बुधवार, 27 अप्रैल 2016

एक दिन पहले लड़के ने किया शादी से इनकार, प्रोफेसर ने किया सुसाइड

एक दिन पहले लड़के ने किया शादी से इनकार, प्रोफेसर ने किया सुसाइड
स्वाति का शव घर पहुंचने पर फैमिली वालों के साथ रोती उसकी छोटी बहन नीनी। इनसेट में स्वाति पांडेय।

वाराणसी.बीएचयू के इतिहास विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. स्वाति पांडेय ने सोमवार को सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि शादी टूटने से वह परेशान थी। महिला महाविद्यालय के प्रोफेसर किशोरी लाल और समाज विज्ञान संकाय के डीन प्रो. मंजीत चतुर्वेदी ने इसकी पुष्टि की है। किशोरी लाल ने बताया कि स्वाति के सुसाइड नोट के आधार पर वर पक्ष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।

9 मई को होनी थी इंगेजमेंट

- बताया जा रहा है कि मंडुआडीह में वर्कर्स मैनेजर अंबेश त्रिपाठी से उसकी शादी तय हुई थी।

- 9 मई को दोनों की इंगेजमेंट होने वाली थी।

- लेकिन, रविवार को लड़के ने शादी से इनकार कर दिया।

- इसके बाद से वह परेशान थी।

चार महीना पहले ही किया था ज्वाइन

- राजस्थान यूनिवर्सिटी में पढ़ाती थी। उसके बाद वह चार महीने पहले ही बीएचयू आई थी।

- उन्होंने बीएचयू से ही पढ़ाई की थी।

- वह बनारस के जानकी नगर में रहती थी।

साड़ी के फंदे से लटकती हुई मिली लाश

बताया जा रहा है कि रविवार को उसकी मां और घर के दूसरे सदस्य शादी में गए हुए थे। घर पर पिता और छोटी बहन थी। सोमवार की सुबह जब पिता उसे जगाने गए तो वह साड़ी के फंदे पर लटकती हुई मिली। उन्होंने तत्काल पड़ोसियों की मदद से उसे नीचे उतारा और हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

2 महीने पहले हुई थी शादी, ऑफिसर पत्नी ने कराया PCS पति का मर्डर

2 महीने पहले हुई थी शादी, ऑफिसर पत्नी ने कराया PCS पति का मर्डर
फरवरी 2016 में रंजीत और अर्चना की हुई थी शादी।शाहजहांपुर. पीसीएस अधिकारी रंजीत सोनकर की मौत के मामले में उनकी पत्नी के खिलाफ जहर देकर हत्या करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके बाद से अर्चना फरार है। पुलिस का कहना है कि वह पूरे मामले की जांच कर रही है।

मौत से पहले रंजीत ने लिखा था लेटर

परिजनों के मुताबिक, रंजीत ने जिलाधिकारी ऑफिस में एप्लिकेशन दी थी। इसमें लिखा था, 'पत्नी अर्चना से शादी के बाद से संबंध ठीक नहीं चल रहे हैं। पत्नी के अंदर औरतों वाले कोई गुण नहीं हैं। वह पत्नी जैसा कोई व्यवहार नहीं करती है। उसका मेडिकल करवाना चाहता हूं। उसने मुझे अपने दो भाइयों से धमकी भी दिलवाई थी। इसी के चलते मैं यह एप्लिकेशन दे रहा हूं। अगर मुझे कुछ हो जाता है तो यह काम आएगा।'

शादी के एक हफ्ते बाद से रहने लगे थे अलग-अलग

- आरोप लगा कि शादी के एक हफ्ते बाद ही रंजीत और अर्चना के बीच दूरियां बढ़ गई थी।

- दोनों ही अलग-अलग सरकारी घर में रहने लगे थे।

- वहीं, रंजीत ने अपनी पत्नी और उनके भाइयों से जान का खतरा बताया था।

- उन्होंने इसकी शिकायत लिखित रूप से जिलाधिकारी से की थी।

- शिकायत के दो दिन के बाद 21 अप्रैल 2016 को रंजीत की अपने घर पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।

अर्चना की हुई थी दूसरी शादी

- रंजीत सोनकर जिला विकलांग कल्याण अधिकारी थे।

- अर्चना सोनकर जिला समाज कल्याण अधिकारी हैं।

- वह पहले से तलाक शुदा थी। रंजीत से उसकी दूसरी शादी हुई थी।

- दो महीने पहले फरवरी में दोनों की शादी हुई थी।

भाई ने लगाया आरोप

मृतक के भाई राजेश सोनकर ने बताया कि 21 अप्रैल की रात उन्हें फोन पर रंजीत की मौत की जानकारी हुई। वह शाहजहांपुर हॉस्पिटल पहुंचे तो वहां उनकी डेड बॉडी पड़ी हुई थी। उनका आरोप है कि अर्चना ने ही अपने भाइयों अतुल और अनुराग, नौकरानी कंचन और उसके भाइयों के साथ मिलकर जहर देकर हत्या कर दी है।

दर्ज किया गया मुकदमा

एसपी मनोज कुमार ने बताया कि मृतक के भाई राजेश सोनकर की तहरीर पर अर्चना सोनकर, उनके भाईयों और नौकरों के खिलाफ धारा 302, 228 जहर देकर हत्या करने का मुकदमा दर्ज किया है। मामले में गहनता से जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

सोमवार, 25 अप्रैल 2016

अपने अंतिम दिन गिन रहा दाऊद इब्राहिम?, पूरी तरह ठीक हो पाएगा अंडरवर्ल्ड डॉन डॉक्टरों को उम्मीद कम

अपने अंतिम दिन गिन रहा दाऊद इब्राहिम?, पूरी तरह ठीक हो पाएगा अंडरवर्ल्ड डॉन डॉक्टरों को उम्मीद कम


दिल्ली : 1993 मुंबई बम धमाकों का मास्टरमाइंड और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को गैंगरीन हो गया और इस बीमारी से उसे पूरी तरह उबर पाना अब मुमकिन नहीं है। डॉक्टरों ने उसे पूरी तरह से ठीक होने की उम्मीद छोड़ दी है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि दाऊद की गैंगरीन से जान भी जा सकती है।




सीएनएन-न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक दाऊद इब्राहिम को गैंगरीन हो गया है और इस बीमारी का स्तर डॉन में इतना बढ़ गया है कि वह चल-फिर नहीं सकता। डॉक्टरों ने उसे पूरी तरह से ठीक होने की उम्मीद छोड़ दी है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि दाऊद की गैंगरीन से जान भी जा सकती है।

रिपोर्ट के मुताबिक अंडरवर्ल्ड डॉन का इलाज करने वाले डॉक्टरों को लगता है कि जल्द ही उनके पास दाऊद के पैर काटने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचेगा। डॉन का इलाज उसके क्लिफटन स्थित आवास, लियाकत नेशनल अस्पताल और कंबाइंड मिलिट्री अस्पताल में चल रहा है। ये दोनों अस्पताल कराची में स्थित हैं।

रिपोर्ट में कहा गया बीपी और शुगर के चलते दाऊद के पैरों में खून का प्रवाह बाधित हो गया था और पैरों के टिशू डेड होने लगे थे। इसी वजह से जहर फैल गया। शरीर में जहर फैलने से दाऊद की जान भी जा सकती है। कराची में ही दाऊद का इलाज करने की कोशिश की जा रही है। दाऊद का इलाज कराची में कराने का फैसला एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि दाऊद का इलाज सेना के डॉक्टर करेंगे।

अनूठी पहल ग्रुप फॉर पीपुल्स जैसलमेर के सदस्यों की।ग्रुप सदस्य के हुई बेटी तो पुरे ग्रुप ने मनाई ख़ुशी।दादा दादी को बधाई देने पहुंचा ग्रुप।।



अनूठी पहल ग्रुप फॉर पीपुल्स जैसलमेर के सदस्यों की।ग्रुप सदस्य के हुई बेटी तो पुरे ग्रुप ने मनाई ख़ुशी।दादा दादी को बधाई देने पहुंचा ग्रुप।।



जैसलमेर सामाजिक सरोकार और नवाचार का प्रतिक बनता जा रहा ग्रुप फॉर पीपुल्स ने चन्द समय में जैसलमेर में युवाओ की सोच में सकारात्मक बदलाव लाकर कई अनूठी पहल की ।आज ग्रुप सदस्य अनिमेष भाटिया के पुत्री रत्न की प्राप्ति हुई।।जेसे ही यह खबर ग्रुप फॉर पीपुल्स के सदस्यों को लगी।अनिमेष और उनके माता पिता को बधाइयों का ताँता लगा दिया।बिटिया के जन्म की ख़ुशी का इजहार सभी ग्रुप सदस्यों ने समूहिक रूप से अनिमेष के घर जाकर उनके माता पिता को बधाइयाँ दी व्ही बिटिया के जन्म की ख़ुशी थाली बजाकर बांटी।।ग्रुप सदस्यों ने बिटिया के जन्म की ख़ुशी बेटो से बढ़कर मनाई वो भी बिटिया के दादा दादी के साथ ।पुरे परिवार के साथ ।बदलते परिवेश में युवाओ की सोच में इस तरह के बदलाव को लोगो ने सकारात्मक लेते हुए ग्रुप की सोच की प्रसंशा की।।परिवार में बेटी के जन्म पर पहली बार सामूहिक बधाई मिलने से खुशिया दुगुनी हो गयी।BNT@##

झालरापाटन में छात्र-छात्राओं को 51 चरण पादुकाएं वितरित की गई।

झालरापाटन में  छात्र-छात्राओं को 51 चरण पादुकाएं वितरित की गई।


झालावाड़ 25 अप्रेल। पंचायत समिति झालरापाटन के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय गोविन्दपुरा मंे सोमवार को चरण पादुका कार्यक्रम आयोजित कर छात्र-छात्राओं को 51 चरण पादुकाएं वितरित की गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इनरव्हील क्लब पूर्व अध्यक्ष श्रीमती अन्जू सोनी, विशिष्ठ अतिथि रोटरी क्लब पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र सोनी एवं सह सम्पादक पाटन एक्सप्रेस दिलिप सोनी थे। कार्यक्रम प्रधानाचार्य श्रीमती रजनीगंधा सोनी की अध्यक्षता मंे सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम मंे चिन्हित गरीब परिवार के बच्चों को अन्जू सोनी द्वारा 51 जोड़ी चरण पादुकाएं वितरित की गई। चरण पादुका कार्यक्रम से बच्चों में काफी उत्साह था। मुख्य अतिथि द्वारा भविष्य मंे भी सहयोग करने का आव्हान किया गया। इसी प्रकार प्रधानाचाय महोदया के सानिध्य मंे विद्यालय परिवार द्वारा करीबन 21 हजार रुपये एवं गोविन्दपुरा के सरपंच एवं पूर्व सरपंच तथा अभिभावकों द्वारा लगभग 25 हजार रुपये के सहयोग से विद्यालय परिसर मंे विद्युत फिटिंग व पंखे लगवाये तथा पीने के पानी की व्यवस्था की गयी।

कार्यक्रम मंे समस्त शाला स्टाॅफ, गांव के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन धनश्याम सिंह शक्तावत द्वारा किया गया।

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आज करेंगी जनसुनवाई


राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आज करेंगी जनसुनवाई
झालावाड़ 25 अप्रेल। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी आज मंगलवार 26 अप्रेेल को प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक जिला कलेक्ट्रेट सभागार मंे बाल अधिकारों के उल्लंघन के प्रकरणों की जनसुनवाई करेंगी।

श्रीमती चतुर्वेदी दोपहर पश्चात बारां के लिये प्रस्थान कर जायेंगी।

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आवश्यक सेवाओं की साप्ताहिक समीक्षा बैठक सम्पन्न
झालावाड़ 25 अप्रेल। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने आवश्यक सेवाओं की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिये कि शहर के वार्ड नम्बर 3 व 9 मंे पेयजल की आपूर्ति दुरूस्त करवायें। उन्होंने निर्देश दिये कि गत तीन माह के दौरान चालू व खराब हेण्डपम्प की स्थिति का सर्वे कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों मंे पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये।

बैठक मंे सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता से कहा कि कि सभी कार्यालयों, चिकित्सा एवं शिक्षण संस्थानों मंे निशक्तजनों हेतु रेम्प बनाना सुनिश्चित करें। उन्होंने विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिये कि बकानी मंे हाईवॉल्टेज के कारण जले उपकरण के सम्बन्ध मंे आवश्यक कार्यवाही करें।

जिला कलक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को कहा कि जिले मंे एमीसी द्वारा कुपोषित बच्चों के उपचार मंे गति लायें। आंगनवाड़ी केन्द्रों हेतु कलर कोड निश्चित करें। इनकी पुताई करवायी जाये एवं उपकरण उपलब्ध करवाये जायें।

जिला कलक्टर ने कृषि विभाग के उपनिदेशक को निर्देश दिये गये कि ग्रीन हाउस मंे उगाये जा रही सब्जियों का प्रचार प्रसार करें एवं सक्सेज स्टोरी तैयार करें। अपना खेत अपना काम योजनान्तर्गत 30 अप्रेल तक प्रत्येक ब्लॉक से 50-50 किसान वर्मी कम्पोस्ट हेतु तैयार करें। उन्होंने श्रम अधिकारी से कहा कि पंजीकृत लाभार्थी श्रमिक के डिलेवरी होने पर उसे सोसायटी से तुरन्त भुगतान की व्यवस्था करें। आगामी 1 मई को मजदूर दिवस तक कुल 33 हजार श्रमिकों का रजिस्टेªशन कराना सुनिश्चित करें।

जिला कलक्टर ने जिला परिवहन अधिकारी को कहा कि विद्यालयों मंे बच्चों को ले जाने वाली बाल वाहिनियों का रंग 1 मई से पूर्व पीला किया जाना सुनिश्चित करें व ट्रेक्टर ट्रालियों पर रिफलेक्टर लगायें। जिला कलक्टर ने राजस्थान सम्पर्क समाधान प्रकरणांे की विभागवार विस्तार से समीक्षा की व निर्धारित समय अवधि मंे निस्तारण करने के निर्देश दिये।

--पुलिस थाना खानपुर मंे सीएलजी कार्यक्रम 27 अप्रेल को
झालावाड़ 25 अप्रेल। पुलिस वृत्त खानपुर मंे स्थित पुलिस थाना खानपुर मंे सीएलजी कार्यक्रम बुधवार 27 अप्रेल को सायं 4 बजे आयोजित होगा।

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कृषि सम्बन्धी तकनीकी समस्याओं के समाधान हेतु हेल्पलाईन आरम्भ
झालावाड़ 25 अप्रेल। झालावाड़ जिले के कृषकों की कृषि सम्बन्धी तकनीकी समस्याओं के समाधान हेतु उपनिदेशक कृषि (विस्तार) कार्यालय मंे हेल्पलाईन सेवा आरम्भ की गई है।

कृषि विभाग के उपनिदेशक कैलाश चन्द मीना ने बताया कि झालावाड़ जिले के कृषकों के लिए उनकी कृषि सम्बन्धी तकनीकी समस्याओं के समाधान हेतु उपनिदेशक कृषि (विस्तार) कार्यालय मंे हेल्पलाईन सेवा आरम्भ की गई है। यह हेल्पलाइन प्रातः 9.30 बजे से सायं 6 बजे तक कार्य करेगी। हेल्पलाइन का दूरभाष नम्बर 07432-232345 है। उन्होंने बताया कि हेल्पलाइन के प्रभारी जितेन्द्र कुमार जांगिड़ रहेंगे। सभी कृषक कार्य समय मंे इस नम्बर पर फोन कर अपनी कृषि सम्बन्धी तकनीकी समस्याओं का समाधान कर सकते है।

बाड़मेर, गांवांे के विकास मंे महिलाएं बनेगी भागीदार,पहली मर्तबा 15 जून से होगी महिला सभा



बाड़मेर, गांवांे के विकास मंे महिलाएं बनेगी भागीदार,पहली मर्तबा 15 जून से होगी महिला सभा
राजस्थान में गांवों के विकास की योजनाओं में महिलाओं को भागीदार बनाने की योजना को अंतिम रूप दिया गया है।

बाड़मेर, 25 अप्रेल। गांवांे के विकास मंे पहली मर्तबा महिलाआंे को भागीदार बनाया जाएगा। इसके लिए प्रदेश मंे पहली बार 15 से 30 जून तक सभी ग्राम पंचायतों में महिला सभा का आयोजन होगा। इसमें महिलाएं अपने गांव के विकास की योजना का खाका तैयार करेंगी।

राज्य में विकास कामों में महिलाओं को भागीदार बनाने की अभिनव योजना के तहत अब महिलाओं को जमीनी स्तर पर भी जोड़ने का फैसला किया गया है। इसके लिए ग्राम पंचायतों में जून माह में अलग से महिला सभाओं का आयोजन होगा। इसमें महिलाओं से ग्राम विकास से जुडे सुझाव लिए जाएंगे। महिलाओं के सामने सबसे ज्यादा शिक्षा और चिकित्सा विभाग से जुड़़ी समस्या आती है। इसमें गर्भवती महिलाओं, कुपोषित बच्चों की देखभाल, स्कूल से वंचित बच्चे, घर-गलियों की गंदगी और सफाई जैसी समस्याएं भी महिला सभाओं में सुनी जाएगी। इसके बाद राज्य सरकार के स्तर पर इनके समाधान के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए जाएंगे। इसके अलावा इस बार जिला स्तर की योजनाओं का खाका ग्राम पंचायत और महिला सभाओं के सुझावों के आधार पर तैयार करने का फैसला किया है। पंचायत स्तर से आने वाली योजनाओं की तकनीकी और प्रशासनिक स्तर पर पूरी तरह से परीक्षण किया जाएगा। महिला सभा के सुझावों पर अमल के लिए सरकार ने अफसरों को विशेष निर्देश भी जारी किए गए हैं। पंचायतराज विभाग का मानना है कि पंचायतों में अब अन्य विभागों से जुडी जरूरतें भी सामने आएंगी। महिला सभाओं और संगठनकर्ताओं की भूमिका इसमें अहम हो जाएगी। पंचायतों के सामने आने वाली अन्य विभागों की समस्याओं और जरूरतों का आकलन पंचायत की आम बैठकों में हो जाएगा।

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कौशल रोजगार उद्यमिता शिविर 29 को
बाड़मेर, 25 अप्रेल। कौशल और उद्यमिता शिविर का आयोजन 29 अप्रेल को जिला मुख्यालय पर नेहरू युवा केन्द्र परिसर मंे किया जाएगा।

जिला रोजगार अधिकारी भवानी प्रताप चारण ने बताया कि इस शिविर में प्रतिष्ठित कंपनियांे आई.एस.एस.एस.डी.बी तथा सिक्युरिटी सर्विसेज प्रा.लि.अहमदाबाद को आमंत्रित किया गया है। जो कक्षा 10 एवं 12 उत्तीर्ण बेरोजगार युवाओं को शिविर स्थल पर ही सुरक्षा गार्ड के पद पर भर्ती करेगी। जो युवा स्नातक है उनका सुपरवाईजर के पद पर चयन किया जाएगा। उन्हांेने बताया कि जो युवा शारीरिक मापदंड पूर्ण रखते है वे शिविर मंे उपस्थित हो सकते है। इसके अलावा भूतपूर्व सैनिक भी इस शिविर का लाभ उठा सकते है।

चारण ने बताया कि इसके साथ ही श्रम विभाग की ओर से निर्माण श्रमिकों का भी पंजीयन शिविर स्थल पर ही किया जाएगा और श्रमिक कल्याण मण्डल की योजनाओं के आवेदन-पत्र भी तैयार करवाए जाएंगे। इसके अलावा आर.एस.एल.डी.सी. भी शिविर में अपनी स्टाल लगा कर युवाओं को हुनर सीखने के लिए चयनित करेगी।

विटामिन ए की खुराक 30 अप्रेल से
बाड़मेर, 25 अपे्रल। बाड़मेर जिले में ‘‘विटामिन ए’’ कार्यक्रम का 31वां चरण 30 अप्रेल से आयोजित होगा। इस दौरान 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एस के सिंह बिष्ट ने बताया कि ‘‘विटामिन ए’’ की खुराक बच्चों में शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के साथ ही आंखों की बीमारियों जैसे रतौंधी, अंधता से बचाव के लिए आवश्यक है। इसके प्रयोग से बच्चों में दस्त एवं निमोनिया आदि बीमारियों के घातक प्रभाव में भी कमी लायी जा सकती है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में निजी विद्यालयों एवं अस्पतालों में भी ‘‘विटामिन ए’’ पिलाने की व्यवस्था के लिए जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। कार्यक्रम के दौरान 1 से 5 साल तक के बच्चों को विटामिन ए की 2 एमएल खुराक एवं 9 माह के बच्चों को जिन्हें खसरे के साथ यह खुराक नहीं दी गई है उनको 1 एमएल दी जाईगी। जिन स्थानों पर आंगनबाड़ी केंद्र नहीं हैं वहां एएनएम 1 से 5 साल तक के बच्चों को यह खुराक पिलाएगी।

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जिला कलक्टर की पाटोदी मंे होने वाली रात्रि चैपाल स्थगित
बाड़मेर, 25 अप्रेल। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा की मंगलवार को पाटोदी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर होने वाली रात्रि चैपाल स्थगित कर दी गई है।

जिला कलक्टर की मंगलवार को बागावास कलस्टर की ग्राम पंचायत रिछोली एवं पाटोदी मंे होने वाली क्रमशः जन सुनवाई एवं रात्रि चैपाल अपरिहार्य कारणांे से स्थगित कर दी गई है।

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जालोर 28 एडोप्टर्स को कारण बताओ नोटिस जारी



जालोर  28 एडोप्टर्स को कारण बताओ नोटिस जारी
जालोर 25 अप्रेल - जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज परिवादों का नियुक्त एडोप्टरों द्वारा सत्यापन नहीं किये जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किये हैं।

जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने बताया कि प्रशासनिक सुधार विभाग के निर्देशानुसार राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर जालोर जिले में कुल दर्ज 12669 परिवादों में से 10887 परिवादों का निस्तारित होने के बावजूद भी मात्रा 3807 परिवादों का ही जालोर जिले में नियुक्त एडोप्टरों द्वारा सत्यापन करने तथा शेष 7080 परिवादों को सम्बन्धित एडोप्टरों द्वारा सत्यापन नहीं किये जाने पर 28 एडोप्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किये गये हैं।

उन्होंने राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर जिले के सम्बन्धित एडोप्टरों को आवंटित ग्राम पंचायतों के निस्तारित परिवादों का सत्यापन नहीं किये जाने पर समस्त उपखण्ड अधिकारियों, तहसीलदारों, विकास अधिकारियों एवं समस्त उप तहसीलदारों को नोटिस जारी कर 6 मई तक निस्तारित परिवादों का सत्यापन करने तथा राज्य सरकार के निर्देशानुसार समय पर सत्यापन नहीं करने वाले एडोप्टर्स के विरूद्ध सेवा नियमों के तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।

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2 नवीन राजस्व ग्रामों के सृजन के लिए आपत्तियां आमन्त्रिात
जालोर 25 अप्रेल - चितलवाला तहसील क्षेत्रा के मूल राजस्व ग्राम केसुरी से दो नवीन राजस्व ग्रामों के सृजन के लिए आपत्तियां आमन्त्रिात की गई हैं।

जिला कलक्टर (भू.अ.) अनिल गुप्ता ने बताया कि चितलवाना तहसील क्षेत्रा के मूल राजस्व ग्राम केसुरी से दो नवीन राजस्व ग्राम लोटेश्वर व जेतेश्वर के सृजन के लिए चितलवाना तहसीलदार से प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन ग्रामों के नामकरण अथवा अन्य किसी भी प्रकार से नवसृजन के सम्बन्ध में यदि किसी भी व्यक्ति को कोई आपत्ति हैं तो 15 मई, 2016 तक जिला कलेक्टर कार्यालय में पत्रा के माध्यम से या व्यक्तिगत रूप से कार्य दिवसों में उपस्थित होकर अपनी आपत्तियां प्रस्तुत की जा सकेगी तत्पश्चात् प्राप्त होने वाले आपत्तियों पर कोई विचार नहीं किया जायेगा।

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जिला स्तरीय कौशल एवं आजीविकास विकास समिति की बैठक बुधवार को
जालोर 25 अप्रेल -जिला स्तरीय कौशल एवं आजीविका विकास समिति की बैठक जिला कलक्टर अनिल गुप्ता की अध्यक्षता में 27 अप्रेल बुधवार को दोपहर 2.30 कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की जायेगी।

आरएसएलडीसी के जिला प्रबन्धक राजेन्द्र सिंह ने बताया कि जिला स्तरीय कौशल एवं आजीविका विकास समिति की बैठक जिला कलक्टर अनिल गुप्ता की अध्यक्षता में 27 अप्रेल बुधवार को दोपहर 2.30 कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की जायेगी जिसमें सभी सम्बन्धित सदस्य एव कार्यक्रम क्रियान्वयन एजेन्सी पीआईए प्रतिनिधियों सहित पूर्ण तैयारी सहित बैठक में उपस्थित होंगे।

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झालावाड़ बाल विवाह की रोकथाम समाज के सर्वांगीण विकास के लिये आवश्यक - कार्यकारी जिला एवं सत्रा न्यायाधीश



झालावाड़ बाल विवाह की रोकथाम समाज के सर्वांगीण विकास के लिये आवश्यक

- कार्यकारी जिला एवं सत्रा न्यायाधीश


झालावाड़ 25 अप्रेल। कार्यकारी जिला एवं सेशन न्यायाधीश तिरूपति कुमार गुप्ता ने कहा है कि बाल विवाह की रोकथाम समाज के सर्वांगीण विकास के लिये आवश्यक है।

श्री गुप्ता आज जिला कलेक्ट्रट सभागार मंे बाल विवाह की रोकथाम के लिए किये जाने वाले उपायों की तैयारियों हेतु जिला प्रशासन द्वारा आयोजित बैैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाल विवाह करवाने के दोषी व्यक्ति को 2 साल तक की कैद तथा 1 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि नाबालिग लड़की के विवाह के कन्ज्यूम होने के मामले मंे पोक्सो एक्ट के तहत न्यूनतम 10 साल की कैद का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह प्रतिशेध अधिनियम 2006 हर जाति, धर्म, समाज एवं व्यक्ति पर लागू है। इस एक्ट के अन्तर्गत अपराध करने वाला तथा अपराध को होते हुए देखकर मौन रहने वाला दोनों ही कानून की निगाह मंे अपराधी हैं। अतः माता-पिता के साथ-साथ परिवार के सदस्य, रिश्तेदार, पास पडौस के व्यक्ति, गांव मंे रहने वाले अन्य मुख्य व्यक्ति, सरकारी कर्मचारी, जनप्रतिनिधि आदि भी इस एक्ट के दायरे मंे आते हैं। इनके साथ शादी का काम करवाने वाले नाई, बैण्ड बाजे वाले, पण्डित, मौलवी, काजी, हलवाई, सजावट वाले, परिवहन सेवा उपलब्ध कराने वाले, वैवाहिक निमन्त्राण छापने वाले, फोटोग्राफर, शादी मंे सम्मिलित होने वाले सभी व्यक्ति इस एक्ट के प्रावधानों के अन्तर्गत आते हैं।

श्री गुप्ता ने कहा कि बाल विवाह शून्यीकरण विवाह है यदि अल्प व्यस्क का विवाह हुआ है तो दो वर्ष तक की अवधि मंे उस विवाह को किसी भी कोर्ट से नल एण्ड व्हाईट घोषित कराया जा सकता है तथा नाबालिग के व्यस्क होने पर उसके विवाह का खर्चा वर द्वारा एवं वर के अवयस्क होने पर उसके माता-पिता द्वारा वहन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि किशोर न्याय अधिनियम मंे किशोर की आयु निर्धारण का क्रम निश्चित है। सबसे पहला प्रमाण बालक के प्रथम बार स्कूल मंे प्रवेश के समय अंकित तिथि को माना जाता है। उसके बाद मेट्रीकुलेशन के प्रमाण पत्रा मंे दर्ज आयु को दूसरा प्रमाण माना जाता है। तीसरे प्रमाण के रूप मंे अधिकृत संस्था द्वारा जारी जन्म प्रमाण पत्रा को माना जाता है तथा चौथे प्रमाण के रूप मंे चिकित्सक द्वारा जांच के बाद जारी प्रमाण पत्रा को माना जाता है। अतः कोई भी चिकित्सक किसी भी नाबालिग को आयु प्रमाण पत्रा जारी करके बाल विवाह करवाने मंे सहायक बनने का अपराध न करे।

बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्य न्यायिक अधिकारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव दीपक दुबे ने कहा कि बाल विवाह कच्चे घड़े मंे पानी भरने जैसा है। छोटे बच्चे कच्चे घड़े के समान है यदि उनका विवाह किया जायेगा तो वे शारीरिक, बौद्धिक, सामाजिक एवं आर्थिक रूप से प्रगति नहीं कर पायेंगे। किसी भी समाज मंे सामाजिक स्वीकार्यता के बिना विवाह होना सम्भव नहीं है। अतः यदि किसी परिवार मंे या गांव मंे बाल विवाह होता है तो केवल नाबालिग के माता-पिता को दोषी ठहराया जाना उचित नहीं है। समाज के बहुत से लोगों का उसमंे योगदान होता है। सामुहिक विवाह सम्मेलनों मंे भी प्रायः कुछ बाल विवाह होते हुए देखे गए हैं। उन्होंने कहा कि पण्डित, काजी तथा अन्य धार्मिक व्यक्ति नाबालिग की शादी न करायें। उन्होंने कहा कि जिले मंे 17 अप्रेल से 24 मई तक बाल विवाह के दुष्परिणामों एवं कानूनी प्रावधानों की जानकारी देने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा एक वैन जिले के समस्त गांवों एवं ढाणियों मंे धुमायी जा रही है। उन्होंने प्रिन्टिंग प्रेस के मालिकों से कहा कि वे वैवाहिक निमन्त्राण पत्रा पर दुल्हा-दुल्हन की आयु अवश्य अंकित करें।

जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि यदि किसी गांव मंे बाल विवाह सम्पन्न हो जाता है तो उस गांव के पटवारी, ग्राम सेवक, कृषि पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, साथिन, प्रचेता, एएनएम एवं अन्य सरकारी कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी एवं उस क्षेत्रा के तहसीलदार, उपखण्ड अधिकारी तथा पुलिस अधिकारी को लापरवाही का दोषी माना जायेगा। जिला कलक्टर ने कहा कि उपखण्ड अधिकारी को बाल विवाह प्रतिशेंध अधिकारी नियुक्त किया हुआ है

उन्होंने कहा कि प्रिन्टिंग प्रेस वैवाहिक निमंत्राण पत्रों की एक प्रति संबंधित उपखण्ड अधिकारी के कार्यालय में अनिर्वाय रूप से प्रस्तुत करें। बाल विवाह के आयोजन किये जाने की स्थिति में बाल विवाह प्रतिशेध अधिनियम 2006 की धारा 16 के तहत नियुक्त बाल विवाह प्रतिशेध अधिकारियों (उपखण्ड मजिस्ट्रेट) की जवावदेही नियत की गई है। जिले में होने वाले सामूहिक विवाह सम्मेलनों के आयोजन सामूहिक विवाह में पंजीबद्ध होने वाले जोड़ो (वर-वधू) की जन्म तिथि बाबत रिकार्ड लेंगे, संधारण करेंगे एवं समस्त संकलित सूचना संबंधित उपखण्ड अधिकारी को सामूहिक विवाह के आयोजन की तिथि से 7 दिवस पूर्व दिया जाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि 9 मई को अक्षय तृतीया तथा 21 मई को पीपल पूर्णिमा के अवसर पर अबूझ सावे होने से बाल विवाह के आयोजन की आशंका रहती है जो कि बालक-बालिकाओं के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है तथा बाल विवाह प्रतिशेध अधिनियम 2006 के अनुसार विवाह योग्य लड़के की आयु 21 वर्ष एवं लड़की की आयु 18 वर्ष होना अनिर्वाय है। बाल विवाह को रोकने के लिए उप निदेशक महिला एवं बाल विकास झालावाड़ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा चौबीसों घण्टे कार्यरत रहने वाला नियन्त्राण कक्ष आरम्भ किया गया है। जिसमंे कोई भी व्यक्ति 07432-230645 एवं 230646 पर बाल विवाह के आयोजन की आशंका सम्बन्धी शिकायत किसी भी समय दर्ज करा सकता है। उसकी पहचान गुप्त रखी जायेगी। जिला कलक्टर ने बैठक मंे उपस्थित उपखण्ड अधिकारियों, तहसीलदारों तथा विकास अधिकारियों से कहा कि रात्रि के समय मंे भी यदि बाल विवाह की सूचना मिलती तो तत्काल उसी समय कार्यवाही करें तथा वर अथवा वधू एवं उनके परिजनों द्वारा अनुकम्पा करने की गुहार लगाई जाती है तो भी किसी भी हालत मंे बाल विवाह न होने दें। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसी भी देखने मंे आया है कि अधिकारियों द्वारा बाल विवाह रूकवा दिये जाने पर परिजनों द्वारा किसी मंदिर अथव खेजड़ी के पास बाल विवाह करवा दिया जाता है। अतः हर स्थिति के लिये सावधान रहें।

जिला कलक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे स्कूलों मंे 1 से 10 मई तक बाल विवाह के दुष्परिणामों एवं कानूनी प्रावधानों की जानकारी विद्यार्थियों को दें तथा गांवों मंे प्रभात फेरियों के माध्यम से जन जागरूकता उत्पन्न करें। उन्होंने कहा कि सरपंच तथा वार्ड पंच आदि ने धारा 38 मंे शपथ पत्रा दिया हुआ है अतः सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ प्रत्येक जनप्रतिनिधि की यह जिम्मेदारी है कि वह बाल विवाह न होने दे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने क्षेत्रा के फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, हलवाई, बैण्ड बाजे वाले, टेण्ट वाले तथा शादी मंे सेवाएं देने वाले विभिन्न व्यवसायियों की सूची तैयार करें तथा उनसे सम्पर्क कर उन्हें कानून की पालना के लिए पाबन्द करें।

बैठक मंे उप पुलिस अधीक्षक खुशाल सिंह राजपुरोहित ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपने क्षेत्रा के पुलिस थाने मंे अथवा पुलिस चौकी पर बाल विवाह की सूचना दे सकता है जिसका नाम गुप्त रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस नियन्त्राण कक्ष मंे 230465, 231565 पर दूरभाष से सूचना दी जा सकती है।

बैठक मंे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. साजिद खान ने बाल विवाह से बच्चों के शरीर पर होने वाले दुष्परिणामों की जानकारी दी तथा उपखण्ड अधिकारी खानपुर हनुमान सिंह गुर्जर ने बाल विवाह से होने वाले सामाजिक दुष्परिणामों की जानकारी दी।

बैठक का संचालन जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामपाल शर्मा ने किया। पब्लिक प्रोसिक्यूटर द्वारा कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी गई। बैठक मंे समस्त उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार, जिला स्तरीय अधिकारी, हलवाई, बैण्ड बाजे वाले, टेण्ट वाले, पण्डित, काजी, सजावट वाले, परिवहन सेवा उपलब्ध कराने वाले, प्रिन्टिंग प्रेस वाले, फोटोग्राफर तथा शादी मंे सेवाएं देने वाले विभिन्न व्यवसायी उपस्थित थे।

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बेटियों को बेबी किट के साथ आपणी बेटी पुस्तिका भी मिलेगी
झालावाड़ 25 अप्रेल। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि संस्थागत प्रसव के समय शिशुओं को दी जाने वाली बेबी किट के साथ-साथ बेटियों को जिला प्रशासन की ओर से आपणी बेटी पुस्तिका भी दी जाये।

ज्ञातव्य है कि जिला प्रशासन एवं चिकित्सा तथा स्वास्थ्य विभाग मिलकर आपणी बेटी पुस्तिका का प्रकाशन करवा रहे हैं जिसमंे राजस्थान सरकार द्वारा बेटियों के पालन पोषण, शिक्षा, सुरक्षा एवं सम्पूर्ण विकास के लिए चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं, स्कॉलरशिप, कानूनी प्रावधानों आदि की जानकारी दी जायेगी।

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राजकीय चिकित्सालय मंे टेली मेडिसिन सेवा आरम्भ करें - जिला कलक्टर
झालावाड़ 25 अप्रेल। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने मेडिकल कॉलेज तथा एसआरजी हॉस्पिटल को निर्देश दिये हैं कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा प्रदत्त निर्देशानुसार राजकीय चिकित्सालय मंे टेली मेडिसिन सेवा शीघ्र आरम्भ करें।

जिला कलक्टर आज जिला कलेक्ट्रट सभागार मंे मेडिकल कॉलेज एवं एसआरजी हॉस्पिटल सोसायटी की एक्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक मंे निर्णय लिया गया कि फोरेन्सिक मेडिकल विभाग हेतु डीप फ्रीजर क्रय करें तथा मरीजों हेतु बडे़ आकार का वाटर कूलर खरीदें। शिशु रोग विभाग मंे पीआईसीयू हेतु 6 बेड एवं 6 कार्डियेटर स्थापित करने का निर्णय लिया गया। सोसायटी के अध्यक्ष एवं जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने चिकित्सालय के चिकित्सकों एवं कार्मिकों के लिए मोबाइल फोन हेतु सीयूजी सेवा लगवाने की सम्भावनाएं पता लगवाकर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने महिला चिकित्सालय मंे अनइन्स्टाल आरओ फिल्टर के मामले बरती गई लापरवाही के लिये सम्बन्धित एएओ को चार्ज शीट देने के निर्देश दिये। उन्होंने सोसायटी की राशि बचत बैंक मंे रखने की बजाए स्थाई जमा रसीद के रूप मंे रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों को उपचार के लिये स्वास्थ्य केन्द्र तक लाने के कार्य मंे आशा सहयोगिनी एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सहायता ली जाये। कुपोषित बच्चों के उपचार वाले वार्ड मंे दीवारों पर हल्के आर्कषक रंग किये जायें तथा उन्हें बाल मनोविज्ञान के अनुरूप सजाया जाये। उनके वार्ड मंे एयरकण्डीशनर, रंगीन चद्दरें, बटर फलाई, प्लेनेटोरियम जैसे आकाश वाली छत लगवाई जाये। बैठक मंे अस्थि रोग विभाग के अपग्रेडेशन तथा सम्पूर्ण महिला चिकित्सालय मंे एयर कूलिंग सिस्टम लगाने के सम्बन्ध मंे भी निर्णय लिया गया।

आज की बैठक मंे मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आर.के. आसेरी, हॉस्पिटल अधीक्षक कर्नल के.के. शर्मा, जिला कोषाधिकारी सतीश कुमार गुप्ता सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।

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