बुधवार, 28 अक्तूबर 2015

उच्च शिक्षण संस्थानों से आरक्षण हटाना राष्ट्रहित में: सुप्रीम कोर्ट

उच्च शिक्षण संस्थानों से आरक्षण हटाना राष्ट्रहित में: सुप्रीम कोर्ट


नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राष्ट्रीय हित में यह आवश्यक हो गया है कि उच्च शिक्षण संस्थाओं में सभी तरह के आरक्षण से दूर रहा जाए। शीर्षस्थ न्यायालय ने केन्द्र सरकार से यह भी कहा कि वह इस संबंंध 'सकारात्मकÓ प्रभावशाली कदम उठाए।

न्यायाधीश दीपक मिश्रा और न्यायाधीश पीसी पंत की पीठ ने कहा कि सुपर स्पेशयलिटी कोर्सेस में चयन का प्रारम्भिक मापदंड मेरिट बनाने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों के कई बार स्मरण दिलाने के बाद भी जमीनी हालत जस के तस हैं और मेरिट पर आरक्षण का आधिपत्य रहता है।

पीठ ने यह भी कहा कि विशेषाधिकारों से हालत नहीं बदले हैं। चिकित्सा संस्थानों में सुपर स्पेशयलिटी कोर्सेस में आरक्षण मुद्द के दो मामलों पर शीर्षस्थ अदालत ने यह भी कहा कि 'वास्तव में कोई आरक्षण नहीं होना चाहिए।

देश के यह सामान्य हित में है कि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जाए और उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाकर देश के लोगों की मदद की जाए।पीठ ने निर्णय देते हुए कहा कि उसे उम्मीद और विश्वास है कि केन्द्र सरकार और राज्यों की सरकारें इस पहलू पर बिना देरी किए गंभीरता से विचार करेंगी और समुचित दिशा-निर्देश देने की ओर बढ़ेंगी।पीठ ने कहा कि वह आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में प्रवेश प्रक्रिया में दखल नहीं दे सकती क्योंकि राष्ट्रपति के आदेश को संवैधानिक रूप से चैलेंज नहीं किया जा सकता।

क्यों किया जाता है करवा चौथ का व्रत?

क्यों किया जाता है करवा चौथ का व्रत?


सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए 30 अक्टूबर 2015 को को करवा चौथ का व्रत रखेंगी। इस दिन चंद्रोदय में गणेश जी की पूजा-अर्चना के बाद अर्घ्य देकर व्रत खोला जाता है। इस बार चंद्रोदय रात्रि 8.32 बजे होगा।

व्रत खोलने से पूर्व छलनी में दीपक रखकर, उसकी ओट से पति की छवि को निहारने की परंपरा भी करवा चौथ पर्व की है। इस दिन बहुएं अपनी सास को चीनी के करवे, साड़ी व शृंगार सामग्री भेंट करती हैं।

माना जाता है कि इस व्रत को करने से पति-पत्नी का रिश्ता मधुर आैर मजबूत बनता है। साथ ही सुयोग्य वर प्राप्ति के लिए भी करवा चौथ का व्रत किया जाता है।सभी सुहागन स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं, वहीं कुंवारी लड़कियां भी सुयोग्य वर प्राप्ति के लिए यह व्रत कर सकती हैं।

पंडित राजकुमार शर्मा ने बताया कि इस खास दिन कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो कुंवारी कन्याओं के विवाह में विलम्ब एवं सुयोग्य वर संबंधी परेशानियां दूर हो सकती हैं।

मंगलवार, 27 अक्तूबर 2015

गुजरात से आए 34 लोग सिर्फ जुआ खेलने

गुजरात से आए 34 लोग सिर्फ जुआ खेलने


राजसमंद. राजस्थान-गुजरात सीमा पर स्थित एक ढाबे पर ताश के पत्तों पर चल रहे सट्टे का भंडाफोड़ कर पुलिस ने 34 जनों को गिरफ्तार कर करीब साढ़े आठ लाख रुपए बरामद किए। गिरफ्तार आरोपितों में अधिकांश गुजराती है, जो प्रतिदिन दांव लगाने के लिए राजस्थान में आ रहे थे। गुप्त सूचना पर पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई के लिए उदयपुर से विशेष टीम भेजी थी। पुलिस अधीक्षक राजेन्द्रप्रसाद गोयल ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली गुजरात-राजस्थान सीमा पर पहाड़ा थाना क्षेत्र के झांझरी गांव में एक ढाबे पर करीब एक माह से बड़े पैमाने पर जुआ खेला जाता है। मुख्य सरगना ग्रीनपार्क सोसायटी कलोल गांधीनगर (गुजरात) निवासी युसूफ पुत्र उस्मान भाई मलिक है। जुआ खेलने के लिए प्रतिदिन अहमदाबाद व गांधीनगर के लोग काफी आते है। इस पर अम्बा माता थानाधिकारी राजेन्द्र जैन को भेजकर जांच करवाई गई। जांच में पुष्टि होने पर विशेष टीम ने सोमवार को वहां दबिश दी। मौके पर मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे। मौके से 34 जनों को गिरफ्तार कर दांव पर लगे 8 लाख 57 हजार 450 रुपए नकद व ताश के पत्ते बरामद किए। जांच में सामने आया कि अधिकांश आरोपित अहमदाबाद व गांधीनगर से शाम चार बजे वाहनों में यहां पहुंचते थे और रात 8 से 9 बजे लौट जाते थे। आसपास जंगल होने व लोगों की आवाजावी नहीं होने से सटोरियों ने इसे अड्डा बना रखा था।

इनको किया गिरफ्तार : सरखेज अहमदाबाद निवासी दिनेश ठाकुर, सोला गांव निवासी हंसमुख पटेल, सीलज अहमदाबाद निवासी अश्विन भाई पटेल, घनश्याम भाई पटेल, मेहसाणा निवासी भरतभाई पटेल, गांधीनगर निवासी विक्रम राजपूत, नवरंगपुरा निवासी नितिन जैन, कलोल निवासी शैलेष भाई बारोठ, निमेश बारोठ, देवेन्द्र बारोठ, मनोज भाई सोलंकी, चांद लोडि़या निवासी शीतलभाई पटेल, अजयभाई जोशी, गांधीनगर निवासी युसूफ पठान, मेहसाणा निवासी भरत चौहान, सीत्तपुर पाठन निवासी असलम भाई, अमित खान, हैदर खान, इरफान शेख, महबूब खान, महेश कृपलानी, नरेश चंदानी, अशोक भाई, झांझरी पहाड़ा निवासी दीपक मीणा, मेहसाणा निवासी बसंत मोदी, रफ्यूद्दीन भाई, वस्तारपुर अहमदाबाद निवासी मनूभाई बारोठ, विष्णु भाई, गौरांग पटेल, अशोक भाई, मुफत भाई पटेल व युसूफ।

सर्वे: UP के बाद राजस्थान में दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार, महिलाओं के साथ हो रहे हैं RAPE

सर्वे: UP के बाद राजस्थान में दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार, महिलाओं के साथ हो रहे हैं RAPE

दलितों के खिलाफ होने वाले अपराधों में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और यौन अपराधों के मामले सबसे ज्यादा रहते हैं और इस मामले में जनसंख्या अनुपात के लिहाज से गोवा की स्थिति सबसे खराब है जबकि अपराधों की संख्या के हिसाब से उत्तर प्रदेश पहले नबंर पर है। अपराध रिकार्ड ब्यूरो की ओर से जारी रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है।

रिपोर्ट के अनुसार गोवा में प्रति एक लाख अनुसूचित जाति के लोगों में से 67 प्रतिशत अपराध का शिकार बनते हैं जिनमें 66 फीसदी हिन्दू, 25 फीसदी इसाई और 8 फीसदी मुसलमान होते हैं। इस क्रम में गोवा के बाद राजस्थान और आंध्र प्रदेश का स्थान है जहां दलितों के खिलाफ अपराध का प्रतिशत क्रमश: 66 और 49 फीसदी है।

 
यूपी के बाद राजस्थान में हुए दलितों के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध

देश के सबसे अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ गत वर्ष सबसे ज्यादा 8075 अपराध हुए। इसके बाद 8028 अपराध की वारदात के साथ राजस्थान दूसरे स्थान पर, 7893 वारदात के साथ बिहार चौथे स्थान पर, 4151 वारदात के साथ मध्यप्रदेश पांचवे स्थान पर और 4144 वारदात के साथ आंध्र प्रदेश छठे स्थान पर रहा। इन आंकडों के अनुसार शीर्ष पांच राज्यों में हुए अपराधों की संख्या देश में हुए कुल अपराधों का 69 फीसदी रही।

पिछले साल दर्ज हुए थे 47064 मामले

वर्ष 2014 के दौरान अनुसूचित जाति के लोगों के खिलाफ देशभर में अपराध के 47064 मामले हुए जो कि इससे पहले के पांच वर्षों की तुलना में 44 फीसदी ज्यादा थे। वर्ष 2010 में ऐसे अपराधों की संख्या 32712 थी जो कि वर्ष 2014 में बढकर 47064 पर पहुंच गई। इन अपराधों में महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म और अन्य यौन अपराधों की संख्या 8913 रही। कुल मामलों में से केवल 40,300 मामलों की रिपोर्ट ही पुलिस में दर्ज कराई गई।

अभी हो रहे अत्याचार

दलितों के अधिकारों की रक्षा के लिए बनाए गए तमाम कानूनों और मीडिया द्वारा ऐसे मामलों में सक्रियता दिखाने के बावजूद दलितों के खिलाफ अपराध की घटनाएं अभी भी सुर्खियों में हैं। जाति व्यवस्था के खिलाफ लिखने वाली एक युवा दलित लेखिका हाल में कर्नाटक में कुछ कट्टरपंथियों के हमले में बाल बाल बची। हरियाणा के सुनपेड गांव में दो बच्चों को जिंदा जलाए जाने की घटना के पीछे भी ऊंची जाति के लोगों का हाथ बताया जा रहा है।

जोधपुर पड़ौसी ने महिला का यौन शोषण कर आपत्तिजनक फोटो खींच किया ब्लैकमेल



जोधपुर पड़ौसी ने महिला का यौन शोषण कर आपत्तिजनक फोटो खींच किया ब्लैकमेल


फलोदी की रहने वाली एक महिला ने अपने पड़ौसी के खिलाफ यौन शोषण करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। महिला ने पुलिस को बताया कि गत जून में वह अपने पैतृक निवास में अकेली सो रही थी। इस मौके का फायदा उठाते हुए पड़ौस में रहने वाले नारायण उर्फ नेहरू जोशी उसके घर आया। उसने महिला को अकेली देखकर बालात्कार किया। इस दौरान आरोपी ने महिला के कुछ आपत्तिजनक फोटो भी अपने मोबाइल से खींच लिए।

पुलिस को दी जानकारी में पीडि़ता ने बताया कि आरोपी उसके पैतृक मकान का पड़ौसी और स्वजाति बंधु है। इस कारण उसका महिला के घर आना-जाना रहता है। इसी का फायदा उठाकर आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया। एक बार हुई इस घटना को उसने लोकलाज के चलते परिजनों को नहीं बताया। इस बात का फायदा उठाकर आरोपी उसको मोबाइल से खीचीं गई आपत्तिजनक फोटोज को वाट्सअप पर जगजाहिर करने की धमकी देकर परेशान करने लगा।

फिर किया महिला का शोषण

आरोपी ने महिला के साथ अपने किराए के मकान में गत 9 अक्टूबर को बुलाया। इसके बाद उसने महिला को कमरे में बंद कर उसके साथ फिर बलात्कार किया। निरंतर प्रताडऩा और यौन शोषण से पीडि़त दो बच्चों की मां ने इस घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी। जिस पर परिजनों ने भी अपने स्तर पर आरोपी को समझाने का प्रयास किया लेकिन उसके नहीं मानने पर अदालत में इस्तगासा लगाकर पुलिस में रिपोर्ट दी।

लक्ष्मणगढ़ (अलवर).दुष्कर्म के बाद युवती की हत्या कर शव को फंदे से लटकाया



लक्ष्मणगढ़ (अलवर).दुष्कर्म के बाद युवती की हत्या कर शव को फंदे से लटकाया
कस्बे के कोली मोहल्ला निवासी एक व्यक्ति ने उसकी 18 वर्षीय पुत्री की दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव फंदे पर लटकाने का मामला स्थानीय थाना पुलिस में दर्ज कराया है।

कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में महिला चिकित्सक नहीं होने के कारण चार घंटे तक अस्पताल में मृतका का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। पुलिस ने अलवर में पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया।

थाना प्रभारी जयराम चौधरी ने बताया कस्बे के कोली मोहल्ला निवासी एक जने ने सोमवार देर रात्रि करीब 10 बजे एक रिपोर्ट दर्ज कर बताया कि उसकी 18 वर्षीय लड़की घर पर अकेली थी। पड़ौस में रहने वाले रवि कुमार पुत्र नेमीचन्द कोली ने उसके घर के कमरे में घुस आया और लड़की से दुष्कर्म किया।

रिपोर्ट में यह भी आरोप लगाया कि आरोपित ने लड़की द्वारा घटना की जानकारी परिजनों को देने के भय से गले में चुन्नी से फं दा डाल कर उसकी हत्या कर दी और इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पंखे से लटका दिया।

इसी दौरान उसके पुत्र घर पहुंचे तो आरोपित रवि मकान की छत से कूद कर भाग गया। कुछ गलत होने की आशंका पर उसके पुत्रों ने मकान के अन्दर जाकर देखा तो लड़की पंखे से लगे फंदे में लटकी मिली।

उन्होंने उसे नीचे उतारा और कस्बे के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई।

पुलिस ने देर रात्रि शव को कब्जे में लेकर सरकारी अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया। मंगलवार प्रात: चिकित्साधिकारी रूपेन्द्र शर्मा ने महिला चिकित्सक नहीं होने के कारण पोस्टमार्टम अलवर क राने की बात कही।

इस पर थानाधिकारी जयराम चौधरी शव को अलवर ले गए। वे प्रकरण की जांच भी कर रहे है। चौधरी ने बताया कि पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।

नहीं मिला वाहन

मानवता उस समय शर्मसार हो गई जब मृत पुत्री के शव को अलवर ले जाने के लिए वाहन की जरूरत पड़ी। चिकित्साधिकारी ने अस्पताल में नसबंदी शिविर होने के कारण कभी भी अस्पताल में एम्बुलेंस आवश्यकता पडऩे की आशंका के चलते एम्बुलेंस उपलब्ध कराने में असमर्थता जता दी।

मृतका का पिता शव को ले जाने के लिए करीब दो-तीन घंटे तक वाहन की तलाश में इधर-उधर भटकता रहा, लेकिन कोई भी वाहन चालक शव ले जाने के लिए तैयार नहीं हुआ।

इस पर सरपंच बच्चू तिवाड़ी ने थाना प्रभारी जयराम चौधरी से वाहन की व्यवस्था करने का अपील की। बाद में पुलिस थाना प्रभारी ने शव को ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की।

घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस उपाधीक्षक प्यारेलाल मीना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे तथा थानाधिकारी जयराम चौधरी से आवश्यक जानकारी ली।

लोगों में आक्रोश

कस्बे के अस्पताल में महिला चिकित्सक नहीं होने से युवती का पोस्टमार्टम नहीं होने पर लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया। लोगों ने अस्पताल में महिला चिकित्सक लगाने की मांग की।

कोटा. नशे का सामान लेकर घूम रहे थे, दो तस्करों को सुनाई सजा

कोटा. नशे का सामान लेकर घूम रहे थे, दो तस्करों को सुनाई सजा

कोटा. जीआरपी थाना क्षेत्र में 5 साल पहले गिरफ्तार दो डोडा चूरा तस्करों को एनडीपीएस अदालत ने सजा से दंडित किया है। विशिष्ट लोक अभियोजक राजेश अड़सेला ने बताया कि जीआरपी के जवान 10 नवम्बर 2010 को कोटा रेलवे स्टेशन पर गश्त कर रहे थे।

तभी वहां देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन आकर रुकी। पुलिसकर्मियों ने ट्रेन के सामान्य कोच की जांच की तो दो संदिग्ध व्यक्ति मिले। तलाशी लेने पर उनके पास अवैध मादक पदार्थ डोडा चूरा मिला।

आरोपित रतलाम के नागदी गांव निवासी अनिल वाल्मीकि के पास से 19 किलो 500 ग्राम व विजय सिंह उर्फ बिज्जू के पास से 11 किलो 500 ग्राम अवैध डोडा चूरा मिला। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया।

एनडीपीएस अदालत ने आरोपित अनिल को 6 साल कठोर कैद व 50 हजार रुपए जुर्माने से और विजय सिंह को 5 साल कठोर कैद व 40 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है।

पन्द्रह हजार रूपये की रिश्वत लेते दूदू पटवारी स्वामी गिरफ्तार

पन्द्रह हजार रूपये की रिश्वत लेते दूदू पटवारी स्वामी गिरफ्तार


जयपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार को जयपुर के दूदू तहसील के पदस्थ पटवारी सुरेंद्र स्वामी को पन्द्रह हजार रूपये की रिश्वत लेते हुये गिरफ्तार किया गया है । सुरेन्द्र स्वामी के पास पटवार हल्का रैहलाना गांव का अतिरिक्त चार्ज भी है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिरीक्षक हवासिंह घुमरिया ने बताया कि परिवादी मोहम्मद सलीम और शिवदयाल ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवायी कि उन्होने पाँच बीघा जमीन का सौदा कराया था । जिसकी रजिस्ट्री नाप के बाद होनी थी।

जमीन की नपाई के लिए पटवारी सुरेन्द्र स्वामी ने तीस हजार रूपये रिश्वत की मांग की। दोनों पार्टीज के बीच मामला पन्द्रह हजार रूपये में तय हुआ था।

ब्यूरो टीम अजमेर की विशेष यूनिट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने शिकायत के सत्यापन के बाद दूदू तहसील में पदस्थापित पटवारी सुरेन्द्र स्वामी को पन्द्रह हजार रूपये की रिश्वत लेते हुये गिरफ्तार किया गया। इस मामले में एसीबी निवारण अधिनियम के तहत आगे की कार्यवाही की जा रही है।

बाड़मेर,महापड़ाव के बाद जीती ग्रेड पे की जंग

बाड़मेर,महापड़ाव के बाद जीती ग्रेड पे की जंग

उर्जा मंत्री ने दी सैद्धांतिक सहमति, एक माह में ग्रेड पे लागू करने का लिखित मंे आश्वासन, सिफारिश के लिए कमेटी गठित, हजारों कर्मचारियों में खुशी की लहर, आंदोलन समाप्त
बाड़मेर, 27 अक्टूंबर।
आईटीआई प्रशिक्षित तकनीकी कर्मचारियों की ग्रेड पे 2400 करने की मांग को लेकर चल रही मांग के बीच अधिवेशन का आयोजन एवं उसके महापड़ाव मंे बदलने एवं टूल डाउन हड़ताल के कारण उत्पन्न हुई विद्युत व्यवधान के चलते सरकार को कर्मचारियों की मांगो के आगे झुकना पड़ा, और सरकार द्वारा एक माह में कर्मचारियों की मांगो को मानने की सैद्धांतिक सहमति दी। सरकार द्वारा इस संबंध मंे लिखित मंे आश्वासन देने के बाद कर्मचारियों ने अपना महापड़ाव एवं टूल डाउन सोमवार देर रात समाप्त कर दिया। वहीं इस एतिहासिक जीत दर्ज कर कर्मचारियों के मंगलवार को बाड़मेर पहुंचने पर कर्मचारियों द्वारा उनका जगह-जगह फूल मालाओं से स्वागत किया गया।
कर्मचारी नेताओं का जगह-जगह स्वागतः-
प्रदेश प्रवक्ता रमेश पंवार ने बताया कि पिछले कई सालो से चली आ रही तकनीकी कर्मचारियों की ज्वलंत समस्या ग्रेड पे की मांग के माने जाने से ना सिर्फ बाड़मेर बल्कि पूरे प्रदेश में खुशी की लहर छा गई। बाड़मेर पहुंचने पर इन कर्मचारी नेताओं का जगह-जगह स्वागत किया गया। प्रदेश सचिव खीमकरण खींची, संभाग अध्यक्ष आईदानसिंह ईंदा, जिलाध्यक्ष हिंगलाजदान देथा, रमेश चैधरी, हनुमान विश्नोई, प्रकाश विश्नोई, चेतन जोगल, अशोक नामा, गणपत प्रजापत, राजेन्द्र सोनी, लिखमाराम, राजेन्द्र गुर्जर, जयपालसिंह, मदन भाटिया, दलाराम, नितिन जैन, सहित सैकड़ो कर्मचारियों के जयपुर से पचपदरा, बायतु, बाड़मेर, चैहटन, शिव एवं धोरीमन्ना पहुंचने पर वहां के कर्मचारियों ने ढ़ोल नगाड़े बजाकर एवं फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया।
पुलिस की कार्यवाही से उग्र हुआ आंदोलनः
प्रदेश प्रवक्ता रमेश पंवार ने बताया कि राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन द्वारा ग्रेड पे 2400 करने की मांग को लेकर रविवार को जयपुर मंे प्रदेश स्तरीय द्वितीय अधिवेशन का आयोजन किया गया था, लेकिन इस अधिवेशन में सरकार की ओर से किसी भी प्रतिनिधि के नहीं पहुंचने के कारण रविवार शाम अधिवेशन महापड़ाव और टूल डाउन मंे तब्दील हो गया। इस बीच सोमवार अलसुबह पुलिस ने जबरन कार्यवाही करते हुए अधिवेशन स्थल पर सो रहे एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वीराज गुर्जर सहित करीब 19 नेताओं को हिरासत में ले लिया और अन्य कर्मचारियों पर लाठीचार्ज करते हुए भगा दिया। पुलिस की इस दमनकारी नीति के विरोध मंे कर्मचारियों का गुस्सा भड़क गया और उन्होने अपना रूख उग्र करते हुए 400 केवी जीएसएस हीरापुरा में प्रवेश कर कब्जा जमाया एवं गिरफ्तार नेताओं की रिहाई की मांग की। कई घंटे तक मांगे नहीं मानने और कर्मचारियों के काम पर नहीं लौटने के कारण हीरापुरा सहित अन्य ग्रिड सब स्टेशनों की बिजली गुल हो गई और जयपुर शहर सहित कई शहर और कस्बे अंधेरे में डूब गए। इस बीच फिर से पुलिस ने कर्मचारियों को वहां से हटाने के लिए बल प्रयोग करने की कोशिश लेकिन कर्मचारियों द्वारा आत्मघाती कदम उठाने की चेतावनी दी गई जिसके बाद पुलिस और सरकार को झूकना पड़ा और कर्मचारी नेताओं की रिहाई के साथ ही वार्ता के लिए बुलाया।
एक माह में लागू होगी रिपोर्टः
इस मामले में सोमवार देर रात करीब 11 बजे उर्जा राज्य मंत्री पुष्पेन्द्रसिंह राणावत, उद्योग मंत्री गजेन्द्रंिसह खींवसर सहित डिस्काॅम प्रशासन ने कर्मचारी नेता पृथ्वीराज गुर्जर, कार्यकारी अध्यक्ष चेतन दवे, डी.एल. नागर सहित प्रतिनिधि मण्डल से वार्ता की एवं कर्मचारियों की ग्रेड पे की मांग पर सैद्धांतिक सहमति दी और इसमें रही कमी को पूरा करने के लिए एक माह का समय मांगा। सरकार की ओर से इस संबंध मंे लिखित मंे कमेटी भी गठित की गई जिसमें प्रमुख शासन सचिव वित्त, सचिच जयपुर, संयुक्त निदेशक आरएण्डए जयपुर, मुख्य कार्मिक अधिकारी जयपुर अधिकारी शामिल हैं और यह एक माह में ग्रेड पे की मांग को लेकर रही कमी को पूरा करते हुए अपनी सिफारिश सरकार को सौपेगी और इसके बाद सरकार इस मांग को लागू करेगी। इस लिखित आश्वासन के बाद सोमवार देर रात करीब 1 बजे कर्मचारियों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया।