शनिवार, 2 अप्रैल 2016

जब यूपी क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर का कॉलर पकड़ घसीटने लगा था ये IPS

जब यूपी क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर का कॉलर पकड़ घसीटने लगा था ये IPS


.पुलिस वीक धूमधाम से मनाया जा रहा है। वैसे तो नवनीत सीकेरा जैसे आईपीएस अधिकारियों ने यूपी को चमकाया है, लेकिन पिछले साल स्टेट पुलिस का नाम गलत कारणों से सुर्खियों में था। पटना के सिटी एसपी ने यूपी क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर को सरेआम घसीटते हुए गिरफ्तार किया था। पढ़िए उस हाईवोल्टेज ड्रामा की डीटेल्स...

जनवरी 2015 में पटना के डाक बंगला चौक पर हुई थी ये घटना।

- जनवरी 2015 में मुरादाबाद क्राइम ब्रांच की टीम एक केस के सिलसिले में पटना गई थी।

- इंस्पेक्टर सर्वचंद्र और टीम को 2012 में पटना से बेची गई एक मोबाइल सिम पर जांच करनी थी।

- यूपी क्राइम ब्रांच का कहना था कि पटना से अलॉट हुई सिम से यूपी में बहुत साइबर क्राइम हुए।

- सर्वचंद्र कथित तौर पर पटना के दो मोबाइल ट्रेडर्स से जांच की धमकी देते हुए 10 हजार रुपए घूस मांग रहा था।

- मोबाइल कनेक्शन की दुकान चलाने वालों का आरोप था कि मुरादाबाद की पुलिस उन्हें फोन पर परेशान कर रही है।

- इस बात की शिकायत उन्होंने पटना सिटी एसपी शिवदीप वमन लांडे के पास की थी।




सरेआम दबोचा, फिर घसीटा

- प्लान के मुताबिक पटना के डाक बंगला चौक पर मुरादाबाद का इंस्पेक्टर मोबाइल कनेक्शन ट्रेडर्स से मिलने पहुंचा।

- वहीं पर लाल टी-शर्ट, जींस और गमछा पहने लांडे अपनी टीम के साथ मौजूद थे।

- रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही इंस्पेक्टर ने पैसे लिए, वैसे ही पटना एसपी ने उन्हें पकड़ लिया।

- सबसे पहले लांडे ने क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर का गिरेबान पकड़ा और उसे घसीटते हुए अपनी गाड़ी तक ले गया।

- गिरेबान पकड़ने के बाद लांडे ने उन दोनों ट्रेडर्स से इंस्पेक्टर की पहचान करने को कहा।

- शॉक में आया इंस्पेक्टर लगातार खुद को छोड़ने की गुहार कर रहा था, लेकिन लांडे पर कोई असर नहीं हुआ।

- लांडे की टीम सर्वचंद्र को लेकर थाने ले गई।

एक गलती से हुई फजीहत

- मुरादाबाद के इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने के बाद लांडे ने कहा था कि वे अपने शहर की जनता के साथ ऐसी दादागिरी नहीं होने देंगे।

- उनका मकसद शहर की जनता की भलाई था, लेकिन अंत में उन्हें फजीहत झेलनी पड़ी।

- घटना के बाद आईं रिपोर्ट्स के मुताबिक पटना एसपी घूस में दिए नोटों के बंडल पर कैमिकल लगाना भूल गए थे।

- यह कैमिकल एंटी-करप्शन यूनिट लगाती है जिससे घूस लेने वाले अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा जाता है।

- इस गलती की वजह से लांडे का पक्ष कमजोर हो गया और मुरादाबाद के इंस्पेक्टर को बरी कर दिया गया।

- यही नहीं, लांडे को सीनियर्स से फटकार भी सुननी पड़ी।

ईमानदारी में अव्वल हैं लांडे

- देश के दबंग आईपीएस में शुमार शिवकुमार लांडे अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं।

- उन्हें बिहार की जनता 'दबंग' या 'सिंघम' के नाम से बुलाती है।

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