नई दिल्ली। बीस साल से ज्यादा वक्त तक बंद रहने के बाद एक रुपये का नोट देश में फिर से जारी हो गया। इस पर वित्त सचिव राजीव महर्षि के हस्ताक्षर हैं। इसे खुद महर्षि ने होली के दिन राजस्थान के नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर से जारी किया। एक रुपये के अलावा अन्य सभी नोटों पर रिजर्व बैंक के गवर्नर के दस्तखत होते हैं।
पिछले हफ्ते के शुरू में केंद्रीय बैंक ने कहा था कि वह जल्द एक रुपये के नोट चलन में लाएगा। फिर से जारी किया गया एक रुपये का नया नोट पूरी तरह पुराने सूती कपड़ों की सामग्री (कॉटन रैग कंटेंट) से बनाया गया। यह नोट मुख्य रूप से हरे-गुलाबी रंग में है।
सरकार ने नवंबर, 1994 में एक रुपये के नोट की छपाई बंद कर दी थी। उस वक्त इसके पीछे वजह यह बताई गई थी कि एक रुपये की नोट छापने पर खर्च ज्यादा आता है। इसके बंद होने से खाली हुई प्रिंटिंग मशीनों पर ऊंचे मूल्य वर्ग वाले नोटों की छपाई की जा सकेगी। इसके बाद साल 1995 से दो व पांच के नोटों की भी छपाई बंद कर दी गई। तब से दो और पांच के सिक्के ही जारी किए जा रहे हैं।
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