अल्जीयर्स।। अल्जीरिया की चेरचेल सैन्य अकैडमी में हुए आत्मघाती विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हुए हैं।
अस्पताल के एक सूत्र ने बताया कि अल्जीरियाई राजधानी के 100 किलोमीटर पश्चिम में शुक्रवार को रोजा खोले जाने के 10 मिनट बाद दो आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया। अल्जीरिया के फ्रेंच भाषा के समाचार पत्र ईएल वटन ने अपनी बेवसाइट पर खबर दी है कि आत्मघाती हमलावरों में से एक मोटरसाइकिल पर सवार था और अधिकारियों के मेस हॉल के प्रवेश द्वार पर उसने विस्फोट किया।
इस हमले के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि मारे गए लोगों में 16 सैनिक और दो नागरिक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि घायलों को नजदीकी शहर सिदी घिलेस और तिपाजा में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा अल्जीयर्स स्थित सैन्य अस्पताल में भी घायलों को भर्ती कराया गया है।
इस्लामाबाद।। पाकिस्तान में शनिवार तड़के भूकंप का झटका महसूस किया गया। रावलपिंडी सहित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अलग-अलग जिलों में यह झटका महसूस किया गया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.5 मापी गई। जान-माल की हानि की कोई सूचना तुरंत नहीं मिल सकी है।
मौसम विभाग के मुताबिक भूकंप से पेशावर, मारदन, चितराल और लोअर डिर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं जबकि रावलपिंडी, हरिपुर, एबटाबाद और तारबेला इलाके भी इसकी चपेट में आए हैं।
नई दिल्ली. अन्ना हजारे का अनशन 12वें दिन (शनिवार) भी जारी है। उनका वजन सात किलो कम हो गया है और हालत लगातार खराब ही होती जा रही है। दिल की धडकन बढ़ती जा रही है और रंग काला पड़ता जा रहा है।
डॉक्टर कहते हैं खाना छोड़ने के साथ-साथ अन्ना को काफी तनाव भी झेलना पड़ रहा है। जन लोकपाल बिल पारित होने को लेकर तनाव। यह तनाव भी उनकी परेशानी बढ़ा रहा है। ऐसे में उनकी दिल की तकलीफ बढ़ सकती है और वह किसी भी समय अचेतावस्था में भी जा सकते हैं।
शुक्रवार को अन्ना का ब्लड प्रेशर 150/90, हार्ट बीट 92/मिनट रहा। गुरुवार को उनका हार्ट बीट 82/मिनट मापा गया था। उनकी निगरानी कर रहे डॉ. नरेश त्रेहन के मुताबिक, 'वक्त निकलता जा रहा है। हालांकि अभी उनके शरीर के अहम मानक स्थिर बने हुए हैं। पर हर घंटा अहम हो गया है। जितनी जल्दी हो सके अन्ना को अपना अनशन खत्म करना चाहिए।'
अन्ना 16 अगस्त से अनशन पर हैं। अब वह अपना रोज मर्रा का काम भी बिना किसी की मदद से नहीं कर सकते हैं। उन्होंने बोलना एकदम कम कर दिया है। शुक्रवार को उन्होंने समर्थकों को संबोधित नहीं किया। बस नारे लगा कर उनका उत्साह बढ़ाया। जानकार बताते हैं कि तीन से पांच दिन का उपवास भी खतरनाक हो सकता है। अन्ना के अनशन का तो आज बारहवां दिन है। शुरुआती वजन से 18 फीसदी वजन कम हो जाने पर स्थिति खतरनाक हो सकती है। अन्ना का वजन करीब 15 फीसदी कम हो चुका है। उनकी उम्र 74 साल है। ऐसे में अगर तेजी से उनका वजन गिरा तो उनके लिए ज्यादा खतरा हो सकता है।
जयपुर भ्रष्टाचार की सबसे ज्यादा शिकायतें पटवारी, तहसीलदार, थानेदार, जेडीए के पट्टा, रजिस्ट्री व भू रूपांतरण के मामलों की आ रही हैं। भास्कर को पिछले 9 दिन में जयपुर शहर व जिले के 479 भ्रष्टाचार पीड़ितों ने फोन पर आपबीती सुनाई। इनमें से 90 फीसदी का कहना था कि वे थाने, पटवारी, तहसीलदार या जेडीए के अधिकारियों, कर्मचारियों की रिश्वत दिए बिना काम नहीं करने की प्रवृत्ति से परेशान हैं। भ्रष्टाचार पीड़ितों का कहना था कि थाने, पटवारी से लेकर जेडीए के महीनों तक चक्कर काटने के बावजूद उनकी फाइल आगे नहीं खिसकती। थाने वाले उसी का पक्ष लेते हैं जिससे रिश्वत ज्यादा मिलती है। कम रिश्वत या नहीं देने वाले को बस चक्कर कटवाते रहते हैं और रिश्वत के बूते अपराधी और आरोपी बेलगाम धमकियां देते घूमते रहते हैं। दस फीसदी शिकायतें समाज कल्याण विभाग, शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, विद्युत वितरण निगम जैसे विभागों की रही।
सीकर. बहुचर्चित भगवान सिंह हत्याकांड में अपर जिला एवं सेशन न्यायालय (फास्ट ट्रैक) ने 13 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, जबकि संदेह का लाभ देते हुए दो लोगों को बरी कर दिया। सभी आरोपियों पर अलग से जुर्माना भी लगाया गया है। अपर लोक अभियोजक किशोर कुमार सैनी ने बताया कि 27 मई, 2005 में नागवा गांव निवासी भगवान सिंह की हत्या कर दी गई थी। मृतक के भाई प्रभु सिंह राजपूत ने पर्चा बयान के जरिए 20 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया। बाद-विवेचना पुलिस ने अभियुक्त गण नारायण सिंह, सुरेंद्र सिंह, नारायण चंदेलिया, जीवण सिंह, प्रहलादराम, नेमीचंद उर्फ नेमाराम, भींवाराम, पूर्णमल, जयसिंह उर्फ शौकीन सिंह, रामलाल, पोखरमल जाट, अर्जुनलाल, गिरधारी, हरफूल, झाबरमल, डूंगर सिंह, जितेंद्रसिंह, सुनील, नौरंगीलाल और पोखरमल चंदेलिया के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र पेश किया।
अभियुक्त गिरधारी पुत्र ईश्वर राम और हरफूल पुत्र गिरधारी के खिलाफ तितंबा आरोप पत्र पेश होने पर उनके खिलाफ अलग से मुकदमा इसी न्यायालय में लंबित है। मुकदमे की सुनवाई के दौरान अर्जुनलाल की मौत हो गई। पोखरमल चंदेलिया और सुनील फरार चल रहे हैं। ट्रायल में 15 आरोपी थे। बहस के दौरान बचाव पक्ष का कहना था कि अभियुक्त गण युवा हैं। उनका प्राथमिक अपराध है। पोखरमल कैंसर रोग से पीड़ित है। अभियुक्त गण में दो सरकारी सेवा में हैं। उनके प्रति नरमी का रुख अपनाया जाए। अपर लोक अभियोजक और परिवादी के अधिवक्ता सत्यनारायण शर्मा ने इसका विरोध करते हुए कोर्ट से सख्त सजा की अपील की। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश (फास्ट ट्रैक) शैलेंद्र व्यास ने संदेह का लाभ देते हुए झाबरमल जाट और जितेंद्र सिंह को बरी कर दिया। 13 अन्य आरोपियों नारायण सिंह राजपूत, डूंगर सिंह, जय सिंह, नेमीचंद उर्फ नेमाराम चंदेलिया, नारायण चंदेलिया, सुरेंद्र सिंह, जीवण सिंह, रामलाल, प्रहलाद, पूर्णमल, भींवाराम, पोखरमल जाट और नौरंगलाल पर हत्या का दोषसिद्ध पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। सभी आरोपियों को अन्य धाराओं में भी सजाएं सुनाई गई हैं, जो साथ-साथ चलेंगी।
हत्या करने के बाद ट्रैक्टर से घसीटा था शव
27 मई, 2005 की शाम साढ़े छह बजे दो ट्रैक्टर और जीप में सवार होकर आए लोगों ने नागवा गांव निवासी भगवान सिंह के घर में घुसकर मारपीट शुरू कर दी। घर का सामान तोडफ़ोड़ करने लगे और महिला-बच्चों और भगवान सिंह के भाई प्रभु सिंह को पीटा। भगवान सिंह उनसे बचने के लिए मकान की छत पर चढ़ गया। आरोपियों ने भगवान सिंह को छत के नीचे फेंक दिया। घायल हालत में लाठियों और तलवारों से बुरी तरह पीट-पीटकर भगवान सिंह की हत्या कर दी। उसकी लाश को प्रहलाद चंदेलिया के ट्रैक्टर के पीछे बांध दिया और शव को घसीटते हुए गांव के बीच से ले गए थे। प्रभुसिंह ने हत्या की वजह पारिवारिक रंजिश बताई थी। हत्या का मुख्य आरोपी नारायण सिंह उसका रिश्तेदार ही है।
फैसले के दौरान परिसर में तैनात रही फोर्स भगवान सिंह हत्याकांड के फैसले को लेकर कोर्ट परिसर में भारी फोर्स तैनात रहा। अतिरिक्त जाप्ते के साथ ही कोबरा टीम भी लगाई गई थी। अभियुक्तों को पुलिस सुरक्षा घेरे में जेल से कोर्ट लाया गया। सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें सुरक्षा घेरे में ही वापस सीकर कारागार भेज दिया गया। जेलर ने बताया कि सभी आरोपियों को केंद्रीय कारागार, जयपुर भिजवाया जाएगा।
पर्यटन स्थलों के विकास के होंगे प्रयास : पंवार
पोकरण। भारतीय पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. ललित के. पंवार ने शुक्रवार को पोकरण प्रवास के दौरान कस्बे के पोकरण फोर्ट, सालमसागर तालाब सहित विभिन्न धार्मिक पर्यटन स्थलों का अवलोकन कर उनके विकास व सौंदर्यीकरण का भरोसा दिलाया। डॉ.पंवार ने शुक्रवार को पोकरण फोर्ट में लाल पत्थर के कलात्मक झरोखों, मंगल निवास, संग्रहालय, पर्यटकों के लिए बनाए गए स्विमिंग पुल, गार्डन आदि का अवलोकन किया।
डॉ. पंवार ने कहा कि पोकरण क्षेत्र शक्ति, भक्ति, कला व संस्कृति का संगम है। यहां लोकदेवता बाबा रामदेव की कर्मस्थली व भादरियाराय मंदिर जैसा शक्तिपीठ स्थित है। इसके चलते यहां धार्मिक पर्यटकों का आवागमन बना हुआ है। इसी प्रकार परमाणु परीक्षण के बाद पोकरण ने शक्तिस्थल के रूप में अपनी पहचान विश्वभर में कायम की है।
यहां लाल पत्थर से निर्मित फोर्ट, कलात्मक हवेलियां, पहाड़ी पर स्थित छतरियां व ऎतिहासिक सरोवर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते है। ऎसे में यहां पर्यटन विकास की पर्याप्त संभावनाएं है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार धार्मिक पर्यटन स्थलों के विकास व सौंदर्यीकरण को लेकर प्रयास कर रही है। यहां आने वाले धार्मिक पर्यटकों को सड़क, पानी, छाया, अच्छे भोजन व आवास की बेहतर सुविधाएं मिले, इसके लिए भारतीय पर्यटन विकास निगम की ओर से योजना तैयार कर ऎतिहासिक धार्मिक व पर्यटन स्थलों के विकास, सुविधाओं व सौंदर्यीकरण को लेकर हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
उन्होने फोर्ट व संग्रहालय के प्रबंधक परमविजयसिंह राठौड़ से देशी, विदेशी व धार्मिक पर्यटकों की स्थिति के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने सालमसागर तालाब, शक्तिस्थल, कलात्मक छतरियो, बाबा रामदेव के गुरू बालीनाथजी के आश्रम का भी अवलोकन कर यहां के विकास की संभावनाओं के बारे मेें भी विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर उपखंड अधिकारी अशोक चौधरी, समाजसेवी महेंद्र व्यास, शक्तिस्थल के व्यवस्थापक अशोककुमार व्यास भी थे।
सीमावर्ती गांवों में रात्रि विचरण पर प्रतिबंध
बाड़मेर। जिला मजिस्ट्रेट गौरव गोयल ने दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत बाड़मेर जिले में भारत पाक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर भारत के अन्दर की ओर दो किलोमीटर क्षेत्र में रात्रिकालीन विचरण पर प्रतिबन्ध लगाया है। जारी आदेश के मुताबिक रात्रिकालीन प्रतिबन्ध बाड़मेर जिले में भारत पाक सीमा से लगते हुए दो किलोमीटर क्षेत्र के समस्त ग्रामो में लागू होगा।
प्रतिबन्घित समय- इन गांवों में सांय 7 बजे से प्रात: 6 बजे तक आवागमन प्रतिबंधित रहेगा।
जिले में भारत पाक सीमा से लगते हुए उक्त वर्णित 2 किलोमीटर क्षेत्र में प्रवेश व विचरण करने वाले समस्त व्यक्तियों को सख्त चेतावनी दी गई कि वे उक्त प्रतिबन्घित क्षेत्र में रात्रि के समय सक्षम अधिकारी की वैद्य अनुमति के बिना गमनागमन अथवा विचरण नहीं करें। आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध दण्ड प्रक्रिया संहिता के तहत कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
प्रतिबन्ध वाले गांव- बूठिया, जुमा फकीर की बस्ती, तालब का पार, सजन का पार, सून्दरा, पांचला, हमीराणी, मोती की बेरी, रोहिड़ी, सगोरालिया, मुनाबाव, अकली, मालाणा, छोटी खड़ीन, मखन का पार, अमी का पार, तामलोर, त्रिमोही, गडरारोड, केरला, पदमड़ा, रिछयाली, बाड़मेरा का पार, सजनाणी, नारे का पार, केरकोरी, पादरिया, पीरे का पार, पांधी का पार, लकडियाली, बनों की बस्ती, लधे का पार, तालब का पार, चान्दाणियों का पार, झेलून, बिन्दुसियाणी, कबूल की ढाणी, सजन का पार, कुम्हारों का टीबा, रामबानी, राठौडो का तला, माधुरी का तला, भभूते की ढाणी, भीलो का तला, सादुलाणियों की गफन, हेजम का तला सम्मिलित है।
उम्मेदपुरा, कल्याणपुरा, केलनोर, समेलो का तला, मीठडाऊ, मीये का तला, जाटों का बेरा, बरवाल, देहवा, लालपुर, ब्राह्मणों की ढाणी, रेलिया, सोमराड, बसिये का तला, जानपालिया, सराईयों का तला, दीपला, सरला, समोते का पार, शोभाला जेतमाल, हुरो का तला, तालसर, हुसैन का तला, रडवा, सुजो का निवाण उर्फ मेगे की बेरी, नवातला, बाखासर, सरूपे का तला, अग्निशाह की ढाणी, सैयद मौज अली का तला, कृष्ण का तला, रते का तला, भाडा, एकल, रामपुरा, हाथला, बछवाल, भलगांव सम्मिलित है।
राजपूत कौम को काफी ताकतवर माना जाता है और इस बात को उन्होंने कई अहम मौकों पर सिद्ध भी किया है।
अपने आराध्य देव की सिद्धी के कारण उनमें आत्मविश्वास कूट-कूट कर भरा हुआ है। इनके आराध्य देव हैं-एकलिंगजी।
श्रीएकलिंगजी का मंदिर विशाल है। एकलिंगजी की मूर्ति में चारों ओर मुंह हैं। मंदिर के पश्चिम द्वार की ओर पीतल की नन्दी की मूर्ति है।
कहते हैं कि वर्तमान मंदिर का जीर्णोद्धार 15 शताब्दी मेंराजा कुम्भ ने कराया था। एकलिंगजी मेवाड़ के राजाओं के आराध्य देव थे। मेवाड़ के संस्थापक बाप्पारावल ने इनकी आराधना की थी।
कहा जाता है कि पहले यहां लिंगमूत्ति थी। डूंगरपुर राज्य की ओर से वह बाणलिंग इन्द्रसागर में पधरा दिए जाने के पश्चात यह चतुर्मुख मूर्ति स्थापित हुई। -
एकलिंगजी का श्रृंगार रोज विभिन्न रत्नों से किया जाता है। यहां पुजारियों द्वारा दिए गए चोगे को पहन कर ही मंदिर के अंदर जाने की आज्ञा मिलती है।
एकलिंगजी को राजपूत कौम अपना आराध्य देव मानती है। किसी भी युद्ध में जाने से पहले ये इनकी पूजा जरूर करते थे।
मंदिर से थोड़ी दूर इन्द्रसागर नामक सरोवर है। सरोवर के आस-पास गणेश, लक्ष्मी, डुंटेश्वर, धारेश्वर आदि कई मंदिर हैं।
एकलिंगजी के मंदिर के पास भी छोटे-बड़े कई मंदिर हैं। थोड़ी दूरी पर ही वनवासिनी देवी का मंदिर है।
कैसे पहुचें- उदयपुर या नाथद्वारा से बस द्वारा एकलिंगजी पहुंचा जा सकता है। उदयपुर से एकलिंगजी 22 किलोमीटर दूर हैं।
फरीदाबाद. सेक्टर-31 थाना के तहत राजीव नगर में बुधवार को 50 वर्षीय व्यक्ति को 11 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करते लोगों ने दबोचा।
गुस्साए लोगों ने उसकी जमकर धुनाई की और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है। गुरुवार को आरोपी को जेएमआईसी भावना जैन की अदालत में पेश किया, यहां से इसको नीमका जेल भेज दिया गया है।
क्या है मामला
राजीव नगर सेक्टर-30 में रहने वाली एक महिला ने सेक्टर-31 थाने में दी शिकायत में बताया कि उनकी 11 साल की बेटी दिमाग से थोड़ी कमजोर है। उनके एक पड़ोसी ने बताया कि उनकी बेटी काफी रुपए खर्च करती है। वह दुकान से महंगी चीजें खरीदकर खाती रहती है।
उसने इस बारे में अपनी बेटी से पूछा की पैसे कहां से लाती है तो उसने बताया कि उसे एक व्यक्ति पैसे देता है। किशोरी का पिता उसे लेकर संबंधित व्यक्ति का घर गया, लेकिन वहां ताला लगा हुआ था। वह घर 50 वर्षीय गिरी का था। गिरी को लड़की का पिता पहले से जानता था।
बुधवार को जब वह नल से पानी लेकर घर पहुंची तो एक व्यक्ति उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म की कोशिश कर रहा था। महिला ने इसकी सूचना अपने पति को दी। उसके बाद उसे दबोच लिया और उसकी जमकर धुनाई कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि करीब एक माह से वह बच्ची को पैसे देकर उसके साथ दुष्कर्म कर रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले के जांच अधिकारी ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई है।