शनिवार, 23 जनवरी 2016

बाड़मेर बायतु से नही निकलेगा हाई वे। मानवेन्द्र सिंह के प्रयास लाये रंग

मानवेन्द्र सिंह के प्रयास लाये रंग 
बायतु कस्बे से नही निकलेगा हाईवे
शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह के साथ केंद्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय की टीम ने फिर से मौका देखा 

बाड़मेर। बायतु कस्बे से प्रस्तावित हाईवे अब कस्बे के बीच से नहीं निकलेगा। शनिवार को केन्द्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के निर्देशो के बाद मंत्रालय की एक टीम ने शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह के साथ प्रस्तावित हाइर्व का मौका मुआयना किया। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रभाविवत लोगो से बातचीत के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों ने बायतु कस्बे के बीच से प्रस्तावित हाईवे के बजाय दुसरे विकल्पों पर गौर कर उन्हें क्रियान्वित करने पर सहमति जताई।

गौरतलब है कि पिछले लम्बे समय से बायतु के लोग कस्बे के बीच से निकलने वाले हाईवे को लेकर विरोध जता रहे है। विरोध की वजह वर्तमान में प्रस्तावित हाईवे के लिए, जो कि कस्बे के मध्य से होकर गुजरेगा, के कारण सैकड़ो निजी और सावर्जनिक संपतियों को नुकसान हो रहा था। इसी कारण कस्बें के लोग पिछले लम्बे समय से इस हाईवे का विरोध कर रहे थे। इस मामलें को लेकर कई बार कस्बें में बंद का आयोजन किया जा चुका है।

लोगों के विरोध और जनभावनाओं को देखते हुए हाल ही में शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने नई दिल्ली में केन्द्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर उन्हें लोगों की भावनाओं से अवगत कराते हुए इस मामलें में अन्य विकल्पों पर गौर करने के निवेदन किया। मानवेन्द्रसिंह के सुझावों पर गौर करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने मानवेन्द्रसिंह की मौजुदगी में राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक कर उन्हें शिव विधायक के प्रस्ताव के अनुसार पुनः मौका मुआयना करने के निर्देश प्रदान किए।

केन्द्रीय मंत्री के निर्देशों के बाद शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) श्री पाडी के नेतृत्व में चार सदस्यीय एक दल ने बायतु पहुंचकर प्रस्तावित हाईवे का पुनः मौका मुआयना किया। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के स्थानीय अधिकारी वीरेन्द्रसिंह, बायतु उपखण्ड अधिकारी वीरेन्द्रसिंह चैधरी के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि पूर्व बायतु प्रधान सिमरथाराम चैधरी, सरपंच भंवरलाल, समाजसेवी रणजीत चैधरी, महावीर जीनगर, बायतु व्यापार मण्डल अध्यक्ष सहित सैकड़ों की तादाद में स्थानीय लोग और व्यापारी मौजुद रहे। 

शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह की मौजुदगी में दल के सदस्यों ने मौके पर लोगों से मुलाकार कर उनकी आपत्तियां जानी। इस दौरान लोगों ने एक स्वर में हाईवे के लिए उनकी संपतियों को नुकसान ना पहुंचाने की बात कही। लोगों की पीड़ा को समझते हुए अधिकारियों ने उनके समक्ष दो विकल्प रखे। अधिकारियों ने कहा कि मौजुदा प्रस्ताव में कस्बे से निकलने वाले हाइवे को 100 मीटर चैड़ा करने बजाया 60 से 70 फीट चैड़ा किया जा सकता है, जिससे संपति को आंशिक नुकसान पहुंचेगा। 

अधिकारियों ने दुसरे विकल्प के तौर पर बाईपास का प्रस्ताव लोगों के सामने रखा। अधिकारियों ने लोगों को स्पष्ट रूप समझाते हुए कहा कि यदि स्थानीय लोगों बाईपास पर सहमति जताते हुए स्वेच्छा से अपनी जमीन देने को तैयार हो तो इस कार्य का निर्धारित समयावधि में पूरा किया जा सकता है। अधिकारियों ने कहा कि लोगों को उनकी जमीन का बाजार भाव से मुआवजा दिया जाएगा।

राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के दल की रवानगी के बाद बायतु उपखंड अधिकारी वीरेंद्रसिंह ने शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह की मौजुदगी में पूर्व प्रधान सिमरथाराम, बायतु सरपंच भंवरलाल, व्यापार मण्डल अध्यक्ष सहित कई स्थानीय लोगों के साथ इस मामलें पर चर्चा की। उपखण्ड अधिकारी ने शिव विधायक के बाईपास के प्रस्ताव की सराहना करते हुए कहा कि इससे वर्तमान में संपति को होने वाले नुकसान से बचने के साथ ही बाईपास का निमार्ण भविष्य के लिए भी बेहतर विकल्प साबित होगा। पूर्व प्रधान सिमरथाराम, बायतु सरपंच भंवरलाल और व्यापार मण्डल अध्यक्ष ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए इस प्रयास के लिए शिव विधायक के प्रयासों के लिए आभार जताया। पूर्व प्रधान सिमरथाराम ने शिव विधायक का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होनें लोगों की वास्तविक समस्या को समझते हुए उसके समाधान का बेहतर विकल्प निकाला है। उन्होनें कहा कि कस्बें को वर्तमान स्वरूप को बचाने और लोगों को होने वाले नुकसान को बचाने के लिए बाईपास को विकल्प बेहतर और इसके लिए वे स्थानीय लोगों से समझाईश कर इस दिशा में शीघ्र से शीघ्र कार्य शुरू करवाने के लिए हरसंभव मदद और प्रयास करेगें।

क्या है दो विकल्प:
1. पहले प्रस्ताव में राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों ने कस्बे से निकलने वाले हाइवे के वर्तमान स्वरूप में परिर्वतन कर उसे 100 मीटर चैड़ा करने बजाय 60 से 70 फीट तक चैड़ा करने के प्रस्ताव पर सहमति जताई, जिससे संपति को कम से कम नुकसान पहुंचेगा। 
2. दुसरे प्रस्ताव में प्रस्तावित हाइर्व को कस्बे के मध्य से निकालने के बजाय बाईपास के विकल्प पर विचार करने पर सहमति जताई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी बाईपास के विकल्प का सराहा और उसी पर अपनी सहमति दी।

नई दिल्ली।PM ने सार्वजनिक की नेताजी की फाइलें, परिजन भावुक

नई दिल्ली।PM ने सार्वजनिक की नेताजी की फाइलें, परिजन भावुक 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस से जुड़ी गोपनीय 100 फाइलों को शनिवार को उनकी 119वीं जयन्ती पर आम जनता के लिए सार्वजनिक कर दिया जिसके बाद उनकी मृत्यु के रहस्य पर से पर्दा उठने की संभावना है।
मोदी ने राष्ट्रीय अभिलेखागार में नेताजी के परिजनों की मौजूदगी में एक समारोह में इन फाइलों की डिजिटल प्रतियों को जारी किया। इस मौके पर संस्कृति मंत्री महेश शर्मा एवं शहरी विकास राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो भी मौजूद थे। इस दौरान नेताजी से जुड़ी फाइलें देखकर उनके परिवारवाले भावुक हो गए। नेताजी के पड़पोते चंद्रा बोस ने कहा कि ये देश के उन लोगों की जीत है जिन्हें नेताजी के बारे में जानने का हक है।
प्रधानमंत्री के साढ़े बारह बजे राष्ट्रीय अभिलेखागार पहुंचने पर नेताजी की आवक्ष प्रतिमा पर माल्यार्पण करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले उन्होंने संसद भवन परिसर में नेताजी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की जहां नेताजी के परिवार के लोग मौजूद थे जो बाद में राष्ट्रीय अभिलेखागार पहुंचे।
अभिलेखागार को 1997 में आजाद हिन्द फौज से जुड़ी 990 फाइलें रक्षा मंत्रालय से मिली थी। इसके बाद 2012 में उसे गृह मंत्रालय से नेताजी की मौत की जांच करने वाले खोसला आयोग की 1030 फाइलें एवं दस्तावेज तथा मुखर्जी आयोग की सात सौ पांच फाइलें एवं दस्तावेज मिले थे।
ये सभी सामग्री पहले से ही सार्वजनिक हैं। कहा जाता है कि 18 अगस्त 1945 को नेताजी की एक विमान दुर्घटना में ताईवान में मृत्यु हो गई थी लेकिन देश की जनता ने उनकी मृत्यु की बात को स्वीकार नहीं किया। इसके मद्देन•ार सरकार ने अलग अलग समय पर तीन आयोग गठित किए।
खोसला आयोग तथा शाहनवाज आयोग ने विमान दुर्घटना में नेताजी की मृत्यु होने की बात कही थी लेकिन मुखर्जी आयोग का कहना था कि इस दुर्घटना के साक्ष्य नहीं है। इस तरह देश के महान सपूत की मृत्यु के संबंध में अब तक विवाद बना हुआ है।
यह उम्मीद की जा रही है कि केंद्र सरकार द्वारा नेताजी से जुड़ी गोपनीय फाइलें सार्वजनिक किए जाने से उनकी मृत्यु की हकीकत का पता चल सकेगा। पहले भी समय समय पर इन फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग होती रही है लेकिन केंद्र में रही विभिन्न सरकारें यह कहते हुए इन्हें सार्वजनिक करने से इंकार करतीं रहीं कि ऐसा करने से मित्र देश के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं।

रांची।रक्षा मंत्री पर्रिकर ने फहराया देश का सबसे उंचा और बड़ा 'तिरंगा'



रांची।रक्षा मंत्री पर्रिकर ने फहराया देश का सबसे उंचा और बड़ा 'तिरंगा' 

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने झारखंड की राजधानी रांची के पहाड़ी मंदिर पर विश्व का सबसे बड़ा और भारत मेें सबसे ऊंचा तिरंगा फहराया।

इस अवसर पर बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में पर्रिकर ने देश के तीसरे और झारखंड के पहले 'रक्षा शक्ति विश्वविद्यायल' का ऑनलाइन शिलान्यास किया।

पर्रिकर ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिवस पर देश का सबसे ऊंचा, सबसे बड़ा, भव्य और सुन्दर ध्वज का आनावरण करने का उन्हें अवसर मिला, इसके लिए वह मुख्यमंत्री रघुवर दास के प्रति अभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों में आज 23 जनवरी को ही मैं 26 जनवरी जैसा उत्साह और उमंग देख रहा हूं।




रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी
पर्रिकर ने परमवीर चक्र विजेता एलबर्ट एक्का के इस पावन भूमि पर 'रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय' का शिलान्यास किया। झारखण्ड देश का तीसरा राज्य है जहां यह विश्वविद्यालय खुल रहा है।



देश का 50% खनिज संपदा झारखंड में, फिर भी विकास में फिसड्डी
रक्षा मंत्री ने कहा कि झारखंड ने देश को बहुत कुछ दिया है और देश का 50 प्रतिशत खनिज इसी राज्य में मौजूद है इसके बावजूद जितनी उन्नति इस प्रदेश में होनी चाहिए उतनी उन्नति नहीं हुई है लेकिन अब आने वाले दिनों में बदलाव दिखेगा।




दिया हर संभव मदद का भरोसा
उन्होंने कहा कि 'रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय' में पठन पाठन का कार्य आगामी दो वर्षों में शुरू हो जाएगा। उन्होंने 'रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय' के लिए अपनी तरफ से हर तरह के मदद का भरोसा दिया।

अलवर.जम्मू-कश्मीर निवासी सरपंच व पूर्व सैनिक से चार लाख की लूट



अलवर.जम्मू-कश्मीर निवासी सरपंच व पूर्व सैनिक से चार लाख की लूट


सस्ती बोलेरो बेचने का झांसा देकर जम्मू-कश्मीर निवासी सरपंच और पूर्व सैनिक से लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के बारा भड़कोल में चार लाख रुपए लूटने का मामला सामने आया है।

पीडि़तों का आरोप है कि पुलिस उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है। आरोपितों ने जिला पुलिस अधीक्षक से उनकी प्राथमिकी दर्ज करा उचित कार्रवाई की मांग की है।

जम्मू-कश्मीर के कठूवा जिले के मरहीन तहसील के गांव बंदौर निवासी स्वर्णसिंह पुत्र मोहनसिंह ने बताया कि वह पूर्व सैनिक है और अलवर में पदस्थापित रहे हैं। ड्राइविंग लाइसेंस भी अलवर से ही बनवाया हुआ है। 2 जनवरी को वह अपना ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए आए।

लौटते समय उन्हें अलवर रेलवे स्टेशन पर एक व्यक्ति मिला, जिसने अपना नाम राहुल बताया। उक्त व्यक्ति ने उनसे कहा कि उसकी मां बीमार है। उसे रुपयों की जरुरत है और अपनी बोलेरो गाड़ी सस्ती बेचनी है।

इसके बाद वह ट्रेन में बैठकर अपने घर चले गए। राहुल नामक व्यक्ति गाड़ी बेचने के लिए उन्हें बार-बार फोन करता रहा। उनके बीच चार लाख रुपए में गाड़ी खरीदने का सौदा तय हो गया। 11 जनवरी को वह और उनका मित्र कठूवा जिले के चाकनत्थल के सरपंच पूरणसिंह के साथ अलवर आए।

उक्त व्यक्ति ने उन्हें बारा भड़कोल बुलाया। कुछ दूर आगे सुनसान जगह पर उसका एक साथी और मिला। दोनों उन्हें चाकू दिखाया और चार लाख रुपए ले लिए और जान से मारने की धमकी देकर वहां से भगा दिया।

दिए निर्देश

कैलाशचंद बिश्नोई एसपी ने बताया कि इस सम्बन्ध में लक्ष्मणगढ़ थाना पुलिस को तुरन्त प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान के निर्देश दिए गए हैं। पीडि़त के साथ न्याय किया जाएगा।

जोधपुर मालदा घटना पर अवार्ड क्यों नहीं लौटाए: वी के सिंह



जोधपुर मालदा घटना पर अवार्ड क्यों नहीं लौटाए: वी के सिंह


देश में जो लोग अवार्ड लौटा रहे हैं, उन लोगों को यूपीए सरकार के समय अवार्ड मिला है। ये लोग उन्हीं के बहकावे में आकर अवार्ड लौटा रहे हैं। अवार्ड लौटाने वाले लोगों ने मालदा में हुई घटना के समय अपने अवार्ड क्यों नहीं लौटा दिए? केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने अपने जोधपुर दौरे के दूसरे दिन शनिवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से ये बात कही।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश के तहत हर केंद्रीय मंत्री अपने सरकार की योजनाओं का फीडबैक लेने के लिए अलग-अलग राज्यों का दौरा कर रहे हैं। इसी कड़ी में जनरल वीके सिंह जोधपुर दौरे पर हैं।

पत्रकारों के साथ बातचीत में जनरल ने कई मुद्दों पर बात की। भारत पाकिस्तान बातचीत पर जनरल ने कहा कि बातचीत से ही कोई समाधान निकल सकता है। अच्छी हो या बुरी बात तो करनी होगी, लेकिन केंद्र की नीतियों के हिसाब से बात की जाएगी। समय आने पर पड़ोसी को जवाब भी मिल जाएगा।

सिंह ने देश में असहिष्णुता के मुद्दे पर अवार्ड लौटाने पर भी खुलकर बात की। सेना और राजनीति के सवाल पर जनरल ने कहा कि सेना में पता होता है कि दुश्मन कौन है और दोस्त कौन है, लेकिन राजनीति अलग है। जनरल ने कहा कि मुझे मालूम है कि राजनीति में मेरा दुश्मन कौन है।

वहीं विदेश नीति पर बोलते हुए जनरल ने कहा कि विश्व का हर देश भारत की फिक्र कर रहा है। भारत उभरता हुआ देश है और दुनिया इस बात को मान चुकी है। आने वाले समय में विदेश नीति का परिणाम सामने आने लगेगा।

नेपाल से चल रही खींचतान पर जनरल ने कहा कि नेपाल से भारत के अच्छे रिश्ते हैं। जो चीजें चल रही हैं वो नेपाल की आंतरिक घटनाए हैं। भारत नेपाल से यही चाहता है कि नेपाल के संविधान में सभी को शामिल किया जाए।

कलेक्टर ने किया सिवाना ग्राम पंचायत का निरीक्षण


कलेक्टर ने किया सिवाना ग्राम पंचायत का निरीक्षण




सिवाना |जिला कलेक्टर बाड़मेर ने शुक्रवार शाम को ग्राम पंचायत सिवाना का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जिला कलेक्टर का ग्राम पंचायत की ओर से स्वागत किया गया। कलेक्टर ने भामाशाह सीडिंग, पेंशन, खाद्य सुरक्षा सहित शौचालय निर्माण की जानकारी ग्रामसेवक गोविंदसिंह भायल से प्राप्त की। उन्होंने जल्दी ही लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए इस अवसर पर उपखंड अधिकारी सुरेन्द्र सिंह मीणा, सरपंच मंजूदेवी बागरेचा, समाजसेवी महेन्द्र टाइगर, पटवारी इन्द्र सिंह बालावत ,वार्ड पंच लच्छीराम माली सहित ग्राम पंचायत के कर्मचारी नागरिक उपस्थित थे।

बालोतरा ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से दो लोगों की मौत



बालोतरा ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से दो लोगों की मौत


बालोतरा से खेड़ की तरफ जा रहा थे, एक की मौके पर मौत, दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ा
 बालोतरा

बालोतरासे खेड़ की ओर जा रहे ट्रैक्टर ट्रॉली के शुक्रवार शाम करीब 7.20 बजे पलटने से दो लोगों की मौत हो गई। यह ट्रैक्टर ट्रॉली में प्लास्टिक पाइप लदे थे। दुर्घटना में ट्रैक्टर ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ट्रैक्टर पर सवार दूसरे युवक ने राजकीय नाहटा चिकित्सालय में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। दुर्घटना की सूचना मिलने ही पहले बालोतरा सीआई गौरव अमरावत टीम सहित मौके पर पहुंचे। पचपदरा थाना क्षेत्र होने के कारण इसके बाद पचपदरा पुलिस घटना स्थल पर पहुंची।

पुलिस सूत्रों के अनुसार शुक्रवार शाम को प्लास्टिक पाइप ट्रॉली में भरकर ट्रैक्टर खेड़ की तरफ जा रहा था। ट्रैक्टर पर खुमाणी जाखड़ों की ढाणी लिखा है। इस दौरान अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर पलटी खा गया। इसके साथ ही ट्रॉली भी दूसरी तरफ पलट गई, जिससे ट्रैक्टर वापस सीधा हो गया। दुर्घटना में ट्रैक्टर ड्राइवर की मौैके पर ही मौत हो गई। जबकि ट्रैक्टर पर सवार एक अन्य को गंभीर घायल अवस्था में राजकीय नाहटा चिकित्सालय लाया गया। जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने बताया कि ट्रैक्टर प्रेमाराम जाखड़ का है। इस पर सवार दोनों जनों की शिनाख्त देर शाम तक नहीं हो पाई।

नागौर परिवार का दावा : कंकाल अरनियाला की पुष्पा का


नागौर परिवार का दावा : कंकाल अरनियाला की पुष्पा का

थानाधिकारी : पहचान अधूरी फैसला डीएनए रिपोर्ट के बाद

यह था मामला | पालियासकी भोम नाडी अंगोर में मिला था अज्ञात महिला का कंकाल

अिधकारियों ने कहा, जांच के बाद ही सौंपेंगे कंकाल


परिवार अंतिम क्रिया तो पुलिस सबूतों के अभाव में परेशान

नया मोड़ | पादूकला थाने के पालियास गांव में सोमवार को मिला था महिला का कंकाल


परिजनों का दावा इसलिए मजबूत
परिजनोंने महिला के पास बरामद सामान में कनकती, बाल, चाबी, ओढ़नी चप्पल से उसकी पहचान की। इसके आधार पर उन्होंने दावा किया कि ये कंकाल पुष्पा देवी का है। उन्होंने कंकाल दाह संस्कार के लिए सुपुर्द करने की मांग की। पुष्पा देवी के मोबाइल की अंतिम लोकेशन भी मेवड़ा गांव के पास आई थी जो कि घटनास्थल पालियास गांव के नजदीक है। परिजनों का कहना है कि कंकाल उन्हें सुपुर्द कर दिया जाए। ताकि अंतिम संस्कार हो सके।



भास्कर संवाददाता | जसनगर



पादूकला थानांतर्गत पालियास गांव में गत सोमवार को जिस महिला का कंकाल पुलिस को मिला था। अरनियाला निवासी परिजनों ने उसकी पहचान करते हुए कंकाल तीन माह पहले लापता 32 वर्षीय पुष्पा डिडेल का बताया है। परिजनों ने महिला के पास मिले सामान से उसकी पहचान की है। उधर थानाधिकारी ने यह कहते हुए कंकाल देने से मना कर दिया है कि दावा करने वाले लोगों ने पहचान के संकेत अधूरे बताए हैं। डीएनए रिपोर्ट के बाद भी फैसला लिया जाएगा।

पालियास गांव में महिला का कंकाल मिलने पर अरनियाला गांव के गजेंद्र महेंद्र डिडेल शुक्रवार को पादू थाने पहुंचे। थाने पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें महिला का सामान दिखाया। कुछ सामान की तो उन्होंने पहचान की, लेकिन महिला के पास मिली घड़ी उसके एक दांत में चांदी भरी होने की बात कंकाल से मैच नहीं हुई। परिजनों ने कंकाल उन्हें सुपुर्द करने की मांग की। इसको लेकर शुक्रवार को परिजन गांव के सरपंच सहदेव बेड़ा सहित डेगाना वृत्ताधिकारी नानगराम मीणा से मिलने पहुंचे। लेकिन उनके जोधपुर हाइकोर्ट में होने की वजह से वार्ता नहीं हुई। इस पर ग्रामीण पादू कला थानाधिकारी रूपा राम चौधरी से मिले। मामले में संदेह की स्थिति देखते हुए चौधरी ने मामले में डीएनए जांच के बाद ही कंकाल सुपुर्दगी की बात कही है।
पादूथाने में दर्ज है पुष्पा डिडेल की गुमशुदगी का मामला
जानकारीके अनुसार महिला का नाम पुष्पा देवी पत्नी सत्यनारायण डिडेल बताया जा रहा है। पुष्पा देवी के पुत्र गजेंद्र, महेंद्र आदि शुक्रवार को सरपंच के साथ पादू कला पहुंचे। उन्होंने पुलिस को बताया कि पुष्पा तीन माह पहले धनतेरस पर अंगूठी लेने मेड़ता सिटी गई थी। उसके बाद से वह गायब है। परिजनों ने पादू कला में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
ज्ञातव्य है कि पादूकलां थाना क्षेत्र के पालियास गांव में सोमवार को भोम नाडी की अंगोर भूमि में अज्ञात महिला का क्षत-विक्षत कंकाल पड़ा मिला था। मनरेगा श्रमिकों ने नाडी में खुदाई का काम शुरू किया तो उन्हें एक महिला का कंकाल शत-विक्षत हालत में पड़ा दिखा। उन्होंने तुरंत सरपंच को सूचना दी। ग्रामीणों सरपंच ने पादूकलां थाना पुलिस को सूचना दी। मंगलवार को थानाधिकारी रूपाराम चौधरी पुलिस उपाधीक्षक डेगाना नानगराम मीणा मय पुलिस जाब्ता घटना स्थल पर पहुंचे घटना का जायजा लिया। नागौर से एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची घटनास्थल से कंकाल के अवशेष साक्ष्य जुटाए। थानाप्रभारी रूपाराम चौधरी ने बताया कि ये मानव खोपड़ी मानव शरीर के अवशेष करीब एक महीने पुराने हो सकते हैं, जिसे जंगली जानवरों ने पूरी तरह बिखेर दिया है। मौके पर पड़े कपड़े, बाल, चप्पल आदि देखने से लगता है कि ये किसी महिला का शव हो सकता है। पहनावे अनुसार ये नजदीक क्षेत्र की ही हो सकती है।
डीएनए जांच करांएगे, फिर लेंगे फैसला
^पालियासके पासमिले कंकाल की डीएनए जांच कराई जाएगी। उसके बाद ही पता चलेगा कि यह कंकाल अरनियाला की पुष्पा देवी का है या किसी और का है। इसलिए दावा करने वाले लोगों को फिलहाल कंकाल देने से मना किया है। रूपारामचौधरी, थानाधिकारी पादू
शनिवार को मिलेंगे परिजनों से
^मैं आज किसी काम से जोधपुर हाइकोर्ट आया हूं। मुझे मामले में जानकारी है। अगर परिजन कंकाल की पहचान का दावा कर रहे हैं तो मैं शनिवार को डेगाना लौट रहा हूं। वे मुझ से मिल सकते हैं। कंकाल अभी प्रीजर्व में है। कोर्ट के आदेश से आगे की कार्रवाई होगी। नानगराममीणा, डिप्टी, डेगाना
कारण | पुलिसको इसलिए संदेह
पादूथानाधिकारी रूपा राम चौधरी ने बताया कि कंकाल के पास मिली घड़ी पुष्पा की होने से परिजनों ने इंकार किया है। परिजनों ने बताया कि पुष्पा की बत्तीसी का एक दांत खराब था। उसकी जगह चांदी भरवाई थी। पुलिस को मिली खोपड़ी की बत्तीसी में चांदी नहीं मिली। सारे दांत सही है। पुलिस को यह भी संदेह है कि दो माह पहले इड़वा बस स्टैंड पर घूमने वाली मानसिक विक्षिप्त महिला भी गायब है। उसका हुलिया भी मैच हो रहा है।
जसनगर. पुलिस को मौके पर कंकाल के पास मिले कपड़े।
गुमशुदा पुष्पा देवी


झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकियां देने वाले गिरोह की सरगना गिरफ्तार

झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकियां देने वाले गिरोह की सरगना गिरफ्तार

 
युवती ने पूर्व में मारोठ पुलिस के एक कांस्टेबल तीन लोगों पर भी लगाए थे दुष्कर्म के आरोप 



आरोपी आकृति जैन




प्रतिष्ठितलोगों को धमकियां देकर रुपए ऐंठने वाले गिरोह की सरगना युवती को नावां पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया। नावां थानाधिकारी महावीर सिंह चौधरी ने बताया कि थाने में व्यापारी माधवप्रसाद धूत ने बुधवार को रिपोर्ट पेश कर बताया कि दो माह पूर्व उनके घर पर नावां निवासी यूनुस खां आया और चार लाख रुपए देने की मांग की। उसने कहा कि अगर रुपए नहीं दिए तो मेरे गिरोह की सदस्या आकृति जैन निवासी भूणी से आपके खिलाफ उल्टा-सीधा मुकदमा करवाकर आपकी इज्जत खराब करवा दूंगा। जैन से उसने कई बार धमकी भरे फोन भी करवाए। जैन ने 19 जनवरी को दो बार फोन करके धमकियां दी। जिसकी बातचीत उसने रि‍कॉर्ड की थी। पुलिस ने सरगना की तलाश प्रारंभ की। आरोपी जैन को शुक्रवार सुबह नावां से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से आरोपी को पंद्रह दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
पुलिसपर भी लगाए थे आरोप
आकृतिजैन ने करीब दो माह पूर्व न्यायालय में इस्तगासा पेश कर मारोठ पुलिस के एक कांस्टेबल पर भी दुराचार का आरोप लगाया था। उसने मारोठ पुलिस थाने में तीन युवकों के खिलाफ भी दुराचार का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था। इसके बाद जान को खतरा होने की बात कहते हुए पुलिस से सुरक्षा मांगी थी। पुलिस अधिकारियों ने उसकी सुरक्षा के लिए उसके घर पर एक पुलिस कांस्टेबल महिला कांस्टेबल को लगाया था। गिरोह की सरगना आकृति जैन यूनुस द्वारा प्रतिष्ठित लोगों को धमकियां देकर रुपए ऐंठने के कई मामले पुलिस के सामने रहे हैं, लेकिन थाने तक मामले नहीं पहुंच पाए थे। लेकिन माधव प्रसाद धूत ने परेशान होकर पुलिस में मामला दर्ज करवाया, उसके बाद आरोपी आकृति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
एक अन्य की तलाश जारी 
^पुलिसद्वारा मामले की कार्रवाई करते हुए सरगना आकृति को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा दूसरे आरोपी यूनुस की तलाश जारी है। महावीरसिंह, थानाधिकारी नावां 
नावां सिटी।