रविवार, 18 अक्तूबर 2015

बाड़मेर मुनाबाव में टिकट बाबू को पकड़ने की सूचना



बाड़मेर मुनाबाव में टिकट बाबू को पकड़ने की सूचना
थार एक्सप्रेस मुनाबाव से जोधपुर के लिए रवाना

मुनाबाव में टिकट बाबू को पकड़ने की सूचना

विजलेंस टीम द्वारा पकड़ने आ रही सूचना

सीनियर सिटीजन से टिकट से ज्यादा रुपए लेने की शिकायत

अब तक रेलवे ने नहीं की है आधिकारिक रूप से पुष्टि

सूत्रों के अनुसार आ रही सूचना कल की है कार्रवाई

बाड़मेर

थार एक्सप्रेस मुनाबाव से जोधपुर के लिए रवाना

कस्टम विभाग ने की कस्टम ड्यूटी वसूल

पाक यात्रियों से 200 ग्राम सोने पर की कस्टम ड्यटी वसूल

सोने पर लगती है 36.50% कस्टम ड्यूटी

यात्रियों से कस्टम ड्यूटी वसूल कर छोड़ा 200 ग्राम सोना

(बाड़मेर पर्यटन सेतु बन सकता है शिव



(बाड़मेर). राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर बाड़मेर से 50 व जैसलमेर से 100 किमी पर स्थित शिव कस्बा दोनों जिलों कापर्यटन सेतु बन सकता है। जैसलमेर से सुंदरा के रास्ते जिला मुख्यालय पहुंचने से पूर्व मुनाबाव व गडरारोड सहित कई सीमावर्ती गांवों में बॉर्डर टूरिज्म व डेजर्ट नेशनल पार्क की सैर का आनंद लिया जा सकता है।

यहां गांवों की परंपरागत संस्कृति की तस्वीर देखने का मौका मिलेगा। दूसरा रास्ता हाईवे के गांव बरियाड़ा से है। इसमें बोहरासर में पालीवालों के जमाने की बेरियों, देवका के भव्य व संभाग के दुर्लभ कलाकृतियों वाले सूर्य मंदिर, गूंगा के सेंड डयून्स पर सूर्यास्त का मनोहारी दृश्य व झांपली कलां में अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार सूफ ी व पारंपरिक लोक संगीत से पर्यटकों को रिझा सकते हैं। बीसूकलां के विसोत माता मंदिर की भव्यता को निहारने, शिव के ऐतिहासिक बाबा गरीबनाथ मंदिर के दर्शन व झीलकाय मानसरोवर तालाब में नौकायन का लुत्फ उठाने से शायद ही कोई सैलानी चूकेगा।

कोटड़ा का किला, सरगला कुआं

कोटड़ा केरियासतकालीन किले के पास ही एेतिहासिक सरगला नामक कुआं पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर खींचने का माद्दा रखता है।

फूड टूरिज्म की संभावनाएं

यहां साकर से बनी बिना आटे की रोटी, सिंधण गायों का माखण तथा केर-सांगरी सरीखे पंचकूटे के व्यंजनों का स्वाद यहां दुबारा आने को विवश कर सकता है।

हस्तशिल्प का भी आकर्षण

यहां निर्मित चमड़े की मौजडिय़ां, चमड़े व कपड़े पर उकेरी कसीदाकारी से बने बैग व पर्स आदि भी देसी-विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हो सकते हैं।

नींबला गांव में पीरदानजी के थान पर भरने वाला पशु मेला थारपारकर नस्ल के गोवंश, जैसलमेरी नस्ल के ऊं ट व मारवाड़ी नस्ल के घोड़े पर्यटकों को खींच सकते हैं। लोक देवता बाबा रामदेव की जन्म स्थली रामदेरिया में बन रहा भव्य मंदिर धार्मिक पर्यटन बढ़ाने में मददगार हो सकता है।

जोधपुर झूंपे में आग, मासूम जिंदा जली



जोधपुर झूंपे में आग, मासूम जिंदा जली


जिले के बोरूंदा कस्बे में एक झूंपे में आग लगने से दो साल की मासूम जिंदा जल गई। इससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना के समय परिजन मजदूरी पर गए हुए थे।

पुलिस ने बताया कि बोरूंदा कस्बे के रावनिया में शनिवार देर शाम पोकरराम नायक के झोंपे में आग लग गई। झोंपे में दो तीन बच्चे खेल रहे थे। संभवत: कांच की सीसी से बनी जलती चिमनी गिर गई। इससे झोंपे में आग लग गई।

दो बच्चे बाहर आ गए, लेकिन दो साल की समिता पालने में ही रह गई। इससे वह आग की चपेट में आकर जिंदा जल गई। जब तक गांव वाले आग पर काबू पाते बच्ची की मौत हो गई। बोरूंदा पुलिस घटना स्थल पर पहुंची, लेकिन तब जक झोंपा जल चुका था।

गांव के लोगों ने आस पास की बनी ढाणियों से पानी डाल कर आग बुझाई और बच्ची को बाहर लाए। तब तक बच्ची की मौत हो गई थी।

लाहौर।RAW के टारगेट पर पीएम नवाज शरीफ और हाफिज सईद: PAK अखबार का दावा



लाहौर।RAW के टारगेट पर पीएम नवाज शरीफ और हाफिज सईद: PAK अखबार का दावा


पाकिस्तानी अखबार डॉन ने दावा किया है कि भारत की खुफिया एजेंसी RAW (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद की हत्या की साजिश रच रहा है। अखबार ने यह दावा पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के हवाले से किया है। द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने नवाज शरीफ और हाफिज सईद को रॉ से जान का खतरा बताया है।

पाकिस्तान पंजाब प्रांत के गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से द डॉन ने लिखा है कि दो दिन पहले खुफिया जानकारी मिली कि रॉ नवाज शरीफ और हाफिज सईद की हत्या की साजिश में लगा हुआ है। रॉ ने अपने आदमियों को नवाज और हाफिज की हत्या की जिम्मेदारी सौंप चुका है।

पंजाब के गृह मंत्रालय की ओर से जारी लेटर में बताया रॉ ने पाकिस्तान के हाई वैल्यू टारगेट्स पर अटैक का प्लान बनाया है। जिससे की पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर अराजकता का माहौल उत्पन्न हो।

इस चिट्ठी के जरिए पीएओ को शरीफ की सुरक्षा कड़ी सुरक्षा करने की हिदायत दी है। चिट्ठी में इस बात का भी जिक्र है कि रॉ हाफिज के ठिकानों का ट्रेस करने के आदेश जारी कर चुकी है।

जोधपुर अपनी ही मंगेतर का अपहरण के बाद करवाया सामूहिक दुष्कर्म



जोधपुर अपनी ही मंगेतर का अपहरण के बाद करवाया सामूहिक दुष्कर्म


मथानिया स्थित बड़ाबास क्षेत्र निवासी एक नाबालिग का उसी के मंगेतर ने परिजनों के साथ मिलकर अपहरण करवा दिया। इसके बाद जैसलमेर ले जाकर अन्य रिश्तेदार के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया।

किसी तरह पीडि़ता वहां से निकलने में सफल हुई और घर पहुंचकर आपबीती बताई। पीडि़ता के पिता ने होने वाले दामाद और दस अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बड़ाबास मथानिया के रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि उसकी 17 साल की पुत्री का रिश्ता नवोड़ा बेरा के निवासी रूपाराम उर्फ हेमंत माली पुत्र शंकरलाल के साथ 3 नवंबर 2014 को तय किया गया था।

15 अगस्त 2015 की सुबह साढ़े तीन बजे रूपाराम उर्फ हेमंत अपने अन्य रिश्तेदारों को लेकर बोलेरो से उनके घर आया और तड़के ही परिवादी की पुत्री का अपहरण कर अपने साथ ले गया। उस वक्त पीडि़ता का पिता दूध बेचने गांव से बाहर गया था।

इसके बाद आरोपी पीडि़ता को लेकर जैसलमेर में रिको कोलोनी के रहने वाले अन्य रिश्तेदार भागीरथ पुत्र बगतराम माली के यहां ले गया। यहां पर बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया जाता रहा। पुलिस को दी रिपोर्ट में पीडि़ता के पिता ने बताया कि उसकी पुत्री 14 सितंबर 15 को वहां से भाग निकली। इसके बाद घर आकर घटना की जानकारी दी।

पीडि़ता के पिता ने गांव की पंच पंचायती में मामला बताया और न्याय की गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।तब शनिवार को वह पुलिस थाने पहुंचा और पीडि़ता के मंगेतर के साथ दस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पीडि़ता ने अपने मंगेतर व एक अन्य पर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। मंडोर एसीपी इसकी जांच कर रहे हैं।

बीजिंग/नई दिल्ली।चीन: हजारों ने बादलों के बीच 'उड़ता हुआ शहर' देखने का किया दावा, बनाया VIDEO



बीजिंग/नई दिल्ली।चीन: हजारों ने बादलों के बीच 'उड़ता हुआ शहर' देखने का किया दावा, बनाया VIDEO


चीन में हजारों लोग आसमान में उड़ती हुआ शहर देखने का दावा कर रहे हैं। गुआंगडोंग प्रांत के फोशन में रहने वालों ने उड़ती हुई एलियन सिटी देखने की बता कही थी। इसके कुछ दिन बाद जियानगक्सी के लोगों ने भी उड़ता शहर देखने की बात कही। लोगों ने उसके वीडियो बनाए और फोटो भी खींचे हैं। वीडियो और फोटोज में इमारत और शहर के आकृति जैसा कुछ बादलों के बीच नजर आ रहा है।

चीनी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हजारों लोगों ने पिछले हफ्ते दो बार इस तरह की उड़ती हुई चीज देखने का दावा किया। हालांकि मौसम विशेषज्ञ और साइंटिस्ट का इसको लेकर अलग तर्क है।एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक मौसम विशेषज्ञ का मानना है कि यह फाटा मोरगाना नाम का ऑप्टिकल इल्यूशन (दृष्टि भ्रम) है। उन्होंने कहा कि फाटा मोरगाना जमीन और समुद्र में दिखाई देता है और इसमें ऑप्टिकल डिस्ट्रोशन तथा ऑब्जेक्ट्स (जैसे नांव) दिखते हैं। वही इस बार भी बादलों के बीच दिखा है। इस तरह की इमेज तब बनती है जब रोशनी की किरणें अलग-अलग तापमान से होकर हवाएं गुजरती हैं।इससे पहले की इस तरह की घटा सामने आ चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मार्च 2011 में नाॅर्दन नाइजीरिया के बउची स्टेट के दुलाली गांव के सैकड़ों लोगों ने इसी तरह की घटना होने की बात की थी। वहीं 2011 में चीन में भी इस तरह की बात सामने आई थी।

नई दिल्ली।7th पे कमीशन: सरकारी कर्मचारियों को तोहफा, 20000 से कम नहीं होगी किसी की सैलरी!



नई दिल्ली।7th पे कमीशन: सरकारी कर्मचारियों को तोहफा, 20000 से कम नहीं होगी किसी की सैलरी!


मोदी सरकार केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ी खुशखबरी देने वाली है। एक जनवरी 2016 से उनका बेसिक वेतन 20000 रुपए से कम नहीं होगा। सातवां वेतन आयोग अपनी सिफारिशों को अन्तिम रूप देने में लगा है।

वेतन आयोग के सूत्र बताते हैं कि वह मौजूदा बेसिक वेतन करीब 7750 को न्यूनतम 20000 रुपए करने जा रहा है। न्यायाधीश अशोक माथुर की अध्यक्षता वाले सातवें वेतन आयोग को इसी साल 31 दिस बर तक अपनी रिपोर्ट देनी है लेकिन सूत्र बताते हैं कि वह कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही अपनी रिपोर्ट दे देगा।

केंद्र सरकार के करीब 48 लाख कर्मचारियों व 55 लाख पेंशनरों की सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों पर नजर है। देश में केंद्रीय वेतनमान के आधार पर ही राज्यों में भी सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह तय होने की परंपरा के कारण राज्यों के करोड़ों कर्मचारी भी माथुर वेतन आयोग की सिफाारिशों को लेकर उत्सुक हैं।

तिगुना होगा न्यूनतम वेतन
सैलरी के लिहाज से कर्मचारियों के अलग-अलग तबकों में सबसे ज्यादा संख्या अल्पवेतनभोगियों की है, यानि वेतन आयोग की सिफारिशों में भी सबसे ज्यादा उत्सुकता इस बात को लेकर है कि न्यूनतम वेतन क्या तय किया जाता है। ऊपर के कैडर का वेतन भी इस न्यूनतम वेतन पर ही तय होगा। छठेे वेतन आयोग में बेसिक व ग्रेड पे मिला कर न्यूनतम बेसिक वेतन करीब 7750 रुपए है। अभी कर्मचारियों को 119 फीसदी महंगाई भत्ता मिल रहा है जो नए वेतन स्लैब में शामिल हो जाएगा। साथ ही आगामी 10 साल की मुद्रास्फीदी को ध्यान में रखें तो नया न्यूनतम बेसिक वेतन इससे ज्यादा होगा। सूत्र बताते हैं कि इस गणित के हिसाब से सातवें वेतन आयोग में न्यूनतम बेसिक वेतन 20000 से अधिक किया जा रहा है।

अफसर-चपरासी की जेब का अन्तर घटेगा?

जानकार सूत्रों के अनुसार वेतन आयोग के सामने बड़े व छोटे कर्मचारियों के बीच सैलरी के अंतर को संतुलित करने की भी चुनौती है। माना जाता है कि बड़े नीतिगत निर्णय व नई सोच से नवाचार का काम बड़े अफसर करते हैं लेकिन इसे जमीनी स्तर पर अमल में लाने का काम छोटे कर्मचारियों पर निर्भर करता है। गुड गवर्नेंस के लिए दोनों के बीच समन्वय जरूरी है और दोनों की सैलरी में भारी अन्तर से छोटे कर्मचारियों में पैदा हुई कुण्ठा का सरकारी कामकाज पर गहरा असर पड़ता है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। देश की आजादी से पहले उत्तरदायी अंतरिम सरकार के दौर में आए पहले वेतन आयोग में न्यूनतम व अधिकतम बेसिक वेतन के बीच 41 गुना (1:41) का अन्तर था जो छठे वेतन आयोग तक आते आते 12 गुना (1:12) तक रह  गया है। माना जा रहा है कि सातवां वेतन आयोग इस अंतर को और कम कर सकता है।

पहली पत्नी ने पति से करावाया दूसरी पत्नी के साथ ये शर्मनाक काम



ब्यावर रास थाना क्षेत्र के सुमेल स्थित रामपुरा में 11 अक्टूबर को एक महिला को उसके पति और सौतन ने मिलकर केरोसिन उड़ेल कर आग लगा दी थी। महिला की शनिवार को उपचार के दौरान अजमेर स्थित जेएलएन चिकित्सालय में मौत हो गई।

रास थाना प्रभारी जसवंतसिह राजपुरोहित ने बताया कि ब्यावर खास स्थित मकरेड़ा निवासी सोहन मेहरात ने रिपोर्ट दी कि उसकी पुत्री प्रेम का नौ माह पहले सुमेल स्थित रामपुरा निवासी मेवा मेहरात के साथ नाता प्रथा से विवाह किया था। वहां ससुराल रामपुरा में 11 अक्टूबर को उसके पति मेवा व उसकी पहली पत्नी मौसमी ने मिलकर पुत्री प्रेम पर केरोसिन उड़ेल कर आग लगा दी।

इस पर पीडि़ता प्रेम को गंभीरावस्था में अजमेर के राजकीय जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया। शनिवार को पीडि़ता ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव पीहर पक्ष को सौंप दिया। इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। गौरतलब है कि पति मेवा व पहली पत्नी मौसमी को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर बुधवार को न्यायालय में पेश किया था, जहां से दोनों आरोपित को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है।

यह है मामला
सुमेल रामपुरा निवासी मेवा मेहरात की करीब 15 वर्ष पूर्व मौसमी से शादी हुई थी। उसके कोई बच्चा नहीं होने पर मेवा ने नौ माह पूर्व प्रेम से नाता प्रथा के तहत शादी की, लेकिन मौसमी व प्रेम में नहीं बनने से आए दिन झगड़े होते थे। इसी झगड़े ने 11 अक्टूबर को बड़ा रूप ले लिया। इस झगड़े में पति मेवा व पहली पत्नी मौसमी ने मिलकर पीडि़ता प्रेम पर केरोसिन उड़ेल कर आग लगा दी थी

WHO का खुलासा, सेहत पर दुनिया में सबसे कम खर्च करता है भारत

WHO का खुलासा, सेहत पर दुनिया में सबसे कम खर्च करता है भारत

भारत दुनिया के ऐसे देशों में शामिल है जहां बहुत सारी स्वास्थ्य योजनाएं अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लयूएचओ) के हाल ही में पेश रिपोर्ट के मुताबिक स्वास्थ्य पर खर्च के मामले में 191 देशों में भारत 164वें पायदान पर है।

इस तरह चीन के सरकारी खर्च से 30 प्रतिशत तक कम है। देश में खराब स्वास्थ्य का प्रमुख कारण सरकार द्वारा स्वास्थ्य पर कम खर्च करना है, जो दुनिया में सबसे कम है। इसके मद्देनजर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने स्वास्थ्य बजट में वृद्धि की मांग की है।

योजना आयोग की ओर से बनाए गए यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के उच्चस्तरीय विशेषज्ञ समूह ने नवंबर 2011 में 2022 के लिए रिपोर्ट दी थी। इसमें स्वास्थ्य फाइनेंस, स्वास्थ्य ढांचे, स्वास्थ्य सेवा शर्तें, कुशल कामगारों, दवाओं और वैक्सीन तक पहुंच, प्रबंधकीय और संस्थागत सुधार और सामुदायिक भागेदारी जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई थी।

आयोग के अनुमान के मुताबिक, 12वीं योजना के तहत 2012 से 2017 के दौरान 3.30 करोड़ खर्च किए जाने का अनुमान है। आयोग ने कहा कि हम 12वीं योजना के तीसरे साल में प्रवेश कर चुके हैं और अभी इस बजट का बहुत छोटा हिस्सा मिल पाया है।

आईएमए के महासचिव डॉ केके अग्रवाल का कहना है कि सरकार को मौजूदा जीडीपी 1.1 प्रतिशत बजट खर्च को बढ़ा कर 12वीं योजना के तहत कम से कम 2.5 प्रतिशत तक करना चाहिए और 2022 तक जीडीपी का 3 प्रतिशत होना चाहिए।सरकार को चाहिए कि वह प्राथमिक स्वास्थ्य पर 55 प्रतिशत, द्वितीयक पर 35 प्रतिशत और तीसरे देखभाल सेवाओं पर 10 प्रतिशत तक बजट खर्च करने का प्रावधान करे।इसके अलावा सरकारी स्तर पर दवाइयों की खरीद के लिए 0.1 प्रतिशत से बढ़ाकर जीडीपी का 0.5 प्रतिशत खर्च होना चाहिए।सरकार को ऐसा कानून बनाना चाहिए जो दवा कंपनियों को बाजार में ट्रेड नाम प्रयोग करने से रोके।

दवाएं केवल कैमिकल के नाम से बिकनी चाहिए। दवाएं उच्च गुणवत्ता की उपलब्ध हों और इसकी निगरानी का ढांचा भी विकसित होना चाहिए।

इसके अलावा सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए पानी, स्वच्छता और साफ-सफाई मुख्य कारक हैं।सरकार को न सिर्फ इस क्षेत्र का बजट बढ़ाना चाहिए बल्कि वह पैसा सही तरीके और सही समय के अंदर खर्च हो। इसके अलावा सरकार स्वास्थ्य जागरूकता योजनाओं पर होने वाले खर्च के बजट में भी बढ़ोतरी करे।