चिकित्सा क्षेत्र मंे आयुर्वेद का महत्वपूर्ण स्थानःशर्मा
धनवंतरी जयंती दिवस एवं आरोग्य सप्ताह का समापन
बाड़मेर, 09 नवंबर। चिकित्सा के क्षेत्र मंे आयुर्वेद का महत्वपूर्ण स्थान है। आज से 5 हजार वर्ष पूर्व से मानव आयुर्वेद चिकित्सा पद्वति के जरिए स्वास्थ्य लाभ ले रहा है। जिला कलक्टर सुधीर कुमार शर्मा ने सोमवार को धनवंतरी जयंती दिवस एवं आरोग्य सप्ताह के समापन समारोह के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा से व्यक्ति दीर्धायु होकर अपने पुरूषार्थ को प्राप्त कर सकता है। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने आयुर्वेद की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान जीवन शैली मंे आयुर्वेद का योगदान अविस्मरणीय है। उन्हांेने कहा कि हमें नियमित योग एवं आयुर्वेद को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाकर स्वास्थ्य को कायम रखने का प्रयास जरूर करना चाहिए। आयुर्वेद विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक नरेन्द्र कुमार ने कहा कि आयुर्वेद जीवन का विज्ञान है। आयुर्वेद के सिद्धांतो दिनचर्या ,रात्रिचयार्, ऋतुचर्या, एवं आहार-विहार के पालन से पूर्ण स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की प्राप्ति होती है। योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के प्रभारी डाॅ.प्रदीपकुमार धनदे ने शट्कर्म की संक्षिप्त उपयोगिता बताई। प्रकृति प्रेमी एवं शिक्षाविद् हनुमानराम डऊकिया ने कहा कि आयुर्वेद को अपना कर उन्होंने स्वंय अनुभूत महसूस किया है कि यह पूर्ण रूप से कारगर है। आंवले का प्रयोग करके बालों का उगना एवं उनमें वृद्धि होना एक चमत्कार ही है। लाॅयनेस किरण मंगल ने आयुर्वेद की महता पर प्रकाष डालते हुए धनवंतरी जयंती की शुभकामनाएं दी। लाॅयन राधेश्याम मुदडा ने सबको स्वस्थ एवं दीर्धायु रहने की कामना करते हुए दीपावली की दी। समाज सेवी कैलाश कोटडि़या ने कहा कि जीवन का असली आंनद स्वस्थ रहने में है। स्वास्थ्य को बनाये रखने में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति पूर्णतः कारगर है। कार्यक्रम में हाई स्कूल के प्राचार्य चैनाराम चैधरी ने आयुर्वेद विभाग का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इस प्रकार धनवन्तरी जयन्ती को इस प्रकार से मनाया गया एक सटीक एवं प्रगतिशील प्रयास है। इस दौरान आयुर्वेद विषयक ड्राक्यूमेट्री का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान चैहटन के प्रधान कुंभाराम सेंवर ने कहा कि उनका आयुर्वेद से विशेष लगाव है एवं समय-समय पर इस चिकित्सा पद्धति लाभ स्वस्थ रहने के लिए लेते है। उन्होंने जिक्र करते हुए कहा कि वर्तामान में स्वीकृत 300 नवीन आयुर्वेद चिकित्साधिकारियों के पदों में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चैहटन पर एक पद स्वीकृत करवाया, जिससे आमजन को आयुर्वेद चिकित्सा सेवा का लाभ मिल सके । इससे पहले कार्यक्रम की शुरूआत विधिवत धनवंतरी पूजन के साथ जिला कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा एवं अन्य अतिथियांे ने की। डाॅ. अनिलकुमार विशिष्ठ ने धनवंतरी प्राकट्य पर अपना उद्बोधन दिया कार्यक्रम उपखंड अधिकारी बाड़मेर हिमताराम मेहरा, जलदाय विभाग के एस.ई. नेमाराम परिहार, प्रो. सम्पतकुमार , डाॅ.मालीराम शर्मा समेत कई समाज सेवी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे । धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. चन्द्रशेखर जैमिनी ने किया। मंच संचालन डाॅ. सुरेन्द्र चैधरी ने किया। अन्त में सभी आगन्तुकों को धनवंतरी प्रसाद का वितरण किया गया ।