शनिवार, 10 अक्तूबर 2015

जोधपुर सुनार ने हड़पा सोना



जोधपुर सुनार ने हड़पा सोना


भीतरी शहर के घांचियों का बास निवासी एक सुनार के खिलाफ सोना हड़पने का मामला दर्ज हुआ है। दो पीडि़तों ने इस संबंध में पुलिस में रिपोर्ट दी है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।

मगरा पूंजला मंडोर निवासी विवेक सोनी पुत्र रामसुख सोनी ने सदर बाजार थाने में रिपोर्ट दी कि वह सुनारी का काम करता है। कुछ दिन पूर्व उसने घांचियों का बास स्थित ओम ज्वैलर्स के संचालक कैलाश सोनी पुत्र परमानंद को 160 ग्राम सोना अंगूठियां बनाने के लिए दिया था, लेकिन उसने अंगूठियां बनाकर नहीं दी और अब सोना भी नहीं लौटा रहा है।

इसी प्रकार एक अन्य मुकदमा नृसिंह बालाजी मंदिर के पास रहने वाले विनोद पुत्र ओमप्रकाश सोनी ने भी कैलाश सोनी के खिलाफ दर्ज कराया है। पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने कैलाश सोनी को 95 ग्राम सोना अंगूठियां बनाने के लिए दिया था। अब तक न तो अंगूठियां बनी हैं और ना ही वह सोना लौटा रहा है। सदर बाजार पुलिस थाने में दोनों प्रकरण दर्ज किए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जयपुर।28 घंटे में अगवा मासूम तक पहुंची पुलिस,आरोपी की तलाश जारी

जयपुर।28 घंटे में अगवा मासूम तक पहुंची पुलिस,आरोपी की तलाश जारी

जयपुर में ट्रासपोर्ट नगर इलाके में एक चार साल के बच्चे का अपहरण हो गया। लेकिन पुलिस ने सिर्फ 28 घण्टे में 35 किलोमीटर दूर से अपहरणकर्ता से बच्चे को छुडा लिया। हालांकि बच्चे को अपहरण करने वाला आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
अपरहण का मामला सामने आने के बाद पुलिस के हाथ पांव फूल गए । पुलिस ने मौके पर लगे सीसीटवी फुटेज खंगाले। जिसमें एक शख्स के बच्चों को ले जाता पाया गया। इसी के आधार पर पुलिस ने अपहरणकर्ता कानाराम की तलाश में उसके घर बस्सी थाना इलाके के टोडाभाटा गांव पहुंच गई।


शुक्रवार को हुआ था अपहरण
ट्रांसपोर्ट नगर थाना इलाके से शुक्रवार को सुबह 8 बजे घर के बाहर से खेल रहे 4 साल के बच्चे का अपहरण हो गया था। जिसके बाद पुलिस ने शनिवार को दोपहर 12 बजे बस्सी के पास टोडाभाटा गांव से बच्चे को दास्तयाब किया ।


आरोपी कानाराम फरार
आरोपी कानाराम पुलिस की गिरफ्त से अभी भी बाहर है। हालांकी पुलिस ने दावा किया है कि आरोपी कानाराम मीणा को जल्द गिरफ्तार ​कर लिया जाएगा। पुलिस के अनुसार आरोपी कानाराम आदतन नशेडी है। शुक्रवार को बच्चे के अपहरण कर फिरौती मांगने के मकसद से उसने अपहरण की इस वारदात को अंजाम दिया था।

जोधपुर नाबालिग से देह शोषण के दो आरोपी गिरफ्तार



जोधपुर नाबालिग से देह शोषण के दो आरोपी गिरफ्तार
स्कूली छात्रा की अश्लील फोटो खींचकर उसके साथ देहशोषण करने के दो आरोपियों को बनाड़ थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में पीडि़ता ने गत माह पिता के साथ थाने में हाजिर होकर मुकदमा दर्ज करवाया था।

उल्लेखनीय है कि पुलिस को दी रिपोर्ट में दईकड़ा निवासी एक दलित जाति की लड़की ने बताया था कि वह गांव के स्कूल में पढ़ाई करती है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व गांव के ही झूमरराम पुत्र चंदाराम और श्रवण पुत्र रामूराम जाट स्कूल जाने-आने के समय उसका पीछा करते थे।

पीछा करने के दौरान आरोपियों ने उसकी कुछ फोटो भी अपने फोन से खींच लिए। इन फोटो को सार्वजनिक कर बदनाम करने की धमकी देकर फोटो डिलीट करने के एवज में रुपये की मांग करने लगे। रुपए नहीं देने पर आरोपियों ने एक रात उसके घर में घुसकर उसके साथ बलात्कार किया।

पीडि़ता ने दी शिकायत में बताया था कि रेप करने के बाद आरोपियों ने उक्त फोटो सार्वजनिक कर दी, जिसके चलते माता का थान क्षेत्र में रहने वाला शोभाराम भी उसको बदनाम करने की धमकी देकर रुपए मांगने लगा।

पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था और जांच कर रही थी। शनिवार को पुलिस ने दो आरोपियों पीपाड़ सिटी हाल माता का थान निवासी शोभाराम पुत्र नाताराम मेघवाल और बनाड़ा, दईकड़ा निवासी झूमरराम पुत्र चन्द्राराम जाट को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से पूछताछ जारी है।

बीकानेर अदालत ने जेल अधीक्षक से सोनी का मांगा विवरण

बीकानेर अदालत ने जेल अधीक्षक से सोनी का मांगा विवरण


बीकानेर ठेकेदार का बिल भुगतान करने के बदले साठ हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार नगर विकास न्यास के लेखाकार लालचंद सोनी के पीबीएम अस्पताल में भर्ती होने से लेकर ऑपरेशन व बाद की स्थिति के बारे में अदालत ने फिर जेल अधीक्षक से 12 अक्टूबर को रिपोर्ट मांगी है।

इससे पहले उसकी एक्सरे रिपोर्ट व एक्सरे प्लेट जेल के चिकित्सालय अधीक्षक ऋषि पूनिया ने मंगलवार को सेशन न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण मामलात में पेश की थी।

पीठासीन अधिकारी ओमी पुरोहित ने एक्सरे की मूल रिपोर्ट व प्लेट लौटा दी और रिपोर्ट की छाया प्रति रख ली।

आदेश दिया कि लेखाकार के अस्पताल से डिस्चार्ज होने की तमाम रिपोर्ट तारीख पेशी पर 16 अक्टूबर को पेश की जाए।

शुक्रवार को अदालत ने फिर आदेश दिया कि 12 अक्टूबर को यह बताया जाए कि 23 सितंबर को इलाज के लिए पीबीएम अस्पताल में भर्ती होने व ऑपरेशन होने के बाद आरोपित वापस जेल आया या नहीं।

जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने बताया कि सोनी को शुक्रवार तक अस्पताल से छुट्टी नहीं मिली है।

चूरू.चूरू में प्रॉपर्टी डीलर पर दिनदहाड़े फायरिंग, गर्दन में फंसी गोली

चूरू.चूरू में प्रॉपर्टी डीलर पर दिनदहाड़े फायरिंग, गर्दन में फंसी गोली

शहर में रुपए के लेन-देन में प्रॉपर्टी डीलर पर शनिवार को दिनदहाड़े फायरिंग कर दी गई, जिससे वह घायल हो गया। उसे जयपुर रैफर करना पड़ा है। वारदात के बाद आरोपित मौके से भाग गए। उनकी तलाश में पुलिस ने जिलेभर में नाकाबंदी करवा रखी है।

मामले के अनुसार चूरू निवासी असलम प्रॉपर्टी का काम करता है। शनिवार दोपहर करीब बारह बजे वह भरतीया अस्पताल लिंक रोड पर खड़ा था। इस दौरान उसके पास बाइक पर सवार होकर कुछ युवक आए। रुपए के लेन-देन को लेकर उनकी असलम से पहले कहासुनी हुई और फिर उन्होंने धक्का-मुक्की की।
इस दौरान एक युवक ने पिस्टल से गोली चला दी, जो असलम के गर्दन के पास लगी। इसके बाद आरोपित वहां से भाग गए। आस-पास के लोगों ने असलम को तुरंत भरतीया अस्पताल पहुंचाया।, जहां से उसे जयपुर रैफर कर दिया। गोली असलम की गर्दन में फंसी हुई है।

पुलिस जाब्ता तैनात
दिनदहाड़े हुई फायरिंग से लोग आक्रोशित हो गए। घटनास्थल और अस्पताल में काफी लोग पहुंचे। सूचना पाकर एएसपी राजकुमार चौधरी, डीएसपी सीताराम माहिच व कोतवाली पुलिस ने मौका मुआयना किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है।
कलक्ट्रेट पर एकत्रित हुए लोग
घटना के बाद कई लोगों ने अपनी दुकान बंद कर दी। वहीं पीडि़त के परिजन व मोहल्ले के भी काफी लोग मौके पर पहुंच गए। इसके बाद सभी कलक्ट्रेट आ गए। फिलहाल लोग आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

बाड़मेर में बड़ा हादसा: सिलेण्डर फटने से तीन मकान ढहे, पांच की मौत



बाड़मेर में बड़ा हादसा: सिलेण्डर फटने से तीन मकान ढहे, पांच की मौत





बाड़मेर शहर के पोश इलाके में शनिवार सुबह गैस सिलेण्डर फटने से तीन मकान ढह गए। दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई। अब तक मिली जानकारी के अनुसार करीब दो दर्जन लोग इन मकानों में दब गए। करीब 10-12 लोग गंभीर घायल हैं, इनमें से तीन जनों की हालत नाजुक बनी हुई है।
शहर के चिंदड़ियों का जाळ के पास शनिवार सुबह आसूराम सोनी के मकान में घरेलू गैस सिलेण्डर फट गया। धमाका इतना जोरदार था कि एकसाथ आस-पास के तीन मकान ढह गए। इसमें दो दर्जन से अधिक लोग दब गए। घटना के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई।
जानकारी मिलने पर पुलिस, प्रषासन और आर्मी की टीमें मौके पर पहुंच गई। इसके बाद आर्मी, प्रशसन, पुलिस, एनएसएस व आरएसएस की रेस्क्यू टीमों ने मलबे में दबे लोगों को निकालना शुरु कर दिया।
घटना में दोपहर 12 बजे तक पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि दो दर्जन से ज्यादा लोगों को चोटे आई। इसमें से 10-11 जने गंभीर घायल हुए। वहीं 3 लोगों की हालत नाजुक है।
घायलों का राजकीय चिकित्सालय में उपचार चल रहा है, वहीं गंभीर घायलों को जोधपुर रेफर किया गया। फिलहाल रेस्क्यू आॅपरेशन चल रहा था।

सीकर/फतेहपुर.5 जिलों में 50 लाख की 45 वारदात, 2 GIRLFRIEND बताती कहां करनी है चोरी



सीकर/फतेहपुर.5 जिलों में 50 लाख की 45 वारदात, 2 GIRLFRIEND बताती कहां करनी है चोरी


फिल्म बंटी और बवली सबने देखी है। लेकिन यह सच्ची घटना है। इसमें बंटी और बवली का डबल रोल है। कहानी गिरोह के सरगना नबीपुरा निवासी विजयपाल से शुरू होती है। उसने वर्ष 2011 में पहले अपनी ताई की चेन चोरी की। इसके बाद उसने ताऊ केशरदेव के घर में बड़ा हाथ मारा। रुपए आने के बाद वह दुबई चला गया। विदेश से 15 माह बाद घर लौटा।

रुपए खत्म होने पर बाद वर्ष 2013 में वह जयपुर में ट्रक चलाने लगा। इसी बीच वह ट्रक लेकर भाग गया। उसने करीब 25 हजार रुपए भी रखे थे। दिल्ली में ट्रक खड़ा करके वह बेंगलुरु चला गया और सीकर आकर उसने चोरी व नकबजनी की वारदात करना शुरू कर दी।

जयपुर में मिली प्रेमिका

पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार ने बताया कि वियजपाल अय्याशी का शौकीन है। वह जयपुर में होटलों में जाता था। वहां सीकर की एक महिला से उसकी जान पहचान हो गई और दोनों साथ रहने लग गए। विजयपाल ने सिंगोदड़ा निवासी संजय, चूरू व सीकर के दो युवकों को अपनी गिरोह में शामिल कर लिया। इसमें से सीकर के युवक ने भी अपनी नागौर निवासी प्रेमिका को गिरोह में शामिल कर लिया।

पुलिस ने शुक्रवार को विजयपाल व उसके साथी संजय को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह की दो प्रेमिका, एक प्रेमी सहित चार जनों की पुलिस को तलाश है। गिरफ्तार आरोपितों ने फतेहपुर में 17, जयपुर में चार, चूरू में सात, लक्ष्मणगढ़ में सात, झुंझुनूं में आठ, बाड़मेर में एक व दादिया इलाके में एक चोरी व नकबजनी की वारदात कबूली हैं।

50 लाख का माल बेच चुके हैं अब तक

गिरोह के बदमाश छोटी से लेकर बड़ी सभी वारदात को अंजाम देते हैं। उन्होंने जानवर चोरी से लेकर बड़ी चोरियों को अंजाम दिया है। अब तक की वारदातों के बाद आरोपित 50 लाख रुपए से ज्यादा का माल बेच चुके हैं। गिरोह का पकडऩे में फतेहपुर कोतवाली प्रभारी रमेश माचरा के नेतृत्व में गठित टीम की अहम भूमिका रही।

चोरी के रुपए से खरीदी गाड़ी

विजयपाल ने कुछ रुपए जमाकर एक पिकअप गाड़ी भी खरीद ली। गाड़ी के कुछ रुपए उसने फाइनेंस पर उठाए हैं। चोरी के बाद ही वह किस्त चुका रहा है। गिरोह के पास बाइक भी है। पहले गिरोह के बदमाश् पहले कार से वारदात को अंजाम देते थे लेकिन एक साथी के कार को ले जाने के बाद बाइक व पिकअप खरीदी। इसके बाद इसी गाड़ी से चोरी का सामान भरकर लाते थे।

ऐसे हाथ आया गिरोह

फतेहपुर पुलिस ने जुलाई माह में चोरी के मामले में हाजम और नोपाराम को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ में सामने आया कि विजयपाल गिरोह का सरगना है। अगर वो हाथ आया, तो बड़ी चोरी खुलेगी। इसके बाद से पुलिस को उसकी तलाश थी। विजयपाल के परिजनों ने उसको घर से निकाल दिया है। वह घर पर नहीं रहता।

Barmer theft

एक रात में खर्च किए 30-30 हजार

गिरोह के बदमाश अय्याशी के शौकीन हैं। जयपुर के होटल में रुकते हैं और महिलाओं को बुलाते हैं। पूछताछ में सामने आया कि बदमाशों ने एक रात में 30-30 हजार रुपए तक अय्याशी में खर्च किए हैं। गिरोह का एक बदमाश जयपुर में महिलाओं की सप्लाई भी करता है। पुलिस को उसकी व उसकी प्रेमिका की तलाश है। आरोपितों ने अपने अलग-अलग कमरे में किराए पर ले रखे हैं।

ऐसे करते थे वारदात

गिरोह की महिलाएं वारदात से पहले रैकी करती थीं। इसके बाद बदमाश वारदात को अंजाम देते थे। दिन के समय सूने मकान निशाने पर रहते हैं। रात को हवेलियां में वारदात करते हैं। दिन में छोटे वाहन प्रयोग में लेते हैं और रात के समय पिकअप गाड़ी ले जाते हैं। गिरोह के बदमाश वारदात के बाद घर में कोई भी सामान नहीं छोड़ते। वहां जो भी मिले, उसको लेकर आ जाते हैं।




प्रेमिकाओं ने रिश्तेदारों के यहां करवाई चोरी

पुलिस उपाधीक्षक विनोद कालेर ने बताया कि विजयपाल की महिला साथी ने फतेहपुर व मंडवा में अपने रिश्तेदारों के यहां भी चोरी की वारदात करवा दी। गिरोह के बदमाश चोरी का माल लोकल इलाके में नहीं बेचते थे। माल को जयपुर या अन्य जगह बेचा करते थे।

बाड़मेर शहर में गैस टंकी ब्लास्ट ,मकान की छत गिरी मलबे में कई दबे

बाड़मेर शहर में गैस टंकी ब्लास्ट ,मकान  की छत गिरी मलबे में कई दबे 

बाड़मेर बाड़मेर शहर में आज अलसुबह चिंदड़ियो की जाल मोहले में एक माकन में अचानक गैस की टंकी में ब्लास्ट हो गया ,ब्लास्ट इतना तगड़ा था की घर की  गयी , में परिवार के सदस्यों के दबे होने की आशंका के बीच राहत कार्य शुरू किया गया ,मलबा हटाने पर पता चलेगा कितने लोग दबे हैं ,इधर इस ब्लास के कारन आस पास के घरो की दिवावे क्षतिग्रस्त हो गयी ,आसपास के घरो से पत्तर गिराने से बच्चो को वचोट की खबर हैं जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर हैं , का कार्य चल रहा हैं 

रिश्वत प्रकरण : जीआरपी थानाधिकारी व एसआई को 4-4 साल कठोर कैद

रिश्वत प्रकरण : जीआरपी थानाधिकारी व एसआई को 4-4 साल कठोर कैद


कोटा. तस्करी के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर एक व्यक्ति से 25 हजार रुपए रिश्वत मांगने और रिश्वत के लिए षड्यंत्र रचने के मामले में अदालत ने शुक्रवार को जीआरपी के तत्कालीन थानाधिकारी व उप निरीक्षक को 4-4 साल कठोर कैद की सजा से दंडित किया है।
बारां जिले के झारखंड गांव निवासी परिवादी मोहनलाल मीणा ने 26 मार्च 2001 को एसीबी कोटा में शिकायत दी थी। इसमें कहा था कि जीआरपी कोटा के थानाधिकारी दशरथलाल मीणा और उप निरीक्षक नूर मोहम्मद उसे 21 मार्च को थाने लेकर आए थे।
यहां उन्होंने उससे कहा कि तस्कर रामसिंह के साथी ने बताया है कि तुमने ही उसे अफीम बेची थी। उसे तस्करी के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर उससे 25 हजार रुपए रिश्वत मांगी। वह घबरा गया और उसने 19 हजार रुपए उसी समय दे दिए।
बाद में राशि कम करने को कहा तो वे 22 हजार में माने। वह शेष 3 हजार रुपए के लिए दबाव बनाने लगे, जबकि वह बाकी रकम नहीं देना चाहता था। शिकायत की पुष्टि होने पर एसीबी टीम ने 31 मार्च को नूर मोहम्मद को तीन हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में नूर मोहम्मद ने रिश्वत की मांग थानाधिकारी दशरथ लाल के कहने पर करना बताया। इस आधार पर एसीबी ने दशरथ के खिलाफ भी मामला दर्ज कर उसे भी गिरफ्तार किया था।
करीब 14 साल चली सुनवाई के बाद भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय के न्यायाधीश राघवेन्द्र काछवाल ने अपने 48 पेज के फैसले में नूर मोहम्मद को रिश्वत लेने व षड्यंत्र में शामिल होने पर 4-4 साल कठोर कैद, दस-दस हजार रुपए जुर्माने व रिश्वत मांगने के आरोप में 3 साल कैद व 5 हजार रुपए जुर्माने से और दशरथ लाल को रिश्वत के लिए षड्यंत्र रचने का दोषी मानते हुए 4 साल कठोर कैद व दस हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है।