शुक्रवार, 22 अप्रैल 2016

जैसलमेर समाचार। .जैसलमेर जिले के सरकारी समाचार कचहरी परिसर से

जैसलमेर समाचार। .जैसलमेर जिले के सरकारी समाचार कचहरी परिसर से 
मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2016 - एक दिवसीय कार्यषाला का आयोजन

प्रभारी सचिव एम.एस.काला ने शुक्रवार को जल संरक्षण की महत्ता के बारे में विस्तार समीक्षा की



जैसलमेर, 22 अप्रेल/जैसलमेर जिले के प्रभारी सचिव श्री एम.एस.काला ने अपनी दो दिवसीय जैसलमेर यात्रा के दूसरे दिवस शुक्रवार को जिला प्रषासन जैसलमेर के तत्वावधान में कलेक्ट्रेट सभागार में ’’ मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान ’’ के संबंध में अब हुई प्रगति को लेकर आयोजित हुई एक दिवसीय कार्यषाला में उपस्थित निजी कंपनियों सुजलौन ,सौलर ऊर्जा , विभिन्न होटल एवं पर्यटन व्यवासाईयों के साथ ही जल संरक्षण विभाग ,आरएसएमएम ,खनिज विभाग तथा इस अभियान से जुड़े पदाधिकारीगण को सम्बोधित कर रहे थे। प्रभारी सचिव ने इस अवसर पर जल संरक्षण महत्ता , अभियान के मुख्य उद्धेष्य के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने इस अभियान के सफल आयोजन को लेकर सत्त माॅनेटरिंग एवं समय -समय पर पर्यवेक्षण किए जाने को कहा। प्रभारी सचिव ने इस कार्य को राज्य सरकार के निर्देषानुसार निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कर लेने की आवष्यकता जताई।

इस कार्यषला के दौरान जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ,पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड़ ,जिला कलक्टर जैसलमेर विष्व मोहन शर्मा ,पुलिस अधीक्षक डाॅ. राजीव पचार ,मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नारायण सिंह चारण , श्रम कल्याण अधिकारी भवानीप्रताप चारण , अधीक्षण अभियंता जल संरक्षण भागीरथ विष्नोई ,महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र सी.एम.गुप्ता और जलदाय विभाग के अभियंतागण एवं अन्य विभागों के पदाधिकारीगण तथा निजी कंपनियों के प्रबंधक उपस्थित थे।

जिला प्रभारी सचिव श्री काला ने इस अवसर पर उपस्थित संभागियों को अपने उद्बोधन में कहा कि जैसलमेर जिला भौगोलिक दृष्टि विषाला जिला है इस दृष्टि से हमें जल संरक्षण की दिषा में गंभीरतापूर्वक आगे आकर टीम की भावना के साथ बेहतरीन ढंग से परस्पर समन्वय बनाए रखते हुए इस पुनीत कार्य को सफलतापूर्वक सुसम्पन्न करने में अपनी-अपनी अहम् भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि इस जल संरक्षण के पुनीत कार्य में जिले की निजी कंपनियों ,होटल एवं पर्यटन व्यवसायिओं/एनजीओ/इस अभियान से जुड़े संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारीगण के साथ ही आमजन का सहयोग एवं योगदान अपेक्षित है इस लिए हम सभी के सामुहिक सहयोग के कारण ही यह अभियान सफल हो पाएगा।

कार्यषाला के अवसर पर जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने अपने उदबोधन में कहा कि जल ही जीवन हैं इसलिए बरसाती जल का सरंक्षण करना इस अभियान का मूल उदेष्य है। उन्होंने निजी कंपनियों एवं इस अभियान से जुडे पदाधिकारियों को परस्पर समन्वय बनाये रखते हुए आगे आकर इस पुनित कार्य में अपनी सहभागिता निभायें। इस अवसर पर पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड ने जल सरंक्षण के कार्यो का सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ कार्य कर हम सभी की सहभागिता से इस राष्ट्रीय धरोहर को सरक्षित कर अपनी अहम भूमिका निभावें।

जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने कार्यषाला के दौरान प्रभारी सचिव श्री काला को जैसलमेर जिले में संचालित मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के बारे में अब तक हुई गतिविधियों एवं कार्यो के बारे में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने उपस्थित निजी कंपनियों तथा संबंधित अधिकारियों को वर्षा जल सरंक्षण की महत को समझतें हुए इस दिषा में अपना योगदान देने पर विषेेष बल दिया।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नारायण सिंह चारण ने इस पुनित अभियान के बारे में पाॅवर आॅफ पर्जेण्टसेंन के माध्यम से विस्तार से संभागियों को अवगत कराया एवं प्रगति प्रतिवेदन प्रभारी सचिव के संमक्ष पेष किया। उन्होने जिले में जल संरक्षण के उपायों, संरक्षण की महत्ता के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।

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बाल अधिकारों पर जिला स्तरीय कार्यषाला का आयोजन


जैसलमेर 22 अप्रेल/ स्वर्ण नगरी जैसलमेर में बाल अधिकारिता विभाग, जैसलमेर द्वारा समेंकित बाल संरक्षण योजनान्तर्गत नवाचार कार्यक्रम के तहत चाईल्ड राईटस क्लब से जुडे षिक्षा विभाग के प्रतिनिधियों की अटल सेवा केन्द्र जिला परिषद में एक दिवसीय आमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यषाला की अध्यक्षता बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री बृजमोहन रामदेव द्वारा की गयी। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। हिम्मत सिंह कविया ने बताया कि कार्यषाला में प्रारंभिक षिक्षा के 30 एवं माध्यमिक षिक्षा के 25 कुल 55 शाला चाईल्ड राईटस क्लब प्रभारियों को कार्यषाला में आमंत्रित किया गया था जिसमें से कुल 50 प्रभारी अधिकारियों ने कार्यषाला में भाग लिया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रारंभिक जिला षिक्षा अधिकारी प्रताप सिंह कस्वा ने बताया कि नवम्बर 1989 में प्रथम बार बाल अधिकारों के विषय में विचार व्यक्त किये गये उसके बाद निरन्तर बाल अधिकारों पर चर्चा होती रही है। उन्होंने बताया कि दुनिया में कोई भी परिवर्तन षिक्षा के बिना संभव नहीं है। समाज में बदलाव दो तरीकों से आ सकता है प्रथम तो कानून द्वारा एवं द्वितीय समाज की सोच में परिवर्तन द्वारा। उन्होेंने कहा कि माता-पिता जन्म देते हैं मगर बच्चे के जीवन को दिषा देनें का कार्य एक षिक्षक के द्वारा किया जाता है। विषेष पुलिस यूनिट से जुडे श्री अनुराग ने बताया कि प्रत्येक पुलिस थानें में चाईल्ड राईट क्लब बना हुआ है तथा बच्चों के विरूद्ध अपराधों के विषय में पुलिस द्वारा सादा वर्दी में रह कर कार्य किया जाता है ताकि अपराधी बालकों को किसी प्रकार का भय नहीं हो तथा उसे किषोर न्याय बोर्ड एवं बाल कल्याण समिति के माध्यम से समाज की मुख्यधारा में लानें का प्रयास किया जाता है।

श्री बृजमोहन रामदेव अध्यक्ष बाल कल्याण समिति ने बताया कि जैसे एक माह में दो पक्ष जैसे एक शुक्ल पक्ष एवं दूसरा कृष्ण पक्ष होता है, उसी प्रकार बच्चे भी दो प्रकार के होते है पहले रूबरू बच्चे जो परिवार में रहते है, शाला जाते है तथा षिक्षा प्राप्त करते है दूसरे वे बच्चे जो भिक्षावृति में लिप्त हैं अनाथ हैं, उपेक्षित व प्रताडित होते हैं। इन पर विस्तुत जानकारी देते हुए आगे बताया कि केवल अधिकारों की ही जानकारी प्राप्त नहीं कर कर्तव्यों का भी पालन किया जाना जरूरी है। बच्चों के अधिकार तब सुरक्षित रह सकते हैं जब मां अपनें बच्चे के प्रति, गुरूजन अपनें षिष्यों के प्रति और पुलिस प्रषासन को अपनें नागरिकों के प्रति कर्तव्यों का बोध होगा। वर्तमान समय में बच्चों का बौद्धिक विकास बडी तीव्र गति से हो रहा है आज के समय में एक पांच साल का बालक मोबाईल फोन को इतनी कुषलता से आॅपरेट करता है जितनी कुषलता से एक वयस्क भी नहीं कर पाता है।

श्री हिम्मत सिंह कविया ने बताया कि एक बच्चे के विषय में षिक्षक जितना जानता है उतना उसके माता-पिता भी नहीं जानते क्यांेकि अवकाष के अलावा एक बच्चे का अधिकांष समय शाला में ही व्यतीत होता है। बाल अधिकारिता विभाग सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का ही एक पार्ट है। जैसलमेर बाल कल्याण समिति द्वारा राज्य में उत्कृष्ट कार्य किये जा रहे है तथा काफी हद तक बाल श्रम पर लगाम लगी है। उन्होंने बताया कि विद्यालयों के माध्यम से ही बाल अधिकारों के विषय में जागरूकता आ सकती हैं। बच्चों को शाला में यह जानकारी दी जाये कि यदि कोई बच्चा संकट में है या उसके साथ कोई अत्याचार हो रहा है तो कोई भी व्यक्ति उसकी सहायता के लिए हेल्प लाईन नम्बर 1098 पर काॅल कर उस बच्चे की सहायता कर सकता है। बाल विवाह की रोकथाम के लिए भी समय पर हेल्प लाईन नम्बर पर सूचना देकर बाल विवाह की रोकथाम की जा सकती है। बच्चे के साथ किसी भी प्रकार का अनजस्टिस हो रहा है तो उसकी तत्काल सूचना हेल्प लाईन नम्बर 1098 पर की जा सकती है।

कार्यक्रम में तुलसाराम चैधरी, परिवीक्षा अधिकारी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, बाल कल्याण समिति के सदस्य मांगीलाल सोलंकी, करूणा केला, किषोर न्याय बोर्ड की योगिता खत्री, सवाईदान, रोजगार एवं श्रम कल्याण अधिकारी भवानी प्रताप चारण, चाईल्ड लाईन से श्री राधेष्याम मीणा व अनुराधा शर्मा, सामाजिक न्याय एवं बाल अधिकारिता का समस्त स्टाफ उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन बराईदीन व्याख्याता द्वारा किया गया।

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विष्व पुस्तक दिवस पर काव्य एवं विचार गोप्ठी का आयोजन शनिवार को


जैसलमेर,22 अप्रेल/स्वर्ण नगरी जैसलमेर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी षनिवार को विष्व पुस्तक दिवस के उपलक्ष में राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय में काव्य एवं विचार गोप्ठी का आयोजन पुस्तकालय सभागार में रखा गया है।

पुस्तकालयाध्यक्ष महेन्द्र कुमार दवे ने बताया किष्23 अप्रेल,षनिवार को सायं 6.00 बजे आयोजित काव्य एवं विचार गोप्ठी में कवि, साहित्यकार, लेखक, गणमान्य एवं प्रबुद्व नागरिकों एवं पुस्तकालय के पाठकों को गोष्ठी में षामिल होने एवं अपनी मौलिक रचना एवं विचार प्रस्तुत करने हेतु अपील की है। किसी को भी अलग से निमंत्रण नहीं भिजवाया गया है।

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साक्षरता प्रेरक नवीन अनुबंध तत्काल प्रस्तुत करें

जैसलमेर 22 अप्रेल/साक्षर भारत मिषन कार्यक्रम अन्तर्गत कार्यरत साक्षरता प्रेरको के नवीन अनुबंध तत्काल प्रस्तुत कर साक्षरता गतिविधियां निरंतर संचालित करने के लिये निर्देष दिये गये। साक्षरता निदेषालय से प्राप्त निर्देषानुसार साक्षरता प्रेरको के वार्षिक अनुबंध की अवधि की समाप्ति उपरान्त नवीन वर्ष 2016-17 के लिये पुनः एक वर्षीय अनुबंध हेतु निर्देषित किया गया है किन्तु अधिकांष साक्षरता प्रेरको तथा संबंधित ग्राम पंचायत सचिव के मध्य किये गये अनुबंध की सूचना ब्लाॅक एवं जिला स्तर पर अप्राप्त है।

जिला साक्षरता एवं सतत षिक्षा अधिकारी राजकुमार विष्नोई ने प्रेरको के नवीन अनुबंध किये जाने तथा संबंधित प्रेरक तथा ग्राम पंचायत सचिव ग्राम सेवक को इसकी सूचना तत्काल दिये जाने हेतु निर्देषित करते हुए बताया कि साक्षरता प्रेरको के अंष कालिक आधार पर कार्य करने के नवीन अनुबंध की कार्यवाही संपादित करने हेतु निदेषालय साक्षरता एवं सतत षिक्षा विभाग राजस्थान जयपुर द्वारा 15 अप्रेल की तिथि निर्धारित की गयी थी, निर्धारित तिथि तक अनुबंध कर चुके साक्षरता प्रेरको द्वारा अनुबंध की प्रति ब्लाॅक साक्षरता कार्यालय के माध्यम से जिला कार्यालय को प्रस्तुत की जानी निर्देषित की गयी थी, साथ ही कार्यरत प्रेरक द्वारा अनुबंध प्रस्तुत नहीं करने की स्थिति में उसे साक्षरता कार्य के प्रति इच्छुक न मानते हुए पूर्व अनुबंध की अवधि समाप्ति उपरान्त उस पद पर ग्राम पंचायत के इच्छुक आषार्थी के चयन हेतु प्रस्तावित किया जाना है।

विष्नोई ने साक्षरता कार्य हेतु अनुबंध के आधार पर सेवाऐ दे रहे प्रेरको तथा ग्राम पंचायत सचिवों को निर्देषित किया कि वह ग्रामपंचायत लोक षिक्षा केन्द्रों हेतु किये गये अनुबंध की सूचना अविलम्ब प्रस्तुत करें इसके अभाव में पद को रिक्त मानते हुए अग्रिम कार्यवाही प्रस्तावित की जावेगी।

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ग्रामीण अंचलों में जन समस्याओं के निराकरण के लिए ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर जन सुनवाई का कार्यक्रम निर्धारित

जैसलमेर,22 अप्रेल/जिले के ग्रामीण क्षेत्रों मंे ग्रामीण जनों की जन समस्याओं के निराकरण तथा त्वरित कार्यवाही करने के लिए जिले की चार ग्राम पंचायतो के मुख्यालयों पर अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा द्वारा भ्रमण, निरीक्षण एवं जनसुनवाई किये जाने के लिए पंचायतों के सुनवाई कार्यक्रम निर्धारित किया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा द्वारा जारी किये गये आदेष के अनुसार 22 अप्रेल शुक्रवार को पंचायत समिति जैसलमेर के ग्राम पंचायत मुख्यालय खींवसर स्थित अटल सेवा केन्द्र जनुसुनवाई कार्यक्रम का अयोजन रखा गया जिसके पंचायत एडोप्टर तहसीलदार जैसलमेर थे।

जारी आदेषानुसार 25 अप्र्रेल सोमवार को सोढाकोर ग्राम पंचातय मुख्यालय के स्थित अटल सेवा केन्द्र, 29 अप्रेल शुक्रवार को सांकडा समिति के पन्नासर में , तथा 29 अप्रेल को सरदार सिंह की ढाणी में जनुसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। एडीएम श्री शर्मा ने इन क्षेत्रो के ग्रामीणों से विषेष आग्रह किया है कि वे अधिकाधिक संख्या में नियत तिथि को जनसुनवाई कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर अपनी समस्याआंे का समाधान कराये। उल्लेखनीय है कि जनुसनवाई के दौरान अनुपस्थित रहने वाले संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध गंभीरता से कार्यवाही की जायेगी।

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