गुरुवार, 1 सितंबर 2011

टीम अन्‍ना में बड़े बदलाव के आसार, रालेगण में बनेगी 'रण' की नीति


नई दिल्‍ली. भ्रष्‍टाचार के खिलाफ मुहिम की अगुवाई कर रहे अन्‍ना हजारे की मौजूदा टीम में बदलाव हो सकते हैं। महाराष्‍ट्र स्थित अन्‍ना हजारे के पैतृक गांव रालेगण सिद्धि में 10 और 11 सितंबर को टीम अन्‍ना की बैठक होने वाली है। इसमें हजारे भी शामिल रहेंगे।

टीम अन्‍ना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक रामलीला मैदान में पिछले दिनों अन्‍ना के अनशन के दौरान कुछ ऐसे वाकये सामने आए जहां बाहरी लोगों के बजाय सिविल सोसायटी के सदस्‍यों के रवैये के चलते टीम अन्‍ना को निराशा हुई। रालेगण में होने वाली बैठक में ऐसे सदस्‍यों की भूमिका पर भी विचार किया जाएगा।

स्‍वामी अग्निवेश को टीम अन्‍ना से बाहर का रास्‍ता दिखाए जाने के बाद 23 सदस्‍यों वाली इस टीम की कोर ग्रुप की बैठक रालेगण में हो रही है। सूत्र के मुताबिक, ‘कोर ग्रुप में या तो नए सदस्‍य शामिल किए जाएंगे या फिर और समितियों या समन्‍वय समितियों का गठन किया जाएगा। इस बैठक में टीम अन्‍ना की आगामी रणनीति का भी ऐलान किया जाएगा।

टीम अन्ना के एक सदस्य ने बताया, 'अन्ना की देखभाल कर रहे एक-दो डॉक्टरों की निष्ठा को लेकर टीम को संदेह था। जिस दिन अन्ना का अनशन तुड़वाने के लिए चारों ओर से दबाव बनने लगा था, उस दिन पुलिस के सूत्र भी यह कहने लगे थे कि अन्ना को अस्पताल ले जाया जा सकता है। तब डॉक्टर चुप थे। हमारी टीम में कई लोग काफी घबराए हुए थे।'

सूत्रों को उम्मीद है कि टीम में काफी बदलाव हो सकते हैं, इस नजरिए से भी रालेगण सिद्धि में होने वाली बैठक काफी अहम होगी। सूत्रों के मुताबिक, 'अन्ना हर आंदोलन के बाद अपनी टीम को बदलने में यकीन रखते हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में उनका कोई भी पुराना साथी शामिल नहीं था। वह ईमानदार, समर्पित हैं और किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करते हैं।'


अन्ना का निजी जीवन


अन्ना हजारे ने शादी नहीं की है। वर्ष 1975 से रालेगण सिद्धि में बना यादवबाबा के मंदिर से सटे एक छोटे से कमरे में वह रह रहे हैं। 16 अप्रैल, 2011 को उन्होंने घोषणा की थी कि उनके पास 67,183 रुपये बैंक में जमा हैं और 1,500 रुपये नकद उनके पास हैं। रालेगण सिद्धि में उनके नाम 0.07 हेक्टेयर जमीन है, जो उनके भाई इस्तेमाल करते हैं। ज़मीन के दो अन्य टुकड़े जो उन्हें भारतीय सेना और गांव के ही एक व्यक्ति से उपहार के तौर पर मिले थे, उसे अन्ना ने गांव के ही इस्तेमाल के लिए दान कर दिया। अन्ना की आमदनी का एकमात्र स्रोत सेना से मिलने वाली पेंशन है

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