शनिवार, 2 अप्रैल 2016

बाली पत्नी ने प्रेमी से बेटे के सामने ही पति को मरवा दिया



बाली पत्नी ने प्रेमी से बेटे के सामने ही पति को मरवा दिया


गुप्तांगों पर वार कर की गई युवक की हत्या का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा करते हुए पत्नी, उसके प्रेमी और प्रेमी के भानजे को गिरफ्तार कर लिया। अवैध सम्बधों में बाधा बन रहे पति की हत्या की साजिश पत्नी ने ही रची थी। प्रेमी और प्रेमी के भानजे ने बेटे के सामने ही मार डाला। पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि झीलवाड़ा (चारभुजा) निवासी मदनसिंह (35) पुत्र केशरसिंह रावणा राजपूत की हत्या के आरोप में पत्नी भावना रावणा राजपूत सहित, प्रेमी बाबा गांव निवासी जीवन उर्फ जीवनराज पुत्र प्रतापराम सुथार, प्रेमी के भाणजे सोकड़ा हाल बाली निवासी परेश पुत्र भंवरलाल सुथार को गिरफ्तार कर लिया है। मुम्बई में काम करने वाले मदनसिंह का शव बुधवार को बोया गांव के सूखे तालाब में मिला था। एएसपी बाली केवलराम राय के नेतृत्व में बाली वृत्ताधिकारी गुलाबसिंह, एसएचओ कैलाशदान चारण, हरजीराम, सूरजभानसिंह, करणसिंह राजपुरोहित, सुरेन्द्रसिंह, सत्यदेवसिंह चारण, जीवनसिंह शामिल थे।

पीहर लेने गया था पति, साथ तो आई तो नहीं, प्रेमी को फोन कर भेज दिया रास्ते में ही ठिकाने लगाने को

सूनसान जगह पर शव मिलना, निर्ममता ऐसी कि गुप्तांग व चेहरे पर पत्थरों से इतने वार किए हुए थे कि शिनाख्त में भी मुश्किल आई। पहले कयास तो ये लगाए जा रहे थे कि मृतक के तो कहीं अवैध सम्बंध नहीं थे, लेकिन खुलासे से सब स्तब्ध रह गए। लम्बे समय से अवैध सम्बधों की पति को जानकारी थी। वो बात करते हुए देख चुका था।

ऐसे जुड़ती गई कड़ी से कड़ी

मौके पर मिले मोबाइल फोन में सिम तो नहीं थी, लेकिन रिचार्ज का एक एसएमएस आया हुआ था। मृतक के 12 वर्षीय पुत्र श्रवण से पूछताछ के आधार पर पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए मृतक की पत्नी, उसके प्रेमी तक पहुंच गई।

3 बच्चों की दुहाई भी दी थी

होली पर मृतक मदनसिंह मुम्बई से गांव लौटा था। तीन-तीन बच्चों की दुहाई देते पत्नी को मनाना चाहा तो वो रुठकर पीहर नाना चली गई। 29 मार्च को अपने 12 वर्षीय बेटै श्रवण के साथ उसे लेने गया। खूब समझाया लेकिन साथ चलने को राजी नहीं हुई।

पहले साथ में बैठ शराब पी फिर क्लिप, पत्थरों से मार दिया

मदनसिंह बेटे के साथ ससुराल से रवाना हुआ था कि भावना ने जीवन को फोन कर रास्ते में ही ठिकाने लगाने को कह दिया। जीवन ने मदनसिंह को फोन कर शराब पार्टी का प्लान बताया और कहा कि मैं तेरा घर नहीं टूटने दूंगा। जीवन, मदनसिंह व परेश ने साथ बैठकर शराब पी। जीवन और परेश ने क्लिप व पत्थर से सिर व गुप्तांग पर कई वार कर हत्या कर दी। दोनों श्रवण को लेकर फालना चले गए, जहां से 30 मार्च को भावना बेटे को ले गई।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें