रविवार, 11 अक्तूबर 2015

स्टिंग ऑपरेशन में फंसे नीतीश के मंत्री? 4 लाख रुपए लेते कैमरे में हुए कैद


स्टिंग ऑपरेशन में फंसे नीतीश के मंत्री? 4 लाख रुपए लेते कैमरे में हुए कैद

फोटो- दावा किया गया है कि अवधेश काम के बदले पैसे ले रहे हैं।

पटना. बिहार में चुनावी नतीजे आने से पहले ही सरकार बनने पर काम करवाने की बोली लगने लगी है। इसका आरोप नीतीश सरकार के मंत्री अवधेश कुशवाहा पर लगा है। स्टिंग करने वाले एक ग्रुप ने दावा किया है कि अवधेश मुंबई से आए कुछ लोगों से सरकार बनने पर बड़ा काम दिलाने के नाम पर चार लाख रुपए लेते एक कैमरे में कैद हुए हैं। मंत्री कैमरे में सरकार बनने पर कारोबारी को मदद करने का आश्वासन भी दे रहे हैं और अपने एक अन्य मंत्री साथी को भी कारोबारी को मदद करने को कह रहे हैं। वीडियो में आरजेडी के कैंडिडेट भी पैसे लेते हुए देखे जा सकते हैं। हालांकि, bmrblogspot.com स्टिंग ऑपरेशन में किए गए दावे की पुष्टि नहीं करता है।
वीडियो में अवधेश ने ही इस बात का भी खुलासा किया है कि विधानसभा का चुनाव लड़ने में करीब दो करोड़ रुपए की रकम खर्च होती है। कारोबारी बनकर स्टिंग करने वाले रिपोर्टर ने इस वीडियो को यू-ट्यूब पर अपलोड कर दिया है। इसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो में क्या है?
अवधेश प्रसाद कुशवाहा पिपरा विधानसभा से जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। स्टिंग अवधेश कुशवाहा के घर का है। स्टिंग एक्स फाइल नाम संस्था की ओर से किया गया है। स्टिंग में रिपोर्टर कारोबारी बनकर सरकार के मंत्री अवधेश कुशवाहा के पास पहुंचते हैं। वे मंत्री से सरकार बनने पर बड़े काम दिलाने की बात करता है। इसपर मंत्री की ओर से चुनाव में मदद की बात कही जाती है। फिर कारोबारी मंत्री को चार लाख रुपए कैश देता है। कैश लेने से पहले मंत्री जी अपने सोफे से उठकर कमरे को पहले बंद करते हैं फिर पैसा लेते हैं। मंत्री इसके बाद अपने साथी उद्योग मंत्री को भी फोन कर पूरी घटना बताकर कारोबारी की ओर से मदद करने की बात करते हैं। इसके बाद वे कारोबारी को भी उस मंत्री से मुलाकात करवाते हुए दिख रहे हैं। मंत्री अवधेश कुशवाहा यहां ही नहीं रुकते। वे कहते हैं, 'हम पांच लोग एक मानसिकता के हैं। आप हमारी मदद करें, हम आपकी मदद करेंगे।'
और कौन-से नेता दिखते हैं वीडियो में?
जहानाबाद से आरजेडी कैंडिडेट और प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मुद्रिका सिंह यादव भी सरकार बनने पर कथित कारोबारी को मदद करने का भरोसा दिलाते स्टिंग कैमरा में कैद हुए हैं। मखदुमपुर से चुनाव लड़ रहे सूबेदार दास और कोसी से उम्मीदवार कृष्ण नंदन वर्मा के भाई नीतेश भी सरकार बनने पर मदद के बदले दो लाख और एक लाख रुपए लेते हुए कैमरे में कैद हुए हैं।

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