फ़िल्मी स्टाइल में मुठभेड़, आनंदपाल के 4 गुर्गे चढ़े हत्थे
राजधानी जयपुर में एटीएस और एसओजी की टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस गिरफ्त से फरार चल रहे गैंगस्टर आनंदपाल के 4 गुर्गे पुलिस की इस स्पेशल विंग के हत्थे चढ़े हैं।
एटीएस और एसओजी के बिछाए जाल में फंसे चार बदमाशों में से एक विजय मांड्या नाम का शख्स है जो आनंदपाल के बेहद नज़दीकी बताया जा रहा है। पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ का घटनाक्रम फ़िल्मी अंदाज़ जैसा चला। इसमें एटीएस का एक अफसर घायल हुआ है।
ये बदमाश आये गिरफ्त में
एटीएस-एसओजी के हत्थे चढ़े बदमाशों में कुख्यात बदमाश विजय मांड्या के अलावा इरफ़ान, इमरान और अर्जुन नाम के बदमाश शामिल हैं। इरफ़ान और अर्जुन के खिलाफ चूरू में ह्त्या, धमकी देकर फिरौती मांगने सहित कई अपराध में मामले दर्ज़ है।
ये सब हुआ बरामद
पुलिस ने जिस आल्टो कार से बदमाशों को गिरफ्त में लिया है उसमे से एक लाख रूपए नकद, कुछ फ़र्ज़ी आईडी और दस्तावेज़ बरामद हुए हैं।
फ़िल्मी स्टायल में चली मुठभेड़
दरअसल, एटीएस और एसओजी की संयुक्त टीम को खुफिया जानकारी मिली थी कि आनंदपाल या उसके गुर्गे जयपुर के झोटवाड़ा इलाके में एक कार में मौजूद हैं। इसपर इस विशेष टीम ने पूरी प्लानिंग से इन बदमाशों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। कार में बैठे आंनदपाल के गुर्गे विजय मांड्या को पहचानते हुए जैसे ही एटीएस के एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह कार के नज़दीक पहुंचे उसी वक्त मांड्या ने उन्हें कार के अंदर धकेल लिया।
कार में अफसर के साथ मारपीट
विजय मांड्या ने कार में एटीएस अफसर पुष्पेंद्र सिंह को दबोचकर उनके साथ जमकर मारपीट की। इस दौरान मांड्या का अन्य साथी इमरान कार को भगा ले गया।
आगे बदमाश पीछे पुलिस
एटीएस और एसओजी की टीम ने इरफ़ान और अर्जुन को पहले ही गिरफ्त में ले लिया था। इसके बाद पुलिस ने कार से फरार हुए बदमाशों का पीछा करना शुरू किया। एटीएस और एसओजी अधिकारियों के मुताबिक़ इमरान ने कार को करीब चार किलोमीटर तक सड़क की गलत दिशा में बेहद तेज़ रफ़्तार से चलाया। लेकिन आखिर में वो एटीएस और एसओजी टीम के हत्थे चढ़ गए। झोटवाड़ा से शुरू हुआ यह खेल पांच्यावाला होते हुए कनकपुरा के भी आगे ख़त्म हुआ।
सामने आया है कि गिरफ्त में आये बदमाशों में से एक बदमाश नागौर में पुलिस पर फायरिंग करने वालों में शामिल था। हालाँकि अभी इस बारे में पुष्टि नहीं हो सकी है।