शनिवार, 13 फ़रवरी 2016

बाड़मेर। पहले नाबालिग की जबरन शादी करवाई, अब अर्थदंड और हुक्का-पानी बंद, 17 जातीय पंचो के खिलाफ मामला दर्ज

बाड़मेर। पहले नाबालिग की जबरन शादी करवाई, अब अर्थदंड और हुक्का-पानी बंद, 17 जातीय पंचो के खिलाफ मामला दर्ज 



बाड़मेर। स्थानीय थाने में गूंगा निवासी एक जने ने समाज के 17 जातीय पंचों के खिलाफ नाबालिग लड़की की शादी कराने तथा शादी के बाद ससुराल नहीं भेजने पर हुक्का-पानी बंद करने का मामला न्यायालय के माध्यम से दर्ज करवाया है।पुलिस के अनुसार गूंगा निवासी गेनाराम पुत्र पुरखाराम प्रजापत ने इस्तगासे में बताया कि बस्ताराम पुत्र पेमाराम निवासी सोनड़ी, गुणेशाराम पुत्र चांदाराम निवासी नींबला, अर्जुनराम पुत्र मगाराम निवासी जालीपा, खेताराम पुत्र हीराराम निवासी बिशाला, खुशालाराम पुत्र जोधाराम निवासी मौखाब, पर्बताराम पुत्र चौथाराम निवासी नींबला, पर्बताराम पुत्र चौथाराम निवासी बोथिया, जेताराम पुत्र विरधाराम निवासी सरली, लीलाराम पुत्र पेमाराम निवासी सोनड़ी, काछबाराम पुत्र जोधाराम निवासी नींबला, भैराराम पुत्र मालाराम निवासी भाडखा, रावताराम पुत्र कुटलाराम निवासी भाडखा, बींजाराम पुत्र लछाराम निवासी कवास, पुरखाराम पुत्र दुर्गाराम निवासी पुषड, लूणाराम पुत्र धन्नाराम निवासी नींबला, जोगाराम पुत्र गोपालाराम निवासी सोनड़ी व भीखाराम पुत्र बन्नाराम ने मिलकर उसकी 15 वर्षीय नाबालिग पुत्री चम्पा की 10 अप्रेल 2015 को सोनड़ी निवासी बस्ताराम (35 वर्ष) पुत्र पेमाराम के साथ जबरन सगाई करवाई।



तब गेनाराम ने मना किया कि मेरी पुत्री अभी नाबालिग है, मैं इसकी शादी अभी नहीं क र पाऊंगा। दूसरे दिन 11 अप्रेल को इन पंचों ने एकराय होकर जबरदस्ती उसकी नाबालिग पुत्री की शादी करवा दी। शादी के बाद गेनाराम ने पुत्री को ससुराल भेजने से मना किया, फिर भी जबरदस्ती 12 अप्रेल को नाबालिग लड़की को वे बस्ताराम के घर सोनड़ी ले गए।कुछ दिन बाद वह जैसे-तैसे कर बेटी को घर लाया। इसके बाद बेटी को बालिग होने से पूर्व ससुराल भेजने से इनकार करने पर 13 जनवरी 2016 को सभी जातीय पंच एकराय होकर उसकी ढाणी आए तथा दबाव डाला कि तुम चम्पा को ससुराल भेजने में आनाकानी नहीं करोगे। इस वाकये की सूचना उसने पुलिस को दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।इसके बाद 30 जनवरी को सभी पंचों ने उससे कहा कि समाज की बात नहीं मान रहे हो, इसलिए आपको समाज से बाहर किया जाता है। तुम समाज की जाजम से नीचे चले जाओ तथा 25 लाख रुपए दण्ड के रूप में तुम्हें देने पडेंग़े।उसने आरोप लगाया है कि जातीय पंचों ने उसे डरा-धमकाकर उसकी नाबालिग पुत्री का विवाह करवाया। अब नाबालिग को ससुराल भेजने का मना करने पर समाज से भी बहिष्कृत कर दिया।

बाड़मेर। पटवार परीक्षा शुरू, जिलें के 132 केन्द्रों पर हो रही परीक्षा

बाड़मेर। पटवार परीक्षा शुरू, जिलें के 132 केन्द्रों पर हो रही परीक्षा



बाड़मेर। राजस्थान अधिनस्त एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड की ओर से शनिवार को पटवार भर्ती परीक्षा का आयोजन शुरू हुआ। इस दौरान रेलवे ने परीक्षा को लेकर स्पेशल रेल चलाई। वही रोड़वेज ने जोधपुर, जालोर, सिरोही, आबूरोड़, व भीनमाल के लिए अतिरिक्त बसे चलाई। शनिवार को बाहरी जिलें से आए अभ्यर्थी परीक्षा केन्दा्रें पर पहुंचने लगे। इस दौरान परीक्षा केन्दा्रे के बाहर गहन जांच कर अभ्र्थियों को प्रवेश दिया। परीक्षा केन्द्रो के भीतर नकल पर रोक लगाने के लिए जैमर लगाए गये। वहीं अभ्यर्थियों के साथ आए परिजन परीक्षा केन्द्र के बाहर बैठे इंतजार करते नजर आए। परीक्षा को लेकर नगर परिषद ने हेल्प डेस्क लगाई। वहीं पुलिस की व्यवस्था चाक चौबंध रही।

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाएं 22 फरवरी तक

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाएं 22 फरवरी तक


शिक्षा बोर्ड राजस्थान की ओर से आयोजित की जा रही प्रायोगिक परीक्षाओं की तिथि को बढ़ा दिया गया हैं। अब 16 फरवरी के स्थान पर परीक्षाएं 22 फरवरी आयोजित की जा सकेगी।

उच्च माध्यमिक 2016 के नियमित परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाओं की आयोजन अंतिम तिथि बोर्ड ने 20 फरवरी कर दी हैं। साथ ही स्वयंपाठी परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं 22 फरवरी तक निर्धारित केंद्रों पर ही होगी।

परीक्षा तिथि बढ़ाने के साथ बोर्ड ने यह भी निर्देश दिए है कि अब आगे परीक्षाओं की तिथि नहीं बढ़ाई जाएगी क्योकि मार्च में बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं होनी है इसलिए अब इसी तिथि तक परीक्षाएं करवानी होगी। साथ ही एेसे अभ्यर्थी को चेतावनी दी है कि परीक्षा के लिए निर्धारित तिथि पर उपस्थित नहीं होने पर उसे अनुपस्थित मानकर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।

राजस्थान के इस मंदिर मैं नि:शुल्क होता है लकवे का इलाज़

राजस्थान के इस मंदिर मैं नि:शुल्क होता है लकवे का इलाज़


एक मंदिर ऐसा भी है जहा पर पैरालायसिस (लकवे ) का इलाज होता है ! यहाँ पर हर साल हजारो लोग पैरालायसिस (लकवे ) के रोग से मुक्त होकर जाते है यह धाम नागोर जिले के कुचेरा क़स्बे के पास है, अजमेर- नागोर रोड पर यह गावं है ! लगभग ५०० साल पहले एक संत होए थे चतुरदास जी वो सिद्ध योगी थे, वो अपनी तपस्या से लोगो को रोग मुक्त करते थे ! आज भी इनकी समाधी पर सात फेरी लगाने से लकवा जड़ से ख़त्म हो जाता है ! नागोर जिले के अलावा पूरे देश से लोग आते है और रोग मुक्त होकर जाते है हर साल वैसाख, भादवा और माघ महीने मे पूरे महीने मेला लगता है !


सन्त चतुरदास जी महाराज के मन्दिर ग्राम बुटाटी में लकवे का इलाज करवाने देश भर से मरीज आते हैं| मन्दिर में नि:शुल्क रहने व खाने की व्यवस्था भी है| लोगों का मानना है कि मंदिर में परिक्रमा लगाने से बीमारी से राहत मिलती है|

राजस्थान की धरती के इतिहास में चमत्कारी के अनेक उदाहरण भरे पड़े हैं| आस्था रखने वाले के लिए आज भी अनेक चमत्कार के उदाहरण मिलते हैं, जिसके सामने विज्ञान भी नतमस्तक है| ऐसा ही उदाहरण नागौर के 40 किलोमीटर दूर स्तिथ ग्राम बुटाटी में देखने को मिलता है। लोगों का मानना है कि जहाँ चतुरदास जी महाराज के मंदिर में लकवे से पीड़ित मरीज का राहत मिलती है।

वर्षों पूर्व हुई बिमारी का भी काफी हद तक इलाज होता है। यहाँ कोई पण्डित महाराज या हकीम नहीं होता ना ही कोई दवाई लगाकर इलाज किया जाता। यहाँ मरीज के परिजन नियमित लगातार 7 मन्दिर की परिक्रमा लगवाते हैं| हवन कुण्ड की भभूति लगाते हैं और बीमारी धीरे-धीरे अपना प्रभाव कम कर देती है| शरीर के अंग जो हिलते डुलते नहीं हैं वह धीरे-धीरे काम करने लगते हैं। लकवे से पीड़ित जिस व्यक्ति की आवाज बन्द हो जाती वह भी धीरे-धीरे बोलने लगता है।

यहाँ अनेक मरीज मिले जो डॉक्टरो से इलाज करवाने के बाद निराश हो गए थे लेकिन उन मरीजों को यहाँ काफी हद तक बीमारी में राहत मिली है। देश के विभिन्न प्रान्तों से मरीज यहाँ आते हैं और यहाँ रहने व परिक्रमा देने के बाद लकवे की बीमारी में राहत मिलती है। मरीजों और उसके परिजनों के रहने व खाने की नि:शुल्क व्यवस्था होती है।

दान में आने वाला रुपया मन्दिर के विकास में लगाया जाता है। पूजा करने वाले पुजारी को ट्रस्ट द्वारा तनखाह मिलती है। मंदिर के आस-पास फेले परिसर में सैकड़ों मरीज दिखाई देते हैं, जिनके चेहरे पर आस्था की करुणा जलकती है| संत चतुरदास जी महारज की कृपा का मुक्त कण्ठ प्रशंसा करते दिखाई देते।

बाड़मेर। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के लिए 1.52 लाख रूपए भेट

बाड़मेर। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के लिए 1.52 लाख रूपए भेट 


बाड़मेर। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान में सहयोग के लिए वीरातरा माता ट्रस्ट एवं श्री दशनाम सन्यासी आरोग्य शाला चोहटन तथा डूंगरपुरी मठ चोहटन की ओर से 1 लाख 52 हजार रूपए सहयोग राशि के रूप में  जिला कलक्टर सुधीर शर्मा को भेट किए गए।



जिला मुख्यालय पर शनिवार को जिला कलक्टर सुधीर शर्मा को वीरातरा माता ट्रस्ट की ओर से एक लाख रूपए का चैक ट्रस्ट अध्यक्ष सगतसिंह, उपाध्यक्ष तनसिंह सनाउ, सचिव भेरसिंह, कोषाध्यक्ष रूपसिंह राठौड़, ट्रस्टी नरपतसिंह, चेनसिंह एवं चतरसिंह ने भेंट किया। इसी तरह श्री दशनाम सन्यासी आरोग्य शाला मठ चोहटन  की ओर से व्यवस्थापक निर्भयपुरी ने 21 हजार तथा डूंगरपुरी जी का मठ चोहटन  की ओर से 31 हजार रूपए नकद इस अभियान के लिए भेंट किए गए। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, अधीक्षण अभियंता हीरालाल अहीर समेत कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने इस अभियान में भागीदारी के लिए आभार जताते हुए अन्य स्वयंसेवी संगठनो धार्मिक ट्रस्टो  से भी सहयोग करने का अनुरोध किया।

बीकानेर कनिष्ठ अभियंता के खिलाफ रिश्वत का मामला दर्ज



बीकानेर कनिष्ठ अभियंता के खिलाफ रिश्वत का मामला दर्ज


रिश्वत मांगने के मामले में जोधपुर विद्युत वितरण निगम के जेईएन के खिलाफ भ्रष्टाचार न्यूरोधक ब्यूरो में रिश्वत का मामला दर्ज किया गया है। एसीबी पुलिस अधीक्षक ममता राहुल बिश्नोई ने बताया कि यह मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर मुख्ययाल के आदेश दर्ज किया गया है।

उन्होंने बताया कि 26 नवंबर 2015 को बरसिंहसर निवासी गिरधारीलाल सुथार ने एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परबतसिंह राठौड़ को मौखिक शिकायत की। उसने बताया कि गांव में थ्रेसर की मशीन की मरम्मत करने का कारखाना लगा रखा है, जिसमें पांच व 25 किलोवाट के बिजली के दो कनेक्शन ले रखे हैं। करीब दो माह पहले जेईएन बाल मुकुंद मीणा आए और उन्होंने लोड ज्यादा बताते हुए कार्रवाई करने की चेतावनी दी। कार्रवाई नहीं करने की एवज में रुपए मांगे। इस पर उन्हें 10 हजार रुपए दे दिए। इसके 10-12 दिन बाद लोहे की पाइप की टक्कर लगने से 25 किलोवाट बिजली कनेक्शन का मीटर टूट गया। बिजली विभाग में मीटर बदलने की रिपोर्ट दी। बिजली जेईएन ने परिवादी को देशनोक बुलाया।

यहां 25 हजार रुपए की मांग की। इसका सत्यापन पुलिस निरीक्षक हेमन्त वर्मा से कराया गया। सत्यापन कर परिवादी को देशनोक भेजा गया। देशनो में परिवादी व जेईएन के बीच सौदा 20 हजार में तय हुआ। इस दौरान जेईएन ने साढ़े नौ हजार रुपए ले लिए। इसके बाद 28 नवंबर 2015 को ट्रेप का आयोजन किया गया लेकिन जेईएन को संदेह हो गया। वह वहां से चला गया और मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। बाद में जेईएन ने परिवादी का मीटर बदल दिया तथा साढ़े नौ हजार रुपए की रिश्वत लेने की पुष्टि होने पर ब्यूरो मुख्यालय ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

झालरापाटन।एक चौकीदार के भरोसे सूर्य मंदिर की रखवाली



झालरापाटन।एक चौकीदार के भरोसे सूर्य मंदिर की रखवाली


जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने गुरुवार रात कस्बे में घूमकर बाजारों और सूर्य मंदिर का अवलोकन किया। जिला कलक्टर, अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार स्वर्णकार, उपखण्ड अधिकारी रामचरण शर्मा, तहसीलदार हरसहाय जांगिड़, शहरथाना प्रभारी हीरालाल सैनी, नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी महावीर सिंह सिसोदिया के साथ सूर्य मंदिर पहुंचे। जहां फ्रेण्ड्स क्लब अध्यक्ष हैदरअली व सलाहकार विक्रमराय कुमावत ने जिला कलक्टर का प्रथम नगर आगमन पर स्वागत किया। अधिकारियों ने भगवान पद्मनाभ के दर्शन किए। जिला कलक्टर ने पुजारी सत्यनारायण शर्मा से मंदिर की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।

मंदिर समिति प्रवक्ता राधेश्याम चौऋसिया ने जिला कलक्टर को बताया कि मंदिर में प्राचीन व दुर्लभ कलाकृतियां होने के बावजूद सुरक्षा के नाम पर एक चौकीदार है। इसे 24 घंटे ड्यूटी देना पड़ रही है। मंदिर में भगवान का भोग तैयार करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। इससे पुजारी अपने घर से भोग बनाकर लाता है। यहां पर देवस्थान विभाग की और से पुजारी की भी व्यवस्था नहीं है। पुजारी अपने स्तर पर ही यहां सेवाएं दे रहा है।

पार्षद यशोवर्धन बाकलीवाल, भाजपा नेता धर्मेन्द्र सेठी, बड़ा मंदिर बालाजी सेवादल के हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि सूर्य मंदिर के आस पास ऑटो रिक्शा व सब्जी के ठेले खड़े रहते हैं। इससे श्रद्धालुओं को परिक्रमा करने में परेशानी होती है। जिला कलक्टर ने मंदिर के गर्भगृह व शिखर की प्राचीन कलाकृति को देखकर कहा कि यह तो दुर्लभ शिल्पकला है।

लोगों ने बताया कि पूर्व में सरकार ने मूर्तिकला का रासायनिक उपचार कराया था, लेकिन अब अधिकांश मूर्तियों पर काई छाने से इनका सौन्दर्य खराब हो रहा है। बरसात के मौसम में मण्डप में पानी टपकता है। मंदिर का आवश्यक रखरखाव जरूरी है। इसके लिए सरकारी स्तर पर कई बार सर्वेक्षण किया जा चुका है, लेकिन अभी तक जीर्णोद्धार की शुरूआत नहीं हुई है।

अधिकारियों ने इसके बाद सूर्य मंदिर से लालमंदिर तक पैदल घूमकर बाजार के हालात देखे। इसमें सड़कों पर दुकानदारों के सामान रखे होने से लग रहे जाम को देखते हुए कलक्टर ने नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी को बाजार में सड़कों पर सामान रखकर अतिक्रमण करने वाले अतिक्रमियों के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

सीकर विजिलेंस टीम को बनाया बंधक, पुलिस ने छुड़ाया



सीकर विजिलेंस टीम को बनाया बंधक, पुलिस ने छुड़ाया


नवलगढ़ रोड़ पर शिवसिंहपुरा के नजदीक शुक्रवार शाम बिद्युत निगम विजिलेंस टीम पर लोगों ने पथराव कर टीम के तीन कर्मचारियों को बंधक बना लिया। तीन कर्मचारी किसी तरह जान बचाकर भाग निकले।

सूचना पर मौके पर पहुंचे भारी पुलिस जाप्ते ने कर्मचारियों को छुड़ाया। इस दौरान पुलिस ने पांच जनों को हिरासत में लिया। सीओ शहर सेठाराम बंजारा, उद्योग नगर थानाप्रभारी महावीर मीणा आदि भी मौके पर पहुंचे।

दरअसल, विजिलेंस टीम शाम साढ़े आठ बजे नवलगढ़ रोड स्थित श्मशान घाट के पास, गांधीनगर में बिजली कनेक्शनों की जांच करने गई थी। इसमें अधिशासी अभियंता बीएल जांगिड़, कर्मचारी राजेन्द्र गढ़वाल, इन्द्रप्रकाश, ललित शर्मा, शिशुपाल सैनी व शिशुपाल चौधरी शामिल थे।

टीम के सदस्यों ने एक मकान में अवैध कनेक्शन मिलने पर उसकी फोटोग्राफी की। इसके बाद अगले मकान पर जाने पर अवैध कनेक्शन मिलने पर अचानक करीब दो दर्जन पुरूष्ा व महिलाओं ने विजिलेंस टीम पर पथराव कर दिया।

एक घंटे तक बनाया बंधकपथराव के बाद लोगों ने इन्द्रप्रकाश, शिशुपाल सैनी व शिशुपाल चौधरी को बंधक बना लिया। इस दौरान तीन कर्मचारी किसी तरह जान बचाकर भाग निकले।

लोगों ने टीम के वाहन को भी अपने कब्जे में ले लिया। बंधक कर्मचारियों को रामकुमार के मकान से पकड़कर जगदीशप्रसाद के मकान में ले जाया गया। जहां एक कमरे में बंद कर कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया।

सूचना मिलने पर रात साढ़े नौ बजे पुलिस मौके पर पहुंची और कर्मचारियों को छुड़ाया।

तीन महिलाओं समेत पांच गिरफ्तार सीओ शहर सेठाराम बंजारा ने बताया कि इस मामले में श्मशान का घाट, गांधीनगर निवासी जगदीश प्रसाद, इन्द्रजीत सिंह, मुनेश, विमला व सरिता को गिरफ्तार किया गया है।

लाहौर।लाहौर में ऐतिहासिक जैन मंदिर को गिराया



लाहौर।लाहौर में ऐतिहासिक जैन मंदिर को गिराया


पाकिस्तान के लाहौर में मेट्रो ट्रैक के लिए ऐतिहासिक जैन मंदिर तोड़ने पर सियासी विवाद बढ़ गया है। पंजाब प्रांत में नेता प्रतिपक्ष मियां महमूद उर रशीद ने इस मामले में जांच समिति गठित करने की मांग की है।

पाकिस्तान अधिकृत पंजाब सरकार ने ऑरेंज लाइन मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए जैन मंदिर गिरा दिया था साथ ही मंदिर परिसर के पास बने महाराजा बिल्डिंग और कपूरथला हाउस को भी गिरा दिया गया। रशीद ने कहा कि मेट्रो लाइन काफी अहम है, लेकिन राज्य के ऐतिहासिक धरोहरों को बचाना भी सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है।

उन्होंने सरकार को सुझाव दिया था कि मंदिर को बचाने के लिए मेट्रो रूट में बदलाव किया जा सकता है या फिर टनल तकनीक का इस्तेमाल कर मंदिर को बचाया जा सकता है लेकिन सरकार ने इन सुझावों को दरकिनार करते हुए मंदिर तोड़ दिया। गौरतलब है कि बाबरी विवाद के समय पाकिस्तान में इसके विरोध में जैन मंदिर को भारी नुकसान पहुंचाया गया था।