ने उससे 250 रुपए किलो के भाव से देसी घी खरीदा। पैसे देने के लिए उसने कमरे में रखी आलमारी से पैसे लाकर दिए। इस पर घी बेचने आई महिला ने उसे सात रुपए किलो के भाव का अच्छी क्वालिटी का देसी घी बताते हुए हाथ पर कोई केमिकल लगा उसे सूंघा दिया। कैमिकल सूंघते ही दरिया बेहोश होकर वहीं गिर पड़ी। इसी दौरान ठग दंपती ने घर की अलमारी खोल उसमें रखे पचास हजार रुपए तथा सोने के जेवरात लेकर घर से फरार हो गए। करीब डेढ़ घंटे के बाद महिला को होश आने पर अलमारी खुली देखी तो उसे लूट की वारदात का पता चला। उसने वारदात की जानकारी उसके भाईयों को दी। महिला ने उसके भाईयों के साथ कोतवाली थाने पहुंच रिपोर्ट दर्ज करवाई। रविवार की सुबह से ही दरिया ने भाई के साथ शहर के कच्ची बस्ती क्षेत्र में जाकर घी बेचने वाली महिला और आदमी की तलाश शुरू की। गोयली चौराहे पर दरिया की निगाह अचानक टेंपो में बैठी महिला और आदमी पर पड़ी तो उसने झपटते हुए महिला का हाथ पकड़ उसे नीचे उतारते हुए कहा कि इसी ने उसके जेवरात चुराए हैं। इस पर वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस बीच उसके साथ बैठा आदमी वाहन से कूद पैवेलियन होते हुए फरार हो गया।

महिला के कहने पर कोतवाली पुलिस को मौके पर बुलवाया गया। इस बीच महिला ने उसे गोयली चौराहे पर ही दस हजार रुपए लौटाते हुए कहा कि वो उसे लौटाने के लिए ही आ रही थी। लेकिन कोतवाली पुलिस रुपए सहित उसके साथ का सारा सामान लेकर कोतवाली थाने ले गई। वारदात को अंजाम देने वाली महिला के पकडऩे की सूचना मिलते ही पुलिस उपअधीक्षक कोतवाली थाने पहुंचे। पूछताछ में महिला ने अपना नाम भावनगर गुजरात निवासी माला पत्नी राम कोली बताया। कुछ देर बाद राम कोली भी थाने पहुंच गया। दरिया की रिपोर्ट पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सड़क हादसे में पांच घायल 
आबूरोडत्न राजमार्ग पर जीवन बीमा निगम के पास रविवार की सुबह कार दुर्घटना में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर एलआई सी कार्यालय के पास चालक का कार से नियंत्रण हट गया। इससे अनियंत्रित होकर कार डिवाइडर से टकरा बिजली के पोल को तोड़ती हुई आगे जाकर पलट गई। हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई तथा उसमें बैठे मयूर त्रिवेदी, राजेश पटेल, दक्षा, रेशमा व दीप घायल हो गए। उन्हें राहगीरों ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की जानकारी मिलते ही शहर पुलिस थाने के सहायक उपनिरीक्षक घनश्याम सिंह मय जाब्ता ने मौके पर पहुंच जांच शुरू की। 

1500 साधकों की क्षमता वाली विशाल यज्ञशाला भी पडऩे लगी छोटी

1500 साधकों की क्षमता वाली विशाल यज्ञशाला भी पडऩे लगी छोटी

जालोर नंदगांव में चल रहे श्री भारतीय गोकल्याण महोत्सव में आध्यात्म और सुस्वास्थ्य का अलौकिक संगम हो रहा है। श्रद्धालु प्रतिदिन हजारों गोमाताओं की पांच किलोमीटर लंबी गो परिक्रमा और यज्ञ में आहुतियां देकर आध्यात्म लाभ अर्जित कर रहे हैं।

बालव्यास राधाकृष्ण महाराज के सानिध्य में श्रद्धालुओं को पंचामृत एवं पंचगव्य का पान कराकर गो परिक्रमा प्रारंभ हुई। वेदविद पंडित गंगाधर पाठक के आचार्यत्व में सुबह 8 बजे से साढ़े 3 बजे तक तथा साढ़े 3 बजे से शाम 6 बजे तक विशाल यज्ञशाला में आहुतियां दी गई। राजस्थान सहित मध्यप्रदेश, गुजरात, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई, गोवा आदि कई स्थानों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु नंदगांव पहुंच रहे हैं।

इससे 1500 साधकों की क्षमता वाली विशाल यज्ञशाला भी छोटी लगने लगी है। रविवार को भी यज्ञशाला में खड़ी गोवत्सों सहित 55 गोमाताओं, मुख्य गोमाता समृद्धि मैया, नंदियों व वृशभों का पूजन हुआ।

यज्ञशाला के सामने सत्संग मंच से संबोधित करते हुए रविवार को गोधाम पथमेड़ा के प्रधान संरक्षक एवं संस्थापक स्वामी दत्तशरणानंद महाराज ने कहा कि संसार में गाय ही एक मात्र ऐसा प्राणी है जो सबको देती ही देती है।

देने वाले को ही देवत्व की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि गोमाता के पंचगव्य में ऐसी शक्ति होती है जो पंचतत्वों में व्याप्त प्रदूषण को दूर कर सकती है। उन्होंंने बताया कि आज आकाश, वायु, पृथ्वी, अग्नि और जल ये पंच महाभूत विषैले हो चुके हैं। जिन्हें मात्र पंचगव्य से ही शुद्ध किया जा सकता है। आयोजन के संयोजक मलूकपीठाधीश्वर महंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि संसार में जितने भी दूध देने वाले प्राणी हैं उन्हें क्षीरसागर से गोमाता ही दूध प्रदान करती है। गोमाता का दूध अमृत के समान है और तेज व आयु प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि गोधाम पथमेड़ा में लाखों गोवंश को पाला जा रहा है। जिसके परिणाम से ही सुरभि महामंत्र अनुष्ठान संभव हो पाया है। इस अवसर पर बालव्यास, राधाकृष्ण महाराज, महंत दिनेश गिरी महाराज, ज्ञानानंद महाराज सहित कई संत मौजूद थे। इनके अलावा सिणधरी के रघुनाथ भारती महाराज, कबीर आश्रम के निर्मलदास महाराज, अवधूत महाराज, नेमीनाथ महाराज, सुमन सुलभ महाराज, गोविंदवल्लभ महाराज, दीनदयाल महाराज, अशोज महाराज, रामरतन महाराज समेत कई साधु संत सभी अनुष्ठानों व धार्मिक गतिविधियों को मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं।

जैसलमेर , आज की ताजा खबर. बाड़मेर.जैसलमेर

चूंधी में झिलमिलाई दीप मालिका

जैसलमेर  जैसलमेर प्रवासी माहेश्वरी नवयुवक मंडल द्वारा शनिवार को चूंधी गणेश मंदिर में भव्य दीपमाला का आयोजन किया गया। पूरे मंदिर परिसर को डेढ़ हजार से अधिक दीपों से सजाया गया। मंडल के सदस्य मनोज, दीपक सांवल ने बताया कि प्रवासी नवयुवक मंडल द्वारा आयोजित इस दीपमाला में मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया गया। शाम को आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु चूंधी गणेश मंदिर में दीपमाला के दर्शनार्थ पहुंचे। नवयुवक मंडल द्वारा निज मंदिर के साथ ही चूंधी में स्थित शिव मंदिर एवं मठ को भी दीपों से सजाया गया। शाम के समय बड़ी संख्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दीप मालिका के दर्शनार्थ पहुंचे।


मुंबई से आया विद्यार्थियों का दल

शैक्षणिक भ्रमण के लिए पसंद बन रहा जैसाण

जैसलमेर  स्वर्णनगरी इन दिनों कई विद्यालयों की बच्चे भ्रमण पर आ रहे हैं। आए दिन शहर का भ्रमण करने कई स्कूली बच्चों के ग्रुप पहुंच रहे हैं। जैसलमेर एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के साथ एजुकेशनल डेस्टिनेशन के रूप में दिनों दिन उभर रहा है।

रविवार को मुंबई के तैय्यबा स्कूल के बच्चों का एक ग्रुप शैक्षणिक भ्रमण पर स्वर्णनगरी पहुंचा। इस ग्रुप में 55 विद्यार्थी एवं पांच फैकल्टी शामिल है। सात दिनों के राजस्थान टूर्स पर आया यह ग्रुप जैसलमेर, जोधपुर तथा जयपुर का भ्रमण करने के पश्चात मुंबई के लिए रवाना होगा। यहां की ऐतिहासिक इमारतें, सोनार दुर्ग, स्थापत्य कला एवं सम के रेतीले धोरों को देखने आए दिन देश की विभिन्न स्कूलों के ग्रुप पहुंच रहे हैं।

स्वर्णनगरी देख हुए अभिभूत

टूर्स एस्कॉर्ट रजी शेख ने बताया कि जैसलमेर का सोनार दुर्ग एवं यहां की हवेलियां काफी आकर्षक है। साथ ही यहां की स्थापत्य कला बेजोड़ है। यहां आकार स्कूली बालिकाओं को काफी सीखने को मिला है। दल में शामिल बालिकाओं ने बताया कि स्वर्णनगरी की स्थापत्य कला अविस्मरणीय है। यहां का दुर्ग, जैन मंदिर, पटवा हवेली, गड़सीसर सरोवर आदि स्थापत्य कला एवं पत्थरों पर की गई बारीक नक्काशी काफी आकर्षक है। पटवा हवेली, नथमल हवेली की कारीगरी काबिले तारीफ है।

बढ़ रहे हैं एजुकेशनल टूर

भ्रमण के लिहाज से स्वर्णनगरी देशी व विदेशी सैलानियों का भा रहा है। अब यहां पर एजुकेशनल टूर्स भी बढ़ रहे हैं। आए देश के किसी ने किसी कोने से स्कूली बच्चें शैक्षणिक भ्रमण पर यहां पहुंच रहे है। देश के कई नामी गिरामी आर्किटेक्चर कॉलेज, आट्र्स कॉलेज आदि के विद्यार्थियों के ग्रुप आए दिन जैसलमेर का भ्रमण करने पहुंचते हैं। यहां की स्थापत्य कला, भव्य इमारतें, कलात्मक झाली झरोखे एवं नगर स्थापत्य कला के विश्लेषण के लिए भी कई बार विद्यार्थी जैसलमेर आते है।

तामलोर मोट्यार परिषद के जिला पाटवी नियुक्त

तामलोर मोट्यार परिषद के जिला पाटवी नियुक्त


बाड़मेर  अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के सह संगठन बाड़मेर जिला मोट्यार परिषद का रविवार को जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता की अध्यक्षता में गठन किया गया। जिसमें रघुवीर सिंह तामलोर को मोट्यार परिषद का जिला पाटवी नियुक्त किया गया। जिला संयोजक चंदन सिंह भाटी ने बताया कार्यकारिणी में पृथ्वी सिंह पंवार, सुरेंद्र चारण, शोभसिंह, उंडखा, दिनेश गौड़, डोली विश्नोई, जितेंद्र संखलेचा को उपाध्यक्ष बनाया गया। इसी तरह खेतेश कोचरा, छोटू सिंह रेडाणा, दुर्गादास राठौड़, प्रियंका मालू, दरिया चौधरी, शिव प्रताप सिंह चौहटन को महासचिव, रहुफ राजा, महिपाल सिंह गोरडिय़ा, राज कुमार प्रजापत, फरसाराम सोनी, दीपिका चौधरी, रोहित खत्री सचिव, हिंदू सिंह सोढ़ा, अशोक सिंह राजपुरोहित, राण सिंह आगोर, तरुण मुखी, शिवराज सिंह राजोर, जितेंद्र जाटव संगठन सचिव, मुकेश भील, फिरोज खान, स्वरूप सोलंकी, मयंक शर्मा, राजेंद्र गोदारा, रोहित शर्मा, रमेश सोनी, श्रवण चारण, अभिषेक जाजू सह सचिव एवं सुनील सेवकाणी को प्रवक्ता नियुक्त किया गया। भाटी ने बताया संघर्ष समिति प्रदेश व्यापी म्हारी जबान रो ताळो खोलो के तहत पोस्टकार्ड अभियान को पूरे जिले में संचालित कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद को राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल कर मान्यता देने का आग्रह करेंगे। जल्द ही संघर्ष समिति के शिक्षक चिंतन परिषद तथा महिला परिषद का गठन कर आंदोलन को गति देंगे। बैठक में इंद्र प्रकाश पुरोहित, प्रकाश जोशी, सुल्तान सिंह रेडाणा, रहमान, दुर्जन सिंह, सांग सिंह लूणू, विजय कुमार सहित जिला कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।

गवाह के साथ मारपीट, मामला दर्ज

गवाह के साथ मारपीट, मामला दर्ज


गंभीर हालत में घायल को जोधपुर रेफर किया

शिव  आपसी रंजिश के चलते उपसरपंच के गवाह के साथ मारपीट करने का मामला गवाह के पिता ने दर्ज कराया है। मारपीट में गवाह के हाथ-पैर टूट गए। जिसे राजकीय अस्पताल बाड़मेर लाया गया, जहां से गंभीर हालत को देखते हुए उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया।

पुलिस के अनुसार मूंढ़णों की ढाणी उंडू निवासी नवलाराम पुत्र मंगनाराम जाट ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसका बेटा पुरखाराम पूर्व में उपसरपंच जयसिंह के खिलाफ बाबूलाल मेघवाल की ओर से एससी-एसटी एक्ट में दर्ज कराए मुकदमे में गवाह है।आरोप है कि इसी रंजिश के चलते उपसरपंच ने २९ अक्टूबर की रात दो बजे भंवरसिंह पुत्र सवाईसिंह राजपूत निवासी उंडू और ड्राइवर जानू खां पुत्र लागू खां के साथ बोलेरो में सवार होकर उसके घर पहुंचे। पहले उन्होंने घर की लाइट काट, फिर दरवाजे की चिटखनी तोड़कर घर में अनधिकृत रूप से प्रवेश किया। इसके बाद आरोपियों ने पुरखाराम पर हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में पुरखाराम के हाथ-पैर टूट गए। मारपीट के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। इसके बाद उसे बाड़मेर स्थित राजकीय अस्पताल लाया गया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने जोधपुर रेफर कर दिया। जोधपुर में महात्मा गांधी अस्पताल में पुरखाराम का इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।

पीएमएल(नवाज़) के नेता को जिंदा जलाया गया



राणा शौक़त ज़िला कुसूर के इलाक़े छाँगा-माँगा क्षेत्र में पार्टी के उपाध्यक्ष थेपाकिस्तान के पंजाब राज्य के कुसूर ज़िला में पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) पार्टी के एक नेता राणा शौक़त को ज़िंदा जला कर मार दिया गया है. पुलिस ने इस मामले में एफ़आईआर दर्ज करके जाँच शुरु कर दी है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) पार्टी के नेता और पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष राणा इक़बाल अहमद ख़ान ने बीबीसी को बताया है कि राणा शौक़त को ज़िंदा आग लगाने की घटना शनिवार की रात को उनके घर पर घटी है. उनका कहना था,'' राणा शौक़त के पहले हाथ-पाँव बांध दिए गए थे और उसके बाद उन्हें आग लगा दी गई.'' राणा शौक़त ज़िला कुसूर के इलाक़े छाँगा-माँगा क्षेत्र में पार्टी के उपाध्यक्ष थे और पजांब विधानसभा के अध्यक्ष राणा इक़बाल के क़रीबी रिश्तेदार थे. तमाम पहलूओं की जाँच
राणा इक़बाल ने बताया कि छाँगा-माँगा की पुलिस ने अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर किया है और मामले की जाँच शुरु कर दी है. उनका कहना था कि इस घटना के तमाम पहलूओं की जाँच की जा रही है और इससे पहले कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी. मृत के परिवारवालों का कहना है कि उन्हें इतवार की सुबह राणा शौक़त का जला हुआ शव उनके कमरे से मिला. पुलिस ने मृत के बेटे राणा शफ़क़त की अपील पर अज्ञात लोगों के खिलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया है. पजांब सरकार के प्रवक्ता और सिनेटर परवेज़ रशीद ने शौक़त की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की है और कहा है कि इस घटना की पूरी जाँच के नतीजे सामने आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. उनका कहना था कि जाँच के बिना इस बारे में कोई राय देना सही नहीं होगा. राणा शौक़त की मौत के शोक में दुकाने बंद वहाँ दुकाने बंद रही.

इंदिरा गांधी की शहादत को राष्‍ट्र कभी नहीं भुला पाएगा.

देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की शहादत को राष्‍ट्र कभी नहीं भुला पाएगा. 31 अक्‍तूबर, 1984 ही वह तारीख थी, जब इंदिरा गांधी देश की एकता और अखंडता के लिए कुर्बान हो गईं.
31 अक्तूबर 1984, को बुधवार का दिन. अक्तूबर की आखिरी सुबह. मौसम पूरी तरह करवट ले चुका है. ठंड दिल्ली में दस्तक दे चुकी है. गुनगुनी धूप के बीच हल्की सर्द हवा चल रही है. एक सफदरजंग बंगले के लॉन में चारों तरफ लगे नीम और इमली के पेड़ों के साथ फूल भी खिलखिला रहे हैं.

1, सफदरजंग के परिसर के अंदर ही दो बंगले हैं. एक बंगले में प्रधानमंत्री का दफ्तर और लोगों से मिलने-जुलने के लिए कई कमरे हैं, जबकि दूसरा बंगला प्रधानमंत्री का प्राइवेट क्वार्टर है, जिसमें इंदिरा गांधी अपने बेटे राजीव गांधी, बहू सोनिया गांधी और पोते-पोती राहुल और प्रियंका के साथ रहती हैं.





इस वक्त बंगले में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनकी बड़ी बहू सोनिया गांधी ही मौजूद हैं. राजीव गांधी जनवरी 1985 में होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के दौरे पर गए हुए हैं, जबकि इंदिरा गांधी के दोनों पोते-पोती प्रियंका और राहुल गांधी सुबह-सुबह ही स्कूल के लिए निकल चुके हैं.

प्रियंका और राहुल को गले लगा कर स्कूल भेजने के बाद इंदिरा गांधी कुछ देर लॉन मे ही टहलती हैं. 66 साल की उम्र होने के बावजूद वो ना सिर्फ पूरी तरह फिट हैं बल्कि पांचवीं बार देश की प्रधानमंत्री बनने की तैयारी मे जुटी हैं.

इंदिरा गांधी अकसर देर रात रात काम किया करती थीं और सुबह चार बजे उठ भी जाती थीं. वो अकसर कहा करती थीं कि चार घंटे की नींद भी बहुत होती है, पर 31 अक्तूबर को सुबह वो थोड़ी देर से सोकर उठीं. दरअसल वो उड़ीसा की थका देने वाली चुनावी रैली से एक दिन पहले ही लौटी थीं.

मार्निंग वॉक और रुटीन योगा के बाद इंदिरा गांधी अब अपने दफ्तर जाने के लिए तैयार होने लगीं. ये सुबह उनके लिए खास है. बाहर कम्पाउंड में ही बने उनके दफ्तर में एक ब्रिटिश पत्रकार पीटर उस्तिनोव उनका इंतज़ार कर रहा है. दरअसल पीटर इंदिरा गांधी के जीवन पर एक डॉक्यूमेंट्री बना रहा है. और इसी डॉक्यूमेंट्री के लिए वो इंदिरा गांधी का इंटरव्यू करने जा रहा था. पीटर एक दिन पहले ही इंदिरा गांधी के साथ उड़ीसा दौरे में दो दिन बिताने के बाद दिल्ली लौटा है.



चूंकि इंटरव्यू का वक्त्त तय है और इंटरव्यू एक डॉक्यूमेंट्री का हिस्सा, लिहजा ब्रिटिश पत्रकार की गुजारिश पर इंदिरा गंधी अपने दफ्तर में ही मेकअप करवाने लगती हैं.

अभी इंदिरा गांधी मेकअप ही करवा रही थीं कि तभी उनके निजी सचिव आरके धवन दफ्तर पहुंचे. उन्हें भी इस इंटरव्यू के बारे में पहले से पता था. कुछ ही देर में इंदिरा गांधी का मेकप पूरा हो गया. इसके बाद वो आरके धवन को साथ लेकर दफ्तर से बाहर निकली पड़ीं.

9 बजकर 27 मिनट पर इंदिरा गांधी अपने बंगले से एक अकबर रोड़ पर बने अपने दफ्तर की तरफ बढ़ना शुरू करती हैं. एक घंटे का इंटरव्‍यू यहीं रिकार्ड होना है. इंदिरा आगे-आगे चल रही हैं, जबकि उनसे दो-तीन कदम पीछे भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के सुरक्षा गार्ड और आरके धवन चल रहे हैं. सफदरजंग बंगले से एक अकबर रोड दफ्तर जाने के लिए सिर्फ एक गेट पार करना होता है और इंदिरा गांधी अब उसी गेट की तरफ बढ़ रही हैं.

इंदिरा अब धीरे-धीरे गेट के करीब होती जा रही हैं. उनकी रफ्तार से रफ्तार मिलाते हुए सुरक्षा गार्ड और धवन अब भी पीछे-पीछे चल रहे हैं. अब तक सब कुछ शांत और खामोश है और सब कुछ वैसा ही हो रहा है जैसा प्रधानमंत्री दफ्तर के रुटीन और वक्त के हिसाब से होना चाहिए.

9 बजकर 28 मिनट पर इंदिरा गांधी गेट के बिल्कुल करीब पहुंचती हैं. उन्हें करीब आता देख खास गेट पर तैनात दोनों सुरक्षा गार्ड सतवंत सिंह और बेअंत सिंह फौरन अलर्ट हो जाते हैं. इंदिरा गांधी की सुरक्षा में फिलहाल यही दोनों अकेले सिख गार्ड हैं. दरअसल 6 जून 1984 को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद इंदिरा गांधी की सुरक्षा में तैनात सभी सिख गार्डस हटा लिए गए थे. ऐसा खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद किया गया था, लेकिन जब इंदिरा गांधी को ये बात पता चली तो उन्होंने इसका कड़ा विरोध किया और सभी सिख गार्डस को वापस बुला लिया.


गेट पर तैनात गार्ड बेअंत सिंह को इंदिरा गांधी दस साल से जानती हैं. ये उनका फेवरिट गार्ड है, जबकि बेअंत सिंह से कुछ कदम की दूरी पर खड़ा सतंवत सिंह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सिर्फ पांच महीने पहले ही आया है.

सिर्फ दो महीने पहले ही किसी ने सतवंत सिंह और बेअंत सिंह को प्रधानमंत्री निवास में देख कर इंदिरा गांधी से ये पूछा था कि गोल्डन टेंपल में आर्मी भेजने के उनके विवादास्पद फैसले के बाद भी क्या वो अपने सिख सुरक्षा गार्ड पर भरोसा करती हैं? तब इंदिरा गांधी ने बेअंत सिंह की तरफ देखने के बाद ये जवाब दिया था कि जब तक मेरे पास ऐसे सिख हैं तब तक मुझे डरने की जरूरत नहीं है.

वही बेअंत सिंह सतवंत सिंह के साथ गेट पर ड्यूटी दे रहा था. गेट की तरफ बढ़ती इंदिरा गांधी को करीब आते देख दोनों की सांसे अचानक तेज़ हो जाती हैं.

9 बज कर 29 मिनट पर नारंगी रंग की प्रिंट साड़ी पहनीं इंदिरा गांधी अब गेट से मुश्किल से सात फीट की दूरी पर हैं. तभी इंदिरा गांधी की नजर दोनों गार्ड की नजरों से टकराती है. नज़रें मिलते ही सतवंत और बेअंत सिंह उन्हें नमस्ते कहता है. इंदिरा गांधी भी मुस्कुराते हुए दोनों को जवाब देती हैं...नमस्ते. ये उनके मुंह से निकला आखिरी शब्द था.

9 बज कर 30 मिनट पर इधऱ इंदिरा ने दोनों की नमस्ते का जवाब दिया, उधऱ उसी पल बेअंत सिंह ने पलक झपकते ही अपनी कमर पर लगे प्वाइंट 38 बोर का सर्विस रिवॉल्वर निकाला और बेहद करीब से एक के बाद एक तीन गोलियां दाग दीं.



गोली लगते ही इंदिरा गांधी वहीं ज़मीन पर गिर पड़ीं, पर इससे पहले कि उनके साथ चल रहे सुरक्षा गार्ड या आरके धवन कुछ सोच भी पाते कि तभी सतवंत सिंह ने अपनी स्टेनगन का मुंह जमीन पर लहूलुहान गिरी इंदिरा गांधी की तरफ घुमाया और मैग्जीन में जमा 27 की 27 गोलियां खाली कर दीं.

इस तरह देश की एक महान नेता हमेशा के लिए इहलोक को त्‍यागकर परलोक सिधार गईं. देश आज भी इंदिरा गांधी के कृतित्‍व के प्रति ऋणी है.