शुक्रवार, 4 मार्च 2011

ग्रामसभा में आरटीआई कार्यकर्ता के हाथ-पैर तोड़े





ग्रामसभा में आरटीआई कार्यकर्ता के हाथ-पैर तोड़े 

बाड़मेर। धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के बामणोर गांव में आज नरेगा कार्यो के सामाजिक अंकेक्षण के लिए हुई ग्रामसभा में लाठियों से मारपीट में एक जना गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर घायल को बाड़मेर रेफर कर दिया है। गंभीर घायल मंगलाराम ने ग्राम पंचायत से वर्ष 2001 से 2008 के बीच हुए कायोंü की सूचना के अघिकार के तहत सूचनाएं मांगी थी। सूचनाएं मांगने के बाद उसने सरपंच व उसके सहयोगियों से खतरे की आशंका जताई थी और पुलिस से सुरक्षा की गुहार की थी।
पुलिस के अनुसार  मंगलाराम पुत्र नेचलराम निवासी बामणोर ने मामला दर्ज करवाया कि ग्राम पंचायत भवन में सामाजिक अंकेक्षण के लिए हुई ग्रामसभा के दौरान बामणोर सरपंच गुलामशाह व अन्य ने जाति सूचक शब्दों से अपमानित कर लाठियों से दोनो पैर व हाथ तोड़ दिए। पीठ व सिर में भी गंभीर चोटे पहुंचाई। घायल को धोरीमन्ना अस्पताल में उपचार के बाद हालत गंभीर होने परगुजरात  रैफर कर दिया गया।
एसपी से की थी सुरक्षा की मांग
बामणोर में गंभीर मारपीट में घायल मंगलाराम ने 16 सितम्बर और 28 फरवरी को पुलिस अधीक्षक को सौंपे ज्ञापनों में बताया था कि सूचना के अघिकार के तहत पंचायत से सूचना मांगी थी। यह उस समय अधूरी दी गई। ज्ञापन में प्रार्थी ने आरोप लगाया था कि सूचनाएं मांगने के बाद सरपंच ने उसे धमकियां दी और जान का खतरा बना हुआ है।
पाबंद किया था
मंगलाराम द्वारा दिए ज्ञापनों के बाद पुलिस ने आरोपियों को धारा 107 के तहत पाबंद करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद मारपीट की घटना हुई है। आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।-संतोष चालके,पुलिस अधीक्षक



हरिण का शिकार
बाड़मेर समदड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत खारवा सरहद में हरिण का शिकार करने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार शैतानसिंह पुत्र मेघसिंह निवासी खारवा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि सुबह सात बजे वह ढाणी से बाहर निकला था। इसी दौरान दो शिकारी श्वान लेकर एक हरिण के पीछे दौड़ रहे थे। श्वान ने हरिण का गला दबोच लिया।
 शिकारी मोहनराम मीणा निवासी खारवा के हाथ में कुल्हाड़ी पकड़ी हुई थी। जबकि उसके साथ शामिल एक अन्य शिकारी को वह नहीं पहचानता। उसने शोर किया तो शिकारी मौके से भाग गए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। मृत हिरण के शव का पोस्टमार्टम करवाकर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

Arji Amri Suno Shreenathji

गुरुवार, 3 मार्च 2011

पाक घुसपैठिए को बीएसएफ जवानों ने मार गिराया


पाकिस्तान से सटी सीमा पर तारंबदी पार कर भारतीय सीमा में घुसने के प्रयास करते हुए एक पाक घुसपैठिए को बीएसएफ जवानों ने मार गिराया। बीएसएफ अधिकारियों ने पाक रेंजर के साथ फ्लैग मीटिंग कर घुसपैठ का विरोध जताया, लेकिन पाकिस्तानी रेंजर ने मृतक घुसपैठिए के सीमा पार से आने से इंकार कर उसका शव लेने से इंकार कर दिया। इस पर बीएसएफ ने शव गंगानगर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा दोपहर बाद शव को बार्डर पर ही दफना दिया है।

गंगानगर सीमा पर बीएसएफ की बटालियन नंबर 145 के जवानों ने बीती रात सीमा पार से एक घुसपैठिया तारबंदी पार करने का प्रयास करते देखा। इस पर उसे जवानों ने ललकारा,मगर वह रूकने के बजाय तारबंदी पार करने लगा। इस पर उन्होने फायरिंग कर उसे मार गिराया। इसकी सूचना मिलने पर बीएसएफ के उच्चाधिकारियों ने गुरूवार सुबह घटनास्थल पर जाकर मुआयना किया।


चालीस वषीय पाक घुसपैठिए की तलाशी लेने पर उसके पास पाकिस्तानी करेंसी मिली। सुबह बीएसएफ जवानों ने बार्डर पर फ्लैग मीटिंग बुलाकर पाक घुसपैठिए के सीमा पार से आए पैरो के निशान दिखाते हुए प्रोटेस्ट नोट दिया,लेकिन उन्हांने पैरों के निशान को नकारते हुए घुसपैठिए के पााकिस्तानी होने से इंकार कर दिया। इस पर बीएसएफ ने गंगानगर पुलिस को शव सौंप दिया। दोपहर में डाक्टरों की टीम ने बार्डर पर ही घुसपैठिए का पोस्टमार्टम किया। बीएसएफ डीआईजी आर सी ध्यानी ने बताया कि संभवत किसी बड़ी तादाद में घुसपैठ के लिए बीएसएफ की चौकसी को जांचने के लिए इस घुसपैठिए को भेजा गया था।

ऊंटों की लड़ाई....पाकिस्तान के शहर मुल्तान में






ऊंटों की लड़ाई

पाकिस्तान के शहर मुल्तान में आयोजित वाषिर्क ऊंटों की लड़ाई के दौरान एक ऊंट को पूरे जोर से पटखनी देता दूसरा ऊंट। इस वाषिर्क आयोजन में इस साल 135 ऊंटों ने हिस्सा लिया। कई सामाजिक संगठन इस आयोजन को ऊंटों पर अत्याचार मानते हुए इसका विरोध कर रहे हैं।

बुधवार, 2 मार्च 2011

सोनार किले से उठी राजस्थानी को मान्यता की हुंकार










सोनार किले से उठी राजस्थानी को मान्यता की हुंकार
राजस्थान का सांस्कृतिक विकास राजस्थानी के बिना अधूरा डॉ आईदानसिंह भाटी
जैसलमेर। मायड़ भाषा राजस्थानी को मान्यता दिलाने के लिये कृष्णा संस्था, वारियर्स एजयुकेशनल एण्ड डवलपमेंट सोसायटी जैसलमेर के तत्वाधान में राजस्थानी भाषा मान्यता सघर्ष समिति द्वारा संचालित मान्यता हस्ताक्षर अभियान के दूसरे दिन गोपा चौक में समर्थनों का तातां लगा रहा रही वरिष्ठ साहित्य कार्यो ने अभियान को सार्थक व बहुउद्देशीय बताते हुए समर्थन किया। हिन्दी साहित्य के वरिष्ठ साहित्यकार एवं थार संस्थान के संरक्षक ने आईदानसिह भाटी ने कहा है कि मायड़ भाषा के अभाव में संस्कृतियां नष्ट हो रही है और हम अपनी जड़ो को खुद ही काटने में लगे हैं।
हस्ताक्षर अभियान में शामिल होकर वरिष्ठ इतिहासकार ने कहा कि राजस्थानी भाषा मॉ और हिन्दी बेटी है। बेटी मॉ से आगे निकल गई। उन्होने कहा कि इतिहास को कुरेदने से बेहतर से राजस्थानी भाषा को मान्यता में आ रही अड़चनों को दूर किया जाए। उन्होने कहा कि पिछले कुछ सालों से राजस्थानी को मान्यता देने की मांग बराबर की जा रही है मगर इस बार जो पूरे राजस्थान में राजस्थानी भाषा के प्रति आस्था का ज्वार उमड़ा है। उससे लगता है कि हम कायम होगें। उन्होने कहा कि जनगणना सबसे मजबूत कड़ी है, राजस्थानी अपनी मातृ भाषा के रूप में राजस्थानी दर्ज कराकर अपना धर्म निभाए।गोपा चौक में राजस्थानी भाशा को मान्यता के समर्थन में लोगों का हूजूम उमउ पडा। दोी विदोी पर्यटक भी उत्सुक्ता सें देख रहे थे।जब उन्हे मकसद बताया तो वे भी समर्थन में अभियान में भामिल हुऐ तथा अपने हस्तक्षर किएं।वारियर संस्था के सचिव प्रदीप गौड ने बताया कि राजस्थानी भाशा को मान्यता के लिऐ प्रदो भर में संधशर समितियों के माध्यम से जन अभियान चलाया जा रहा हैं। इस अवसर पर सैकडों जैसाण वासियों ़ ने राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के प्रयासों का पुरजोर समर्थन कर भरपूर सहयोग के लिए आश्वस्त किया। अभियान में अब तक 1233 से अधिक जैसाणवासियों ने राजस्थानी भाषा को मान्यता देने के लिए हस्ताक्षर का अपना समर्थन दे चुके है। समिति के संयोजक सिकन्दर भोख ,मनीश रामदेव,आननद जगानी,, चन्दनसिंह भाटी, विजय कुमार, ने अपना योगणन दिया