बाड़मेर सामाजिक अंकेक्षण मंे पारदर्षिता बरतेंः बिरड़ा
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर बुधवार को सामाजिक अंकेक्षण के लिए ब्लाक संसाधन व्यक्तियांे का प्रषिक्षण आयोजित हुआ। प्रषिक्षण मंे सामाजिक अंकेक्षण संबंधित प्रक्रिया के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी गई।
बाड़मेर, 30 सितंबर। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत होने वाले सामाजिक अंकेक्षण मंे पारदर्षिता बरती जाए। ताकि आमजन को नरेगा योजना के तहत निर्मित स्थाई संपतियांे पर हुए व्यय, उपयोगिता एवं लाभार्थियांे के बारे मंे जानकारी मिल सके। मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपालराम बिरड़ा ने यह बात जिला परिषद सभागार मंे ब्लाक संसाधन व्यक्तियांे के प्रषिक्षण के दौरान कही।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिरड़ा ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की लेखा परीक्षा नियम-2011 के प्रावधानांे के तहत दो अक्टूबर से सामाजिक अंकेक्षण कराया जाना है। इसमंे ब्लाक संसाधन व्यक्तियांे को महत्वपूर्ण भूमिका अदा करनी है। सामाजिक अंकेक्षण प्रत्येक वित्तीय वर्ष मंे छह माह के अंतराल पर कराए जाने का प्रावधान है। उन्हांेने कहा कि सामाजिक लेखा परीक्षा रिपोर्ट को ग्रामसभा मंे आवष्यक रूप से पढ़कर सुनाया जाए।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेष कुमार दाधीच ने कहा कि सामाजिक अंकेक्षण के जरिए पारदर्षिता एवं जबावदेही सुनिष्चित की जानी है। इसके तहत इसमें मस्टररोल, वाउचर, माप पुस्तिकाएं, स्वीकृति आदेष तथा अन्य प्रकार के विभिन्न दस्तावेज ग्राम सभा मंे आमजन देख सकते है। साथ ही प्रत्येक कार्याें के मस्टररोल की प्रतियां भी निर्धारित फीस जमा करवाकर ग्राम पंचायत अथवा पंचायत समिति कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। उन्हांेने कहा कि ब्लाक संसाधन व्यक्ति उनको दिए गए निर्देषांे की पालना करवाते हुए सामाजिक अंकेक्षण की प्रक्रिया को संपादित करवाएं। प्रषिक्षण के दौरान परियोजना अधिकाकारी लेखा मंगलाराम विष्नोई एवं लेखा सहायक हितेष मून्दड़ा ने सामाजिक अंकेक्षण को लेकर महालेखाकार अंकेक्षण की रिपोर्ट के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी।
अधिषाषी अभियंता बाबूलाल सेठिया ने प्रतिभागियांे को महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत कराए जाने वाले विभिन्न प्रकार के कार्यो के बारे मंे जानकारी दी। उन्हांेने सामाजिक अंकेक्षण के क्रियान्वयन के लिए भरे जाने वाले 15 प्रपत्रांे की उपयोगिता, वाल पेटिंग पर दर्षाई गई श्रमिकांे एवं सामग्री की सूचना के बारे मंे बताया। इस दौरान प्रतिभागियांे के साथ संवाद करते हुए उनकी षंकाआंे का समाधान किया गया। इससे पहले एमआईएस मैनेजर नेतसिंह ने एमआईएस फीडिंग एवं नरेगा संबंधित समस्त सूचनाएं आन लाइन होने के बारे मंे जानकारी दी। इसके अलावा पावर पोइंट प्रजेन्टेषन के जरिए सामाजिक अंकेक्षण के विविध पहलूआंे, सामाजिक अंकेक्षण नियम 2011 की जानकारी देने के साथ सामाजिक अंकेक्षण संबंधित फिल्म अरेरिया का प्रदर्षन किया गया। ब्लाक संसाधन व्यक्तियांे के प्रषिक्षण मंे जिले भर के प्रतिभागियांे ने भाग लिया।
ग्रामीण विकास कार्याें का भौतिक सत्यापन 2 से
बाड़मेर, 30 सितंबर। बाड़मेर जिले की ग्राम पंचायतों में दो अक्टूबर से महात्मा गांधी नरेगा, इंदिरा आवास योजना, बीएडीपी जलग्रहण योजना के तहत एक अक्टूबर, 2014 से 31 मार्च, 2015 तक हुए ग्रामीण विकास कार्यों की गुणवत्ता निर्धारण मूल्यांकन भौतिक सत्यापन का कार्य किया जाएगा। ग्राम पंचायतों में यह कार्य चार चरणों में होगा। सोशल ऑडिटिंग अभियान के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है। पूरे अभियान की मोनेटरिंग जिला परिषद स्तर से होगी। सभी ग्राम पंचायत में ब्लॉक संसाधन व्यक्ति एवं पांच ग्राम संसाधन व्यक्ति सामाजिक अंकेक्षण प्रक्रिया को संपन्न करवाएंगे।
बेरोजगार युवाआंे को मिलेगा प्रषिक्षण
बाड़मेर, 30 सितंबर। कौषल विकास प्रषिक्षण कार्यक्रम के तहत बेरोजगार युवाआंे को विभिन्न टेªडस मंे रोजगार के लिए प्रषिक्षण दिलाया जाएगा।
कौषल विकास प्रषिक्षण कार्यक्रम के ब्रांड एम्बेसेडर एवं सामाजिक कार्यकर्ता आदिल भाई ने बताया कि कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम में 18 से 35 वर्ष की आयु के बेरोजगार युवाओं को कंपयूटर,मोबाइल रिपेरिंग,आॅटो रिपेरिंग के अलावा विभिन्न प्रकार के ट्रेडस मंे प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के लिए बाड़मेर जिले के युवा अपने विवरण के साथ कौशल विकास कार्यालय एवं महिला मंडल बाडमेर आगेार कार्यालय में अपना नाम दर्ज करवा सकते है।
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