शुक्रवार, 12 अगस्त 2011

दफ्तर में साथी को किस करना "आतंकवाद"

दफ्तर में साथी को किस करना "आतंकवाद"

बर्लिन। दुनिया में अब नए तरह का आतंकवाद फैल रहा है। यह है "किस टेररिज्म"। यह कहना है कि जर्मनी के एक एटिकेट ग्रुप का। इस ग्रुप ने दफ्तर में साथी कर्मचारी के गाल पर चुंबन को आतंकवाद के बराबर माना है। ग्रुप ने मांग की है कि दफ्तरों में पुरूषों और महिला सहयोगियों के एक दूसरे के गाल पर चुंबन करने पर रोक लगनी चाहिए।

गौरतलब है कि यूरोप में लोग अभिवादन स्वरूप एक दूसरे के गाल पर चुंबन देते हैं। जर्मन नीग सोसाइटी ने कहा है कि दफ्तरों में किस करने की प्रवृत्ति बढ़ती ही जा रही है। फ्रांस के दफ्तरों में तो यह दो बार होता है। ग्रुप का कहना है कि म्यूनिख, बर्लिन व अन्य शहरों से कई लोगों ने संर्पक कर पूछा है कि अगर कोई अभिवादन स्वरूप किस करने को कोशिश करें तो क्या करें। ग्रुप के अध्यक्ष हेंस मिशेल क्लेन का कहना है कि दफ्तरों में किस पर पूरी तरह से प्रतिबंध होना चाहिए। क्लेन का कहना है कि किस की बजाय हाथ मिलना ज्यादा अच्छा है।

क्या अब सभी से मंजूरी लेंगे, पूछा अमिताभ ने





मुंबई ॥ अपनी बहुचर्चित फिल्म 'आरक्षण' के प्रदर्शन को लेकर चल रहे विवाद से नाराज मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने कहा कि जिस तरीके से रचनात्मक स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया जा रहा है उससे लगता है कि लोग सर्वाधिक दुर्भाग्यपूर्ण फासीवादी स्थिति में जी रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अगर कानून यह कहता है कि हर राजनीतिक दल, हर समाज और हर नागरिक से अनुमति लेनी होगी तो फिल्म निर्माण कोई 'कला' नहीं रह जाएगी।

अमिताभ ने अपने ब्लॉग में सवाल किया कि भारतीय फिल्म समुदाय में ऐसा कोई निकाय क्यों नहीं है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला करने वाले के खिलाफ उठ खड़ा हो? बिग बी ने कहा कि राजनीतिक शक्तियों का प्रतिनिधित्व करने वाले निकायों की अपनी विचारधारा और जनशक्ति होती है और वे उन्हीं चीजों का समर्थन करते हैं जिनका अंतत उन्हें ही फायदा होता है। लेकिन कलाकार एक रचानात्मक व्यक्ति होता है उसका राजनीति से कोई मतलब नहीं होता।

उन्होंने कहा कि सरकार ने एक संवैधानिक निकाय केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड बनाया है जो इन गड़बड़ियों की जांच करता है। अब किसी फिल्म निर्माता को अपने काम को पास कराने के लिए ऐसे कितने निकायों के पास जाना होगा। राजनीतिक दल, हर समाज और हर नागरिक से अनुमति लेनी होगी तो फिल्म निर्माण कोई 'कला' नहीं रह जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति की स्वीकृति की जरूरत होगी तो थियेटर में फिल्म देखने के लिए कौन बचेगा?

उन्होंने कहा 'फिल्म उद्योग में कलाकर समुदाय हमेशा प्रभावित रहेगा क्योंकि हमारा काम फिल्म बनाना, या पेंटिंग करना या किताब लिखना है। हमारा पूरा करियर इस बात को सुनिश्चित करने पर निर्भर करता है कि अधिकतम संख्या में लोग हमारे काम की प्रशंसा करें।'

बिग बी ने कहा, 'हमें इस बात को दर्शकों पर छोड़ देना चाहिए कि वे क्या देखना चाहते हैं और क्या नहीं। आपको नहीं पसंद है तो मत देखिए। फिल्म देखने के बाद पसंद नहीं आए तो इसकी आलोचना कीजिए। लेकिन इस पर हमला करना, फिल्म और उसमें शामिल लोगों के यहां तोड़ - फोड़ करना हमारे कानून में नहीं आता है। '

उन्होंने कहा कि एक बार सेंसर बोर्ड के पास किए जाने और उच्च न्यायालय द्वारा प्रदर्शित किए जाने की अनुमतिदिए जाने के बाद बहुत कुछ किए जाने की गुंजाइश नहीं थी। फिल्म प्रदर्शित होगी और जो लोग इसका विरोधकर रहे हैं उन्हें यह पता चलेगा कि इसमें ऐसा कुछ भी नहीं है जिसका वे विरोध कर रहे हैं। '

"अफजल को फांसी दी तो गंभीर परिणाम होंगे"

"अफजल को फांसी दी तो गंभीर परिणाम होंगे"

श्रीनगर। गृह मंत्रालय की ओर से संसद पर हमले के मामले में फांसी की सजा पाए अफजल गुरू की दया याचिका राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील के पास भेजे जाने के बाद यह मामला फिर से गरमा गया है। मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कश्मीर के अलगाववादियों ने धमकी दी है कि अगर अफजल गुरू को फांसी दी गई तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।

हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी ने कहा है कि अफजल को फांसी देने पर तूफान आ जाएगा। गौरतलब है कि अफजल जम्मू कश्मीर के सोपोर का रहने वाला है। इससे पहले दिल्ली सरकार ने कानून व्यवस्था बिगड़ने का हवाला देते हुए अफजल की फांसी की फाइल कई साल तक अटका रखी थी।

बाड़मेर सिटी सेंटर योजना के लिए सारे नियम टाक पर ,वायु सेना की आपत्ति के बाद भी निर्माण जारी



बाड़मेर सिटी सेंटर योजना के लिए सारे नियम टाक पर 

,वायु सेना की आपत्ति के बाद भी निर्माण जारी


बाड़मेर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर महावीर नगर में सिटी सेंटर योजना के लिए जिला प्रसाशन ने सारे कायदे कानून टाक में रख नियमो के विरुद्ध निर्माण में सहयोग दे रहा हें.सिटी सेंटर द्वारा नगर पालिका बाड़मेर से व्यावसायिक भू खंड ख़रीदा था जिस पर सिटी सेन्टर द्वारा १३ मंजिला भवन निर्माण की स्वीकृति पालिका से मांगी थी मगर बाड़मेर में पांच मंजिल से ज्यादा स्वीकृति नहीं दी जा रही यैसे में सिटी सेंटर को आज तक पांच मंजिला से अधिक निर्माण की स्वीकृति जारी नहीं की ,इसके बावजूद योजना के मालिको की जिला प्रशासन के आला अधिकारी से घनिष्ठ मित्रता के चलते १३ मंजिल का व्यावसायिक और आवासीय निर्माण जारी हें जबकि ईस को व्यावसायिक से आवासीय में रूपांतरण नहीं कराया गया हें साथ ही पांच मंजिल से अधिक अवैध निर्माण को ले लकर वायु सेना उतर्लाई ने भी आपति दर्ज कराई हें की वायु यान के नियमित उड़ानों की सुरक्षा के लिए बहु मंजिला ईमारत खतरा साबित हो सकती हें यह बहुमंजिला इमारत वायु सेना के प्रतिबंधित दायरे में आती हें ,जिला प्रशासन से वायु सेना की आपति को भी नज़र अंदाज़ कर दिया ,बहार हाल भू माफियो को जिला प्रशासन द्वारा दी जा रही शाह के कारण राज्य सरकार की छवि ना केवल प्रभावित हो रही है अपितु भू माफियो के होंसले बुलंद हो रहे हें..सिटी सेंटर योजना में हर कार्य अवैध होने के बावजूद प्रशासन चुप हें,नगर पालिका के सहायक अभियंता छगन लाल खत्री ने इस सम्बन्ध में बताया की सामरिक द्रष्टि से बाड़मेर में वायु सेना के निर्धारित दायरे में पांच मंजिला से अधिक भवन निर्माण की स्वीकृति नहीं दी जा सकती .सिटी सेन्टर को भी पांच मंजिला भवन तक की स्वीकृति दी गई हें

"Mangal Bhavan Amangal Hari" a Lord Rama Bhajan

शाहगढ़ क्षेत्र में प्रस्तावित फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटन अब पेट्रोलियम मंत्रालय का अड़ंगा



शाहगढ़ क्षेत्र में प्रस्तावित फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटन


अब पेट्रोलियम मंत्रालय का अड़ंगा
जैसलमेर। राजस्थान से सटी पश्चिमी सीमा पर भविष्य में सेना की जरूरतों के मद्देनजर जैसलमेर जिले के शाहगढ़ क्षेत्र में प्रस्तावित फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटन में अब पेट्रोलिय मंत्रालय ने अडंगा लगा दिया है। विश्व की सम्भवत: सबसे बड़ी फायरिंग रेंज के लिए भूमि आवंटन का मामला करीब आठ साल से अटका हुआ है। अब रक्षा मंत्रालय की उच्च स्तरीय टीम सम्बंधित पक्षों से बात करने आगामी 29 व 30 अगस्त को दिल्ली से जैसलमेर पहंुचेगी।

प्रतिरक्षा सूत्रों के अनुसार शाहगढ़ बल्ज क्षेत्र में प्रस्तावित फायरिंग रेंज के लिए 9.65 लाख बीघा भूमि के आवंटन का मामला बार-बार अटक रहा है। ताजा आपत्ति पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से जताई गई है। मंत्रालय का कहना है कि क्षेत्र में ओएनजीसी और फोकस एनर्जी तेल व गैस की खोज कर रही हैं। इन कम्पनियों को ब्लॉक आवंटित किए गए है। फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटित हुई तो तेल कंपनियों का काम ठप हो जाएगा।

विरोध-दर-विरोध
रक्षा मंत्रालय ने शाहगढ़ बल्ज में जमीन आवंटित करने के लिए 8 जनवरी, 2003 को राजस्थान सरकार को पत्र भेजा था। बाद में गृह विभाग ने जैसलमेर जिला कलक्टर को प्रस्ताव भेजकर सर्वे करने को कहा था। प्रस्ताव के अनुसार साढ़े नौ लाख बीघा भूमि चिह्नित की थी। वर्ष 2006 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जैसलमेर दौरे पर आई तब ग्रामीणों ने फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटित नहीं करने की गुहार की थी।

इसलिए है जरूरत
भविष्य में आधुनिक तकनीक व हथियारों से होने वाले युद्ध के लिए सेना को विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता है। सेना प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल एसडी गोस्वामी का कहना है कि सेना की मारक क्षमता में वृृद्धि करने तथा विशेष प्रशिक्षण के लिए जमीन की जरूरत है।

इनका कहना है
"पेट्रोलियम मंत्रालय के विरोध के कारण जमीन का आवंटन अटका है। आगामी 29 अगस्त को रक्षा मंत्रालय का दल जैसलमर आकर दोनों पक्षों को सुनेगा।"
-एमपी स्वामी, जिला कलक्टर, जैसलमेर

शाहगढ़ क्षेत्र में प्रस्तावित फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटन अब पेट्रोलियम मंत्रालय का अड़ंगा



शाहगढ़ क्षेत्र में प्रस्तावित फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटन


अब पेट्रोलियम मंत्रालय का अड़ंगा
जैसलमेर। राजस्थान से सटी पश्चिमी सीमा पर भविष्य में सेना की जरूरतों के मद्देनजर जैसलमेर जिले के शाहगढ़ क्षेत्र में प्रस्तावित फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटन में अब पेट्रोलिय मंत्रालय ने अडंगा लगा दिया है। विश्व की सम्भवत: सबसे बड़ी फायरिंग रेंज के लिए भूमि आवंटन का मामला करीब आठ साल से अटका हुआ है। अब रक्षा मंत्रालय की उच्च स्तरीय टीम सम्बंधित पक्षों से बात करने आगामी 29 व 30 अगस्त को दिल्ली से जैसलमेर पहंुचेगी।

प्रतिरक्षा सूत्रों के अनुसार शाहगढ़ बल्ज क्षेत्र में प्रस्तावित फायरिंग रेंज के लिए 9.65 लाख बीघा भूमि के आवंटन का मामला बार-बार अटक रहा है। ताजा आपत्ति पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से जताई गई है। मंत्रालय का कहना है कि क्षेत्र में ओएनजीसी और फोकस एनर्जी तेल व गैस की खोज कर रही हैं। इन कम्पनियों को ब्लॉक आवंटित किए गए है। फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटित हुई तो तेल कंपनियों का काम ठप हो जाएगा।

विरोध-दर-विरोध
रक्षा मंत्रालय ने शाहगढ़ बल्ज में जमीन आवंटित करने के लिए 8 जनवरी, 2003 को राजस्थान सरकार को पत्र भेजा था। बाद में गृह विभाग ने जैसलमेर जिला कलक्टर को प्रस्ताव भेजकर सर्वे करने को कहा था। प्रस्ताव के अनुसार साढ़े नौ लाख बीघा भूमि चिह्नित की थी। वर्ष 2006 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जैसलमेर दौरे पर आई तब ग्रामीणों ने फायरिंग रेंज के लिए जमीन आवंटित नहीं करने की गुहार की थी।

इसलिए है जरूरत
भविष्य में आधुनिक तकनीक व हथियारों से होने वाले युद्ध के लिए सेना को विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता है। सेना प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल एसडी गोस्वामी का कहना है कि सेना की मारक क्षमता में वृृद्धि करने तथा विशेष प्रशिक्षण के लिए जमीन की जरूरत है।

इनका कहना है
"पेट्रोलियम मंत्रालय के विरोध के कारण जमीन का आवंटन अटका है। आगामी 29 अगस्त को रक्षा मंत्रालय का दल जैसलमर आकर दोनों पक्षों को सुनेगा।"
-एमपी स्वामी, जिला कलक्टर, जैसलमेर

नौ चिंकारों की मौत, 16 घायल

नौ चिंकारों की मौत, 16 घायल

जोधपुर। जिले के वन्यजीव बहुल क्षेत्रों में गुरूवार शाम समाप्त हुए पिछले 36 घंटों में वष्ााü जनित हादसों में नौ चिंकारों की मौत हो गई तथा 16 गंभीर रूप से घायल हुए। मृत चिंकारों को माचिया सफारी पार्क में दफनाया गया। बारिश के बाद गीली भूमि पर पूरी क्षमता से दौड़ने में असमर्थ चिंकारों को हिंसक कुत्ते आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं। उनसे बचने को दौड़ने के दौरान वे खेतों की कंटीली बाड़ में उलझ कर गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं।

वन्यजीव उड़नदस्ते ने जिले के नौसर ओसियां, रामड़ावास, नयोड़ा बेरा बेरू, भवाद, खंगारबापू की ढाणी फिटकासनी, बोड़वी-बिलाड़ा, लूणी, लूणावास खारा, खुड़ाला, खींचड़ों की ढाणी लोहावट और मेकलो की ढाणी डांगियावास, सरदार समंद-झालामंड रोड, भवाद देवलों की ढाणी, हेमनगर व भांडू खुर्द में कुल 25 घायल चिंकारों को उम्मेद उद्यान वन्य जीव चिकित्सालय और ग्रामीण पशु चिकित्सालयों में पहुंचाया। इनमें से नौ की मौत हो गई। इसमें एक चिंकारे की मौत गुरूवार को जोलियाली गांव से चिकित्सा के लिए जोधपुर लाते समय रास्ते में हुई। आज ही सालोड़ी में सड़क पार करते समय एक चिंकारा गंभीर रूप से घायल हो गया।

बाड़मेर न्यूज़ बॉक्स .........आज की तजा खबरे ...crime news



गाली-गलौच का मामला दर्ज
बालोतरा अनधिकृत रूप से प्लॉट में प्रवेश करने तथा जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने को लेकर एक दलित ने चार जनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस के अनुसार बदामी पुत्र खीमाराम भील निवासी शिव चौराहा बालोतरा ने मामला दर्ज करवाया कि नथूमल पुत्र लाधाराम सिंधी निवासी गांधीपुरा बालोतरा वगैरह 3 ने अनधिकृत रूप से उसके पट्टाशुदा प्लॉट में प्रवेश कर जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया।

मारपीट का मामला दर्ज
बालोतरा थानांतर्गत मारपीट कर समाज से बहिष्कृत करने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार चौथा राम पुत्र खेताराम भील निवासी कितपाला ने मामला दर्ज करवाया कि सुजा राम पुत्र भोमाराम भील निवासी कितपाला वगैरह 3 ने एकराय होकर उसके साथ मारपीट की तथा उसे समाज से बहिष्कृत कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

आग से कृषि उपकरण जले
क्षेत्र के मीठोड़ा गांव में कृषि कुएं पर स्थित रहवासीय ढाणी में अचानक आग लगने से वहां रखे कृषि उपकरण व घरेलू सामान जलकर राख हो गया। जानकारी के अनुसार गुरुवार दोपहर बशीर खां पुत्र महबूब खां सिंधी मुसलमान की ढाणी में अचानक आग लग गई। आग से फव्वारा पाइप, खाद-बीज, बूस्टर, स्टार्टर व अन्य कृषि सामान जलकर राख हो गए।



जीप की टक्कर से बालक घायल
थाना अंतर्गत सड़क किनारे खेले रहे बालक को टक्कर मारने का मामला दर्ज हुआ है। दुर्घटना के बाद बालक को स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बालोतरा रैफर किया गया। पुलिस के अनुसार चूना राम पुत्र देराराम मेघवाल निवासी डंडाली ने मामला दर्ज करवाया कि उसका भतीजे रिड़मलराम का पुत्र श्रवण (4) वर्ष सड़क के किनारे खेल रहा था। इस दौरान मार्ग से गुजर रही जीप नं आरजे 16 यूए 0430 के चालक धूड़ाराम ने उसे टक्कर मार दी। दुर्घटना में बालक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। बालक की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने बालोतरा रैफर कर दिया।

टक्कर से एक की मौत
गुड़ामालानी थाना क्षेत्र के चक गुड़ा स्थित मेगा हाइवे पर गुरुवार को रामदेवरा जा रहे एक पैदल जातरू की ट्रोलर की टक्कर से मौत हो गई। थाना प्रभारी ताराराम बैरवा ने बताया कि दिनेश भाई पुत्र भूरा भाई वाल्मिकी निवासी धानेरा जिला बनास कांटा गुजरात ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि बुधवार सुबह 5 बजे वह और उसका भाई घर से रामदेवरा के लिए पैदल रवाना हुए थे। गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे मेगा हाइवे सरहद चक गुड़ा पहुंचने पर सामने से आ रहे ट्रोलर सं आरजे 07 जीए 1983 के चालक रामचंद्र पुत्र मुखराम मेघवाल निवासी गुलाबगढ़ पुलिस थाना पलु हनुमानगढ़ ने सड़क किनारे चल रहे उसके भाई प्रताप भाई को टक्कर मार दी, जिससे वह घायल हो गया। 108 एंबुलेंस की सहायता से उसे गुड़ामालानी अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सुपुर्द किया वहीं मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।