मंगलवार, 10 मार्च 2015

बाड़मेर बालक के साथ दुष्कर्म ,फिर बनाया विडिओ ,आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर बालक के साथ दुष्कर्म ,फिर बनाया विडिओ ,आरोपी गिरफ्तार 

बाड़मेर :- जिले के हरसाणी इलाके में अधेड़ द्वारा अप्राकृतिक मैथुन करने का मामला.21 जनवरी 2015 को हुआ था घटनाक्रम .पूरे मामले को वीडियो क्लिप भी बनाई आरोपियों ने.
भारतीय दंड संहिता की धारा 377, 365 आईटी एक्ट और एसटी एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने 24 घण्टे में आरोपी गिरधर सिंह राजपूत उम्र 45 वर्ष और वीडियो बनाने वाला आरोपी हरीश मेघवाल को किया गिरफ्तार.होली के दिन वीडियो किया भी कर दिया था वायरल.एसटी एससी सेल के उपाधीक्षक ओम प्रकाश उज्ज्वल ने की कार्रवाई

महेंद्र सिंह भाटी हत्याकांड में डीपी यादव को उम्रकैद -

देहरादून। सीबीआई की विशेष अदालत ने मंगलवार को बाहूबली नेता और पूर्व सांसद डी पी यादव को

विधायक महेंद्र सिंह भाटी की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई। इससे पहले, यादव ने विशेष अदालत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।




यादव के वकील रूपेंद्र भंडारी ने बताया कि जस्टिस अमित कुमार की अदालत में यादव के आत्मसमर्पण के बाद उन्हें देहरादून की जेल भेज दिया गया। 28 फरवरी को स्वास्थ्य कारणों से अदालत में पेश नहीं होने के बाद उनके खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया गया था।
DP yadav sentenced to life in Mahendra Singg Bhati murder case



डी पी यादव के अलावा इस हत्याकांड में पाल सिंह, करण यादव और प्रनीत भारती को भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 307 और 120बी के तहत दोषी करार दिया गया था। उल्लेखनीय है कि गाजियाबाद के दादरी से विधायक महेंद्र सिंह भाटी की दिसंबर 1992 में दादरी रेलवे क्रॉसिंग के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।




इस हत्याकांड मे डीपी यादव सहित सात लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। जांच के दौरान तीन लोगो की मौत हो गई थी। हालांकि, यादव के उत्तर प्रदेश का प्रभावशाली नेता होने कारण और जांच सही ढंग से नहीं होने के आरोप चलते 2000 में सुप्रीम कोर्ट ने मामले को सीबीआई अदालत को सौंप दिया था। - 

OMG: इस शख्श के सीने में दिखता है भारत



भारत में रहने वाले लोगों को दिल में देशभक्ति की भावना बसती है, लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जिसके सीने पर भारत बसता और दिखाई भी देता है। इसके लिए उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है।



ये शख्स हैं यूपी के मुजफ्फरनगर के रहने वाले 25 साल के अमित सिंघल। दरअसल उनके सीने पर भारत का नक्शा बना हुआ है। ये आकृति जन्मजात है। इसके लिए कुछ समय पहले उन्हें लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स से नवाजा गया है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि उनके शरीर पर पाकिस्तान और श्रीलंका का मैप भी बना हुआ है।




जन्म के समय से ही अमित के सीने पर एक आकृति बनी हुई थी। धीरे-धीरे अमित बड़ा होने लगा और इसके साथ आकृति भी बड़ी होने लगी। अमित ने जब इस फिगर को गौर से देखा तब उन्हें पता चला की ये कोई साधारण निशान नहीं बल्कि आजाद भारत का मैप है। अमित इस निशान के होने पर बहुत गर्व महसूस करते हैं।

राजस्थान सरकार देगी राशन खरीदने का पैसा



उचित मूल्य की दुकान से खाली हाथ लौटने वाले उपभोक्ताओं को राज्य सरकार "राशन भत्ता" देगी। केन्द्र सरकार के खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने हाल में इसकी अधिसूचना जारी की है।




भत्ता उन्ही उपभोक्ताओं को मिलेगा, जिनकी पुष्टि नोडल अधिकारी करेगा। भत्ते की राशि उपभोक्ता के बैंक खाते में सीधे डाली जाएगी। यदि उपभोक्ता बैंक खाते से नहीं जुड़ा है तो पहले माह उसे भत्ते की राशि का नकद भुगतान किया जाएगा, उसके बाद अगले माह से उपभोक्ता को बैंक प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसका दावा तीन सप्ताह के भीतर करना होगा।




ऎसा नहीं होता है तो समझा जाएगा कि उपभोक्ता को भत्ते की आवश्यकता नहीं है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाले भत्ते की गणना संबंधित खाद्यान्न की न्यूनतम समर्थन मूल्य की 1.25 गुणा कीमत से होगी।




खाद्य विभाग के अनुसार केन्द्र सरकार की ओर से राजस्थान के 4.46 करोड़ उपभोक्ताओं को राशन सामग्री का आवंटन होता है, जबकि यहां 5.33 करोड़ उपभोक्ता योजना में चयनित हैं।




ऎसे मिलेगा भत्ता

राज्य सरकार का नियुक्त नोडल अधिकारी भत्ते की सिफारिश से पहले पुष्टि करेगा कि संबंधित उपभोक्ताओं को राशन क्यों नहीं मिला ? यदि उचित मूल्य दुकानदार ने जानबूझकर राशन नहीं दिया तो इसकी शिकायत जिला शिकायत निवारण अधिकारी के यहां होगी। इसके बाद उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।

सोमवार, 9 मार्च 2015

श्रीनाथजी मंदिर से जारी हुआ एक रुपये का नोट



नई दिल्ली। बीस साल से ज्यादा वक्त तक बंद रहने के बाद एक रुपये का नोट देश में फिर से जारी हो गया। इस पर वित्त सचिव राजीव महर्षि के हस्ताक्षर हैं। इसे खुद महर्षि ने होली के दिन राजस्थान के नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर से जारी किया। एक रुपये के अलावा अन्य सभी नोटों पर रिजर्व बैंक के गवर्नर के दस्तखत होते हैं।

पिछले हफ्ते के शुरू में केंद्रीय बैंक ने कहा था कि वह जल्द एक रुपये के नोट चलन में लाएगा। फिर से जारी किया गया एक रुपये का नया नोट पूरी तरह पुराने सूती कपड़ों की सामग्री (कॉटन रैग कंटेंट) से बनाया गया। यह नोट मुख्य रूप से हरे-गुलाबी रंग में है।

सरकार ने नवंबर, 1994 में एक रुपये के नोट की छपाई बंद कर दी थी। उस वक्त इसके पीछे वजह यह बताई गई थी कि एक रुपये की नोट छापने पर खर्च ज्यादा आता है। इसके बंद होने से खाली हुई प्रिंटिंग मशीनों पर ऊंचे मूल्य वर्ग वाले नोटों की छपाई की जा सकेगी। इसके बाद साल 1995 से दो व पांच के नोटों की भी छपाई बंद कर दी गई। तब से दो और पांच के सिक्के ही जारी किए जा रहे हैं।

जापान में चाकू घोंपकर पांच लोगों की हत्या



टोक्यो पश्चिमी जापान के सुमोतो शहर में एक घर में चाकू से किए गए हमले में पांच लोगों की मौत हो गई है। पुलिस के अनुसार 40 वर्षीय एक बेरोजगार व्यक्ति को सोमवार सुबह एक घर मेें लोगों पर चाकू से कथित तौर पर हमला करने के लिए गिरफ्तार किया गया है।



स्थानीय मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार हमला करने वाले व्यक्ति का नाम तातसुहिको हिरानो है। रिपोर्टों के अनुसार जब उसे पकड़ा गया तो उसके कपड़े खून से सने हुए थे और शुरूआती पूछताछ में उसने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली है।




हालांकि हमले के पीछे की वजह का अभी पता नहीं चल पाई है। पुलिस को एक घर में दो महिलाओं और एक पुरूष का शव मिला जिनकी उम्र 50 से 60 वर्ष के करीब है जबकि एक अन्य घर में एक दम्पती मृत पाया गया। ऎसा कहा जा रहा है कि हमलावर इनके पड़ोस में ही रहता है।

आयोग व अधिकरण की स्थाई पीठ जोधपुर में क्यों नहीं- हाईकोर्ट



राजस्थान उच्च न्यायालय ने उपभोक्ता संरक्षण राज्य आयोग व राजस्थान सिविल सेवा अपील अधिकरण की स्थाई पीठ जोधपुर में नहीं होने के कारण राज्य सरकार, खाद्य-आपूर्ति सचिव व आयोग रजिस्ट्रार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।



यह आदेश वरिष्ठ न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास व एएस ग्रेवाल की खण्डपीठ ने आयोग व अधिकरण की स्थाई पीठ की मांग पर दायर जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए दिए।




याचिकाकर्ता राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन अध्यक्ष रणजीत जोशी की ओर से अधिवक्ता अनिल भण्डारी व सुनिल भण्डारी ने बताया कि उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 इस उद्देश्य से बनाया गया कि उपभोक्ताओं को तत्काल राहत प्रदान की जा सके। जबकि पीडि़तों को न्याय के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।




आयोग के अध्यक्ष का पद गत अगस्त माह से तथा न्यायिक सदस्य का भी एक पद रिक्त है।




1250 प्रकरण लंबित

न्यायालय को बताया गया कि राज्य सरकार ने 1 जून 2005 को आदेश जारी कर जोधपुर में राज्य आयोग की चलपीठ गठित की, जिसमें निर्देश दिया गया था कि चलपीठ जोधपुर के अलावा बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, सिरोही व जालोर जिलों से संबंधित प्रकरणों की प्रत्येक माह के दूसरे सप्ताह में 5 दिन सुनवाई करेगी। जबकि चलपीठ ने जोधपुर में कभी भी 3 दिन से अधिक सुनवाई नहीं की।




अधिनियम की धारा 13 के तहत प्रकरण का निस्तारण 3 से 5 माह में हो जाना चाहिए। हालत यह है कि वर्ष 2007 से फरवरी 2015 तक जोधपुर में 1250 प्रकरण लंबित हैं।




अधिवक्ताओं ने कहा कि राजस्थान सिविल सेवा अधिकरण की चलपीठ जोधपुर में अनियमित होने से हजारों प्रकरण कई वर्षों से लंबित पड़े हैं।




इस पर खण्डपीठ ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा कि जोधपुर में आयोग व अधिकरण की स्थाई पीठ क्यों नहीं घोषित की जाए।

मदरसे में तंत्र क्रिया, दो बच्चियों को जलाया

यूपी के सहारनपुर से सामने आया है एक दिल दहला देने वाला मामला। दो बच्चियों संदिग्ध अवस्था में जल गईं। माना जा रहा है कि तांत्रिक क्रिया के दौरान ऐसा हुआ। तालीम लेने गई दो मासूम बच्चियां संदिग्ध हालात में जल गई। एक की हालत गंभीर होने के कारण उसको हायर सेंटर रेफर किया गया है।
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 बच्ची के परिजनों ने तांत्रिक क्रिया में जान से मारने के प्रयास के आरोप में कारी को नामजद किया है। आरोपी कारी लोगों को गच्चा देकर फरार हो गया। नानौता के मोहल्ला छत्ता एक कारी से मोहल्ले के करीब 15-20 बच्चे तालीम लेते है। इनमें तीन लड़कियां भी हैं। तालीम इमाम देते हैं, लेकिन दो दिन से उनके छुट्टी पर होने के चलते कारी मुर्सलीन हालिया निवासी मोहल्ला गुलाम औलिया गंगोह तालीम दे रहा था। पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार शनिवार शाम करीब 7:30 बजे कारी ने सभी बच्चों को वापस घर भेज दिया। केवल दो बच्चियां शिफां (10) पुत्री शमशाद और शिदरा (8) पुत्री बाबर खान रह गई। शिदरा ने सीओ को बताया कि कारी ने दोनों को रोका था। बाद में शिफां से कहा कि वह उसे जान से मार देगा। इसके बाद कारी ने एक बोतल से कुछ पीते हुए काली पन्नी से दूसरी बोतल निकाली। बोतल में भरा द्रव शिफां के ऊपर उढेलकर माचिस की तिल्ली से आग लगा दी। शिफां के साथ आग की चपेट में आई शिदरा ने चीखने की कोशिश की तो कारी ने उसका मुंह दबा दिया। कारी ने शिफा के ऊपर रजाई डाल दी। शिदरा के हाथ झुलस गए। इसी बीच वह वहां से भागने में सफल हो गई। उसने घर जाकर परिजनों को सारी बात बताई। मौके पर पहुंचे लोगों ने शिफां को झुलसी हालत में बाहर निकाला। भीड ने कारी मुर्सलीन की धुनाई कर डाली। इसी दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर कारी फरार हो गया। झुलसी बच्ची को देहरादून के महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत नाजुक बताई गई है। जमशेद ने तहरीर देकर कारी मुर्सलीन को नामजद किया है। तहरीर के अनुसार जमशेद ने बताया कि उसकी भतीजी मस्जिद में पढ़ने जाती है। वहां रहने वाला कारी मुर्सलीन तांत्रिक क्रिया करता है। कारी ने उसकी भतीजी पर तांत्रिक क्रिया कर जान से मारने की नीयत से आग लगा दी। सीओ विनोद त्यागी का कहना है कि मामला संदिग्ध है। पुलिस ने मौके से जले हुए कुछ कपड़े व अन्य छोटा-छोटा सामान बरामद किया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच व आरोपी के गिरफ्त में आने के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा। - 

अलगाववादी नेता मसरत आलम की रिहाई पर नरेंद्र मोदी ने दिखाए सख्त तेवर -



जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता मसरत आलम की रिहाई के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि इस तरह की गतिविधि भारत सरकार को जानकारी दिए बिना हो रही हैं और देश की एकता अखंडता के लिए जो भी जरूरी होगा उनकी सरकार करेगी। मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व वाली राज्य की पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के मसरत की रिहाई के फैसले पर लोकसभा में आज विपक्ष द्वारा प्रकट किए गए भारी आक्रोश पर प्रधानमंत्री ने सदन में कहा, सरकार बनने के बाद वहां जो कुछ भी गतिविधियां हो रही हैं, वे न तो भारत सरकार से मशविरा करके हो रही हैं और न भारत सरकार को जानकारी देकर हो रही हैं।

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मोदी ने कहा, सदन में और देश में जो आक्रोश है, उस आक्रोश में मैं भी अपना स्वर मिलाता हूं। यह देश अलगाववाद के मुद्दे पर दलबंदी के आधार पर न पहले कभी सोचता था, न अब सोचता है और न आगे कभी सोचेगा। प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे पर कहा, समय आने पर अवश्य राजनीतिक टिप्पणियां करें, बीजेपी वहां सरकार में हिस्सेदार है, आप उसकी भरपूर आलोचना करें, होनी भी चाहिए लेकिन ऐसा करते समय देश की एकता के संबंध में यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि हमारे भिन्न स्वर हैं। ऐसा संदेश न देश में, न दुनिया में और न कश्मीर में जाना चाहिए।




इस मुद्दे पर विपक्ष द्वारा हंगामा किए जाने पर उन्होंने कहा, यह पूछा जा रहा है कि मोदी जी चुप क्यों हैं, ऐसा कोई कारण नहीं है कि हमें इस मुद्दे पर चुप रहना पड़े, हम वो लोग हैं जिन्होंने इन आदर्शों के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिया है, इसलिए कृपया करके हमें देशभक्ति न सिखाएं।




मसरत की रिहाई के मसले पर राष्ट्रीय हितों से समझौता करने के विपक्ष के आरोपों के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, सरकार ऐसी किसी भी हरकत को स्वीकार नहीं करती है। देश की एकता अखंडता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। संविधान की मर्यादा में कदम उठाए जाते रहे हैं और आगे भी उठाए जाते रहेंगे। इस मसले पर जम्मू कश्मीर सरकार से स्पष्टीकरण मांगे जाने की बात कहते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कुछ बातों का स्पष्टीकरण मांगा है। गृह मंत्री ने भी इसकी जानकारी दी है। स्पष्टीकरण आने के बाद जरूरी हुआ तो उनके बारे में भी सदन को जानकारी दी जाएगी।




विपक्षी सदस्यों की टोकाटोकी के बीच मोदी ने कहा, यह आक्रोश किसी दल का नहीं देश का है। यह आक्रोश इस बैंच या उस बैंच का नहीं बल्कि पूरे सदन का है। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि अलगाववादी ताकतों, उनका समर्थन करने वालों और कानून का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ और देश की एकता अखंडता के लिए जो भी आवश्यक कदम होंगे, सरकार उठाएगी।




इससे पूर्व गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले में राज्य सरकार के गृह विभाग से मिली रिपोर्ट को सदन के साथ साक्षा करते हुए कहा कि सरकार जन सुरक्षा पर किसी सूरत में समझौता नहीं करेगी। सिंह ने कहा, केंद्र सरकार ने इस पूरे मामले को गंभीरतापूर्वक लिया है। राज्य सरकार से पूरा स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण मिलने के बाद यदि जरूरत हुई तो कठोर से कठोर परामर्श जारी किया जाएगा।




इससे पहले आज सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष ने इस मुद्दे पर भारी हंगामा किया और प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग की। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही करीब 15 मिनट के लिए स्थगित भी हुई।




गृह मंत्री ने राज्य सरकार से मिली जानकारी के आधार पर बताया कि मसरत ने 2010 में घाटी में हुए उग्र प्रदर्शनों में मुख्य भूमिका निभाई थी। 1995 से लेकर अब तक उस पर 27 मामले दर्ज किए गए जिनमें देशद्रोह, हत्या का प्रयास और साजिश रचने के मामले हैं। उन्होंने बताया कि उसे अदालत से 27 मामलों में जमानत मिल चुकी है। उसे फरवरी 2010 से अब तक आठ बार हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के गृह विभाग से मिली रिपोर्ट से केंद्र अभी पूरी तरह संतुष्ट नहीं है तथा इस संबंध में और स्पष्टीकरण मांगे गए हैं।




गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के बयानों से असंतोष जाहिर करते हुए कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वामपंथी सदस्य सदन से वाकआउट कर गए। इससे पूर्व आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही जम्मू कश्मीर की पीडीपी म् भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा अलगावादी नेता मसरत आलम की रिहाई के मुद्दे पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राकांपा, राजद, जदयू और वामदलों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री के बयान की मांग करते हुए भारी हंगामा किया जिसके कारण लोकसभा की बैठक करीब सवा 11 बजे 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।




आसन के समक्ष सदस्यों की नारेबाजी के बीच संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, यह बेहद गंभीर मामला है। और पूरे देश से संबद्ध है। यह किसी एक पार्टी से जुड़ा मामला नहीं है। इस मुद्दे पर कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, दीपेन्द्र सिंह हुड्डा और तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने कार्य स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। खड़गे ने कहा कि एक राष्ट्रविरोधी आतंकवादी को जेल से रिहा करना बेहद गंभीर मामला है। देश यह जानना चाहता है कि क्या मसरत की रिहाई पर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के बीच कोई अंदरूनी चर्चा हुई है।