नेशनल आयरन प्लस इनेशियेटिव (NIPI) कार्यक्रम का सुभारम्भ 2 अक्टूम्बर
2015 को :- डॉ बिस्ट
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह बिस्ट ने
बताया की एनिमिया बच्चो एवं किशोरियों के मध्य गंभीर समस्या है, यह उनके
शारीरिक व सामाजिक जीवन को प्रभावित करता है | एनीमिया नियन्त्रण के लिए
भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत नेशनल आयरन प्लस
इनेशियेटिव (NIPI) कार्यक्रम के माध्यम से 6 माह से 60 माह के बच्चो को
आईएफए सिरप एवं कक्षा एक से पांचवी तक के पढने वाले बच्चो को आयरन गुलाबी
टेबलेट द्वारा आयरन फोलिक एसिड को अनुपूरण के रूप में दिया जायेगा | डॉ
बिस्ट ने बताया की नेशनल आयरन प्लस इनेशियेटिव (निपी) कार्यक्रम का
सुभारम्भ 02 अक्टूम्बर 15 किया जायेगा | जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य
अधिकारी ने बताया की कक्षा पहली से पांचवी तक पढ़ने वाले छात्र एवं
छात्राओ को विफ्स जुनियर जो की गुलाबी रंग में है, अध्यापक की निगरानी
में सप्ताह में एक बार सोमवार को भोजन पश्यात खिलायी जावे और जो छात्र
छात्राए वंचित रह जाये उन्हें अगले दिन खिलायी जायेगी | आरसीएचओ ने बताया
की आयरन के खुराक से किसी प्रकार के विपरीत प्रभाव नहीं होते है फिर भी
कभी-कभी जी मिचलना, उल्टी जेसा महसूस होना पेट दर्द इत्यादि जेसे प्रभाव
देखे जा सकते है, आगनवाडी केन्द्र पर बच्चे में दुस्प्रभाव का पता लगाने
के लिए बच्चे को खुराक देने के पश्चात आधे घंटे तक रोका जाये | इस योजना
में चिकित्सा, शिक्षा एवं महिला एवं बाल विकास विभाग का सयुक्त दायित्व
रहेगा, अत: चिकित्सा विभाग से जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी,
शिक्षा विभाग से जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक), आईसीडीएस विभाग से
उपनिदेशक इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी होंगे | आरसीएचओ ने बताया की
कार्यक्रम में एएनएम स्वास्थ्य व स्कुल प्रणाली के बिच मध्यस्थता करेंगी
साथ ही कार्यक्रम की क्रियान्व्ती सुनिश्चित करेगी | एएनएम अपने
कार्यक्षेत्र के सभी स्कुलो व आगनवाडी केन्द्रों के लिए भ्रमण चार्ट व
माइक्रो प्लान बनाएगी व पीएचसी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी के साथ साँझा
करेगी, कार्यक्षेत्र के तहत सभी स्कुलो व आंगनवाडी केन्द्रों में विफ्स
नीली गोली व एल्बेनडाजोल टेबलेट की उपलब्धता सुनिचित करेगी | जिला आशा
समन्वयक राकेश भाटी ने बताया की कार्यक्रम तहत आशा के द्वारा 6 माह से 60
माह के बच्चो को आयरन फोलिक एसिड सिरफ की खुराक सप्ताह में डॉ दिन सोमवार
एवं गुरुवार को डी जाएगी, कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए आशा
द्वारा पूर्व में मैक्रोप्लन तेयार किया जायेगा एवं जो अतिकुपोसित बच्चे
है उन्हें आयरन फोलिक एसिड सिरफ नही दी जायेगी | भाटी ने बताया की आशा के
द्वारा तेयार सूची में से 80% बच्चो का लक्ष्य पूरा करने पर 100 रू.
इन्सेन्टिव के तोर पर मासिक दिया जायेगा | भाटी ने बताया की विधालयो के
द्वारा रिपोर्टिंग विफ्स फोर्मेट में ही कक्षा 1 से 5 लिखते हुये की जानी
है, आगनवाडी केन्द्र पर आयरन फोलिक एसिड सिरफ की दी हुई खुराक की रिपोर्ट
प्रपत्र में आशा द्वारा की जानी है | समस्त जगह से रिपोर्ट ब्लोक स्तर पर
संकलित कर प्रति माह जिला स्तर पर भिजवाया जायेगा उसके पश्चात जिले की
रिपोर्ट राज्य स्तर पर भेजी जायेगी |
2015 को :- डॉ बिस्ट
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह बिस्ट ने
बताया की एनिमिया बच्चो एवं किशोरियों के मध्य गंभीर समस्या है, यह उनके
शारीरिक व सामाजिक जीवन को प्रभावित करता है | एनीमिया नियन्त्रण के लिए
भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत नेशनल आयरन प्लस
इनेशियेटिव (NIPI) कार्यक्रम के माध्यम से 6 माह से 60 माह के बच्चो को
आईएफए सिरप एवं कक्षा एक से पांचवी तक के पढने वाले बच्चो को आयरन गुलाबी
टेबलेट द्वारा आयरन फोलिक एसिड को अनुपूरण के रूप में दिया जायेगा | डॉ
बिस्ट ने बताया की नेशनल आयरन प्लस इनेशियेटिव (निपी) कार्यक्रम का
सुभारम्भ 02 अक्टूम्बर 15 किया जायेगा | जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य
अधिकारी ने बताया की कक्षा पहली से पांचवी तक पढ़ने वाले छात्र एवं
छात्राओ को विफ्स जुनियर जो की गुलाबी रंग में है, अध्यापक की निगरानी
में सप्ताह में एक बार सोमवार को भोजन पश्यात खिलायी जावे और जो छात्र
छात्राए वंचित रह जाये उन्हें अगले दिन खिलायी जायेगी | आरसीएचओ ने बताया
की आयरन के खुराक से किसी प्रकार के विपरीत प्रभाव नहीं होते है फिर भी
कभी-कभी जी मिचलना, उल्टी जेसा महसूस होना पेट दर्द इत्यादि जेसे प्रभाव
देखे जा सकते है, आगनवाडी केन्द्र पर बच्चे में दुस्प्रभाव का पता लगाने
के लिए बच्चे को खुराक देने के पश्चात आधे घंटे तक रोका जाये | इस योजना
में चिकित्सा, शिक्षा एवं महिला एवं बाल विकास विभाग का सयुक्त दायित्व
रहेगा, अत: चिकित्सा विभाग से जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी,
शिक्षा विभाग से जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक), आईसीडीएस विभाग से
उपनिदेशक इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी होंगे | आरसीएचओ ने बताया की
कार्यक्रम में एएनएम स्वास्थ्य व स्कुल प्रणाली के बिच मध्यस्थता करेंगी
साथ ही कार्यक्रम की क्रियान्व्ती सुनिश्चित करेगी | एएनएम अपने
कार्यक्षेत्र के सभी स्कुलो व आगनवाडी केन्द्रों के लिए भ्रमण चार्ट व
माइक्रो प्लान बनाएगी व पीएचसी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी के साथ साँझा
करेगी, कार्यक्षेत्र के तहत सभी स्कुलो व आंगनवाडी केन्द्रों में विफ्स
नीली गोली व एल्बेनडाजोल टेबलेट की उपलब्धता सुनिचित करेगी | जिला आशा
समन्वयक राकेश भाटी ने बताया की कार्यक्रम तहत आशा के द्वारा 6 माह से 60
माह के बच्चो को आयरन फोलिक एसिड सिरफ की खुराक सप्ताह में डॉ दिन सोमवार
एवं गुरुवार को डी जाएगी, कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए आशा
द्वारा पूर्व में मैक्रोप्लन तेयार किया जायेगा एवं जो अतिकुपोसित बच्चे
है उन्हें आयरन फोलिक एसिड सिरफ नही दी जायेगी | भाटी ने बताया की आशा के
द्वारा तेयार सूची में से 80% बच्चो का लक्ष्य पूरा करने पर 100 रू.
इन्सेन्टिव के तोर पर मासिक दिया जायेगा | भाटी ने बताया की विधालयो के
द्वारा रिपोर्टिंग विफ्स फोर्मेट में ही कक्षा 1 से 5 लिखते हुये की जानी
है, आगनवाडी केन्द्र पर आयरन फोलिक एसिड सिरफ की दी हुई खुराक की रिपोर्ट
प्रपत्र में आशा द्वारा की जानी है | समस्त जगह से रिपोर्ट ब्लोक स्तर पर
संकलित कर प्रति माह जिला स्तर पर भिजवाया जायेगा उसके पश्चात जिले की
रिपोर्ट राज्य स्तर पर भेजी जायेगी |