जैसलमेर। चिकित्सा विभाग ने मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए किये पुख्ता प्रबंध
जैसलमेर 22 सितम्बर। जिले में जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा के निर्देषानुसार डेंगू, मलेरिया एवं मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए डीडीटी के छिड़काव सहित विषेष सघन अभियान आयोजित कर चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए हैं तथा आवष्यक कार्यवाही सुनिष्चित कर सतर्कता बरती जा सीएमएचओ डाॅ एन आर नायक ने बताया कि जिले के 8 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों
मोहनगढ, सम, पोकरण, नाचना, सांकडा, भणियाणा, फलसूण्ड व रामगढ पर उपलब्ध 8 फोगिंग मषीनों द्वारा फोगिंग करवाई जा रही है। जैसलमेर नगर परिषद क्षेत्र में परिषद की ओर से फोगिंग लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि जिले में डीडीटी छिडकाव का द्वितीय चरण लगभग पूरा हो चुका है। चिन्हित गांवो में डीडीटी छिडकाव करवाया गया है। जैसलमेर जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों पर स्वाईन फ्लू के उपचार के लिए खांसी, जुखाम व बुखार के रोगियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। जल गुणवत्ता निगरानी के लिए 550 जल नमूने संकलित कर जांच की गई है तथा पेयजल स्रोतांे को पीएचईडी केे सहयोग से उपचारित किया जा रहा है। उन्हांेंने बताया कि जैसलमेर जिले में मलेरिया, डेंगू एवं मौसमी बीमारियों की स्थिति पूर्णतया नियंत्रण में है। मलेरिया एवं डेंगू के प्रभावी नियंत्रण हेतु चिकित्सा विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र में नगर परिषद् के द्वारा उपलब्ध करवाये गये श्रमिकों के सहयोग से अगस्त 2015 के प्रथम सप्ताह से लगातार पायेरथ्रम का छिडकाव व टांकों
में टेमोफोस डाला जा रहा है। डाॅं नायक ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत फील्ड स्टाॅफ के द्वारा मलेरिया एवं डेन्गू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत मौसमी बीमारियों के नियंत्रण संबंधी गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं तथा मलेरिया आदि मौसमी बीमारियांे की रोकथाम के लिए सावधानियां बरतने के बारे में क्षेत्र में कार्यरत एएनएम द्वारा जानकारी प्रदान कर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
बचाव के लिए रहें जागरुक
सीएमएचओ ने जिले के समस्त लोगांे से अपील कर कहा है कि वे जागरूक होकर मौसमी बीमारियांे, मलेरिया, डेन्गू आदि बीमारियांे से ग्रसित होने पर तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केन्द्रों में जाकर चिकित्सकीय परामर्ष लें। प्रारम्भिक लक्षणांे में ही समय पर उपचार लेने पर मलेरिया, डेन्गू आदि मौसमी बीमारियों पर नियन्त्रण पाया जा सकता है। साथ ही घरो में परिंडे, कूलर, पानी की टंकी, पषुओ की खेली आदि को नियमित रूप से साफ करें। सप्ताह में एक दिन ’’षुष्क दिवस’’ के रूप में मनाते हुए पानी की टंकियो पषु खेली, कूलर, परिन्डे आदि को सुखाकर पुनः उपयोग में लें तथा अपने परिजनों को भी मौसमी बीमारियों के प्रति जागरूक करें। घर के आसपास नाकारा सामान व टायर आदि को एक़ित्रत ना करें व आस-पास पानी को ठहरने ना दें। पानी के बर्तन आदि ढक कर रखें, पूरी आस्तीन के कपडें पहनें व सोते समय मच्छरदानी का
उपयोग करें।
43 हजार 882 रक्त पट्टिकाओं की हुई जांच
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी 1⁄4स्वा1⁄2 डाॅं मुरलीधर सोनी ने बताया कि जैसलमेर जिले में 1 जनवरी 2015 से 21 सितम्बर 2015 तक 43882 बुखार रोगियो की रक्त पट्टिकाआंे को संचित कर जांच की गई है, जिसमे कुल 59 मलेरिया पाॅजिटिव रोगी पाये गये हैं। इसमें से 57 मलेरिया पीवी पाॅजिटिव रोगी पाये गये जिन्हे मलेरिया का आमूल उपचार दिया गया एवं सिर्फ 2 मलेरिया पीएफ पाॅजिटिव रोगी मिले, जिन्हंे एसीटी द्वारा आमूल उपचार दिया जा चुका है एवं फाॅलोअप के तहत मलेरिया पीएफ पाॅजिटिव रोगी के परिवार व निकटतम घरों में सर्वे करके बुखार के रोगियांे की रक्त की पट्टिकाओ का संचय कर एवं बुुखार के रोगियांे को आवष्यक उपचार दिया जा रहा है तथा क्षेत्र में फोकल पायेरथ्रम का छिडकाव किया जा रहा है। जिले में 1 जनवरी 2015 से 21 सितम्बर 2015 तक पाये गये 2 डेन्गू पाॅजिटिव रोगी पाये गये हंै।
जैसलमेर 22 सितम्बर। जिले में जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा के निर्देषानुसार डेंगू, मलेरिया एवं मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए डीडीटी के छिड़काव सहित विषेष सघन अभियान आयोजित कर चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए हैं तथा आवष्यक कार्यवाही सुनिष्चित कर सतर्कता बरती जा सीएमएचओ डाॅ एन आर नायक ने बताया कि जिले के 8 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों
मोहनगढ, सम, पोकरण, नाचना, सांकडा, भणियाणा, फलसूण्ड व रामगढ पर उपलब्ध 8 फोगिंग मषीनों द्वारा फोगिंग करवाई जा रही है। जैसलमेर नगर परिषद क्षेत्र में परिषद की ओर से फोगिंग लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि जिले में डीडीटी छिडकाव का द्वितीय चरण लगभग पूरा हो चुका है। चिन्हित गांवो में डीडीटी छिडकाव करवाया गया है। जैसलमेर जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों पर स्वाईन फ्लू के उपचार के लिए खांसी, जुखाम व बुखार के रोगियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। जल गुणवत्ता निगरानी के लिए 550 जल नमूने संकलित कर जांच की गई है तथा पेयजल स्रोतांे को पीएचईडी केे सहयोग से उपचारित किया जा रहा है। उन्हांेंने बताया कि जैसलमेर जिले में मलेरिया, डेंगू एवं मौसमी बीमारियों की स्थिति पूर्णतया नियंत्रण में है। मलेरिया एवं डेंगू के प्रभावी नियंत्रण हेतु चिकित्सा विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र में नगर परिषद् के द्वारा उपलब्ध करवाये गये श्रमिकों के सहयोग से अगस्त 2015 के प्रथम सप्ताह से लगातार पायेरथ्रम का छिडकाव व टांकों
में टेमोफोस डाला जा रहा है। डाॅं नायक ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत फील्ड स्टाॅफ के द्वारा मलेरिया एवं डेन्गू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत मौसमी बीमारियों के नियंत्रण संबंधी गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं तथा मलेरिया आदि मौसमी बीमारियांे की रोकथाम के लिए सावधानियां बरतने के बारे में क्षेत्र में कार्यरत एएनएम द्वारा जानकारी प्रदान कर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
बचाव के लिए रहें जागरुक
सीएमएचओ ने जिले के समस्त लोगांे से अपील कर कहा है कि वे जागरूक होकर मौसमी बीमारियांे, मलेरिया, डेन्गू आदि बीमारियांे से ग्रसित होने पर तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केन्द्रों में जाकर चिकित्सकीय परामर्ष लें। प्रारम्भिक लक्षणांे में ही समय पर उपचार लेने पर मलेरिया, डेन्गू आदि मौसमी बीमारियों पर नियन्त्रण पाया जा सकता है। साथ ही घरो में परिंडे, कूलर, पानी की टंकी, पषुओ की खेली आदि को नियमित रूप से साफ करें। सप्ताह में एक दिन ’’षुष्क दिवस’’ के रूप में मनाते हुए पानी की टंकियो पषु खेली, कूलर, परिन्डे आदि को सुखाकर पुनः उपयोग में लें तथा अपने परिजनों को भी मौसमी बीमारियों के प्रति जागरूक करें। घर के आसपास नाकारा सामान व टायर आदि को एक़ित्रत ना करें व आस-पास पानी को ठहरने ना दें। पानी के बर्तन आदि ढक कर रखें, पूरी आस्तीन के कपडें पहनें व सोते समय मच्छरदानी का
उपयोग करें।
43 हजार 882 रक्त पट्टिकाओं की हुई जांच
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी 1⁄4स्वा1⁄2 डाॅं मुरलीधर सोनी ने बताया कि जैसलमेर जिले में 1 जनवरी 2015 से 21 सितम्बर 2015 तक 43882 बुखार रोगियो की रक्त पट्टिकाआंे को संचित कर जांच की गई है, जिसमे कुल 59 मलेरिया पाॅजिटिव रोगी पाये गये हैं। इसमें से 57 मलेरिया पीवी पाॅजिटिव रोगी पाये गये जिन्हे मलेरिया का आमूल उपचार दिया गया एवं सिर्फ 2 मलेरिया पीएफ पाॅजिटिव रोगी मिले, जिन्हंे एसीटी द्वारा आमूल उपचार दिया जा चुका है एवं फाॅलोअप के तहत मलेरिया पीएफ पाॅजिटिव रोगी के परिवार व निकटतम घरों में सर्वे करके बुखार के रोगियांे की रक्त की पट्टिकाओ का संचय कर एवं बुुखार के रोगियांे को आवष्यक उपचार दिया जा रहा है तथा क्षेत्र में फोकल पायेरथ्रम का छिडकाव किया जा रहा है। जिले में 1 जनवरी 2015 से 21 सितम्बर 2015 तक पाये गये 2 डेन्गू पाॅजिटिव रोगी पाये गये हंै।