बाड़मेर बाड़मेर के सेड़वा में भी लगेगा नमक उद्योग
थार की क्षारीय जमीन पर नमक उद्योग की विपुल संभावनाओं के बीच अब सेड़वा में भी नमक उद्योग लगेगा। पचपदरा, रेडाणा, बाखासर बेल्ट के साथ सेड़वा की जमीन नमक उद्योग के लिए उपयुक्त पाई गई है। इस जमीन का चिह्नीकरण करने के बाद इसे भी नमक उद्योग के लिए लीज पर दिया जाएगा।
जिले की जमीन में मिल रहे खनिज भण्डार के चलते जहां रिफाइनरी की बात हो रही है तो लिग्नाइट आधारित विद्युत परियोजनाएं भी चल रही हैं। वहीं दूसरी ओर यहां की जमीन पर अन्य उद्योगों की संभावना भी नजर आ रही है। नमक उत्पादन के लिए पचपदरा प्रदेश में प्रसिद्ध है। यहां सैकड़ों सालों से नमक उत्पादन हो रहा है तो दूसरी ओर जिले के कई गांव नमक उद्योग के लिए उपयुक्त माने गए हैं।
रेडाणा व बाखासर का रण नमक उद्योग को लेकर पूर्व में चिह्नित है अब नया क्षेत्र सेड़वा भी उभरेगा। राज्य सरकार ने इसको लेकर स्वीकृति देते हुए बताया है कि सेड़वा की जमीन को नमक उद्योग के लिए उपयुक्त पाया गया है। इस जमीन पर नमक उद्योग लगाने को लेकर सरकार विचार कर रही है। चिह्नित जमीन पर सीमांकन व पत्थरगढ़ी के बाद राजस्थान भू आवंटन (लवण क्षेत्रों में भूमि आवंटन) नियम 2007 के अनुसार इस जमीन का आवंटन नमक उद्योग के लिए कर इसे लीज पर दिया जाएगा।
मिलेगा रोजगार, बढ़ेंगे अवसर
जिले में नमक उद्योग की संभावनाओं को देखते इसे विकसित किया जा सकता है। पचपदरा के बाद रेडाणा व बाखासर बेल्ट में नमक उद्योग की विपुल संभावनाएं हैं। भविष्य में सूखा बंदरगाह खुलने से इस उद्योग को और संबल मिलेगा। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
सरकार ने माना उपयुक्त
बायतु विधायक कैलाश चौधरी ने बताया कि उन्होंने सेड़वा में नमक उद्योग को लेकर सरकार से सवाल पूछा था, जिसके जबाव में सरकार ने बताया है कि सेड़वा की जमीन नमक उद्योग के लिए उपयुक्त है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें