रविवार, 11 अक्तूबर 2015

कोटा. 3 किलो 350 ग्राम गांजे सहित तस्कर गिरफ्तार

कोटा. 3 किलो 350 ग्राम गांजे सहित तस्कर गिरफ्तार


कोटा. अनंतपुरा थाना पुलिस ने शनिवार रात तीन किलो 350 ग्राम गांजे सहित तस्कर व एक अन्य को गिरफ्तार किया है। तस्कर गांजे की सप्लाई देने जा रहा था, इस दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

पुलिस ने रविवार को तस्कर को न्यायाधीश के समक्ष पेश कर तीन दिन रिमांड पर लिया है।

पुलिस अधीक्षक सवाईसिंह गोदारा ने बताया कि पत्थर मंडी चौराहे के पास रात्रि गश्त के दौरान पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर निवासी दीपक जैन उर्फ टिम्मू को गांजे सहित गिरफ्तार किया।

रविवार को उसे न्यायाधीश के समक्ष पेश कर तीन दिन पुलिस रिमांड पर लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह गांजा महावीर नगर में संतोषीनगर निवासी शम्भूसिंह राजपूत को देने जा रहा था। पुलिस ने शंभू सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। थानाधिकारी अमरसिंह राठौड़ ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जाएगी कि वह गांजा कहां से लाया।

आरोपितों के खिलाफ कई मामले दर्ज

दीपक के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में चोरी, अवैध हथियार रखने, हत्या के प्रयास सहित कुल 6 मामले दर्ज हैं। वहीं शम्भूसिंह महावीर नगर थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशिटर है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में नकबजनी, चोरी, अवैध शराब, हत्या का प्रयास, जुआ सट्टा, मारपीट सहित कुल 27 प्रकरण दर्ज हैं।

बारां. कोटा-यमदूतों ने दो युवकों को कुचला

बारां. कोटा-यमदूतों ने दो युवकों को कुचला

बारां. कोटा-ग्वालियर फोरलेन हाई-वे पर शनिवार रात व रविवार सुबह यमदूत बनकर आए ट्रकों ने दो चालक युवकों को कुचलकर उन्हें मौत की नींद सुला दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए।

लघुशंका के लिए उतरा था

फोरलेन हाई-वे पर सम्बलपुर पुलिया के समीप ग्वालियर से आटे के कट्टे ला रहे एक ट्रक के चालक मातादीन शर्मा को पीछे से आ रहे एक अन्य ट्रक ने कुचल दिया। मृतक ट्रक चालक शिवपुरी जिले के सुभाषपुरा निवासी मातादीन शर्मा उर्फ भवानी प्रसाद (35) रात करीब तीन बजे सम्बलपुर पुलिया के समीप ट्रक को खड़ा कर लघुशंका के लिए उतरा था।

लघुशंका के बाद वह ट्रक के टायर चेक करने लग गया। इसी दौरान पीछे से आ रहे एक ट्रक के चालक ने लापरवाही से चलाते हुए टक्कर मार दी तथा चालक मातादीन को कुचल दिया। तत्काल एम्बुलेंस से उसे जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। ट्रक में ट्रक मालिक दीपक शर्मा व एक अन्य हरि भी सवार थे।

टायर बदलते समय आई मौत

इधर, रात करीब साढ़े 11 बजे कोटा से कार से छीपाबड़ौद जाते समय हाई-वे पर पुलिस लाइन के समीप कार का टायर पंचर होने पर उसे बदल रहे छीपाबड़ौद निवासी दीपक अग्रवाल व कार चालक आबिद को पीछे से आ रहे एक ट्रक ने टक्कर मारकर घायल कर दिया।

दोनों को जिला चिकित्सालय ले जाया गया। जहां रात करीब डेढ़ बजे गंभीर घायल आबिद की मृत्यु हो गई। वहीं दीपक को परिजनों ने रैफर करा निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया है।

भवानीमंडी(झालावाड़) पिस्टल के साथ दो होम गार्ड जवान गिरफ्तार

पिस्टल के साथ दो होम गार्ड जवान गिरफ्तार

भवानीमंडी(झालावाड़) थाना क्षेत्र के छत्रपुरा में झालावाड़ मार्ग पर साढ़े चार बजे नाकेबंदी के दौरान दो जनों को अवैध पिस्टल व तीन कारतूसों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

झालावाड़ रोड़ चौकी प्रभारी बालचंद ने बताया कि झालावाड़ मार्ग पर नाकेबंदी के दौरान पिपल्या की ओर से आ रही बाइक रोकी तो दो जने भागने लगे, पकड़कर उनकी तलाशी लेने पर रावतभाटा थाना क्षेत्र के जावरा निवासी लीलाराम मीणा के पास से पिस्टल व तीन कारतूस बरामद किए।

उसके साथी बाइक सवार रावतभाटा थाना क्षेत्र के मालपुरा निवासी भगवत सिंह कोभी गिरफ्तार किया। आरोपित रावतभाटा थाने में होम गार्ड में तैनात हैं।

अनूपगढ़ .कुल्हाड़ी के वार से दिनदहाड़े हत्या

अनूपगढ़ .कुल्हाड़ी के वार से दिनदहाड़े हत्या

अनूपगढ़ . उपखंड क्षेत्र के गांव 20 एएस में एक जने ने रविवार को दिनदहाड़े एक व्यक्ति की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। घटना से गांव में सनसनी फैल गई।

घटना के अनुसार लखवीर सिंह उर्फ लखा रविवार सुबह करीब 11 बजे गांव के मेवाराम के पास बैठा था। इस दौरान गांव का अंग्रेज ङ्क्षसह कुल्हाड़ी लिए आया और लखवीर ङ्क्षसह पर वार कर दिया। मेवा ङ्क्षसह ने बीच-बचाव किया लेकिन अंग्रेज ने कुल्हाड़ी का दूसरा बार लखवीर की गर्दन पर कर दिया। इससे गर्दन धड़ से अलग हो गई और लखवीर ङ्क्षसह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।

घटना की सूचना मिलने पर रामङ्क्षसहपुर थानाधिकारी विकास बिश्रोई, अनूपगढ़ पुलिस उप अधीक्षक हिमांशु, रावला थानाधिकारी अरविन्द बेरड़ तथा घड़साना थानाधिकारी प्रशांत कौशिक मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। शव को अनूपगढ़ के राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है।

झाड़-फूंक करता था लखवीर

सूत्रों ने बताया कि मृतक लखवीर ङ्क्षसह उर्फ लखा गांव में झाड-फूंक का काम करता था। वारदात के समय मेवाराम उसके पास बैठा था। पुलिस ने मेवाराम की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया है।

लखवीर का था आरोपी के घर आना जाना

प्राप्त जानकारी के अनुसार लखवीर ङ्क्षसह उर्फ लखा का अंग्रेज ङ्क्षसह के घर आना-जाना था। करीब एक वर्ष पूर्व अंग्रेज ङ्क्षसह की पत्नी कहीं चली गई थी और छह माह बाद लौट आई। इसके बाद से वह गांव 58 जीबी स्थित अपने पिता के घर रहनेलगी थी। पत्नी के घर से जाने के बाद से अंग्रेज ङ्क्षसह ने भी गांव छोड़ दिया था।

शीघ्र होगी आरोपी की गिरफ्तारी

गांव के लोगों से घटना की जानकारी मिली है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है। इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है तथा आरोपी की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें बनाई गई हैं।

- हिमांशु, पुलिस उप अधीक्षक, अनूपगढ़

बाड़मेर, सक्षम अधिकारी की अनुमति के बाद मिलेगा अवकाष



बाड़मेर, सक्षम अधिकारी की अनुमति के बाद मिलेगा अवकाष

बाड़मेर, 11 अक्टूबर। जिला कलक्टर के नियंत्राधीन समस्त अधिकारियांे एवं कर्मचारियांे को सक्षम अधिकारी को अवकाश आवेदन देने एवं अनुमति मिलने के बाद ही अवकाश के साथ जिला मुख्यालय छोड़ने की अनुमति मिल पाएगी। इस संबंध मंे बाड़मेर जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने एक आदेश जारी कर संबंधित अधिकारियांे एवं कर्मचारियांे को इसकी पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।

जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने बताया कि कार्मिकांे को निर्देश दिए गए है कि वे आकस्मिक अवकाश के आवेदन पत्र मंे अपने गन्तव्य स्थान एवं उपलब्धता का पूर्ण पता, ई-मेल, मोबाइल एवं बेसिक टेलीफोन नंबर का आवश्यक रूप से इन्द्राज करेंगे। आकस्मिक अवकाश अथवा अन्य किसी प्रकार के अवकाश की स्वीकृति एवं मुख्यालय छोड़ने की अनुमति लेना संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी। विशेष परिस्थितियांे मंे आकस्मिक अवकाश अथवा मुख्यालय छोड़ने की अनुमति समक्ष अधिकारी से दूरभाष पर भी प्राप्त की जा सकती है। आकस्मिक अवकाश को छोड़कर अन्य प्रकार के अवकाश लिए 15 दिन पूर्व आवेदन करना होगा। चिकित्सा संबंधित अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र मय रोग प्रमाण पत्र देने पर ही अवकाश स्वीकृति पर विचार किया जाएगा। जिला कलक्टर ने समस्त निर्देशांे की पालना अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए है।

ये हैं बिहार के करोड़पति भिखारी, पांच एकाउंट करते हैं मेंटेन

ये हैं बिहार के करोड़पति भिखारी, पांच एकाउंट करते हैं मेंटेन
फाइल फोटो- पटना में रेलवे स्टेशन पर पप्पू भिखारी।

पटना। बीते महीने पटना में रेलवे स्टेशन पर एक ऐसा भिखारी मिला था जिसके पास करोड़ों की संपत्ति है। मामला तब सामने आया जब जीआरपी ने पटना स्टेशन पर पर भिखारियों को पकड़ा। पप्पू भिखारी के पास से पीएनबी, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और इलाहाबाद बैंक के एटीएम मिले। जांच में पता चला कि इसमें लाखों रुपए जमा हैं। यह सारे बैंक एकाउंट उसी भिखारी पप्पू के थे। करीब सवा करोड़ रुपए का मालिक पप्पू, पटना जंक्शन पर भीख मांगता है।

जानकारी के अनुसार कुछ साल पहले पप्पू को उसके पिता ने पढ़ाई के लिए डांट लगाई। इससे नाराज होकर मुंबई चला गया, कुछ महीने वहां रहा। उस दौरान एक दिन मुंबई में ट्रेन से सफर करते समय गिर पड़ा। उसका एक हाथ जख्मी होने पर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके सारे पैसे खत्म हो गए। पप्पू ने बताया कि वह मुंबई रेलवे स्टेशन पर खड़ा था, उसकी लचारी देख लोगों ने उसे भिखारी समझकर कुछ पैसे दे दिए। पहले दिन मिले पांच सौ रुपए से उसने भरपेट खाना खाया और नए कपड़े भी खरीदे। अगले दिन फिर उसी जगह पर जाकर बैठ गया। इस दिन भीख में उसे सात सौ रुपए मिले। इसके बाद वह रोज उसी जगह बैठने लगा और अच्छी-खासी कमाई होने लगी। जब मोटी रकम जमा हो गई तो वह पटना आ गया। उसके नाम पर पटना सिटी और दीघा में जमीन भी है, जिसकी कीमत लाखों रुपए है। पप्पू विवाहित है और उसका बेटा इंग्लिश मीडियम में पढ़ रहा है।

स्टिंग ऑपरेशन में फंसे नीतीश के मंत्री? 4 लाख रुपए लेते कैमरे में हुए कैद


स्टिंग ऑपरेशन में फंसे नीतीश के मंत्री? 4 लाख रुपए लेते कैमरे में हुए कैद

फोटो- दावा किया गया है कि अवधेश काम के बदले पैसे ले रहे हैं।

पटना. बिहार में चुनावी नतीजे आने से पहले ही सरकार बनने पर काम करवाने की बोली लगने लगी है। इसका आरोप नीतीश सरकार के मंत्री अवधेश कुशवाहा पर लगा है। स्टिंग करने वाले एक ग्रुप ने दावा किया है कि अवधेश मुंबई से आए कुछ लोगों से सरकार बनने पर बड़ा काम दिलाने के नाम पर चार लाख रुपए लेते एक कैमरे में कैद हुए हैं। मंत्री कैमरे में सरकार बनने पर कारोबारी को मदद करने का आश्वासन भी दे रहे हैं और अपने एक अन्य मंत्री साथी को भी कारोबारी को मदद करने को कह रहे हैं। वीडियो में आरजेडी के कैंडिडेट भी पैसे लेते हुए देखे जा सकते हैं। हालांकि, bmrblogspot.com स्टिंग ऑपरेशन में किए गए दावे की पुष्टि नहीं करता है।
वीडियो में अवधेश ने ही इस बात का भी खुलासा किया है कि विधानसभा का चुनाव लड़ने में करीब दो करोड़ रुपए की रकम खर्च होती है। कारोबारी बनकर स्टिंग करने वाले रिपोर्टर ने इस वीडियो को यू-ट्यूब पर अपलोड कर दिया है। इसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो में क्या है?
अवधेश प्रसाद कुशवाहा पिपरा विधानसभा से जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। स्टिंग अवधेश कुशवाहा के घर का है। स्टिंग एक्स फाइल नाम संस्था की ओर से किया गया है। स्टिंग में रिपोर्टर कारोबारी बनकर सरकार के मंत्री अवधेश कुशवाहा के पास पहुंचते हैं। वे मंत्री से सरकार बनने पर बड़े काम दिलाने की बात करता है। इसपर मंत्री की ओर से चुनाव में मदद की बात कही जाती है। फिर कारोबारी मंत्री को चार लाख रुपए कैश देता है। कैश लेने से पहले मंत्री जी अपने सोफे से उठकर कमरे को पहले बंद करते हैं फिर पैसा लेते हैं। मंत्री इसके बाद अपने साथी उद्योग मंत्री को भी फोन कर पूरी घटना बताकर कारोबारी की ओर से मदद करने की बात करते हैं। इसके बाद वे कारोबारी को भी उस मंत्री से मुलाकात करवाते हुए दिख रहे हैं। मंत्री अवधेश कुशवाहा यहां ही नहीं रुकते। वे कहते हैं, 'हम पांच लोग एक मानसिकता के हैं। आप हमारी मदद करें, हम आपकी मदद करेंगे।'
और कौन-से नेता दिखते हैं वीडियो में?
जहानाबाद से आरजेडी कैंडिडेट और प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मुद्रिका सिंह यादव भी सरकार बनने पर कथित कारोबारी को मदद करने का भरोसा दिलाते स्टिंग कैमरा में कैद हुए हैं। मखदुमपुर से चुनाव लड़ रहे सूबेदार दास और कोसी से उम्मीदवार कृष्ण नंदन वर्मा के भाई नीतेश भी सरकार बनने पर मदद के बदले दो लाख और एक लाख रुपए लेते हुए कैमरे में कैद हुए हैं।

आनंदपाल पर पांच लाख का इनाम और जान जोखिम में डालने वालों को 51रुपए

आनंदपाल पर पांच लाख का इनाम और जान जोखिम में डालने वालों को 51रुपए


अजमेर. समाज के दुश्मन कुख्यात हार्डकोर अपराधियों पर सरकार ने लाखों रुपए का इनाम घोषित किया है, लेकिन विडंबना है कि जान जोखिम में डालकर ईमानदारी और लगन से ड्यूटी निभाने वाले पुलिसकर्मियों को इनाम के रूप में देने के लिए 51 रुपए से ज्यादा की राशि का प्रावधान नहीं है। आजादी के बाद से अब तक पुलिस के कामकाज में जोखिम तो बढ़ा है, लेकिन पुरस्कार के रूप में दी जाने वाली राशि में इजाफा नहीं हुआ। यह बात दीगर है कि उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत पुलिस जवानों को प्रशस्ति पत्र से आत्मसंतुष्टि और सम्मान का अहसास होता है, लेकिन नकद पुरस्कार राशि हास्यास्पद प्रतीत होती है। सात रुपए से 51 रुपए की यह पुरस्कार राशि भी पुलिस जवानों को हाथ में नहीं दी जाती, बल्कि उनके वेतन के साथ बैंक खाते में जमा होती है। शनिवार को पुलिस लाइन में प्रोत्साहन परेड और कर्तव्यनिष्ठ सम्मान समारोह में एसपी विकास कुमार ने जिले के 221 जवानों को 300 रिवॉर्ड प्रदान कर उनके उत्कृष्ट कार्य की प्रशंसा की।

आनंदपाल पर पांच लाख का इनाम और जान जोखिम में डालने वालों को 51रुपए


जिला पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने शनिवार सुबह पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड पर प्रोत्साहन परेड तथा कर्तव्यनिष्ठ सम्मान समारोह में अपराध नियंत्रण अपराधियों को पकड़ने में अव्वल रहे रामगंज थाना प्रभारी भूपेंद्र सिंह को प्रथम पुरस्कार के रूप में पुलिस ट्रॉफी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, वहीं द्वितीय पुरस्कार के रूप में नसीराबाद सदर थाने के कांस्टेबल नेतराम कोतवाली थाने के सिपाही गिरिराज को ट्रॉफी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।इस मौके पर एसपी विकास कुमार ने प्रोत्साहन परेड का निरीक्षण कर परेड की सलामी ली। परेड का नेतृत्व सीओ रामदेव ने किया। इसके बाद सम्मानित होने वाले 17 पुलिस थानों ट्रैफिक पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप 221 पुलिसकर्मियों को 300 रिवॉर्ड के तौर पर प्रशस्ति पत्र दिए और नकद राशि की घोषणा की गई। इस अवसर पर एएसपी ग्रामीण सतीशचंद्र, एएसपी शहर प्रवीण कुमार, आईपीएस चूनाराम जाट, एएसपी पवन कुमार, एएसपी केकड़ी सुरेश कुमार मीणा, सीओ उत्तर राजेश मीणा, सीओ दरगाह वैभव शर्मा, सीओ ट्रैफिक पुलिस अदिति कांवट, सीओ ग्रामीण भगवान सिंह, सीओ ब्यावर एवं आईपीएस जय यादव, सीओ किशनगढ़ जगदीश सिंह, सीओ नसीराबाद हरिप्रसाद तथा सीओ एसटीएससी सेल रामदेव सहित जिले के तमाम थानाप्रभारी मौजूद थे।

कांस्टेबल ने चालान किया तो युवती बोली, पहला चालान है, रुको सेल्फी ले लूं। फिर फेसबुक पर अपलोड की।




कांस्टेबल ने चालान किया तो युवती बोली, पहला चालान है, रुको सेल्फी ले लूं। फिर फेसबुक पर अपलोड की।

चालान किया तो युवती बोली- पहला चालान है, रुको एक सेल्फी ले लूं
यानी रूल तोड़ने का पश्चाताप नहीं, रोजमर्रा में जो भी घटा, उसका फोटो शेयर करने की चिंता पहले।

पत्नी को बताने के लिए कि वह कहीं और नहीं श्मशान में है, एक व्यक्ति ने वहां सेल्फी खींच पत्नी को भेजी।

यानी जिस जगह खड़े हैं उसकी गरिमा जैसी सामान्य बात नहीं बल्कि स्थान विशेष पर प्रजेंस बताना ज्यादा जरूरी।

पाली रोड ब्रिज पर आईआईटी छात्र नई हाईकोर्ट बिल्डिंग के साथ सेल्फी ले रहे हैं। ऐसी टोली कई बार दिखती है। ऐसा ही नजारा शास्त्री सर्किल पर बीच सड़क पर दिखा।

यानी व्यस्त हाईवे पर वाहनों के खतरों का डर नहीं फोटो लेने का जुनून हावी।

जिंदगी के खुशनुमा पल शेयर करने और सेल्फी विद डॉटर जैसे अच्छे अभियान का जरिया बनने वाला सेल्फी अच्छी बात थी। लेकिन इसका नशा या ऑब्सेशन अजीब दृश्य दिखाने लगा है। हम माता-पिता कम से कम इतना करें कि जिस सेल्फी के कारण हमारे बच्चों की जान पर बन आए या वे किसी अनजानी मुसीबत में फंस जाए, उसे हम जरूर रोकें। इसी तरह श्मशान जैसी जगह पर तो बड़े भी जगह की मर्यादा भूल कर फोटो ले रहे हैं। इसका भी विरोध करें।

खतरनाक पुलिया पर ट्रैफिक पुलिस ने एक युवती को स्कूटी पर बिना हेलमेट देख रोका। चालान बनने के बाद युवती ने मोबाइल से ट्रैफिक पुलिसकर्मी को भी कवर करते हुए व चालान थामे की सेल्फी ली। फेसबुक पर फोटो पोस्ट कर लिखा "पहले सेल्फी फिर चालान।' अगले दिन युवती ने कांस्टेबल प्यारेलाल को देखकर स्कूटी रोकी और हेलमेट दिखाकर कहा कि अब मैं हमेशा हेलमेट लगाऊंगी।