शनिवार, 2 अप्रैल 2016

बाली पत्नी ने प्रेमी से बेटे के सामने ही पति को मरवा दिया



बाली पत्नी ने प्रेमी से बेटे के सामने ही पति को मरवा दिया


गुप्तांगों पर वार कर की गई युवक की हत्या का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा करते हुए पत्नी, उसके प्रेमी और प्रेमी के भानजे को गिरफ्तार कर लिया। अवैध सम्बधों में बाधा बन रहे पति की हत्या की साजिश पत्नी ने ही रची थी। प्रेमी और प्रेमी के भानजे ने बेटे के सामने ही मार डाला। पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि झीलवाड़ा (चारभुजा) निवासी मदनसिंह (35) पुत्र केशरसिंह रावणा राजपूत की हत्या के आरोप में पत्नी भावना रावणा राजपूत सहित, प्रेमी बाबा गांव निवासी जीवन उर्फ जीवनराज पुत्र प्रतापराम सुथार, प्रेमी के भाणजे सोकड़ा हाल बाली निवासी परेश पुत्र भंवरलाल सुथार को गिरफ्तार कर लिया है। मुम्बई में काम करने वाले मदनसिंह का शव बुधवार को बोया गांव के सूखे तालाब में मिला था। एएसपी बाली केवलराम राय के नेतृत्व में बाली वृत्ताधिकारी गुलाबसिंह, एसएचओ कैलाशदान चारण, हरजीराम, सूरजभानसिंह, करणसिंह राजपुरोहित, सुरेन्द्रसिंह, सत्यदेवसिंह चारण, जीवनसिंह शामिल थे।

पीहर लेने गया था पति, साथ तो आई तो नहीं, प्रेमी को फोन कर भेज दिया रास्ते में ही ठिकाने लगाने को

सूनसान जगह पर शव मिलना, निर्ममता ऐसी कि गुप्तांग व चेहरे पर पत्थरों से इतने वार किए हुए थे कि शिनाख्त में भी मुश्किल आई। पहले कयास तो ये लगाए जा रहे थे कि मृतक के तो कहीं अवैध सम्बंध नहीं थे, लेकिन खुलासे से सब स्तब्ध रह गए। लम्बे समय से अवैध सम्बधों की पति को जानकारी थी। वो बात करते हुए देख चुका था।

ऐसे जुड़ती गई कड़ी से कड़ी

मौके पर मिले मोबाइल फोन में सिम तो नहीं थी, लेकिन रिचार्ज का एक एसएमएस आया हुआ था। मृतक के 12 वर्षीय पुत्र श्रवण से पूछताछ के आधार पर पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए मृतक की पत्नी, उसके प्रेमी तक पहुंच गई।

3 बच्चों की दुहाई भी दी थी

होली पर मृतक मदनसिंह मुम्बई से गांव लौटा था। तीन-तीन बच्चों की दुहाई देते पत्नी को मनाना चाहा तो वो रुठकर पीहर नाना चली गई। 29 मार्च को अपने 12 वर्षीय बेटै श्रवण के साथ उसे लेने गया। खूब समझाया लेकिन साथ चलने को राजी नहीं हुई।

पहले साथ में बैठ शराब पी फिर क्लिप, पत्थरों से मार दिया

मदनसिंह बेटे के साथ ससुराल से रवाना हुआ था कि भावना ने जीवन को फोन कर रास्ते में ही ठिकाने लगाने को कह दिया। जीवन ने मदनसिंह को फोन कर शराब पार्टी का प्लान बताया और कहा कि मैं तेरा घर नहीं टूटने दूंगा। जीवन, मदनसिंह व परेश ने साथ बैठकर शराब पी। जीवन और परेश ने क्लिप व पत्थर से सिर व गुप्तांग पर कई वार कर हत्या कर दी। दोनों श्रवण को लेकर फालना चले गए, जहां से 30 मार्च को भावना बेटे को ले गई।

बाड़मेर बाड़मेर के सेड़वा में भी लगेगा नमक उद्योग



बाड़मेर बाड़मेर के सेड़वा में भी लगेगा नमक उद्योग


थार की क्षारीय जमीन पर नमक उद्योग की विपुल संभावनाओं के बीच अब सेड़वा में भी नमक उद्योग लगेगा। पचपदरा, रेडाणा, बाखासर बेल्ट के साथ सेड़वा की जमीन नमक उद्योग के लिए उपयुक्त पाई गई है। इस जमीन का चिह्नीकरण करने के बाद इसे भी नमक उद्योग के लिए लीज पर दिया जाएगा।

जिले की जमीन में मिल रहे खनिज भण्डार के चलते जहां रिफाइनरी की बात हो रही है तो लिग्नाइट आधारित विद्युत परियोजनाएं भी चल रही हैं। वहीं दूसरी ओर यहां की जमीन पर अन्य उद्योगों की संभावना भी नजर आ रही है। नमक उत्पादन के लिए पचपदरा प्रदेश में प्रसिद्ध है। यहां सैकड़ों सालों से नमक उत्पादन हो रहा है तो दूसरी ओर जिले के कई गांव नमक उद्योग के लिए उपयुक्त माने गए हैं।

रेडाणा व बाखासर का रण नमक उद्योग को लेकर पूर्व में चिह्नित है अब नया क्षेत्र सेड़वा भी उभरेगा। राज्य सरकार ने इसको लेकर स्वीकृति देते हुए बताया है कि सेड़वा की जमीन को नमक उद्योग के लिए उपयुक्त पाया गया है। इस जमीन पर नमक उद्योग लगाने को लेकर सरकार विचार कर रही है। चिह्नित जमीन पर सीमांकन व पत्थरगढ़ी के बाद राजस्थान भू आवंटन (लवण क्षेत्रों में भूमि आवंटन) नियम 2007 के अनुसार इस जमीन का आवंटन नमक उद्योग के लिए कर इसे लीज पर दिया जाएगा।

मिलेगा रोजगार, बढ़ेंगे अवसर

जिले में नमक उद्योग की संभावनाओं को देखते इसे विकसित किया जा सकता है। पचपदरा के बाद रेडाणा व बाखासर बेल्ट में नमक उद्योग की विपुल संभावनाएं हैं। भविष्य में सूखा बंदरगाह खुलने से इस उद्योग को और संबल मिलेगा। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

सरकार ने माना उपयुक्त

बायतु विधायक कैलाश चौधरी ने बताया कि उन्होंने सेड़वा में नमक उद्योग को लेकर सरकार से सवाल पूछा था, जिसके जबाव में सरकार ने बताया है कि सेड़वा की जमीन नमक उद्योग के लिए उपयुक्त है।

जोधपुर नाबालिग को ब्लैकमेल कर दरिंदे ने किया दुष्कर्म का प्रयास



जोधपुर नाबालिग को ब्लैकमेल कर दरिंदे ने किया दुष्कर्म का प्रयास


महामंदिर थाना पुलिस ने मदेरणा कॉलोनी में नाबालिग का पीछा करने व अश्लील फोटो सार्वजनिक करने की धमकी देकर दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया।

थानाधिकारी भवानी सिंह के अनुसार कॉलोनी के पास मोहल्ले में रहने वाली एक महिला ने चौदह वर्षीय पुत्री से ज्यादती, छेड़छाड़ व अश्लील फब्तियां कसने के संबंध में कलाकारों का मोहल्ला निवासी बंटी उर्फ इंसाफ के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।

आरोप है कि आरोपी गत दो-तीन साल से नाबालिग पुत्री से छेड़छाड़ कर रहा है। दो माह पहले अश्लील फोटो सार्वजनिक करने की धमकी देकर आरोपी उसके घर में घुसा और छेड़छाड़ करते हुए दुष्कर्म का प्रयास करने लगा, लेकिन नाबालिग के चिल्लाने पर वह भाग निकला था।

पीडि़ता की मां पुलिस कमिश्नर के समक्ष पेश हुई व परिवाद सौंपा। जिसके आधार पर पुलिस ने बंटी के खिलाफ घर में घुसकर दुष्कर्म का प्रयास, छेड़छाड़ व पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। नाबालिग के मेडिकल व बयान दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी इंसाफ उर्फ इंसाफ (21) पुत्र कमरूद्दीन को गिरफ्तार कर लिया।

13 साल की बेटी को किया प्रेग्‍नेंट, आरोपी बाप की कोर्ट में यूं हुई धुनाई

13 साल की बेटी को किया प्रेग्‍नेंट, आरोपी बाप की कोर्ट में यूं हुई धुनाई
आरोपी बाप को देखते ही मारने-पिटने के लिए टूट पड़ीं महिला वकील।
आगरा.13 साल की बेटी का यौन शोषण कर प्रेग्‍नेंट करने के आरोपी पिता को महिला वकीलों ने जमकर पिटाई की। पुलिस शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर दीवानी अदालत परिसर में पेश करने लाई थी। यहां पर पहले से ही महिला वकीलों की भीड़ उसका इंतजार कर रही थी। आरोपी पिता के आते ही भीड़ पीटने लगी। महिला पुलिस न होने की वजह से पुरुष पुलिकर्मी उन्‍हें रोक नहीं पा रहे थे। किसी तरह से पुलिस उसे लेकर सीजेएम अष्‍ठम के सामने पेश किया। आगे पढ़िए क्‍या है पूरा मामला…
13 साल की बेटी को किया प्रेग्‍नेंट, आरोपी बाप की कोर्ट में यूं हुई धुनाई
-शाहगंज के ग्‍यासपुरा में एक 13 साल की लड़की के साथ उसी के पिता उमेश पर रेप का आरोप लगा है।

-पुलिस के अनुसार, पीड़ित मुनिया (काल्पनिक नाम) 6 माह के गर्भ से है।

-लड़की ने थाना शाहंगज में बीते बुधवार को पिता के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज करवाया था।

-गुरुवार को पुलिस ने पिता को गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को पुलिस उसे लेकर कोर्ट नंबर सात में पहुंची, लेकिन यहां पर सीजेएम मौजूद नहीं थे।

-यहां से निकलते ही महिला वकीलों ने आरोपी उमेश को पीटना शुरू कर दिया।

-इसके पहले मोहल्‍ले के लोगों ने भी उमेश की जबरदस्‍त पिटाई की थी।

महिला वकीलों ने कहा- आरोपी ने पिता शब्‍द को किया है कलंकित

-इसके बाद पुलिस उसे बचाते हुए कोर्ट नंबर आठ में एसीजेएएम वीरेंद्र कुमार की आदलत में ले गई।

-महिला वकीलों का कहना है कि उमेश ने पिता शब्‍द को कलंकित किया है। उसकी पिटाई होनी चाहिए।

-थाना हरीपर्वत प्रभारी जेएस अस्‍थाना ने पिटाई के मसले पर मौजूद पुलिसकर्मियों को फटकार भी लगाई।

पीड़िता के भाई फांसी लगाकर कर चुका है जान देने की कोशिश

-4 माह पूर्व अचानक मुनिया का घर से निकलना बंद हो गया। बच्ची का पेट बाहर निकलता देख स्थानीय लोग आपस में चर्चा करने लगे।

-प्रेग्‍नेंट होने के बाद पिता और भाई दोनों एक-दूसरे पर रेप का आरोप लगाने लगे।

-तब भाई ने 29 मार्च को फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की, लेकिन उसे बचा लिया गया।

-फिलहाल उसे एसएन अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। 6 माह पहले ही आरोपी भाई की शादी हुई है।

क्‍या कहना है मुनिया का

मुनिया ने थाना शाहगंज में पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। इंस्पेक्टर शाहगंज राजीव सिरोही ने बताया कि एफआईआर में उसने कहा है कि पिता ने उसके साथ बार-बार रेप किया।

यहां चलता है 'औरतों का राज', कर सकती हैं कई मर्दों से शादी

यहां चलता है 'औरतों का राज', कर सकती हैं कई मर्दों से शादी


शिलॉन्ग।दुनियाभर में कई ऐसी जनजातियां हैं, जिनके बारे में जानकर हैरत होती है। इनके रहन-सहन, कानून सबकुछ बिल्कुल अलग होता है। ऐसी ही एक जनजाति भारत के मेघालय में रहने वाली खसी ट्राइब्स है। समाज से अलग ये जनजाति महिला प्रधान है और पूरी संपत्ति मां के नाम पर रहती है। इसके बाद बेटी को ट्रांसफर कर दी जाती है। महिलाएं कर सकती हैं कई मर्दों शादी...
खसी महिलाएं।
इस जनजाति में महिलाओं का वर्चस्व रहता है। वह कई पुरुषों से शादी कर सकती हैं। इतना ही नहीं, पुरुषों को अपने ससुराल में ही रहना पड़ता है। हालांकि, हाल के सालों में यहां कई पुरुषों ने इस प्रथा में बदलाव लाने की मांग की है। उनका कहना है कि वे महिलाओं को नीचा नहीं करना चाहते, बल्कि बराबरी का हक मांग रहे हैं।

बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां के कई लोगों का कहना है कि बेटी के जन्म होने पर काफी जश्न मनाया जाता है, जबकि बेटे के जन्म लेने पर उतनी खुशी नहीं होती। इसके अलावा, यहां के बाजार और दुकानों पर भी महिलाएं ही काम करती हैं। बच्चों का सरनेम भी मां के नाम पर होता है।

छोटी बेटी को मिलती है सबसे ज्यादा संपत्ति

खासी समुदाय में सबसे छोटी बेटी को विरासत का सबसे ज्यादा हिस्सा मिलता है। इस कारण से उसी को माता-पिता, अविवाहित भाई-बहनों और संपत्ति की देखभाल भी करनी पड़ती है। छोटी बेटी को खातडुह कहा जाता है। उसका घर हर रिश्तेदार के लिए खुला रहता है। इस समुदाय में लड़कियां बचपन में जानवरों के अंगों से खेलती हैं और उनका इस्तेमाल आभूषण के रूप में भी करती हैं।

जब यूपी क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर का कॉलर पकड़ घसीटने लगा था ये IPS

जब यूपी क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर का कॉलर पकड़ घसीटने लगा था ये IPS


.पुलिस वीक धूमधाम से मनाया जा रहा है। वैसे तो नवनीत सीकेरा जैसे आईपीएस अधिकारियों ने यूपी को चमकाया है, लेकिन पिछले साल स्टेट पुलिस का नाम गलत कारणों से सुर्खियों में था। पटना के सिटी एसपी ने यूपी क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर को सरेआम घसीटते हुए गिरफ्तार किया था। पढ़िए उस हाईवोल्टेज ड्रामा की डीटेल्स...

जनवरी 2015 में पटना के डाक बंगला चौक पर हुई थी ये घटना।

- जनवरी 2015 में मुरादाबाद क्राइम ब्रांच की टीम एक केस के सिलसिले में पटना गई थी।

- इंस्पेक्टर सर्वचंद्र और टीम को 2012 में पटना से बेची गई एक मोबाइल सिम पर जांच करनी थी।

- यूपी क्राइम ब्रांच का कहना था कि पटना से अलॉट हुई सिम से यूपी में बहुत साइबर क्राइम हुए।

- सर्वचंद्र कथित तौर पर पटना के दो मोबाइल ट्रेडर्स से जांच की धमकी देते हुए 10 हजार रुपए घूस मांग रहा था।

- मोबाइल कनेक्शन की दुकान चलाने वालों का आरोप था कि मुरादाबाद की पुलिस उन्हें फोन पर परेशान कर रही है।

- इस बात की शिकायत उन्होंने पटना सिटी एसपी शिवदीप वमन लांडे के पास की थी।




सरेआम दबोचा, फिर घसीटा

- प्लान के मुताबिक पटना के डाक बंगला चौक पर मुरादाबाद का इंस्पेक्टर मोबाइल कनेक्शन ट्रेडर्स से मिलने पहुंचा।

- वहीं पर लाल टी-शर्ट, जींस और गमछा पहने लांडे अपनी टीम के साथ मौजूद थे।

- रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही इंस्पेक्टर ने पैसे लिए, वैसे ही पटना एसपी ने उन्हें पकड़ लिया।

- सबसे पहले लांडे ने क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर का गिरेबान पकड़ा और उसे घसीटते हुए अपनी गाड़ी तक ले गया।

- गिरेबान पकड़ने के बाद लांडे ने उन दोनों ट्रेडर्स से इंस्पेक्टर की पहचान करने को कहा।

- शॉक में आया इंस्पेक्टर लगातार खुद को छोड़ने की गुहार कर रहा था, लेकिन लांडे पर कोई असर नहीं हुआ।

- लांडे की टीम सर्वचंद्र को लेकर थाने ले गई।

एक गलती से हुई फजीहत

- मुरादाबाद के इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने के बाद लांडे ने कहा था कि वे अपने शहर की जनता के साथ ऐसी दादागिरी नहीं होने देंगे।

- उनका मकसद शहर की जनता की भलाई था, लेकिन अंत में उन्हें फजीहत झेलनी पड़ी।

- घटना के बाद आईं रिपोर्ट्स के मुताबिक पटना एसपी घूस में दिए नोटों के बंडल पर कैमिकल लगाना भूल गए थे।

- यह कैमिकल एंटी-करप्शन यूनिट लगाती है जिससे घूस लेने वाले अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा जाता है।

- इस गलती की वजह से लांडे का पक्ष कमजोर हो गया और मुरादाबाद के इंस्पेक्टर को बरी कर दिया गया।

- यही नहीं, लांडे को सीनियर्स से फटकार भी सुननी पड़ी।

ईमानदारी में अव्वल हैं लांडे

- देश के दबंग आईपीएस में शुमार शिवकुमार लांडे अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं।

- उन्हें बिहार की जनता 'दबंग' या 'सिंघम' के नाम से बुलाती है।

इस नगर वधू की सुंदरता के कारण हुआ युद्ध, फिर बनी बौद्ध भिक्षुणी

इस नगर वधू की सुंदरता के कारण हुआ युद्ध, फिर बनी बौद्ध भिक्षुणी
इतिहासकारों के मुताबिक अपनी सुंदरता के लिए मशहूर राज नर्तकी आम्रपाली का जन्म आज से करीब 25 सौ साल पहले वैशाली के आम्रकुंज में हुआ था। कहा जाता है कि वह आम वृक्ष के नीचे से वैशाली गणतंत्र के महनामन नामक एक सामंत को मिली। बाद में वह सामंत राजसेवा से त्याग पत्र देकर आम्रपाली को वैशाली के करीब आज के अंबारा गांव ले आया।
इस नगर वधू की सुंदरता के कारण हुआ युद्ध, फिर बनी बौद्ध भिक्षुणी
जब आम्रपाली की उम्र करीब 11 वर्ष हुई तो सामंत उसे लेकर फिर वैशाली लौट आया।इतिहासकारों का मानना है कि 11 वर्ष की छोटी-सी उम्र में ही आम्रपाली को सबसे सुंदर घोषित कर नगर वधू यानी वैशाली जनपद 'कल्याणी' बना दिया गया था। इसके बाद गणतंत्र वैशाली के कानून के तहत आम्रपाली को नर्तकी बनना पड़ा।विदेशी यात्रियों ने भी कि है उसकी खूबसूरती की तारीफ
इस नगर वधू की सुंदरता के कारण हुआ युद्ध, फिर बनी बौद्ध भिक्षुणी

प्रसिद्ध विदेशी चीनी यात्री फाह्यान और ह्वेनसांग के यात्रा वृतांतों में भी वैशाली गणतंत्र और आम्रपाली पर विस्तृत प्रकाश डाला गया है। दोनों ने लगभग एकमत से आम्रपाली को सौंदर्य की मूर्ति बताया। वैशाली गणतंत्र के कानून के अनुसार हजारों सुंदरियों में आम्रपाली का चुनाव कर उसे सर्वश्रेष्ठ सुंदरी घोषित कर जनपद कल्याणी की पदवी दी गई थी।
इस नगर वधू की सुंदरता के कारण हुआ युद्ध, फिर बनी बौद्ध भिक्षुणी
बिंबिसार ने आम्रपाली के लिए लड़ा था युद्ध
राजा बिंबिसार आम्रपाली पर मोहित हो गया था। उसने आम्रपाली को प्राप्त करने के लिए लिच्छवि से युद्ध किया। आम्रपाली और बिंबिसार का एक पुत्र भी हुआ जिसका नाम जीवक रखा गया। बिम्बिसार ने जीवक को शिक्षा प्राप्ति के लिए तक्षशीला भेजा। यही जीवक वहां से शिक्षा प्राप्त कर प्रसिद्ध चिकित्सक व राज वैद्य बना।
इस नगर वधू की सुंदरता के कारण हुआ युद्ध, फिर बनी बौद्ध भिक्षुणीइस तरह बनी भिक्षुणी
एक बार गौतम बुद्ध वैशाली पहुंचे। समाचार सुनकर वहां नर्तकी आम्रपाली भी उनके उपदेश सुनने पहुंची। वहां बुद्ध एक वृक्ष की छाया में बैठे थे और हजारों उपासक उनके उपदेश सुन रहे थे। उपदेश खत्म होने पर आम्रपाली ने नतमस्तक होकर तथागत को अपने यहां अगले दिन भोजन पर आमंत्रित किया। वह बोली, ”तथागत! आपके चरण कमलों से इस दासी की कुटिया पवित्र हो जाएगी।” बुद्ध ने आम्रपाली की प्रार्थना स्वीकार कर ली।
वहां मौजूद शिष्यों को यह बात खल गई। उन्होंने कहा, यह आपके चरणों योग्य नहीं है, लेकिन बुद्ध नहीं माने। बुद्ध के विचार और व्यवहार से आम्रपाली इतनी प्रभावित हुई कि उसने राज नर्तकी का काम छोड़ भिक्षुणी बनने का फैसला किया। उसने अपना आम्र उपवन व अन्य सभी धन भिक्षु संघ के लिए समर्पित कर दिया।

क्यों बुद्ध ने स्वीकार किया एक नगर वधू को भिक्षुणी
माना जाता है कि आम्रपाली के मानवीय तत्व से ही प्रभावित होकर भगवान बुद्ध ने भिक्षुणी संघ की स्थापना की थी। इस संघ के जरिए भिक्षुणी आम्रपाली ने नारियों की महत्ता को जो प्रतिष्ठा दी वह उस समय में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है।










शुक्रवार, 1 अप्रैल 2016

'बालिका वधू' के रुप में चर्चित प्रत्युषा बनर्जी ने की खुदकुशी -

'बालिका वधू' के रुप में चर्चित प्रत्युषा बनर्जी ने की खुदकुशी
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 टीवी जगत के चर्चित टीवी शो 'बालिका वधू' में आनंदी के किरदार से पहचान बनाने वाली एक्ट्रेस प्रत्युषा बनर्जी ने अपने घर में आत्महत्या कर ली है।





शुक्रवार रात मुंबई के कांदीवली स्थित अपने फ्लैट में एक्ट्रेस प्रत्युषा बनर्जी फांसी के फंदे पर झूलती पाई गई। उन्हें गंभीर हालत में कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया था। जहां उन्हें चिकित्सकों ने मृत घोषित किया।




वो रिअलिटी टीवी शो बिग बॉस की प्रतिभागी भी रह चुकी थीं। टीवी जगत में प्रत्युषा की गिनती बोल्ड एक्ट्रेस में की जाती रही है। हालांकि इन दिनों उनका अफेयर राहुल सिंह के साथ चल रहा था।



राजस्थान सरकार का तुगलकी फरमान !

राजस्थान सरकार का तुगलकी फरमान !


एक ओर केंद्र सरकार डिजिटल इंडिया का सपना देख रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य के शिक्षा विभाग ने शिक्षकों पर विद्यालय में मोबाइल ले जाने पर रोक लगा दी है। निर्देश के मुताबिक़ सरकारी स्कूलों में मोबाइल ले जाने पर शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी। दूसरी ओर शिक्षकों ने इसे विभाग का 'तुगलकी फरमान' घोषित कर दिया है।



शिक्षकों का तर्क है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सभी शिक्षकों के मोबाइल नंबर फीड हैं। किसी भी तरह की सूचना के लिखित आदेश नहीं पहुंचने पर अधिकारी शिक्षक या शाला प्रधान को मोबाइल के जरिए ही जानकारी देते हैं। साथ ही बहुत सी सूचनाएं मोबाइल मैसेज के जरिए शिक्षा विभाग शिक्षकों तक पहुंचाता है। एेसे में आईटी के इस दौर में मोबाइल पर रोक लगाना शिक्षकों को समझ नहीं आ रहा है।

शिक्षक संगठनों ने किया विरोध

मोबाइल प्रतिबंधित करने का अब शिक्षक संगठन विरोध कर रहे हैं। संगठनों को कहना है कि कक्षा कक्ष में तो मोबाइल पर रोक लगाना सही है, लेकिन विद्यालय में ही लेकर प्रवेश नहीं करेंगे, यह बात समझ से परे है।

'आदेश शिक्षकों पर ही क्यों, राजकीय कर्मचारियों पर लागू होना चाहिए। प्रदेश में 1.5 लाख से अधिक शिक्षक बीएलआे ड्यूटी में हैं। अधिकारी उन्हें मोबाइल पर आदेश देते हैं। कई बार आवश्यक सूचना भी मोबाइल के जरिए मिली है।' -विपिन प्रकाश शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष राजस्थान प्रा. एवं मा. शिक्षा संघ

'आदेश अव्यवहारिक है। कक्षा कक्ष में मोबाइल पर रोक लगाना तो ठीक है लेकिन विद्यालय में ही मोबाइल लेकर नहीं आना, यह आदेश गलत है। इसमें संशोधन होना चाहिए।' -भवानी शंकर शर्मा, जिलाध्यक्ष, शिक्षक संघ शेखावत