शुक्रवार, 2 सितंबर 2011

जैसलमेर , आज की ताजा खबर.







हिल गया सोनार दुर्ग

जैसलमेर स्वर्णनगरी में गुरुवार को मूसलाधार बारिश ने सोनार दुर्ग को हिला दिया। त्रिकूट पहाड़ी पर खड़े लिविंग फोर्ट की एक दीवार ढह गई और परकोटे के कई स्थानों पर मलबा गिरने लगा। पानी रिसाव की वजह से लगातार कमजोर हो रहे दुर्ग को लेकर पुरातत्व विभाग की कई टीमों ने जायजा लिया लेकिन आज तक दुर्ग से पानी निकासी की सुचारू व्यवस्था नहीं हो पाई है। गुरुवार को हुई भारी बारिश ने त्रिकूट पहाड़ी को हिलाकर रख दिया। दुर्ग में रहने वाले तथा शहरवासी दुर्ग को देखकर सहमे हुए नजर आए।

परकोटे से बहा मलबा :गुरुवार की बारिश के दौरान सोनार दुर्ग को भारी क्षति पहुंची है। दुर्ग के परकोटे से कई स्थानों पर मलबा पानी के तेज बहाव के साथ बहने लगा। शिव रोड की तरफ परकोटे से गिरे मलबे में एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि किसी भी प्रकार जनहानि नहीं हुई लेकिन शिव रोड की तरफ अनेक स्थानों से गिरे मलबे व पत्थरों की वजह से वहां से गुजरने वाले भयभीत नजर आए।

प्रशासन ने लिया जायजा :किले की दीवार गिरने के बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा और स्थिति का जायजा लिया। कलेक्टर एम.पी स्वामी, तहसीलदार नाथूसिंह राठौड़ व नगरपालिका अध्यक्ष अशोक तंवर ने किले के परकोटे का निरीक्षण किया। शाम के समय किले की दीवार के पत्थरों को जेसीबी के माध्यम से हटवाया गया। गुुरुवार को हुई भारी बारिश की वजह से सोनार दुर्ग की करीब चार फीट दीवार ढह गई। गोपा चौक पुलिस चौकी के सामने की दीवार करीब पांच बजे एकाएक धड़ाम से गिर गई और आसपास हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि इस दौरान दीवार के नीचे कोई नहीं था जिससे किसी जान माल की हानि नहीं हुई। भारी बारिश के चलते सोनार दुर्ग ढहने की स्थिति में पहुंच गया है। परकोटे के कई स्थानों से मलबा व पत्थर भी गिरे। दुर्ग के बुर्ज हिलने लगे और दुर्गवासियों सहित शहरवासी सहम उठे। शहर कोतवाल विरेन्द्रसिंह के अनुसार किले की दीवार गिरने से चौकी की दीवारों में भी दरारें आई है। खतरे को देखते हुए चौकी को तत्काल बंद कर दिया गया है और अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया जाएगा।


जैसलमेर : ४ घंटे में ३ इंच बारिश


जैसलमेर जैसलमेर में गुरुवार दोपहर चार घंटे में करीब तीन इंच बारिश के बाद साढ़े आठ सौ साल पुराने सोनार किले की चालीस फीट लंबी दीवार शाम सवा पांच बजे ढह गई। जर्जर दीवार का सौ फीट का एक और हिस्सा ढहने के कगार पर पहुंचने के बाद उससे सटी पुलिस चौकी को खाली करवा लिया गया। कलेक्टर ने जयपुर से टीम बुलाई है।

जोधपुर शहर में रात 11 बजे बाद तेज बारिश हुई। इससे सड़कें पानी से तर हो गईं। बरसात से कई इलाकों में पानी भर गया। दिन में कुछ इलाकों में बारिश हुई। जोधपुर के भोपालगढ़ क्षेत्र में डेढ़ इंच पानी बरसा। जिले के बाप व पीपाड़ में भी मध्यम दर्जे की बरसात हुई। रामदेवरा में दोपहर करीब दो बजे तेज आंधी के साथ बादल बरसे। आंधी से मेले में लगे कई शामियाने उखड़ गए और जातरुओं ने सुरक्षित स्थान पर शरण ली। वहां शाम तक घने बादल छाए रहे और तेज हवाएं चलती रहीं। जालोर जिले के चितलवाना व हाडेचा क्षेत्र में कुछ देर के लिए हल्की बारिश हुई। पाली में भी देर रात अच्छी बरसात हुई।


मूसलाधार बारिश से जैसलमेर तर


जैसलमेर जिले में लगातार तीसरे दिन भी बारिश का दौर जारी रहा। गुरुवार को मूसलाधार बारिश ने जिले को तरबतर कर दिया। नदी नाले उफान पर आ गए और सड़कों पर एक से डेढ़ फीट पानी बहने लगा। गुरुवार को करीब दो घंटे में तीन इंच से अधिक बारिश हुई। अलग- अलग समय पर हुई बारिश ने जिले को तर करने के साथ- साथ कई परेशानियां खड़ी कर दी। बीती रात शुरू हुई बूंदाबांदी के दौरान 12.2 एमएम बारिश दर्ज की गई। दोपहर में साढ़े बारह बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने 15 मिनट में शहर की सड़कों पर नाले बहा दिए। इस समय 21 एमएम बारिश दर्ज की गई। उसके बाद ढाई बजे शुरू हुई बारिश चार बजे तक झमाझम बरसती रही और 43 एमएम बारिश दर्ज की गई। दिन भर में ढाई घंटे के दौरान करीब 76 एमएम बारिश दर्ज की गई। जिला 

मुख्यालय सहित रामगढ़ व पोकरण में भी मूसलाधार बारिश हुई।
इस बार की सबसे अच्छी बारिश गुरुवार को हुई। शहरवासियों ने मूसलाधार बारिश का जमकर लुत्फ उठाया। गड़सीसर सरोवर पर चादर चलने लगी और उसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। धऊवा गांव की तरफ झमाझम बारिश के चलते गड़सीसर की चादर चलने लगी और पानी की आवक के चलते आगामी एक दो दिन में गड़सीसर सरोवर लबालब हो जाएगा।

बिजली गिरने से एक की मौत, तीन घायल

सत्तो ग्राम पंचायत की खालतानों की ढाणी में बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। जानकारी के अनुसार गुरुवार को जिले भर में हुई बारिश के दौरान खालतानों की ढाणी में एक खेत में बने झौंपे पर कड़कड़ाती बिजली गिर गई। जिससे उसमें बैठे साजन खां पुत्र जुसफ खां (19) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दुर्जनराम पुत्र महेशाराम (28), नामाराम पुत्र महेशाराम (30) व नरपतराम पुत्र लूणाराम (20) गंभीर रूप से घायल हो गए।


बाबा के श्रद्धालुओं की आवक हुई कम

पहली पुलिया तक ही सिमटी कतार



रामदेवरा बाबा रामदेव मेले के चौथे दिन यात्रियों की आवक घटने से भीड़ कम हुई और व्यापारी ग्राहकों के इंतजार में बैठे दिखे। कस्बे में यात्रियों की धीमी आवक के चलते दर्शन की कतारें प्रथम पुलिया तक सिमट गई जो पूरे दिन पेडीवाल धर्मशाला से आगे नहीं बढ़ पाई।

बसों व रेलों में यात्री आवक घटी

मेला पूर्व और अब तक आवागमन के सभी साधनों के ठसाठस भरे जाने से यात्रियों की रेलमपेल लगी थी लेकिन गुरुवार को रेलवे की दैनिक व स्पेशल संचालित ट्रेनों से यात्री भार कम देखा गया। रेलवे स्टेशन पर मेला स्पेशल के पहुंचते ही यात्रियों से भर जाने वाली मेला स्पेशल ट्रेनों को सवारियों के चढ़ाने में कई घंटों इंतजार करते देखा गया। राजस्थान रोडवेज जो हर दस मिनट में जोधपुर के लिए बसों का संचालन कर रही थी पर भी यात्री दबाव कम होने के कारण बसों की निकासी में आंशिक कमी दर्ज की गई।

कस्बे में बुधवार रात्रि व गुरुवार दिन में मूसलाधार बारिश के चलते कस्बे में चारों ओर कीचड़ ही कीचड़ फैल गया है। पानी भराव के स्थानों पर गंदगी युक्त पानी इकट्ठा हो गया है। खाने की होटल संचालकों एवं अन्य व्यापारियों द्वारा दुकानों के पिछवाड़े एवं ग्रामीणों में डाला गया कचरा भीग कर सडऩे से दुर्गंध देने लगे हैं। कस्बे में चारों ओर गंदगी और कीचड़ की बदौलत यात्रि यहां ज्यादा समय रुकना मुनासिब नहीं समझते और दर्शनों के साथ ही निकल जाते हैं।

होटलें रही खाली

वर्षभर में बम्पर कमाई की आस पर बैठे रहने वाले होटल व्यवसायियों के लिए गुरुवार का दिन फीका रहा। यात्रियों की धीमी आवक व बरसात के कारण हुए कीचड व गंदगी के कारण यात्रियों ने ठहराव करने से अपने कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया। जिसके चलते होटलों एवं धर्मशालाओं में कई कमरे खाली रहे।

मेले में यात्री दबाव घटने व कतारों के सिमटने के साथ बाजार व अन्य स्थानों पर भीड़ के कम होने से व्यवस्था सुधारने में आसानी रही। सूचना केन्द्रों पर गुमशुदगी का ग्राफ भी कम रहा। पुलिसकर्मी जो अलग अलग पारियों में 24 घंटे खड़े रहकर ड्यूटी देते दिखाई देते थे आज सहज एवं आराम की मुद्रा में नजर आए।

भुगतान नहीं करने पर लगाया जाम


भुगतान नहीं करने पर लगाया जाम

समदड़ी मनरेगा श्रमिकों का भुगतान पंचायत समिति की ओर से ग्राम सेवा सहकारी समितियों को कर दिए जाने के बावजूद भुगतान नहीं होने पर गुरुवार को सहकारी समिति के आगे श्रमिकों ने जाम लगा दिया।

जाम के कारण मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की कतारें लग गईं। सूचना मिलने पर थानाधिकारी निरंजन प्रतापसिंह व सरपंच बाबूलाल परिहार ने मौके पर पहुंच श्रमिकों से समझाइश की। इसके बावजूद श्रमिक शांत नहीं हुए। श्रमिकों ने बताया कि अगस्त के प्रथम दिन को जमा हुआ भुगतान सहकारी समिति की ओर से अभी तक हमें नहीं दिया गया है। भुगतान मांगने के लिए आने पर हर बार उन्हें वापस भेज दिया जाता है। उन्होंने बताया कि यहां कार्यरत कर्मचारियों से उन्हें संतोषजनक जवाब भी नहीं दिया जा रहा है। सरपंच परिहार व थानाधिकारी की ओर से शाम तक भुगतान करवाने का आश्वासन दिए जाने के बाद श्रमिकों ने जाम खोला। जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 3 बजे महिलाओं की ओर से जाम लगाया गया जो कि समझाइश के बाद 3.30 बजे खोल दिया गया

पहले किया यौन शोषण, फिर छीने गहने एसपी ने सदर पुलिस को मामला दर्ज करने के दिए निर्देश

पहले किया यौन शोषण, फिर छीने गहने


एसपी ने सदर पुलिस को मामला दर्ज करने के दिए निर्देश


बाड़मेर लूखों का तला सरली निवासी एक युवती ने तीन जनों के खिलाफ यौन शोषण करने के बाद गहने छीनने की रिपोर्ट एसपी को पेश की। युवती ने आरोप लगाया कि इन लोगों ने उसकी शादी का रिश्ता भी तुड़वा दिया। इस पर एसपी ने सदर पुलिस को मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। समाचार लिखे जाने तक मामला दर्ज नहीं हो पाया था।

सदर थाना क्षेत्र के लूखों का तला सरली निवासी युवती ने एसपी को सौंपे ज्ञापन में बताया कि 4 फरवरी 2011 को शादी का रिश्ता टूटने के बाद समाज के जातीय पंचों ने मेरे पिता को समाज से बहिष्कृत कर दिया। इसके बाद 10 फरवरी को रात्रि 11 बजे हरखाराम पुत्र नवलाराम जाट निवासी लूखों का तला, केसराराम पुत्र नथाराम जाट निवासी टाकूबेरी, विरमाराम पुत्र अर्जनराम पुत्र बेरी वाला बोलेरो गाड़ी में सवार होकर घर आए। इसके बाद मुझे शादी के लिए बात करने के लिए साथ चलने को कहा। युवती ने बताया कि उसे दूर खेत में स्थित झोपड़े में लेकर गए। जहां पर तीनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद गहने भी हड़प लिए। युवती ने आरोप लगाया कि शादी का रिश्ता तुड़वाने में भी इन लोगों की भूमिका रही।


दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज




बालोतरा


समदड़ी थानांतर्गत दहेज के लिए शारीरिक व मानसिक प्रताडऩा देकर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार वगताराम पुत्र अचलाराम नाई निवासी पटाऊ ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी पुत्री रेणुका की शादी 9 वर्ष पूर्व खंडप निवासी नारायणराम के साथ हुई थी। शादी के बाद से उसके पति, सास, जेठ व जेठानी की ओर से दहेज के लिए उसे शारीरिक व मानसिक प्रताडऩा दी जा रही थी। उन्होंने बताया कि 29 अगस्त को प्रात: रेणुका ने उन्हें फोन कर प्रताडऩा के संबंध में बताते हुए उसे ससुराल से ले जाने के लिए कहा था। 30 अगस्त को जब वो उसे लेने जा रहे थे, उससे पहले ही रेणुका ने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।

मारपीट का आरोपी गिरफ्तार

गुड़ामालानी थानांतर्गत मारपीट के एक मामले में आरोपी व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार बाबूराम पुत्र केहनाराम मेघवाल निवासी मालपुरा मारपीट के मामले में वांछित था। गुरुवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

शिव क्षेत्र में बारिश से हालात खराब सैकड़ों बीघा फसल चौपट, गडरा, रामसर, चौहटन सहित शहर के समीपवर्ती गांवों में भी खराबा बढ़ा



शिव क्षेत्र में बारिश से हालात खराब
सैकड़ों बीघा फसल चौपट, गडरा, रामसर, चौहटन सहित शहर के समीपवर्ती गांवों में भी खराबा बढ़ा
बाड़मेर पिछले कुछ दिनों से रुक रुककर हो रही बारिश से एक बार फिर शिव इलाके में अतिवृष्टि के हालात बन गए हैं। क्षेत्र में काफी फसल इससे चौपट हुई है। चौहटन, गडरा, रामसर इलाकों सहित शहरी क्षेत्र के समीपवर्ती गांवों में भी तेज बरसात से फसलों का खराबा हुआ है। वहीं एक हफ्ते पूर्व हुई बारिश से प्रभावित गांवों व ढाणियां एक बार फिर अतिवृष्टि की चपेट में आ गए हैं। जिले के कुड़ला, भादरेस, चूली, बिशाला, जालीपा, शिव तहसील क्षेत्र के शिव, बलाई,बीसूकला, पूषड़, देवका, राजड़ाल, कुण्डालों की ढाणी, जोरानाडा समेत कई गांव व ढाणियों में बारिश के पानी से सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की फसलें बर्बाद हो गईं। वहीं गडरा, चौहटन व रामसर क्षेत्र के कई गांवों में बारिश से फसलें खराब हो रही हैं। साथ ही कच्चे मकान व झोपड़े भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस क्षेत्र में आने वाले खेतों में फसलें बर्बाद हो चुकी है। इतना ही नहीं खेतों में बने धोरे पानी से लबालब भरे हैं। फिर बारिश हुई तो हालात बिगड़ सकते हैं। 

शिव-फलसूंड का संपर्क टूटा: बीसूकला गांव के पास शिव फलसूंड सड़क पर दो फीट तक पानी के बहाव से ट्रैफिक जाम हो गया। पानी के दबाव में सड़क बह गई। इससे दोनों किनारे वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। वहीं बीसूकला गांव में तालाब ओवर फ्लो से लोक कलाकारों के घरों में पानी घुस गया।

खराबे का सर्वे नहीं हुआ

पंद्रह दिन पहले आई बारिश से दर्जनों गांवों में सैकड़ों हेक्टेयर में फसलें बर्बाद हो गई थीं। इसके बाद प्रशासन की ओर से फसल खराबे का सर्वे तक नहीं करवाया गया। अब फिर से बारिश के कहर ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

शिव-गडरा मार्ग बाधित

मूसलाधार बारिश से रावत का गांव के पास शिव से गडरा जाने वाला सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। वहीं तिबनियार के पास क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग पर पानी के बहाव से यातायात बाधित हो रहा है। इसके चलते वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

गली-गली बिराजे गणपति बप्पा

गली-गली बिराजे गणपति बप्पा


बाड़मेर
सिद्धि विनायक भगवान गजानन का जन्मोत्सव गुरुवार को बाड़मेर सहित जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। गणेश मंदिरों में अलसुबह से ही पूजा-अर्चना का दौर शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने भगवान की पूजा-अर्चना कर मोदक का प्रसाद चढ़ा मनोकामनाएं मांगी। शहर में विभिन्न भक्त मंडलों की ओर से भगवान गजानन की आदमकद प्रतिमाओं की स्थापना की गई।

श्री राधे महिला सत्संग मंडल की ओर से गुरुवार को गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य में गोपाल गोशाला के पास स्थित नारायण जांगिड़ के निवास पर सत्संग व कीर्तन का आयोजन किया गया। गणपति की स्थापना के बाद भजन व सत्संग किया गया। इसके बाद सभी महिलाओं ने गणपति की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा कर नृत्य किया। मंडल की अध्यक्ष आशा राठी व सुधा डांगरा ने बताया कि यजमान की ओर से मोदक का भोग लगाकर आरती की गई। इसके बाद प्रसाद का वितरण किया गया। इसी प्रकार गणेश विद्या मंदिर माध्यमिक स्कूल प्रांगण में गुरुवार को गणेश चतुर्थी पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत भगवान गणेश की तस्वीर पर माल्यार्पण तथा मोदक का भोग लगाकर किया गया। इस मौके पर ग्रीटिंग कार्ड, रंगोली, रंग भरो और चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। वहीं प्रोजेक्टर के माध्यम से बाल गणेशा फिल्म भी प्रदर्शित की गई। इस मौके पर स्कूल के निदेशक आनंद चौधरी, प्रधानाध्यापिका जमना कड़ेला, सीआर परमार, सत्ता राम बेनीवाल, यादवराम, छत्रु चौधरी, भूरा राम, भोमाराम, पुखराज सिंह व बांका राम सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थीं।

गुरुवार, 1 सितंबर 2011

किले की परकोटा की दीवार वहां स्थित चौकी के सामने गिरी, इस हादसे में नहीं हुई जनहानि


किले की परकोटा की दीवार वहां स्थित चौकी के सामने गिरी, इस हादसे में नहीं हुई जनहानि

जैसलमेर। विश्व प्रसिद्घ सोनार किले की परकोटे की दीवार गुरुवार शाम पौने छह बजे भारी बरसात के कारण गिर गई। यह दीवार जिस तरफ गिरी, उसके ठीक सामने पुलिस चौकी है। इस हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार यह दीवार करीब 40 फीट चौड़ी और 25 फीट लंबी थी। यह किला साढ़े आठ सौ साल पुराना है। यह देश का पहला किला है जिसे लिविंग फोर्ट भी कहते हैं। दरअसल इस पूरे किले में एक बस्ती बसी है।जिसकी आबादी करी पञ्च हज़ार हें .किले की मरम्मत का कार्य भी लम्बे समय से चल रहा था.गत दिनों बरसात के कारण किले के परकोटे की दीवारों में क्रेक आ गए थे.रख रखाव एवं देखभाल के अभाव में एईतिहसिक किला अपनी शान खो रहा हें.आज भरी बरीस के कारण परकोटे की दीवार गिर गयी 

नाकाबंदी में दो जिप्सम से भरे ट्रेको को पकडा


नाकाबंदी में दो जिप्सम से भरे ट्रेको को पकडा

जैसलमेर पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए सांगड़ थाना क्षेत्र में दो जिप्सम से भरे ट्रक पकड़ने में सफलता हासील की पुलिस कप्तान ममता विश्नोई ने बताया की थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड श्री ओमप्रकाश निरीक्षक पुलिस मय जाब्ता ने दौराने नाकाबंदी दो ट्रक आरजे 15 जीए 1097, ड्राईवर शम्भूसिंह पुत्र सूमेरसिंह राजपुत नि0 हमीरा व ट्रक नं0 आरजे 15 जीए 1001 ड्राईवर माधोसिंह पुत्र केशरसिंह राजपुत नि0 लाखा, मोहनगढ को रूकवा कर पुछताछ की गई तो ट्रेको में जिप्सम होना बताया व दोनों ने खनिज विभाग का रवाना दिनांक 23-08-2011 का पेश किया व बताया कि जिप्सम एफसीआई लीज से भरकर लाये है। तीन दिन पहले का रवाना पर्ची पेश करने पर थानाधिकारी को जिप्सम अवैध रूप से परिवहन करने का संदेह होने पर दोनो ट्रकों को जब्त कर थाना परिसर में खडा करवाया तथा जॉच हेतु सहायक खनिज अभियंता जैसलमेर को पत्र लिखा गया, उन्होने बाद जॉच जिप्सम अवैध परिवहन पाये जाने पर श्री रामरख खनिज अभियंता ने थाना पर उपस्थित होकर दोनों वाहन चालकों के खिलाफ जिप्सम का अवैध परिवहन करने पर एमएमआरडी एक्ट में मुकदमा दर्ज करवाया गया। जिस पर पुलिस थाना सांगड में जॉच की जा रही है। 

टीम अन्‍ना में बड़े बदलाव के आसार, रालेगण में बनेगी 'रण' की नीति


नई दिल्‍ली. भ्रष्‍टाचार के खिलाफ मुहिम की अगुवाई कर रहे अन्‍ना हजारे की मौजूदा टीम में बदलाव हो सकते हैं। महाराष्‍ट्र स्थित अन्‍ना हजारे के पैतृक गांव रालेगण सिद्धि में 10 और 11 सितंबर को टीम अन्‍ना की बैठक होने वाली है। इसमें हजारे भी शामिल रहेंगे।

टीम अन्‍ना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक रामलीला मैदान में पिछले दिनों अन्‍ना के अनशन के दौरान कुछ ऐसे वाकये सामने आए जहां बाहरी लोगों के बजाय सिविल सोसायटी के सदस्‍यों के रवैये के चलते टीम अन्‍ना को निराशा हुई। रालेगण में होने वाली बैठक में ऐसे सदस्‍यों की भूमिका पर भी विचार किया जाएगा।

स्‍वामी अग्निवेश को टीम अन्‍ना से बाहर का रास्‍ता दिखाए जाने के बाद 23 सदस्‍यों वाली इस टीम की कोर ग्रुप की बैठक रालेगण में हो रही है। सूत्र के मुताबिक, ‘कोर ग्रुप में या तो नए सदस्‍य शामिल किए जाएंगे या फिर और समितियों या समन्‍वय समितियों का गठन किया जाएगा। इस बैठक में टीम अन्‍ना की आगामी रणनीति का भी ऐलान किया जाएगा।

टीम अन्ना के एक सदस्य ने बताया, 'अन्ना की देखभाल कर रहे एक-दो डॉक्टरों की निष्ठा को लेकर टीम को संदेह था। जिस दिन अन्ना का अनशन तुड़वाने के लिए चारों ओर से दबाव बनने लगा था, उस दिन पुलिस के सूत्र भी यह कहने लगे थे कि अन्ना को अस्पताल ले जाया जा सकता है। तब डॉक्टर चुप थे। हमारी टीम में कई लोग काफी घबराए हुए थे।'

सूत्रों को उम्मीद है कि टीम में काफी बदलाव हो सकते हैं, इस नजरिए से भी रालेगण सिद्धि में होने वाली बैठक काफी अहम होगी। सूत्रों के मुताबिक, 'अन्ना हर आंदोलन के बाद अपनी टीम को बदलने में यकीन रखते हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में उनका कोई भी पुराना साथी शामिल नहीं था। वह ईमानदार, समर्पित हैं और किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करते हैं।'


अन्ना का निजी जीवन


अन्ना हजारे ने शादी नहीं की है। वर्ष 1975 से रालेगण सिद्धि में बना यादवबाबा के मंदिर से सटे एक छोटे से कमरे में वह रह रहे हैं। 16 अप्रैल, 2011 को उन्होंने घोषणा की थी कि उनके पास 67,183 रुपये बैंक में जमा हैं और 1,500 रुपये नकद उनके पास हैं। रालेगण सिद्धि में उनके नाम 0.07 हेक्टेयर जमीन है, जो उनके भाई इस्तेमाल करते हैं। ज़मीन के दो अन्य टुकड़े जो उन्हें भारतीय सेना और गांव के ही एक व्यक्ति से उपहार के तौर पर मिले थे, उसे अन्ना ने गांव के ही इस्तेमाल के लिए दान कर दिया। अन्ना की आमदनी का एकमात्र स्रोत सेना से मिलने वाली पेंशन है

बाबा पर फेमा के उल्लंघन का केस

बाबा पर फेमा के उल्लंघन का केस

नई दिल्ली। काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़ना योग गुरू बाबा रामदेव को भारी पड़ रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन के आरोप में बाबा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। निदेशालय के सूत्रों ने बताया कि बाबा रामदेव और उनके न्यासों को अमरीका, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड से वित्तीय सहायता मिलने का साक्ष्य मिला है।

बाबा रामदेव और उनके न्यासों को सात करोड़ रूपये मिलने की खबर है। निदेशालय ने इसके मद्देनजर फेमा के तहत मामला दर्ज किया है। सूत्रों के मुताबिक निदेशालय की जांच में बाबा रामदेव और उनके न्यासों पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट एवं दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट को विदेशी राशि मिलने का साक्ष्य मिला है। बाबा रामदेव के स्काटलैंड स्थित द लिटिल कुंब्रेस आईलैंड की भी जांच की गई है। यह आईलैंड बाबा के विदेशी कैंप और वेलनेस केन्द्र के रूप में काम कर रहा है।

सूत्रों के अनुसार यह आईलैंड बाबा के एक भक्त दंपति ने उन्हें उपहार में दिया था। निदेशालय कंपनी पंजीयक और कंपनी मामलों के मंत्रालय के दिशा निर्देश के अनुरूप कंपनियों की शेयरधारिता और अन्य जानकारियों की जांच भी कर रहा है। निदेशालय ने ब्रिटेन के अधिकारियों से आईलैंड को लेकर जांच में मदद मांगी है।

इसके अतिरिक्त भारतीय रिजर्व बैंक और अन्य नियामक संस्थाओं के दिशा निर्देश के अनुरूप बाबा रामदेव के निवेश और लेनदेन की जांच भी की जा रही है। दूसरी और बाबा रामदेव के प्रवक्ता एस.के. तिजारावाला ने कहा कि प्रर्वतन निदेशालय द्वारा बाबा रामदेव के न्यासों के विरूद्ध मामला दर्ज करने संबंधी मीडिया में आई खबरों के बारे में उन्हें अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है।

हाल ही में खबर आई थी कि बाबा ने 3 लाख डॉलर विदेश भेजे हैं। 2 लाख डॉलर लंदन और 80 हजार डॉलर मेडागास्कर द्वीप भेजे हैं। ईडी ने इस पैसों की जानकारी के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को पत्र भी लिखा था। इस बीच, दिल्ली पुलिस बाबा और उनके चेले आचार्य बालकृष्ण को समन भेजने की तैयारी में हैं। दोनों को 4 जून को रामलीला मैदान में पुलिस से झड़प के मामले में पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।