मंगलवार, 9 अगस्त 2011

किसानों व ग्रामीणों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी

जैसलमेर। जिले के किसानों व नलकूपधारी काश्तकारों को छह घंटे बिजली देने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी की ओर से सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया गया। सुबह के समय बड़ी संख्या में ग्रामीण विधायक छोटूसिंह भाटी व पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी के नेतृत्व में कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां किसानों व ग्रामीणों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और नलकूप क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की अवधि बढ़ाने की मांग की।

किसानों को संबोधित करते हुए विधायक भाटी ने कहा कि किसानों व नलकूपधारी काश्तकारों को पूर्व में सरकार पांच-छह घंटे बिजली देती थी, लेकिन अब यह अवधि सिमटकर चार घंटे रह गई है। बार-बार सरकार के मंत्रियों को इस संबंध में अवगत कराने पर केवल आश्वासन ही मिलता है। अभी तक एक घंटे भी बिजली की अवधि बढ़ाई नहीं गई है। पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ बिजली कम देकर अन्याय कर रही है। जैसलमेर जिले की अपनी अलग समस्याएं हैं। इसलिए यहां पर किसानों को बिजली देने के मामले में राहत देने की जरूरत है।

कलक्टर से मिला प्रतिनिधिमंडल
विरोध प्रदर्शन के बाद एक प्रतिनिधिमण्डल कलक्टर एमपी स्वामी से मिला और उन्हें किसानों की मांग से अवगत करवाया। इस पर कलक्टर ने उनकी मांग राज्य सरकार तक पहुंचाने व किसानों के हित में सही निर्णय लेने का भरोसा दिलाया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह हमीरा, कमल किशोर, मनोहरसिंह, भंवरसिंह, पूर्णसिंह, दलपतसिंह सहित कई लोग उपस्थित थे।

सौंपा ज्ञापन
इस दौरान डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता को भी ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया है कि सरकार ने कृषि कनेक्शनों की विद्युतापूर्ति की अवधि छह घंटे से घटा कर केवल चार घंटे कर दी है। अकाल की मार होने के बावजूद यह फैसला किसानों की फसलों को नष्ट करने के लिए लिया गया है। यदि निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो किसान अपने नलकूप व जमीन बेचने को मजबूर हो जाएंगे।

ये हैं मांगे
बिजली की आपूर्ति 12 घंटे की जाए।
वोल्टेज की समस्या से त्रस्त किसानों की समस्या का निवारण हो।
डाबला जीएसएस पर लगे कर्मचारियों को बदला जाए।
एलटी कनेक्शन शुरू किए जाए।
जिले के सभी किसानों को बिजली की सामान्य आपूर्ति की जाए।
ट्रिपिंग की क्षतिपूर्ति की जाए।
कीता फीडर में आ रही वोल्टेज की समस्या दुरूस्त हो।

"अलीमा" बन जगा रही है "अलख"

"अलीमा" बन जगा रही है "अलख"
बाड़मेर। अलीमा (बीए के समकक्ष) की उपाधि प्राप्त जैनब व फातिमा चाहती है कि यह उपाधि सिर्फ उन तक ही सीमित नहीं रहे। इसी संकल्प के साथ इन दोनों ने अल्पसंख्यक वर्ग की बालिकाओं को अलीमा बनाने का बीड़ा उठाया है। इन दोनों बहनों की मेहनत रंग लाने लगी है और करीब सौ बालिकाएं शिक्षा से जुड़ी है।

सीमावर्ती क्षेत्र के अल्पसंख्यक समुदाय शिक्षा को जागरूकता बहुत कम है। यहां पुरूष कम तादाद में पढ़े-लिखे हैं तो अधिकांश महिलाएं अगूंठा छाप। ऎसे वर्ग में दारूल उलूम फैजे गौसभा संस्थान खारची के मदरसे में कोई मुस्लिम महिला बच्चों को पढ़ाए तो अचरज होना लाजमी है। यहां दो बहनें फातिमा और जैनब बतौर शिक्षक बालिका शिक्षा की अलख जगा रही है।

मूलत: गोरामाणियों की ढाणी नगर गुड़ामालनी की निवासी दोनों बहनों के गांव में भी अधिकांश अल्पसंख्यक बालिकाएं अनपढ़ है। ऎसे में उनके पिता अब्दुल रऊफ ने इस सोच का बदला और अपनी बड़ी बेटी जैनब को कुछ साल पहले गुजरात के धरोल कच्छ जिला जामनगर पढ़ने को भेजा।

इसके बाद उसकी छोटी बेटी फातिमा को वहां पढ़ाया। दोनों ने वहां से आलीमा की डिग्री प्राप्त की और अब वे खारची में बतौर शिक्षक सेवा दे रही है। उनके आने का असर यह रहा कि इस मदरसे में वर्तमान में करीब सौ बालिकाएं शिक्षा हासिल कर रही है। इसमें से दो बालिकाएं शहरबानो व लतीफा जो खारची से करीब साठ किमी दूर गांव जूनेजो की बस्ती कोटड़ा से यहां आकर पढ़ रही है, वर्तमान में कक्षा ग्यारहवीं की छात्राएं हैं। उनके अलावा कई बालिकाएं अन्य गांवों से यहां आकर शिक्षा अध्ययन कर रही हैं।

जमाने के साथ भी
इस मदरसे ने जमाने के साथ चलने का निर्णय किया। इसके चलते यहां बालिकाओं न केवल मजहबी तालिम व दीनी तालिम दी जाती है वरन् कम्प्यूटर शिक्षा से भी जोड़ा गया है। यहां की बालिकाएं कम्प्यूटर में भी दक्ष है।

बदलने लगी है सोच
तालिम के बिना समाज की तरक्की संभव नहीं है। अल्पसंख्यक वर्ग में विशेषकर बालिकाओं की तालिम कम है। जैनब व फातिमा के आने के बाद बालिका शिक्षा को लेकर लोगों की सोच बदलने लगी है।
- मौलवी ताज मोहम्मद

Jai Jai Hanuman Gosai [Full Song] Shree Hamunan Chalisa- Hanuman Astak

हनुमान चालीसा

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हनुमान चालीसा 

श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनऊँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार॥

चौपाई :
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥
रामदूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा॥
महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी॥
कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुंडल कुंचित केसा॥
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।
काँधे मूँज जनेऊ साजै।।
संकर सुवन केसरीनंदन।
तेज प्रताप महा जग बन्दन॥
विद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर॥
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया॥
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा॥
भीम रूप धरि असुर सँहारे।
रामचंद्र के काज सँवारे॥
लाय सजीवन लखन जियाये।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये॥
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई॥
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं॥

सोमवार, 8 अगस्त 2011

पाकिस्तान के युवाओं में चढ़ा लव का फीवर

इस्लामाबाद ।। प्यार न तो सरहद देखता है और न मजहब। प्यार कहीं भी किसी से भी हो सकता है। सभी सामाजिक बंधनों को तोड़कर लोग प्यार करते हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में भी प्यार का बुखार इन दिनों तेजी से फैल रहा है। यहां लव मैरिज करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। लव मैरिजों को वहां मान्यता नहीं दी जाती है, लेकिन लोग सामाजिक बंदिशों को तोड़कर लव मैरिज कर रहे हैं। सोशल नेटवर्किंग साइट्स का भी इसमें अहम रोल है।

डॉन न्यूज के मुताबिक पिछले साल इस्लामाबाद में लगभग 250 जोड़ों ने कोर्ट में शादी रचाई थी। इस साल अब तक 240 जोड़े कोर्ट मैरिज कर चुके हैं। साल के आखिर तक यह संख्या 300 को पार कर सकती है।

वकील अख्तर महमूद का कहना है कि लव मैरिजों की संख्या बढ़ने में सोशल मीडिया का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि उनके पास आने वाले ज्यादातर जोड़े फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स का इस्तेमाल करते हैं। कई मामले ऐसे भी आए हैं, जहां ग्रामीण इलाकों की लड़कियों ने अमीर शादीशुदा मर्दों को अपना जीवनसाथी चुना है।

सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स की वजह से लव मैरिजों की संख्या बढ़ रही है। इस बारे में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स असोसिएशन ऑफ पाकिस्तान (आईएसपी) के संयोजक वहाज सिराज ने बताया कि पिछले एक साल में इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़ी है। रावलपिंडी और इस्लामाबाद में 10 पर्सेंट इंटरनेट यूजर्स बढ़े हैं। एक अन्य वकील ने बताया कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि पाकिस्तान में बड़ी संख्या में काफी लव मैरिज हो रही हैं, लेकिन यह इतना आसान नहीं है। इसके लिए जोड़ों को फैमिली की तरफ से धमकियां मिलती है और लंबे मुकदमे भी चलते हैं। कई बार अपने पति के खिलाफ बयान देने के लिए लड़कियों के साथ जबर्दस्ती की जाती है और लड़के को जेल की हवा खानी पड़ती है।

रेतीले धोरों की धरा पश्चिमी राजस्थान कला और लोक संस्कृति की नदियाँ बहाने वाली



































जैसलमेर। रेतीले धोरों की धरा पश्चिमी राजस्थान कला और लोक संस्कृति की नदियाँ बहाने वाली रही है। ठेठ सीमावर्ती दुर्गम इलाकों से लेकर ढांणियों और शहरों तक गूंजती लोक लहरियाँ यहाँ की सांगीतिक पर पराओं का आज भी जीवंत दिग्दर्शन कराती हुई यह संदेश मुखरित करती हैं कि यहाँ का लोक संगीत दुनिया के मुकाबले इक्कीस ही ठहरता है। 
पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर और बाडमेर जिलों में निवासरत मांगणियार ऐसा अनूठा समुदाय है जिसका हर सदस्य पर परागत लोक संगीत का संवाहक है। गाने बजाने का मौलिक हुनर इनकी वंश पर परा का मूल हिस्सा रहा है जो पीढियों से पूरे वेग के साथ प्रवाहित होता आया है।
इस क्षेत्र के मांगणियार कलाकार दुनिया के कई मुल्कों में अपने लोक संगीत की छाप छोड चुके हैं। प्रदेश व देश का कोई सा भी लोक साँस्कृतिक महोत्सव मांगणियारों के बिना अधूरा ही है। इन्हीं मांगणियारों में नई पीढी के हुनरमंद कलाकार ममे खां बॉलीवुड से लेकर सात समन्दर पार तक के लोक गायन और संगीत परिवेश में अपनी पैठ रखते हैं।
जैसलमेर जिले के छोटे से गाँव सत्तों में अपने जमाने के महान लोक गायक राणे खाँ के घर जन्मे ममे खाँ को लोक संगीत विरासत में मिला। पिता ही उनके पहले गुरु रहे जिनसे ममे खाँ ने पर परागत लोक संगीत और सूफी यूजिक की दीक्षा ली व खूब अ यास करते हुए पिता के नक्शे कदम पर चल कर यह हसीन मुकाम पाया।
बचपन से ही दुनिया में छा जाने वाला कलाकार बनने की तमन्ना संजोने वाले ममे खाँ ने पूरी लगन से अपने संास्कृतिक व्यक्तित्व को निखारा। मात्र बारह वर्ष की आयु में इस होनहार बालक को साँस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र (सीसीआरटी) नई दिल्ली में अपने मौलिक हुनर का परिचय देने और निखारने का अवसर मिला।
अपनी आवाज और अदाओं से ही हर किसी को मंत्र मुग्ध कर देने वाले ममे खाँ के लिए किशोरावस्था के बाद से ही शौहरत के कई रास्ते खुल गए। वे मु बई, दिल्ली, मद्रास, केरल और देश के विभिन्न हिस्सों के साथ ही विश्व के कई देशों में अपनी विलक्षण प्रतिभा व वाणी माधुर्य की पहचान कायम कर चुके हैं। आधुनिक व पुरातन संगीत से स बंधित कई महत्वपूर्ण आयोजनों में वे शिरकत कर चुके हैं। खासकर यूरोप, यूएसए, कनाडा, एशिया और अरब देशों में कई बार यात्रा कर उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
ममे खाँ मांगणियार संगीत की कई विधाओं में महारथ हासिल कर चुके हैं। मांगणियारी संगीत की विभिन्न शैलियों में उनका गायन बेमिसाल है। मु य रूप से कल्याण, कमायचा, दरबारी, तिलंग, सोरठ, बिलवाला, कोहियारी, देश, करेल, सुहाब, सामेरी, बिरवास, मलार आदि का गायन हर आयोजन को ऊँचाई देता है।
देश विदेश में कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर ममे खाँ ने अपनी धाक जमायी है। अमेरिका, इंगलैण्ड, जर्मनी, फ्रंास, सिंगापुर, स्पेन, स्वीडन, पोलेण्ड, आस्ट्रिया, मलेशिया, आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, कनाडा, इटली, बैकहोम आदि में कई बार साँस्कृतिक आयेाजनों में वे शिरकत कर चुके हैं। देश के नामी कला संस्कृति व संगीत संस्थानों में उनकी प्रस्तुतियों को खूब सराहा गया है। रूपायन संस्थान ने मेमे खाँ पर केन्द्रित ’’राजस्थान डेजर्ट वंडर फोक सोंग्स’’ कार्यक्रम पर सी.डी. भी जारी की है जिसमें ममे खाँ के गाए संगीत, भजनों, पर परागत सूफी संगीत का समावेश है।
ममे खाँ ने दुनिया की नामी हस्तियों के समक्ष अपना हुनर दिखाया है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के मु य आतिथ्य में नइ दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस राष्ट्रीय समारोह, बोरुण्डा संगीत समारोह, प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थापना दिवस पर आयोजित महोत्सवों, पर्यटन उत्सवों, साँस्कृतिक केन्द्रों के कार्यक्रमों, सूफी महोत्सव, देश के तमाम प्रतिष्ठित समारोहों तथा लोक संगीत से जुडे कई कार्यक्रमों में वे अपनी अलग पहचान कायम कर चुके हैं।
ममे खाँ देश विदेश में डेढ सौ से अधिक प्रतिष्ठित महोत्सव और समारोहों में अपना कमाल दिखा चुके हैं। इनमें कोटा, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, पुष्कर के फेस्टिवलों, दिल्ली ट्यूरिज्म व क्रा ट फेस्टिवल, भोपाल के आदिवासी लोक कला मण्डल, रवीन्द्र मंच शिल्पग्राम उत्सव, राजस्थान फेस्टिवल, मरु महोत्सव, मारवाड महोत्सव, थार महोत्सव, पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्रों, रवीन्द्र भवन(भोपाल), दिल्ली में दस्तकार महोत्सव, आईसी.सी.आर सूफी महोत्सव, जनेन्द्र भवन(मद्रास), स्वर लयम इन्स्टीट्यूट (केरल) ,कोच्चि, अर्नाकुलम, दिल्ली हाट (स्पीक मैके), इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय(भोपाल), टाटा नगर, जीएल इण्डिया कंपनी, संगीत एवं नाटक प्रभाग (भोपाल), रुहानियत सूफी कार्यक्रम(मु बई), रवीन्द्र मंच (पूणे), सिकंदरा क्लब हैदराबाद, रुहानियत (कोलकाता), जोधपुर, नेहरु मेमोरियल त्रिमूर्ति भवन दिल्ली, पेट्रोनेट कंपनी (जयपुर), चित्रकला परिषद बैंग्लोर आदि में अपने कार्यक्रम पेश कर चुके हैं।
इसी प्रकार खमानी ऑडिटोरियम (दिल्ली), ऑल इण्डिया सूफी एवं मैजेस्टिक यूजिक फेस्टिवल (पूणे), छतीसगढ पर्यटन महोत्सव, जमशेदपुर थियेटर टाटा, आइडिया जलसा(मु बई), नागौर फोर्ट सूफी दरबार, उस्ताद राणे खाँ वार्षिकोत्सव (जैसलमेर), संगीत महाभारती व ब्ल्यू फ्रोग (मु बई), गोल्फ क्लब (कोलकाता), चोईस क्लब कोच्चि आदि में हुए कार्यक्रमों में अपने फन का कमाल दिखा चुके हैं।
ममे खाँ पचास से अधिक देशों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित संस्थाओं की ओर से आयोजित महत्त्वपूर्ण समारोहों व उत्सवों में शिरकत कर यादगार छाप छोड चुके हैं। इनमें फ्रांस, बेल्जियम, यूएसए, स्पेन, स्वीडन, लंदन, स्कॉटलैण्ड, जर्मनी, इटली, हॉलेण्ड, कनाडा, टर्की, यमन, अफ्रीका, पाकिस्तान, लेबनान, आस्ट्रिया, मलेशिया, मोरक्को, दुबई, पौलेण्ड, क्रोएशिया, ऑयरलैण्ड, ऑस्ट्रेलिया, अल्जीरिया, सिंगापुर, न्यूजीलैण्ड आदि प्रमुख हैं।
ममे खाँ के कार्यक्रमों ने विदेशों में काफी प्रसिद्घि पायी है। विदेशी मीडिया ने भी उनके कार्यक्रमों को प्रमुखता से स्थान दिया है। देश भर में 2॰॰ से अधिक कार्यक्रमों में भागीदारी निभा चुके ममे खाँ दुनिया के 5॰ से ज्यादा देशों में शताधिक बार अपनी कला का शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। बॉलीवुड में भी अपनी पैठ रखने वाले ममे खाँ ने कविता सेठ के साथ आईएम फिल्म का गीत गाया है। ऋतिक रोशन की ‘लक बाई चाँस’ फिल्म में ममे खाँ ने शंकर महादेवन के साथ गीत पेश किया है।
जैसलमेरी मांगणियारों की गायन शैली को साम समंदर पार पहुँचा कर याति दिलाने वाले ममे खाँ जाँगडा एवं सूफी शैली के अपनी तरह के बेजोड गायक हैं। भगवान श्रीकृष्ण के भजन, नी बूडा, दमादम मस्त कलंदर व रियासतकालीन संस्कृति के गीतों पर केन्द्रित उनका गायन श्रोताओं की खास पसंद रहा है।
दिल्ली में तीन बार सूफी फेस्टीवल में अपनी गायकी का परिचय देने वाले ममे खाँ देश विदेश के दो दर्जन थियेटरों में भी अपने हुनर का कमाल दिखा चुके हैं। पर परागत संगीत के संरक्षण व प्रचार प्रसार के साथ ही ममे खाँ ने कई नवीन विधाओं को भी आत्मसात किया है। संसार भर में गायकी के लिए मशहूर मिक्स यूजन ग्रुप में ममे खाँ के साथ फ्रांस व ईरान के कलाकार भी शामिल हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लोकगायन में मशहूर कलाकार ममे खाँ राजस्थान प्रदेश ही नहीं बल्कि हिन्दुस्तान की वह श सयत हैं जिस पर सभी को नाज है। राजस्थान भर के लिए यह गौरव की बात है कि रेत के धोरों से निकला यह कलाकार पूरी दुनिया में धूम मचा रहा है।

हर सूरत में रोको कालाबाजारी

हर सूरत में रोको कालाबाजारी 
 
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टरों से दो टूक कहा कि वो कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आएं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बांटे जाने वाले खाद्यान्नों और केरोसिन पर सजग निगरानी रखें। लगातार छापे मारकर अपराधियों की धर-पकड़ करें। कालाबाजारी करते जो भी हत्थे चढ़ता है, वह चाहे कितना ही प्रभावी क्यों न हो, उस पर बेहिचक कार्रवाई करें।

चौहान ने कहा कि सरकार की फूड कूपन योजना के माध्यम से सस्ता राशन उपलब्ध कराने की योजना का लाभ हर हालत में गरीबों को मिले। यूआईडी के आधार पर फूड कूपन देने से कालाबाजारी रोकने में आसानी होगी। आदिवासी बहुल अंचलों में खाद्यान्न वितरण व्यवस्था को मजबूत बनाने वन समितियों को खाद्यान्न वितरण का काम सौंपा जा रहा है।

वेयरहाउस होंगे ऑनलाइन
खाद्य विभाग की ओर से कांफ्रेंस में इन्टीग्रेटेड इन्फॉर्मेशन सिस्टम फॉर फूड ग्रेन्स मैनेजमेंट (आईआईएसएफएम) और रैपिड रिपोटिंüग सर्विसेस (आईआरआरएम) सॉफ्टवेयर की जानकारी दी गई। इससे वेयरहाउस में खाद्यान्न उपलब्धता और उठाव की ऑनलाइन जानकारी मिल सकेगी। जिला-स्तर पर कलेक्टर भी जिले के वेयरहाउस में खाद्यान्न भण्डारण तथा वितरण की जानकारी ऑनलाइन ले सकेंगे।

राशन की दुकान पर बिकेंगी और भी चीजें
मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन की दुकानों पर गड़बड़ी रोकने के लिए दुकानदारों को खाद्यान्न के साथ अन्य सामग्री बेचने की भी इजाजत होगी। इससे उनका मुनाफा बढ़ेगा। मुख्य सचिव अवनि वैश्य ने कहा कि बॉयोमेट्रिक्स आधारित फूड कूपन योजना से हितग्राही के अलावा अन्य व्यक्ति खाद्यान्न नहीं ले सकेंगे।

"भुलक्कड़ हैं मुख्यमंत्री"
खंडवा। "संत सिंगाजी समाधिस्थल पर साढ़े चार करोड़ रूपए देने की घोषणा करके भूलना कोई बड़ी बात नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भुलक्कड़ हैं। वे रोज 15 घोषणा करते हैं और भोपाल पहुंचकर भूल जाते हैं। उन्हें मैं याद दिला दूंगा।" विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने रविवार को ये आरोप लगाए।

वे संत सिंगाजी समाधिस्थल पर बन रहे समर्थ भक्त निवास के भूमिपूजन के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने भक्ति निवास के लिए ढाई लाख रूपए देने की घोषणा की। सांसद अरूण यादव ने कहा, वे खंडवा-बीड़ शटल टे्रन का चौथा फेरा चालू कराने के लिए रेलमंत्री से मिलेंगे। सुनवाई नहीं हुई तो प्रधानमंत्री के पास जाएंगे। उनके साथ युवक कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रियव्रत सिंह, पूर्व विधायक राजनारायण सिंह भी थे।

तोता इंग्लिश और उर्दू दोनों भाषाएं बोल लेता

ब्रैडफोर्ड में मिट्ठू नाम का एक तोता आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह तोता इंग्लिश और उर्दू दोनों भाषाएं बोल लेता है। दो साल के इस अफ्रीकी ग्रे रंग के तोते ने 'असलाम आलेकुम' और कई अन्य इस्लामिक शब्द बोलने सीख लिए हैं। साथ ही इंग्लिश के 'हू इज प्रिटी बॉय?, हू इज क्लेवर बॉय' आदि बोलना सीख लिया है।

वेस्ट मिडलैंड, स्टारब्रिज में रहने वाले तोते के मालिक 36 साल के गफ्फार अहमद का कहना है कि उनका मिट्ठू उर्दू और इंग्लिश के कई शब्द साफ साफ बोल लेता है। उनका कहना है कि मुझे नहीं पता कि ब्रिटेन में और कितने ऐसे पक्षी हैं, जो दो भाषाएं बोल सकते हैं। हमारा मिट्ठू तो 'असलाम आलेकुम', बिस्मिल्लाह' बोलता है। यही नहीं, यह कुत्ते के भौंकने की नकल करता है। रेफ्रिजरेटर के चलने की आवाज निकालता है। यह तोता हमारे परिवार का एक अहम हिस्सा है।

बाडमेर, आज की ताजा खबर.


चूली में खुलेगा बाडमेर का
 प्रथम इंजिनियरिंग कॉलेज

बाडमेर, 8 अगस्त। जिले का प्रथम इंजिनियरिंग कॉलेज चूली में खुलेगा। साथ ही यहां पर विकसित होने वाले शैक्षणिक संस्थानों के विशेष  स्थल में तीन करोड रूपए की लागत से  मॉडल स्कुल भी खोला जाएगा। नवोदय विद्यालय की तर्ज पर खुलने वाले केन्द्र सरकार के मॉडल स्कूल में उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान की जाएगी। जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने सोमवार को नगर पालिका की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में शैक्षणिक स्थल विकसित करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने नगर पालिका बाडमेर में सफाई व्यवस्था दुरस्त करने के लिए पिचहतर नये सफाई कर्मचारियों की अतिशीध्र भर्ती करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर गोयल ने इस संबंध में विशेष दल बनाकर आवेदनों की जांच कर तुरन्त आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए है। गोयल ने नगरपालिका के कार्यो तथा सप्ताह की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में बाडमेर शहर में दो नई आवासीय योजनाओं के अनुमोदन के अलावा ट्रान्सपोर्ट नगर विकसित करने पर सहमति प्रदान की गई। 
बैठक में सीवरेज कार्यो की प्रगति, शहर में सडकों पर पशुओं के लिए हरा चरा डालने की रोकथाम,आवारा पशुओं की धरपकड़, आवासीय कॉलोनी विकसित करने के प्रकरणों, पार्किग स्थलों के निर्धारण आदि पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
निर्माणाधीन कार्यो में तेजी 
जिला कलेक्टर ने कहा कि निर्माणाधीन विकास कार्यो की गति युद्धस्तर पर बढाकर उन्हें शीघ्र पूर्ण कराया जाए ताकि लोगों को असुविधाओं का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कलेक्ट्रेट से सर्किट हाउस तक फोर लेन के दूसरी तरफ के सडक निर्माण कार्य को भी तुरन्त पूर्ण करने के निर्देश दिएं। साथ ही उन्होने ऑवर ब्रिज निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों का पूरा ख्याल रखने की हिदायत दी ताकि मशीनों आदि से कोई दुर्धटना नहीं हो। आदर्श स्टेडियम में अपूर्ण कार्यो को भी तुरन्त पूर्ण करने को कहा।
पुख्ता सफाई व प्रकाश      
  जिला कलेक्टर ने सफाई तथा सार्वजनिक प्रकाश का कार्य बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने आवारा पशुओं को पकड़ने के निर्देश देते हुए अगली बैठक में पिछले सप्ताह में पकड़े गए आवारा पशु तथा हटाए गए अतिक्रमण का ब्योरा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होने पकडे गये आवारा पशुओं को ट्रकों के जरिये बाडमेर की सीमा से दूर भेजने के भी निर्देश दिए। उन्होने पालतु पशुओं को खुला छोडने पर उन्हें पकडकर उनके मालिकों के खिलाफ कार्यवाही करने तथा दुबारा पकडे जाने पर नहीं छोडने के निर्देश दिए।                                                                                                                 लगातार......2
पोलिथीन की रोकथाम
जिला कलेक्टर ने पोलिथीन तथा प्लास्टिक गुटका पाउच के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाने तथा पोलिथीन की रोकथाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने विशेष टीम बनाकर पोलिथीन को जब्त करने के निर्देश दिए। साथ ही नगर पालिका को शहर में नियमित रूप से अभियान चलाकर इनकी बरामदगी के निर्देश दिए।
नया बस स्टेण्ड
जिला कलेक्टर गोयल ने शहर में नया बस स्टेण्ड बनाने के लिए शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने रोडवेज आगार में स्थित भूमि तथा नजदीक के कृषि मंडी की भूमि पर सम्मिलित प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए तथा कृषि मंडी से सहमति लेकर इस जमीन के बदले अन्य जमीन देने को कहा। 


गांधी जयन्ती से राजकीय चिकित्सालयों  
में आने वाले सभी मरीजों को मुफ्त दवाई

बाडमेर, 8 अगस्त। जिले के राजकीय चिकित्सालयों में आने वाले मरीजों को गांधी जयन्ती से मुफ्त दवाईयां दी जाएगी। इनमें अन्तरंग तथा बहीरंग  में आने वाले सभी वर्गाे के मरीजों को शामिल किया जाएगा। जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान इसके लिए सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि मरीजों की औसतन संख्या को देखते हुए मुफ्त दवाई वितरण के लिए पर्याप्त संख्या में राजकीय अस्पतालों में काउण्टर स्थापित किए जाए तथा जिन सामुदायिक अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में यह व्यवस्था नहीं है, वहां समय रहते इन्तजाम कर लिए जाए। उन्होने ड्रग वेयर हाउस तथा ड्रग वितरण केन्द्रों को पर्याप्त संख्या में खोलने को कहा। उन्होने मौसमी बीमारियों की भी समीक्षा की तथा मलेरिया के मामलों के पश्चात् डीडीटी तथा पायरेथम सर्वे के निर्देश दिए।
 जिला कलेक्टर गोयल ने कडी चेतावनी दी है कि इस बार अभी तक पर्याप्त बारीस नहीं हुई है, ऐसे में पेयजल आपूर्ति में बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा समय पर जलापूर्ति सर्वोच्य प्राथमिकता होनी चाहिए ताकि विकट समय में लोगों को पेयजल के लिए तरसना नहीं पडे़। इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि क्षेत्रीय जल प्रदाय योजनाओं से तय समय के अनुसार निर्धारित मात्रा में जलापूर्ति की जाए उन्होने कहा कि पेयजल आपूर्ति के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा तथा इसमें लापरवाही बरतने पर कडी कार्यवाही की जाएगी। उन्होने जिले के पेयजल स्त्रोतों के पानी की समय समय पर जांच करवाकर इसमें बिलीचिंग पाउडर आदि डालने के निर्देश दिए। उन्होने डिस्कॉम से पेयजल स्त्रोतों पर नियमित विद्युत आपूर्ति के निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलेक्टर ने नरेगा, एमपी, एमएलए स्थानीय क्षेत्रा कार्यक्रम, बीएडीपी आदि कार्यो की विस्तृत समीक्षा की। उन्होने सभी राजीव गांधी सेवा केन्द्रों को 15 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही जिन पंचायत मुख्यालयों पर मिनी बैंक नहीं है, वहां  नये बनने वाले राजीव गांधी सेवा केन्द्रों में मिनी बैंक स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होने तीस रूपए से भी औसतन कम मजदूरी वाले स्थानों पर स्वयं मुख्य कार्यकारी अधिकारी को मौके पर जाकर निरीक्षण करने की हिदायत दी। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित तथा मुख्यकार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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जिला परिषद की बैठक 11 को
बाडमेर, 8 अगस्त। जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर की अध्यक्षता में 11 अगस्त को दोपहर 12.30 बजे आयोजित की जाएगी।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली ने बताया कि जिला परिषद के सभा कक्ष में आयोजित होने वाली उक्त बैठक में गत बैठक की कार्यवाही विवरण के अनुमोदन के अलावा जिले में विद्युत, पेयजल, सडक एवं स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा तथा जिला परिषद द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
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पांधी का पार की रात्रि चौपाल स्थगित

बाडमेर, 8 अगस्त। ग्राम पंचायत पांधी का पार में 10 अगस्त को जिला कलेक्टर गौरव गोयल द्वारा आयोजित की जाने वाली रात्रि चौपाल अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गई है। आगामी रात्रि चौपाल की तिथि अलग से अवगत कराई जाएगी।
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विभागों में उपस्थिति की जांच
ग्यारह कार्मिक अनुपस्थित

बाड़मेर, 8 अगस्त। जिले में समय की पाबंदी हेतु चलाए जा रहे निरीक्षण अभियान के अन्तर्गत सोमवार को आकस्मिक निरीक्षण के दौरान ग्यारह कार्मिक अनुपस्थित पाए गए।  
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि सोमवार को निरीक्षण दल संख्या 1 प्रभारी महेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया। आकस्मिक निरीक्षण के दौरान पीएचईडी गुडामालानी  में  एईएन बाबुलाल मीणा व च.श्रे.कर्म. धाईदेवी अनुपस्थित पाए गए। इसी प्रकार विद्युत विभाग गुडामालानी में एईएन एच.आर., क.लि. पी.एल. बासोत, एआरओ मनीष अग्रवाल व हेल्पर रणवीरसिंह, पशु चिकित्सालय गुडामालानी में सईस लक्ष्मणराम, तहसील कार्यालय गुडामालानी में तहसीलदार सुनिल कुमार कटेवा व सुतर सवार सगराराम, पीडब्ल्युडी गुडामालानी में क.लि. अणदाराम तथा राबाउमावि गुडामालानी में शारीरिक शिक्षक राजबाला अनुपस्थित पाए गए। निरीक्षण के दौरान आंगनवाडी केन्द्र डूगेरों का तला, राउप्रावि मेगवालों की बस्ती सनावडा, उप स्वास्थ्य केन्द्र मेहलू, पशु चिकित्सालय गोलिया जेतमाल, उप स्वास्थ्य केन्द्र गोलिया जेतमाल, राप्रावि मौखाबा खुर्द व आंगनवाडी केन्द्र छोटू बन्द पाए गए। 
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स्वतन्त्राता दिवस की तैयारियों का रिहर्सल 12 को 
 
बाडमेर, 8 अगस्त। स्वतन्त्राता दिवस के अवसर पर आदर्श स्टेडियम में आयोजित होने वाले मुख्य समारोह के कार्यक्रमों का रिहर्सल अब 12 अगस्त को पूर्व निर्धारित समयानुसार होगा।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि 13 अगस्त को रक्षा बन्धन के पर्व एवं अवकाश को ध्यान में रखते हुए 13 अगस्त को होने वाली स्वतन्त्राता दिवस की प्रारम्भिक तैयारियों/रिहर्सल आदि अब 12 अगस्त को पूर्व समय अनुसार होंगे। उन्होने बताया कि शेष आदेश यथावत रहेंगे।
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बीस सूत्राी कार्यक्रम 
धीमी प्रगति वाले विभागों 
को मुस्तैदी की हिदायत
बाडमेर,, 8अगस्त। बीस सूत्राी कार्यक्रम में वर्ष 2011-12 में बाडमेर जिले को प्रथम स्थान पर लाने के लिए जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने धीमी प्रगति वाले विभागों को अभी से मुस्तैदी से कार्य करने की हिदायत दी है। वह सोमवार को कार्यक्रम क्रियान्वयन की जिला स्तरीय समिति में समीक्षा कर रहे थे।
इस मौके पर गोयल ने कहा कि बाडमेर जिला गत वर्ष 27 वें स्थान पर रहा था तथा चालू वितीय वर्ष में भी काफी पिछडा हुआ है। उन्होने बताया कि तीन चार बिन्दुओं में धीमी प्रगति के कारण जिला प्रथम स्थान से वंचित रह जाता है। इसलिए उक्त बिन्दुओं से संबंधित विभागों को उन्होने चेतावनी देते हुए सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिए। खासकर महिला एवं बाल विकास, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना तथा प्रधानमंत्राी ग्राम सडक योजना के बिन्दुओं में उन्होने निर्धारित लक्ष्य अगले माह तक हर हाल में प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होने महिला एवं बाल विकास विभाग को नये आंगनवाडी केन्द्रों की स्वीकृति के लिए सक्रियता के निर्देश दिए।
उन्होने चालू वितीय वर्ष में कुछ अन्य विभागों को विशेष सक्रियता दिखाने की हिदायत दी। इनमें रीको तथा जोधपुर विद्युत वितरण निगम भी शमिल है। उन्होने संस्थागत प्रसव शत फीसदी करने के लिए विशेष रूचि लेकर कार्य करने को कहा। उन्होने धीमी प्रगति पर आरसीएचओ को नोटिस जारी करने के निर्देश देते हुए अस्पतालों में प्रसव नहीं कराने वाले जिले के प्राथमिक ,सामुदायिक केन्द्रों तथा उप स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाने को कहा।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप व मुख्य आयोजना अधिकारी के.सी. मीणा  समेत संबंेिधत अधिकारी उपस्थित थे।
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सर्व शिक्षा अभियान की समीक्षा बैठक 16 को
बाडमेर, 8 अगस्त।  सर्व शिक्षा अभियान की जिला स्तरीय मासिक समीक्षा बैठक जिला कलेक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में 16 अगस्त को दोपहर 12.30 बजे कांफ्रेन्स हॉल में आयोजित कीे जाएगी। 
जिला परियोजना समन्वयक प्रेम प्रकाश व्यास ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत संचालित सभी गतिविधियों के प्रभारियों को संबंधित प्रभार के लक्ष्य एवं उसके विरूद्ध अर्जित भौतिक एवं वितीय उपलब्धियों की सूचनाओं के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए है।
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