शुक्रवार, 2 सितंबर 2011

जैसलमेर , आज की ताजा खबर.







हिल गया सोनार दुर्ग

जैसलमेर स्वर्णनगरी में गुरुवार को मूसलाधार बारिश ने सोनार दुर्ग को हिला दिया। त्रिकूट पहाड़ी पर खड़े लिविंग फोर्ट की एक दीवार ढह गई और परकोटे के कई स्थानों पर मलबा गिरने लगा। पानी रिसाव की वजह से लगातार कमजोर हो रहे दुर्ग को लेकर पुरातत्व विभाग की कई टीमों ने जायजा लिया लेकिन आज तक दुर्ग से पानी निकासी की सुचारू व्यवस्था नहीं हो पाई है। गुरुवार को हुई भारी बारिश ने त्रिकूट पहाड़ी को हिलाकर रख दिया। दुर्ग में रहने वाले तथा शहरवासी दुर्ग को देखकर सहमे हुए नजर आए।

परकोटे से बहा मलबा :गुरुवार की बारिश के दौरान सोनार दुर्ग को भारी क्षति पहुंची है। दुर्ग के परकोटे से कई स्थानों पर मलबा पानी के तेज बहाव के साथ बहने लगा। शिव रोड की तरफ परकोटे से गिरे मलबे में एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि किसी भी प्रकार जनहानि नहीं हुई लेकिन शिव रोड की तरफ अनेक स्थानों से गिरे मलबे व पत्थरों की वजह से वहां से गुजरने वाले भयभीत नजर आए।

प्रशासन ने लिया जायजा :किले की दीवार गिरने के बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा और स्थिति का जायजा लिया। कलेक्टर एम.पी स्वामी, तहसीलदार नाथूसिंह राठौड़ व नगरपालिका अध्यक्ष अशोक तंवर ने किले के परकोटे का निरीक्षण किया। शाम के समय किले की दीवार के पत्थरों को जेसीबी के माध्यम से हटवाया गया। गुुरुवार को हुई भारी बारिश की वजह से सोनार दुर्ग की करीब चार फीट दीवार ढह गई। गोपा चौक पुलिस चौकी के सामने की दीवार करीब पांच बजे एकाएक धड़ाम से गिर गई और आसपास हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि इस दौरान दीवार के नीचे कोई नहीं था जिससे किसी जान माल की हानि नहीं हुई। भारी बारिश के चलते सोनार दुर्ग ढहने की स्थिति में पहुंच गया है। परकोटे के कई स्थानों से मलबा व पत्थर भी गिरे। दुर्ग के बुर्ज हिलने लगे और दुर्गवासियों सहित शहरवासी सहम उठे। शहर कोतवाल विरेन्द्रसिंह के अनुसार किले की दीवार गिरने से चौकी की दीवारों में भी दरारें आई है। खतरे को देखते हुए चौकी को तत्काल बंद कर दिया गया है और अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया जाएगा।


जैसलमेर : ४ घंटे में ३ इंच बारिश


जैसलमेर जैसलमेर में गुरुवार दोपहर चार घंटे में करीब तीन इंच बारिश के बाद साढ़े आठ सौ साल पुराने सोनार किले की चालीस फीट लंबी दीवार शाम सवा पांच बजे ढह गई। जर्जर दीवार का सौ फीट का एक और हिस्सा ढहने के कगार पर पहुंचने के बाद उससे सटी पुलिस चौकी को खाली करवा लिया गया। कलेक्टर ने जयपुर से टीम बुलाई है।

जोधपुर शहर में रात 11 बजे बाद तेज बारिश हुई। इससे सड़कें पानी से तर हो गईं। बरसात से कई इलाकों में पानी भर गया। दिन में कुछ इलाकों में बारिश हुई। जोधपुर के भोपालगढ़ क्षेत्र में डेढ़ इंच पानी बरसा। जिले के बाप व पीपाड़ में भी मध्यम दर्जे की बरसात हुई। रामदेवरा में दोपहर करीब दो बजे तेज आंधी के साथ बादल बरसे। आंधी से मेले में लगे कई शामियाने उखड़ गए और जातरुओं ने सुरक्षित स्थान पर शरण ली। वहां शाम तक घने बादल छाए रहे और तेज हवाएं चलती रहीं। जालोर जिले के चितलवाना व हाडेचा क्षेत्र में कुछ देर के लिए हल्की बारिश हुई। पाली में भी देर रात अच्छी बरसात हुई।


मूसलाधार बारिश से जैसलमेर तर


जैसलमेर जिले में लगातार तीसरे दिन भी बारिश का दौर जारी रहा। गुरुवार को मूसलाधार बारिश ने जिले को तरबतर कर दिया। नदी नाले उफान पर आ गए और सड़कों पर एक से डेढ़ फीट पानी बहने लगा। गुरुवार को करीब दो घंटे में तीन इंच से अधिक बारिश हुई। अलग- अलग समय पर हुई बारिश ने जिले को तर करने के साथ- साथ कई परेशानियां खड़ी कर दी। बीती रात शुरू हुई बूंदाबांदी के दौरान 12.2 एमएम बारिश दर्ज की गई। दोपहर में साढ़े बारह बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने 15 मिनट में शहर की सड़कों पर नाले बहा दिए। इस समय 21 एमएम बारिश दर्ज की गई। उसके बाद ढाई बजे शुरू हुई बारिश चार बजे तक झमाझम बरसती रही और 43 एमएम बारिश दर्ज की गई। दिन भर में ढाई घंटे के दौरान करीब 76 एमएम बारिश दर्ज की गई। जिला 

मुख्यालय सहित रामगढ़ व पोकरण में भी मूसलाधार बारिश हुई।
इस बार की सबसे अच्छी बारिश गुरुवार को हुई। शहरवासियों ने मूसलाधार बारिश का जमकर लुत्फ उठाया। गड़सीसर सरोवर पर चादर चलने लगी और उसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। धऊवा गांव की तरफ झमाझम बारिश के चलते गड़सीसर की चादर चलने लगी और पानी की आवक के चलते आगामी एक दो दिन में गड़सीसर सरोवर लबालब हो जाएगा।

बिजली गिरने से एक की मौत, तीन घायल

सत्तो ग्राम पंचायत की खालतानों की ढाणी में बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। जानकारी के अनुसार गुरुवार को जिले भर में हुई बारिश के दौरान खालतानों की ढाणी में एक खेत में बने झौंपे पर कड़कड़ाती बिजली गिर गई। जिससे उसमें बैठे साजन खां पुत्र जुसफ खां (19) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दुर्जनराम पुत्र महेशाराम (28), नामाराम पुत्र महेशाराम (30) व नरपतराम पुत्र लूणाराम (20) गंभीर रूप से घायल हो गए।


बाबा के श्रद्धालुओं की आवक हुई कम

पहली पुलिया तक ही सिमटी कतार



रामदेवरा बाबा रामदेव मेले के चौथे दिन यात्रियों की आवक घटने से भीड़ कम हुई और व्यापारी ग्राहकों के इंतजार में बैठे दिखे। कस्बे में यात्रियों की धीमी आवक के चलते दर्शन की कतारें प्रथम पुलिया तक सिमट गई जो पूरे दिन पेडीवाल धर्मशाला से आगे नहीं बढ़ पाई।

बसों व रेलों में यात्री आवक घटी

मेला पूर्व और अब तक आवागमन के सभी साधनों के ठसाठस भरे जाने से यात्रियों की रेलमपेल लगी थी लेकिन गुरुवार को रेलवे की दैनिक व स्पेशल संचालित ट्रेनों से यात्री भार कम देखा गया। रेलवे स्टेशन पर मेला स्पेशल के पहुंचते ही यात्रियों से भर जाने वाली मेला स्पेशल ट्रेनों को सवारियों के चढ़ाने में कई घंटों इंतजार करते देखा गया। राजस्थान रोडवेज जो हर दस मिनट में जोधपुर के लिए बसों का संचालन कर रही थी पर भी यात्री दबाव कम होने के कारण बसों की निकासी में आंशिक कमी दर्ज की गई।

कस्बे में बुधवार रात्रि व गुरुवार दिन में मूसलाधार बारिश के चलते कस्बे में चारों ओर कीचड़ ही कीचड़ फैल गया है। पानी भराव के स्थानों पर गंदगी युक्त पानी इकट्ठा हो गया है। खाने की होटल संचालकों एवं अन्य व्यापारियों द्वारा दुकानों के पिछवाड़े एवं ग्रामीणों में डाला गया कचरा भीग कर सडऩे से दुर्गंध देने लगे हैं। कस्बे में चारों ओर गंदगी और कीचड़ की बदौलत यात्रि यहां ज्यादा समय रुकना मुनासिब नहीं समझते और दर्शनों के साथ ही निकल जाते हैं।

होटलें रही खाली

वर्षभर में बम्पर कमाई की आस पर बैठे रहने वाले होटल व्यवसायियों के लिए गुरुवार का दिन फीका रहा। यात्रियों की धीमी आवक व बरसात के कारण हुए कीचड व गंदगी के कारण यात्रियों ने ठहराव करने से अपने कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया। जिसके चलते होटलों एवं धर्मशालाओं में कई कमरे खाली रहे।

मेले में यात्री दबाव घटने व कतारों के सिमटने के साथ बाजार व अन्य स्थानों पर भीड़ के कम होने से व्यवस्था सुधारने में आसानी रही। सूचना केन्द्रों पर गुमशुदगी का ग्राफ भी कम रहा। पुलिसकर्मी जो अलग अलग पारियों में 24 घंटे खड़े रहकर ड्यूटी देते दिखाई देते थे आज सहज एवं आराम की मुद्रा में नजर आए।

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